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ईद से पहले लखनऊ में मंडी प्रशासन सतर्क, बदला थोक मंडियों में सब्जी-फल बिक्री का

ईद से पहले लखनऊ में मंडी प्रशासन सतर्क, बदला थोक मंडियों में सब्जी-फल बिक्री का 215

👤10-05-2021-लखनऊ।  वैश्विक महामारी से दो-दो हाथ करने में प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है। लॉकडाउन के चलते वायरस की रफ्तार भी धीमी होने लगी है। ऐसे में ईद का त्योहार पड़ने पर वायरस की हवा तेज न हो प्रशासन सख्त फैसले ले रहा है। ईद से पहले होने वाली खरीदारों की भीड़ को देखते हुए मंडी प्रशासन सतर्क हो गया है। दुबग्गा, सीतापुर रोड स्थित नवीन मंडी में सोमवार की भीड़ देखने के बाद मंडी प्रशासन ने सब्जियों एवं फलों की बिक्री के लिए समय तय कर दिया है। मंगलवार को भीड़ बढ़ी तो आगामी दो से तीन दिनों के लिए समय में और बदलाव किया जाएगा। सब्जी एवं फल दोनों की बिक्री का समय अलग-अलग रहेगा जिससे आढ़तों पर भीड़ न बढ़ सके।सबसे ज्यादा भीड़ दुबग्गा मंडी में देखने को मिली। यहां लोग मंडी की सड़कों और आढ़तों के बाहर झुंड के रूप में नजर आए। मंडी प्रशासन ने तत्काल कर्मी भेजकर भीड़ हटवाई और आढ़तों पर कार्रवाई की। भीड़ भरे इन हालातों से बचने के लिए मंडी प्रशासन ने सुबह पांच बजे से पूर्वाह्न 11 बजे तक सब्जी बेचे जाने का फरमान सुनाया तो फल बिक्री के लिए सुबह आठ से दो बजे का समय निर्धारित किया। वहीं ईद के लिए जरूरी माना जाने वाले खजूर की बिक्री भी होती दिखी। यहां काउंटर पर ज्यादा भीड़ होने की उम्मीद थी लेकिन फुटकर कारोबारियों के आढ़त से खरीदकर मोहल्लों में खजूर की बिक्री होने से हालात काबू में नजर आए। आगामी दो दिन ज्यादा सचेत रहने की जरूरत है। मंडी प्रशासन पहले से ही तैयार है।अगर मंगलवार को भीड़ बढ़ी तो काउंटर खुलवा कर परिस्थितयों पर नियंत्रण किया जाएगा। किसी भी तरह की दिक्कत मंडी में नहीं होने दी जाएगी।
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

10-05-2021-लखनऊ।  वैश्विक महामारी से दो-दो हाथ करने में प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है। लॉकडाउन के चलते वायरस की रफ्तार भी धीमी होने लगी है। ऐसे में ईद का त्योहार पड़ने पर वायरस...

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वेंटिलेटर पर मरीज को रोजाना चाहिए पांच सिलेंडर आक्सीजन

