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रामधुन सुनाएगी बापू की स्मृति दीर्घा, काशी विद्यापीठ में स्मृतियां संरक्षित

रामधुन सुनाएगी बापू की स्मृति दीर्घा, काशी विद्यापीठ में स्मृतियां संरक्षित217

👤02-10-2020-वाराणसी । बापू की स्मृतियां आज भी काशी में विभिन्न स्थानों पर संग्रहित हैं। काशी में शिक्षा के लिए बापू का प्रयास आज भी महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के रूप में ज्ञान का उजाला फैला रहा है। वहीं मानविकी भवन के जिस कक्ष में महात्मा गांधी ठहरे थे, उसमें बापू का चरखा आज भी सुरक्षित रखा हुआ है। विद्यापीठ ने इस कक्ष को बापू स्मृति दीर्घा के रूप में विकसित किया है। इसमें उनकी स्मृतियां सहेजी गई हैं। शताब्दी वर्ष में विद्यापीठ बापू स्मृति दीर्घा को नया लुक देने के प्रयास में जुटा है। महात्मा गांधी की 150वीं जयंती वर्ष के समापन पर काशी विद्यापीठ प्रशासन ने मानविकी संकाय स्थित बापू स्मृति दीर्घा आमजनों के लिए खोल दिया है। अब कोई बाहरी व्यक्ति भी बापू स्मृति दीर्घा को देख सकता है, वह भी बिल्कुल मुफ्त। गांधी ने क्या-क्या प्रयास किए, किस-किसको पत्र लिखा, किसने दीक्षांत भाषण दिया, उससे जुड़े अभिलेखों के साथ ही कई दुर्लभ तस्वीरें भी यहां देखने को मिल जाएंगी। बापू स्मृति दीर्घा को नया लुक देने की कुलपति प्रो. टीएन ङ्क्षसह ने पहल की। इस क्रम में महात्मा गांधी से जुड़े दुर्लभ चित्रों व पत्रों को लेमिनेशन कराकर नए फ्रेम में लगाया गया है ताकि दुर्लभ चित्र व पत्र खराब न हों। शीशम की लकड़ी का नया चरखा भी बनवाया गया। दक्ष कलाकारों से महात्मा गांधी की बाल्यावस्था से लगायत अंत समय तक की 17 पेंटिंग बनवाई गई हैं। इसके अलावा रामधुन के लिए स्पीकर सहित अन्य उपकरण भी क्रय किए जा चुके हैं ताकि कक्ष में प्रवेश करते ही आगंतुकों के कान में रामधुन घुल जाए। वहीं अब विशेष अवसरों के स्थान पर समय-समय पर गीता पाठ, सर्वधर्म प्रार्थना व भजन-कीर्तन का आयोजन करने का निर्णय लिया गया है। काशी विद्यापीठ की स्थापना गांधी के असहयोग आंदोलन से प्रभावित होकर बाबू शिव प्रसाद गुप्ता और भगवान दास ने की थी। वहीं इसकी आधारशिला 10 फरवरी 1921 में महात्मा गांधी ने रखी थी। इसे देखते हुए वर्ष 1995 में विद्यापीठ ने नाम के आगे उनका भी नाम जोड़ा गया। ब्रिटिश भारत में यह पहला स्वदेशी विश्वविद्यालय था। बाद के दिनों में कुछ और प्रदेशों में भी शिक्षा की अलख जगाने के लिए इस तरह के विद्यापीठ स्थापित हुए।\r\nइस कक्ष में सात बार ठहरे थे बापू\r\nमहात्मा गांधी का काशी आगमन करीब 13 बार हुआ था। इसमें से सात बार वह काशी विद्यापीठ परिसर में ही ठहरे। मानविकी भवन के जिस कक्ष में महात्मा गांधी रुके थे उस कक्ष में काशी विद्यापीठ ने बापू स्मृति दीर्घा के नाम पर विकसित किया है।
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

02-10-2020-वाराणसी । बापू की स्मृतियां आज भी काशी में विभिन्न स्थानों पर संग्रहित हैं। काशी में शिक्षा के लिए बापू का प्रयास आज भी महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के रूप में ज्ञान का...