वेंटिलेटर पर मरीज को रोजाना चाहिए पांच सिलेंडर आक्सीजन68

👤10-05-2021-गोरखपुर। भारतीय चिकित्सा संघ आइएमए की गोरखपुर शाखा ने डीएम को पत्र लिखकर कोविड अस्पतालों में आक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता कराने की मांग की है। साथ ही नान कोविड अस्पतालों की इमरजेंसी में भी आक्सीजन उपलब्ध कराने को कहा है। सभी सप्लायरों को निर्देश देकर आक्सीजन का रेट एक समान करने की भी मांग की है। आइएमए के अध्यक्ष डा. मंगलेश कुमार श्रीवास्तव और सचिव डा. वीएन अग्रवाल ने डीएम को दिए पत्र में लिखा है कि कोरोना संक्रमित मरीजों को आक्सीजन की बहुत ज्यादा जरूरत होती है। वेंटिलेटर वाले मरीजों को 24 घंटे में पांच बड़े सिलेंडर आक्सीजन की जरूरत होती है। उन्‍होंने कहा कि इस विषम परिस्थिति में आक्सीजन सप्लायर को खुद कोविड अस्पतालों तक आक्सीजन सिलेंडर पहुंचाने की व्यवस्था कराने का निर्देश देना चाहिए। इससे आक्सीजन सप्लायरों के यहां भीड़ नहीं इकट्ठा होगी और अस्पताल के कर्मचारी मरीजों की अच्‍छे से देखभाल कर सकेंगे। उन्‍होंने कहा कि आक्‍सीजन लेने के लिए मरीज के स्‍वजन भी आक्‍सीजन सप्‍लायरों के वहां पहुंच जा रहे हैं। यह सबसे बड़ी परेशानी है। इसे दूर करने की जरूरत है। उन्‍होंने कहा कि आइएमए पूरी तरह प्रशासन के साथ मिलकर मरीजों के उपचार और देखभाल में जुटा है। महामारी में संसाधनों की कमी से सभी परिचित हैं। प्रशासन हमारे अनुरोध पर ध्यान देकर आक्सीजन उपलब्ध कराए ताकि अच्‍छी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध हो सके।
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

10-05-2021-गोरखपुर। भारतीय चिकित्सा संघ आइएमए की गोरखपुर शाखा ने डीएम को पत्र लिखकर कोविड अस्पतालों में आक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता कराने की मांग की है। साथ ही नान कोविड अस्पतालों...

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योगी आदित्‍यनाथ ने कहा, वैक्सीन ही सुरक्षा कवच- प्रदेश भर में आज से तेज होगा अभियान

योगी आदित्‍यनाथ ने कहा, वैक्सीन ही सुरक्षा कवच- प्रदेश भर में आज से तेज होगा अभियान270

👤10-05-2021-गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना के खिलाफ वैक्सिनेशन को सबसे बड़ा अस्त्र बताते हुए कहा कि इस महामारी में यही सुरक्षा कवच है। सरकार आज से ही पूरे प्रदेश में टीकाकरण अभियान को तेज करने जा रही है। 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए 11 जनपदों के 4 हजार केंद्रों पर टीकाकरण अभियान की शुरुआत हो रही है। कहीं भी टीके की कमी नहीं होने दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहली लहर के मुकाबले दूसरी लहर ज्यादा घातक है इसकी रफ्तार भी कई गुना अधिक है। ऐसे में हम लोग उसी रफ्तार से संक्रमितों की जांच, पहचान और इलाज की व्यवस्था कर रहे हैं। मरीज को जितनी जल्दी दवा दे देंगे, हम मृत्यु दर को उतना कम कर सकेंगे। गोरखपुर के एम्स में जहां बोइंग कंपनी 200 बेड का कोविड अस्पताल शुरू करने जा रही है, वहीं जल्द ही ऑक्सीजन की जरूरत को पूरी करने के लिए ऑक्सीजन एक्सप्रेस भी गोरखपुर आ रही है। बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज के सभागार में गोरखपुर-बस्ती मंडल में कोरोना से बचाव को लेकर अपनाए जा रहे उपायों की समीक्षा करने के बाद मुख्यमंत्री पत्रकारों से बात कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरा देश कोरोना की दूसरी लहर का मजबूती से मुकाबला कर रहा है। इसके अपेक्षित परिणाम भी मिलने लगे हैं। आबादी के लिहाज से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में भी कोरोना से लड़ाई जारी है। प्रदेश में ट्रेस, टेस्ट और ट्रीट के फार्मूले पर अभियान चलाया जा रहा है। पिछले 10 दिनों में ही 85 हजार से अधिक सक्रिय केस कम हुए हैं, यूपी में 30 अप्रैल को जहां एक्टिव केस की संख्या तीन लाख 10 हजार थी वही 10 मई को एक्टिव केस 2,25,000 रह गए।
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

10-05-2021-गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना के खिलाफ वैक्सिनेशन को सबसे बड़ा अस्त्र बताते हुए कहा कि इस महामारी में यही सुरक्षा कवच है। सरकार आज से ही पूरे प्रदेश...

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विदेश व्यापार का रास्ता खुलेगा:मुक्त व्यापार के लिए फिर बातचीत करेंगे भारत-यूरोपियन यूनियन, दोनों पक्षों में 8 साल बाद होगी वार्ता

विदेश व्यापार का रास्ता खुलेगा:मुक्त व्यापार के लिए फिर बातचीत करेंगे भारत-यूरोपियन यूनियन, दोनों पक्षों में 8 साल बाद होगी वार्ता153

👤09-05-2021-भारत और यूरोपियन यूनियन एक बार फिर संतुलित, महत्वाकांक्षी और व्यापक मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत के लिए तैयार हो गए हैं। इसके अलावा दोनों पक्ष स्टैंडअलोन इन्वेस्टमेंट प्रोटेक्शन पैक्ट को लेकर भी मोलभाव करेंगे। विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी दी है।वर्चुअल समिट के दौरान हुआ फैसलाविदेश मंत्रालय के मुताबिक, मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत का फैसला एक वर्चुअल समिट के दौरान हुआ है। इस समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूरोपियन यूनियन के सभी 27 सदस्य देशों के प्रमुख शामिल थे। समिट के दौरान सभी का ट्रेड, इन्वेस्टमेंट और कनेक्टिविटी में सहयोग के विस्तार पर फोकस रहा। विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्ष ने स्थायी और व्यापक साझेदारी की शुरुआत की है। मंत्रालय ने इस समिट को ऐतिहासिक क्षण बताया है।कोरोना महामारी पर भी विचारों का आदान-प्रदानसमिट के दौरान सभी नेताओं ने कोरोना महामारी और स्वास्थ्य सेवा सहयोग पर भी विचारों का आदान प्रदान किया। भारत और यूरोपियन यूनियन के नेताओं के बीच हुई इस समिट की मेजबानी पुर्तगाल के प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा ने की। काउंसिल ऑफ यूरोपियन यूनियन की प्रेसीडेंसी इस समय पुर्तगाल के पास है। यूरोपियन काउंसिल के प्रेसीडेंट चार्ल्स मिशेल ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा है कि यूरोपियन यूनियन-भारत के बीच रणनीतिक भागीदारी को लेकर हम एक नया अध्याय शुरू कर रहे हैं।पीएम मोदी ने कोरोना का कारण टाली पुर्तगाल यात्राप्रधानमंत्री नरेद्र मोदी को पुर्तगाल के नेताओं से मिलने के लिए पुर्तगाल की यात्रा पर जाना था। लेकिन कोरोनावायरस संक्रमण बढ़ने के कारण दोनों पक्षों ने इस यात्रा को टाल दिया। इसके बाद दोनों पक्षों ने वर्चुअली समिट करने का फैसला किया था। 2018 में यूरोपियन यूनियन भारत से सबसे बड़ा ट्रेडिंग पार्टनर था। 2018-19 में दोनों पक्षों के बीच 115.6 बिलियन डॉलर का कारोबार हुआ था। इसमें भारत का 57.17 बिलियन डॉलर का निर्यात और 58.42 बिलियन डॉलर का आयात शामिल था।2000 में हुई थी शुरुआतज्वाइंट स्टेटमेंट में कहा गया कि भारत और यूरोपियन यूनियन की समिट साल 2000 में शुरू हुई थी। दोनों इस बात को मानते हैं कि दुनिया की 2 लोकतांत्रिक शक्तियों के हित एक समान हैं। यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल के निमंत्रण पर मोदी ने वर्चुअली (ऑनलाइन) बैठक में हिस्सा लिया। ऐसी बैठक इससे पहले सिर्फ एक बार और हुई है। बैठक की मेजबानी पुर्तगाल के प्रधानमंत्री एंटोनियो कोस्टा ने की।
🕔 एजेंसी

09-05-2021-भारत और यूरोपियन यूनियन एक बार फिर संतुलित, महत्वाकांक्षी और व्यापक मुक्त व्यापार समझौते पर बातचीत के लिए तैयार हो गए हैं। इसके अलावा दोनों पक्ष स्टैंडअलोन इन्वेस्टमेंट...