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उत्तर प्रदेश में पांच हफ्ते बाद 50 हजार से कम हुए कोविड-19 के एक्टिव केस

उत्तर प्रदेश में पांच हफ्ते बाद 50 हजार से कम हुए कोविड-19 के एक्टिव केस866

👤02-10-2020-लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की रफ्तार और तेज हो गई है। पांच हफ्ते बाद शुक्रवार को कोरोना के एक्टिव केस घटकर 50 हजार से कम हो गए हैं। अब वर्तमान में रोगियों की संख्या 49,112 है। बीते 25 अगस्त को प्रदेश में एक्टिव केस 49,575 थे। फिर इसके बाद मरीज तेजी से बढ़े और 17 सितंबर को सर्वाधिक 68,235 एक्टिव केस हो गए। मगर बीते 15 दिनों से लगातार नए मरीजों के मुकाबले स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण एक्टिव केस 28 फीसद कम हुए हैं। यानी इस बीच 19,123 रोगी घटे हैं। अब रिकवरी रेट बढ़कर 86.47 फीसद हो गया है। वर्तमान में कोरोना के 49,112 मरीजों में से 22,987 रोगी होम आइसोलेशन में अपना इलाज करवा रहे हैं। वहीं 3,656 रोगी प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करवा रहे हैं। बाकी रोगी कोविड-19 के सरकारी अस्पतालों में भर्ती हैं। स्वास्थ्य विभाग लगातार जांच और कांटेक्ट ट्रेसिंग को बढ़ाने पर जोर दे रहा है। अब तक प्रदेश में 12.81 करोड़ लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग की जा चुकी है। अभी तक प्रदेश में 1.04 करोड़ लोगों की कोरोना जांच की जा चुकी है।\r\n3,946 नए मरीज मिले, 5107 हुए स्वस्थ : उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को कोरोना वायरस से संक्रमित 3,946 नए रोगी मिले हैं। वहीं इससे अधिक 5,107 मरीज स्वस्थ हुए हैं। अब कुल मरीजों का आंकड़ा 4.07 लाख पहुंच गया है और इसमें से 3.51 लाख रोगी स्वस्थ हो चुके हैं। प्रदेश में अब तक 5,917 लोगों की जान यह खतरनाक वायरस ले चुका है।
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

02-10-2020-लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की रफ्तार और तेज हो गई है। पांच हफ्ते बाद शुक्रवार को कोरोना के एक्टिव केस घटकर 50 हजार से कम हो गए हैं।...

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उत्तर प्रदेश में पांच हफ्ते बाद 50 हजार से कम हुए कोविड-19 के एक्टिव केस

उत्तर प्रदेश में पांच हफ्ते बाद 50 हजार से कम हुए कोविड-19 के एक्टिव केस472

👤02-10-2020-लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की रफ्तार और तेज हो गई है। पांच हफ्ते बाद शुक्रवार को कोरोना के एक्टिव केस घटकर 50 हजार से कम हो गए हैं। अब वर्तमान में रोगियों की संख्या 49,112 है। बीते 25 अगस्त को प्रदेश में एक्टिव केस 49,575 थे। फिर इसके बाद मरीज तेजी से बढ़े और 17 सितंबर को सर्वाधिक 68,235 एक्टिव केस हो गए। मगर बीते 15 दिनों से लगातार नए मरीजों के मुकाबले स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या अधिक होने के कारण एक्टिव केस 28 फीसद कम हुए हैं। यानी इस बीच 19,123 रोगी घटे हैं। अब रिकवरी रेट बढ़कर 86.47 फीसद हो गया है। वर्तमान में कोरोना के 49,112 मरीजों में से 22,987 रोगी होम आइसोलेशन में अपना इलाज करवा रहे हैं। वहीं 3,656 रोगी प्राइवेट अस्पतालों में इलाज करवा रहे हैं। बाकी रोगी कोविड-19 के सरकारी अस्पतालों में भर्ती हैं। स्वास्थ्य विभाग लगातार जांच और कांटेक्ट ट्रेसिंग को बढ़ाने पर जोर दे रहा है। अब तक प्रदेश में 12.81 करोड़ लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग की जा चुकी है। अभी तक प्रदेश में 1.04 करोड़ लोगों की कोरोना जांच की जा चुकी है।\r\n3,946 नए मरीज मिले, 5107 हुए स्वस्थ : उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को कोरोना वायरस से संक्रमित 3,946 नए रोगी मिले हैं। वहीं इससे अधिक 5,107 मरीज स्वस्थ हुए हैं। अब कुल मरीजों का आंकड़ा 4.07 लाख पहुंच गया है और इसमें से 3.51 लाख रोगी स्वस्थ हो चुके हैं। प्रदेश में अब तक 5,917 लोगों की जान यह खतरनाक वायरस ले चुका है।
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

02-10-2020-लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने की रफ्तार और तेज हो गई है। पांच हफ्ते बाद शुक्रवार को कोरोना के एक्टिव केस घटकर 50 हजार से कम हो गए हैं।...