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विधानसभा चुनाव और कुंभ मेले में प्रोटोकाल उल्लंघन पर कार्रवाई के लिए याचिका पर सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट

विधानसभा चुनाव और कुंभ मेले में प्रोटोकाल उल्लंघन पर कार्रवाई के लिए याचिका पर सुनवाई करेगा सुप्रीम कोर्ट155

👤09-05-2021-नई दिल्ली। कोरोना गाइड लाइंस के कड़ाई से पालन और विधानसभा चुनाव व कुंभ मेले के दौरान कोरोना प्रोटोकाल का उल्लंघन करने के दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर नोएडा के वकील संजय कुमार पाठक द्वारा दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सोमवार को सुनवाई करेगा। एडवोकेट पाठक द्वारा 16 अप्रैल को दायर की गई इस याचिका पर जस्टिस डा.धनंजय वाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय पीठ सुनवाई करेगी। इस पीठ में जस्टिस नागेश्वर राव और जस्टिस रवींद्र भट भी शामिल हैं। पाठक ने अपनी याचिका में शीर्ष अदालत से केंद्र सरकार और उत्तराखंड सरकार को हरिद्वार के कुंभ के लिए लोगों को आमंत्रित करने वाले सभी विज्ञापनों को वापस लेने का निर्देश देने की मांग की है। कोरोना महामारी के मद्देनजर उन्होंने यह भी मांग की कि केंद्र, उत्तराखंड सरकार और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) को जल्द से जल्द हरिद्वार शहर से भीड़ हटाने को कहा जाए। याचिकाकर्ता ने शीर्ष न्यायालय से चुनाव आयोग के लिए यह निर्देश भी मांगा कि जिन राज्यों में चुनाव है, वहां वह (निवार्चन आयोग) संबंधित अधिकारियों को निर्देश जारी कर कोरोना संबंधी दिशानिर्देशों को सख्ती से लागू कराए। साथ ही जो इन नियमों का पालन न करें उनके खिलाफ उचित कार्रवाई करें। हालांकि पांच राज्यों में चुनाव और कुंभ मेला दोनों ही संपन्न हो चुके हैं।
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

09-05-2021-नई दिल्ली। कोरोना गाइड लाइंस के कड़ाई से पालन और विधानसभा चुनाव व कुंभ मेले के दौरान कोरोना प्रोटोकाल का उल्लंघन करने के दोषियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर नोएडा के वकील...

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18 वर्ष से अधिक उम्र वालों में टीका लगवाने का लेकर उत्साह

18 वर्ष से अधिक उम्र वालों में टीका लगवाने का लेकर उत्साह684

👤09-05-2021-नई दिल्ली। कोरोना महामारी को मात देने के लिए टीकाकरण अभियान को एक बार फिर गति देने की कोशिश हो रही है। पहले रोजाना औसतन 30 लाख से ज्यादा टीके लगाए जा रहे थे, बीच में इनकी संख्या घटकर 15 लाख के आस पास आ गई थी। अब फिर इसमें तेजी आ रही है और रोजाना 20 लाख या उससे ज्यादा टीके लगाए जा रहे हैं। देश भर में अब तक कोरोना रोधी वैक्सीन की करीब 17 करोड़ डोज लगाई जा चुकी हैं।केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि रविवार सुबह तक मिले आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे के दौरान लाभार्थियों को वैक्सीन की 20,23,532 डोज लगाई गईं। इनमें से 8,37,695 लोगों को पहली और 11,85,837 लोगों को दूसरी डोज दी गईं। मंत्रालय के मुताबिक लाभार्थियों को अब तक कुल 16 करोड़ 94 लाख 39 ह जार 663 डोज दी जा चुकी हैं। इनमें से 18-44 आयु वर्ग के 17,84,869 लोगों को पहली डोज की गई हैं। वैक्सीन लगवाने को लेकर युवाओं में उत्साह दिख रहा है। नके अलावा 95.41 लाख स्वास्थ्यकर्मियों को पहली और 64.63 लाख को दूसरी, 1.39 करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स को पहली और 77.32 लाख को दूसरी डोज अब तक दी चुकी हैं। 45-60 आयुवर्ग के लोगों में 5.50 करोड़ पहली और 64.09 लाख दूसरी डोज लेने वाले शामिल हैं। जबकि, 60 साल से ज्यादा उम्र के 5.36 करोड़ लोगों को पहली और 1.48 करोड़ को अब तक दूसरी डोज भी लगाई जा चुकी हैं।
🕔 एजेंसी

09-05-2021-नई दिल्ली। कोरोना महामारी को मात देने के लिए टीकाकरण अभियान को एक बार फिर गति देने की कोशिश हो रही है। पहले रोजाना औसतन 30 लाख से ज्यादा टीके लगाए जा रहे थे, बीच में इनकी संख्या...

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एनआइए ने मुंबई से यूरेनियम जब्त होने की जांच संभाली, एटीएस ने दो लोगों को किया था गिरफ्तार

एनआइए ने मुंबई से यूरेनियम जब्त होने की जांच संभाली, एटीएस ने दो लोगों को किया था गिरफ्तार228

👤09-05-2021-नई दिल्ली । राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मुंबई में प्राकृतिक यूरेनियम जब्त होने के मामले की जांच संभाल ली है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर एजेंसी ने यह जांच अपने हाथ में ली है। महाराष्ट्र के आतंकवाद निरोधी दस्ते (ATS) ने पांच मई की रात को जिगर जयेश पांड्या और अबु ताहिर अफजल चौधरी नाम के दो लोगों को गिरफ्तार कर उनके पास से 7.1 किलोग्राम प्राकृतिक यूरेनियम जब्त किया था। इस यूरेनियम को महाराष्ट्र एटीएस ने वैज्ञानिक विश्लेषण के लिए भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र भेजा था।एनआइए के प्रवक्ता के मुताबिक एटीएस कालाचौकी पुलिस थाने में पहले दर्ज हुए मामले को गृह मंत्रालय के आदेश के मुताबिक एजेंसी ने रविवार को फिर से दर्ज किया। बता दें कि जब्त किए गए इस यूरेनियम की कीमत लगभग 21.30 करोड़ रुपये हैं। एटीएस के अनुसार, 14 फरवरी को पुलिस निरीक्षक संतोष भाष्कर को जानकारी मिली कि ठाणे का 27 वर्षीय जिगर जयेश पंड्या कथित तौर पर यूरेनियम को बेचने की कोशिश कर रहा है।इसके बाद भालेकर और अन्य एटीएस टीम पंड्या को पकड़ने में सफल रही। पांड्या ने खुलासा किया कि यह यूरेनियम उन्हें अबू ताहिर अफजल चौधरी ने दिया था। उत्तर-पूर्व मुंबई के मानखुर्द उपनगर से एपीआई प्रशांत सावंत और अन्य मानखुर्द पहुंचे, यहां से उन्होंने चौधरी को गिरफ्तार किया था।
🕔 एजेंसी

09-05-2021-नई दिल्ली । राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मुंबई में प्राकृतिक यूरेनियम जब्त होने के मामले की जांच संभाल ली है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर एजेंसी ने यह जांच अपने हाथ...