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हाथरस पहुंचा तृणमूल कांग्रेस के सांसदों का प्रतिनिधिमंडल, धक्का-मुक्की में गिरे डेरेक ओ ब्रायन

हाथरस पहुंचा तृणमूल कांग्रेस के सांसदों का प्रतिनिधिमंडल, धक्का-मुक्की में गिरे डेरेक ओ ब्रायन742

👤02-10-2020-हाथरस। हाथरस की बेटी गुड़िया के साथ अमानवीयता के बाद मौत के प्रकरण से देश में उबाल है। हाथरस जिला प्रशासन ने गांव को छावनी में बदल दिया है। इसी दौरान शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन के साथ गांव में जाने का प्रयास किया। उनको रोकने के दौरान उनके साथ धक्का-मुक्की की गई। जिसमें वह जमीन पर गिर गए। हाथरस में मीडिया कर्मी भी धरने पर बैठे हैं। तृणमूल नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि हम सांसद डेरेक ओ ब्रायन, काकोली घोष दस्तीदार व प्रतिमा मोंडल के साथ पूर्व सांसद ममता ठाकुर 200 किलोमीटर किमी दूर दिल्ली से आए थे। हम शांति से हाथरस की ओर बढ़ रहे हैं पीडि़त परिवार से मिलकर अपनी सांत्वना देने जा रहे हैं। हम अलग-अलग यात्रा कर रहे हैं और सभी प्रोटोकॉल का पालन कर रहे हैं। हमने कोई हथियार नहीं लिए हैं। इसके बाद भी हमें रोका क्यों गया है,यह समझ से परे है। हमारे साथ धक्का-मुक्की क्यों की गई, इसका जवाब देने वाला कोई नहीं हैं। उत्तर प्रदेश में तो बड़ी अराजकता है। पुलिस के रोके जाने और धक्का-मुक्की के बाद टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन की अगुवाई में बाकी सांसद धरने पर बैठ गए हैं। इस बीच पुलिस ने गांव के बाहर पहरे को और सख्त कर दिया है। पीड़िता के गांव में विपक्ष के नेताओं समेत मीडिया के लिए भी नो एंट्री है। शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के नेताओं ने पीडि़त के गांव पहुंचने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने गांव के बाहर ही रोक दिया। इस दौरान टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन को धक्के मारकर जमीन पर गिरा दिया। तृणमूल की नेता ममता ठाकुर ने कहा कि महिला पुलिसकर्मियों ने हमारे ब्लाउज खींचे और हमारी सांसद प्रतिमा मंडल पर लाठीचार्ज किया, वह भी नीचे गिर गईं। फीमेल पुलिस के होते हुए मेल पुलिस ने हमारी सांसद को छूआ। यह शर्म की बात है। डॉ. कालोली घोष दस्तीदार ने कहा कि डेरेक ओ ब्रायन पर हमला किया गया है। जिला प्रशासन ऐसा कैसे कर सकता है। हमले में ब्रायन घायल भी हैं। इससे नाराज प्रतिनिधि मंडल में जमकर नारेबाजी की। उनको अधिकारी रोकने लगे तो इन सभी ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर तानाशाही का आरोप लगाने के साथ धरने पर बैठने की चेतावनी दी है।  तृणमूल कांग्रेस का एक प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को हाथरस के बूलगढ़ी गांव जाने के प्रयास में था। जिला प्रशासन की टीम ने इनको रोकने का प्रयास किया। जिसमें राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन के साथ प्रशिक्षु आइएएस अधिकारी पीपी मीणा ने धक्का-मुक्की की। जिससे वह जमीन पर गिर पड़े। इसके बाद हंगामा होने लगा। तृणमूल कांग्रेस के सांसदों का चार सदस्यीय दल हाथरस आया है। यह सभी लोग हाथरस में पीड़िता के परिवार से मिलने जा रहे थे। डेरेक ओ ब्रायन हाथरस बॉर्डर पर धक्का मुक्की में नीचे गिरे। इस दौरान प्रतिभा मंडल ने पुलिस पर अभद्रता करने का आरोप लगाया है। सांसद डॉ काकोली घोष, प्रतिभा मंडल और ममता ठाकुर पीड़िता के गांव नहीं जाने दिया गया।
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

02-10-2020-हाथरस। हाथरस की बेटी गुड़िया के साथ अमानवीयता के बाद मौत के प्रकरण से देश में उबाल है। हाथरस जिला प्रशासन ने गांव को छावनी में बदल दिया है। इसी दौरान शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस...