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ऑक्सीजन आपूर्ति सामान्य होने की ओर, बीस दिन में 4,511 टन की बढ़ोतरी

ऑक्सीजन आपूर्ति सामान्य होने की ओर, बीस दिन में 4,511 टन की बढ़ोतरी97

👤09-05-2021-नई दिल्ली। ऑक्सीजन की आपूर्ति लगभग सामान्य होने की ओर है। मात्र बीस दिन में देश में ऑक्सीजन की आपूर्ति में 4,511 टन की बढ़ोतरी हुई है। ऑक्सीजन के उत्पादन और ढुलाई क्षमता में बढ़ोतरी से यह संभव हो पाया है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, गत 15 अप्रैल को देश के विभिन्न अस्पतालों को 4,783 टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई जो गत पांच मई को 9,294 टन के स्तर पर पहुंच गई। सात मई को 8415 टन की आपूर्ति रही तो आठ मई को 8,900 टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई।ऑक्सीजन आपूर्ति की निगरानी कमेटी के मुताबिक लगभग 1,500 टन ऑक्सीजन रोजाना ट्रांजिट पर होती है या उसे अनलोड नहीं किया जा पाता। ऑक्सीजन सप्लाई के लिए गठित सशक्त समूह के अध्यक्ष गिरधर अरमाने ने आश्वासन दिया है कि हर जरूरतमंद मरीज को ऑक्सीजन मिलेगी। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले एक महीने में ऑक्सीजन के उत्पादन में प्रतिदिन 1,000 टन से अधिक की बढ़ोतरी हुई है। इस साल 21 अप्रैल को ऑक्सीजन का उत्पादन 8,419 टन का था जो गत छह मई को बढ़कर 9,446 टन हो गया। ऑक्सीजन उपलब्धता में बढ़ोतरी के लिए सरकार ने पिछले महीने 50,000 टन ऑक्सीजन आयात के लिए टेंडर निकाला था। इनमें से 5,800 टन ऑक्सीजन के आयात के लिए अंतिम आर्डर दे दिया गया है। कुछ आयातित ऑक्सीजन की डिलीवरी भी शुरू हो गई है। देश के कई पीएसयू भी ऑक्सीजन उत्पादन की क्षमता में बढ़ोतरी करने जा रहे हैं जिसके परिणाम अगले एक-दो महीने में दिखने लगेंगे। जरूरत के हिसाब से ऑक्सीजन की उचित आपूर्ति के लिए ऑक्सीजन ढोने वाले टैंकर की संख्या में बढ़ोतरी की गई ताकि रोजाना होने वाली ढुलाई की क्षमता बढ़ाई जा सके। आयात व घरेलू स्तर पर प्रयास के जरिए अब ऑक्सीजन की ढुलाई के लिए 1,681 टैंकर उपलब्ध हैं जिनकी क्षमता 23,000 टन की है।इनमें आयातित टैंकर से लेकर नाइट्रोजन व आर्गन के वे टैंकर भी शामिल हैं जिन्हें ऑक्सीजन ढुलाई के अनुरूप बनाया गया है। पिछले महीने ऑक्सीजन ढुलाई के लिए टैंकर उपलब्ध नहीं होने से भी ऑक्सीजन की आपूर्ति प्रभावित हो रही थी।
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

09-05-2021-नई दिल्ली। ऑक्सीजन की आपूर्ति लगभग सामान्य होने की ओर है। मात्र बीस दिन में देश में ऑक्सीजन की आपूर्ति में 4,511 टन की बढ़ोतरी हुई है। ऑक्सीजन के उत्पादन और ढुलाई क्षमता में...

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तालाब में पानी न होने से पशु-पक्षी बेहाल

तालाब में पानी न होने से पशु-पक्षी बेहाल807

👤09-05-2021-गुरौली : गर्मी धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल संकट गहराने लगा है। सब से अधिक समस्या मवेशियों को हो रही है। पालतू मवेशी तो किसी तरह पानी पा जाते हैं, लेकिन जंगली मवेशी पानी की तलाश में भटक रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र के अधिकांश तालाब सूख चुके हैं। ऐसे यह समस्या धीरे-धीरे विकराल होती जा रही है। इसके लिए हम सब ही जिम्मेदार हैं। जो तालाब पूरे साल पानी से भरे रहते थे। बारिश का पानी पर्याप्त मात्रा में तालाब में न पहुंचने से समस्या गंभीर हुई है। इससे जहां एक ओर जल संरक्षण प्रभावित होता है। वहीं दूसरी ओर मवेशियों को पानी के लिए परेशान होना पड़ रहा। ग्रामीण क्षेत्र की छोटी- छोटी जरूरतों को पूरा करने वाले तालाब जल संरक्षण के लिए बड़ा काम करते हैं। बारिश के दिनों में जो पानी बहकर नदी नालों के माध्यम से बरबाद हो जाता है। यह यदि तालाब में पहुंच जाए तो पूरे साल मवेशियों के साथ ही अन्य जरूरतों को पूरा करता है। ग्रामीण क्षेत्रों में लापरवाही के चलते बारिश का पानी तालाब में नहीं पहुंच पाता। इसके कारण यह पानी कुछ दिनों में ही सूख जाता है। इसके कारण गर्मी के दिनों में पेयजल संकट खड़ा हो जाता है। पालतू मवेशियों तो लोग पानी का इन्तजाम करते हैं, लेकिन जंगली मवेशियों के लिए तालाब का पानी की मुख्य स्त्रोत होता है। तालाब में पानी न होने के कारण इनको इधर-उधर भटकना पड़ता है। इतना ही नहीं कई बार तो मवेशी पानी की तलाश में गांव के निकट आ जाते हैं। जो इनके लिए बेहद घातक होता है। कौशांबी विकास खंड के बेरौचा के संतलाल, मनोज मिश्र, कमलेश, संदीप मिश्र, संजय, मदन, राजू का कहना है कि गांव के अधिकतर तालाबों में पानी नहीं है। इसकी वजह से मवेशियों व ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है। इसकी शिकायत एक पखवारा पूर्व तहसीलदार व लेखपाल से की थी। इसके बाद भी ध्यान नहीं दिया गया। तालाबों में पानी न होने से पशु-पक्षियों को पानी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ रहा है। उन्होंने इस ओर जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराते हुए तालाबों और पोखरों में पानी भरवाने की मांग की है।
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

09-05-2021-गुरौली : गर्मी धीरे-धीरे बढ़ती जा रही है। इसके साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल संकट गहराने लगा है। सब से अधिक समस्या मवेशियों को हो रही है। पालतू मवेशी तो किसी तरह पानी...

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बीस मिनट से ज्यादा रोका तो हर मिनट का पैसा ले रहे एंबुलेंस चालक, प्रशासन के रेट जारी होने के बाद भी मनमानी

बीस मिनट से ज्यादा रोका तो हर मिनट का पैसा ले रहे एंबुलेंस चालक, प्रशासन के रेट जारी होने के बाद भी मनमानी118