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हाथरस केस में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई, एसपी समेत पांच पुलिसकर्मी निलंबित

हाथरस केस में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की बड़ी कार्रवाई, एसपी समेत पांच पुलिसकर्मी निलंबित102

👤02-10-2020-लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने हाथरस में मृत युवती के मामले में लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई करते हुए हाथरस के एसपी विक्रांत वीर समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। हाथरस केस के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआइटी) की प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह फैसला किया है। इसके साथ ही वादी और प्रतिवादी सभी लोगों के पॉलीग्राफ और नार्को टेस्ट भी कराए जाएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्राथमिक जांच रिपोर्ट के आधार पर मौजूदा एसपी विक्रांत वीर, डीएसपी राम शब्द, प्रभारी निरीक्षक दिनेश कुमार वर्मा, वरिष्ठ उप निरीक्षक जगवीर सिंह और हेड मुहर्रिर महेश पाल के खिलाफ कार्रवाई करते हुए निलंबित करने का निर्देश दिया है। एसपी विक्रांत वीर की जगह एसपी शामली विनीत जायसवाल को हाथरस का नया एसपी नियुक्त किया गया है। नित्यानंद राय को शामली का एसपी बनाया गया है। नित्यानंद रायबरेली में एडीशनल एसपी के पद पर कार्यरत थे। इससे पहले हाथरस की घटना को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा कि उत्तर प्रदेश में माताओं-बहनों के सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने का विचार मात्र रखने वालों का समूल नाश सुनिश्चित है। उन्होंने कहा, इन्हें ऐसा दंड मिलेगा जो भविष्य में उदाहरण प्रस्तुत करेगा। आपकी उत्तर प्रदेश सरकार प्रत्येक माता-बहन की सुरक्षा व विकास हेतु संकल्पबद्ध है। यह हमारा संकल्प है-वचन है। बता दें कि उत्तर प्रदेश के हाथरस की हृदय विदारक घटना के बाद सरकार भी तेजी से हरकत में आ गई है। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मामले की जांच के साथ ही पीड़ित परिवार को न्याय और मदद की जिम्मेदारी हाथ में ली है। उन्होंने पीड़ित परिवार से बात कर हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया है। परिवार को 25 लाख रुपये, एक सरकारी नौकरी और शहर में घर देने की घोषणा की है। बता दें कि हाथरस के चंदपा क्षेत्र में 14 सितंबर को 19 वर्षीय अनुसूचित जाति की युवती पर उस समय जानलेवा हमला हुआ था, जब वह मां के साथ खेत में चारा लेने गई थी। मां की तहरीर पर पुलिस ने गांव के ही चार आरोपितों के खिलाफ जानलेवा हमला और एससी-एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया। बाद में बयान के अधार दुष्कर्म की भी धारा जोड़ी गई। हालांकि पुलिस का दावा है कि फोरेंसिक रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि नहीं हुई है। पुलिस इस मामले में चारों आरोपितों को जेल भेज चुकी है।
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

02-10-2020-लखनऊ। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने हाथरस में मृत युवती के मामले में लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई करते हुए हाथरस के एसपी विक्रांत वीर समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर...

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इलाहाबाद हाई कोर्ट हाथरस की घटना पर सख्त, स्वत: संज्ञान लेकर यूपी सरकार के शीर्ष अफसरों को किया तलब

इलाहाबाद हाई कोर्ट हाथरस की घटना पर सख्त, स्वत: संज्ञान लेकर यूपी सरकार के शीर्ष अफसरों को किया तलब167