👤08-05-2021-लखनऊ। एंबुलेंस चालकों के किराये नई सूची जारी होने के बाद भी बहुत ज्यादा सुधार नहीं है। निजी एंबुलेंस चालक पहले तो कही भी चलने से मना कर दे रहे हैं। अगर दबाव बनाएंगे तो रेट सरकारी बताएंगे लेकिन दस मिनट ही अस्पताल में देंगे, इस दौरान मरीज को एंबुलेंस से उतारना होगा। इसके बाद हर दस मिनट का सौ रुपये मांग रहे हैं। तर्क है कि सरकार ने दूरी तय की है समय नहीं। जितनी देर में आपको अपना समय देंगे उतनी देर में दूसरा मरीज पहुंचाकर रोजी रोटी कमा लेंगे। कुल मिलाकर निजी एंबुलेंस चालकों के स्वर बदल गए हैं। अब प्रशासन ने ऑक्सीजनयुक्त एंबुलेंस का किराया सिर्फ 1500 तय कर दिया। लोहिया अस्पताल के सामने खड़े वाहन संख्या यूपी 30 एटी 3025 के चालक सुरेश से जब लोहिया से केजीएमयू चलने की बात कही तो उसने दो टूक कहा कि अब तो सरकार ने एंबुलेंस चालकों के रेट तय कर दिए हैं। उतना ही पैसा लेंगे, लेकिन अस्पताल पहुंचने के बाद मरीज को तुरंत उतारना होगा। दस मिनट में गाड़ी खाली चाहिए। नहीं तो उसका पैसा अलग लूंगा। क्योंकि सरकार ने समय तो निश्चित नहीं किया। इसी तरह यूपी 32 एफएन 3993 के चालक अमित ने कहा कि बाराबंकी मेयो करीब सोलह किमी है, नियमानुसार जो पैसा बनता है, उसे ही लेंगे लेकिन रास्ते में रुकेंगे नहीं और अस्पताल में पहले से स्ट्रेचर की व्यवस्था फोन पर कर लो। अगर वहां से दूसरे अस्पताल चलने के लिए कहेंगे तो वहां से सरकारी रेट नहीं मेरा रेट लागू होगा। चलना हो तो बताए, नहीं तो आगे अन्य साथियों से बात करे। राम मनोहर लोहिया अस्पताल के सामने खड़े एंबुलेंस चालकों में एंबुलेंस रेट तय होने का भय तो है लेकिन अब ज्यादा पैसा लेने के लिए दबाव बना रहे हैं कि अस्पताल पहुंचते ही गाड़ी फिजूल में खड़ी नहीं होगी, उसका पैसा अलग से देना होगा वह भी हर दस मिनट का सौ रुपये, अगर गाड़ी तीस मिनट स्ट्रेचर व पचाZ बनवाने के लिए तीस मिनट खड़ी हो गई तो तीस सौ रुपये एंबुलेंस चालक को देना होगा।
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

08-05-2021-लखनऊ। एंबुलेंस चालकों के किराये नई सूची जारी होने के बाद भी बहुत ज्यादा सुधार नहीं है। निजी एंबुलेंस चालक पहले तो कही भी चलने से मना कर दे रहे हैं। अगर दबाव बनाएंगे तो रेट...

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सोशल मीडिया

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  • विश्व प्रसिद्ध देवा मेला एवं प्रदर्शनी का हुआ भव्य उदघाटन

    18-10-2024-


    डीएम की धर्मपत्नी ने फीता काटकर किया उदघाटन। 

    बाराबंकी। सूफी संत हाजी वारिस अली शाह के...

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  • अभिनव ने लगाया श्वेता पर बेटे को होटल में अकेला छोड़कर केप टाउन जाने का आरोप

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    पॉपुलर रियलिटी शो खतरों के खिलाड़ी के 11वें सीजन में श्वेता तिवारी भी हिस्सा लेने वाली हैं जिसके लिए एक्ट्रेस...

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  • पोखरे में मिली युवती की नग्‍न लाश, दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका

    30-04-2021-गोरखपुर। खजनी क्षेत्र के ग्राम पंचायत मऊधरमंगल के सिगरा पोखरे में शुक्रवार को एक युवती की नग्न लाश दिखने...

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  • रितिक रोशन और दीपिका पादुकोण की फाइटर होगी बॉलिवुड की सबसे महंगी फिल्म?

    20-01-2021-रितिक रोशन के बर्थडे (10 जनवरी) पर उनकी अपकमिंग फिल्म च्फाइटरज् का 30 सेकंड का टीजर रिलीज किया गया। इस फिल्म को लेकर...

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  • नोरा फतेही ने शेयर किया ग्लैमरस फोटोशूट का वीडियो, हुआ वायरल

    03-01-2021-नई दिल्लीl फिल्म एक्ट्रेस नोरा फतेही ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया हैl यह उनके हालिया फोटोशूट का वीडियो...

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