👤01-10-2020-लखनऊ। इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ पीठ ने हाथरस दुष्कर्म कांड को गंभीरता से लेते हुए स्वत: संज्ञान लिया है। कोर्ट ने गुरुवार को घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए यूपी सरकार, शासन के शीर्ष अधिकारियों और हाथरस के डीएम व एसपी को नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने पीड़िता के साथ हाथरस पुलिस के बर्बर, क्रूर और अमानवीय व्यवहार पर राज्य सरकार से भी प्रतिक्रिया मांगी है। पीठ इस मामले की सुनवाई 12 अक्टूबर को करेगी। न्यायमूर्ति राजन रॉय और न्यायमूर्ति जसप्रीत सिंह की पीठ इस मुद्दे को स्वत: संज्ञान लेते हुए यह आदेश दिया है। इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ पीठ ने हाथरस की घटना पर बहुत सख्त निर्देश देते हुए हाथरस पुलिस और प्रशासन के कृत्य पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। हाई कोर्ट ने इस घटना पर राज्य सरकार से भी प्रतिक्रिया मांगी है। इसके साथ ही प्रमुख सचिव गृह, डीजीपी, एडीजी कानून और व्यवस्था, हाथरस डीएम और एसपी को नोटिस जारी कर उन्हें अगली सुनवाई पर तलब किया गया है। बता दें कि 14 सितंबर को उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र के एक गांव में 19 वर्षीय लड़की के साथ क्रूरता की गई। इसके बाद पहले उसे अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया और सोमवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में शिफ्ट किया गया, जहां पर उसने मंगलवार को दम तोड़ दिया।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर हाथरस दुष्कर्म मामले में सचिव गृह भगवान स्वरूप की अध्यक्षता में गठित तीन सदस्यीय एसआइटी जांच कर रही है। एसआइटी पुलिस भूमिका की भी जांच करेगी। एसआइटी में महिला अधिकारी एसपी पूनम भी शामिल हैं। हाथरस की घटना को लेकर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री से वार्ता कर दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई किए जाने की बात कही थी। 



🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

01-10-2020-लखनऊ। इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ पीठ ने हाथरस दुष्कर्म कांड को गंभीरता से लेते हुए स्वत: संज्ञान लिया है। कोर्ट ने गुरुवार को घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए यूपी सरकार,...

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बलरामपुर गैंगरेप पीड़िता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट: डॉक्टरों की भी कांप गई रूह इतनी हुई थी हैवानियत

बलरामपुर गैंगरेप पीड़िता की पोस्टमार्टम रिपोर्ट: डॉक्टरों की भी कांप गई रूह इतनी हुई थी हैवानियत404

👤01-10-2020-बलरामपुर । गैंगरेप पीड़िता छात्रा की मौत आंत फटने से हुई है। दुष्कर्म की पुष्टि के बाद छात्रा का स्पर्म जांच के लिए भेजा गया है। अनुसूचित जनजाति छात्रा की मां को डीएम ने छह लाख 18 हजार 750 रुपए का चेक अहेतुक सहायता के रूप में दिया है। घटना में अन्य लोगों के शामिल होने के आरोप की जांच पुलिस कर रही है। बुधवार देर रात परिजनों ने पुलिस की मौजूदगी में छात्रा की अंत्येष्ठि कर दी। मौके पर पुलिस बल तैनात है। स्थानीय कोतवाली क्षेत्र निवासिनी 22 वर्षीय छात्रा मंगलवार सुबह दस बजे घर से करीब दो किलोमीटर दूर बिमला विक्रम डिग्री कॉलेज में बीकॉम प्रथम वर्ष में दाखिला कराने गई थी। आरोप है कि गैसड़ी बाजार निवासी साहिद (23) पुत्र हबीब व साहिल (16) पुत्र हमीदुल्ला उसे अगवाकर अपने घर ले गए थे। वहां दोनों ने उसके साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया। छात्रा की हालत बिगड़ी तो प्राइवेट डॉक्टर बुलाकर उसका घर पर इलाज कराया। देर शाम छात्रा को रिक्शे पर बैठा कर उसके घर भेज दिया। परिजन उसे तुलसीपुर सीएचसी ले जा रहे थे लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। घटना के बाद पुलिस आंख बंद किए बैठी रही। स्टमार्टम के लिए तीन चिकित्सकों का पैनल बनाया गया। सीएमओ डा. घनश्याम सिंह स्वयं भी मौजूद रहे। बुधवार देर रात पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई जिसमें गैंग रेप की पुष्टि हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण आंत का फटना बताया गया है। छात्रा के शरीर में कई जगह हरे रंग के स्पॉट मिले। चिकित्सकों के मुताबिक आंत में अत्यधिक रक्त जमा होने से शरीर पर यह निशान उभरे हैं। डीएम कृष्णा करुणेश ने बताया कि छात्रा के शरीर पर कहीं भी चोट के निशान नहीं मिले हैं। पुलिस ने देर रात केस दर्ज कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

डीएम ने छात्रा की मां को दी अहेतुक सहायता\r\nदेर रात छात्रा का शव परिजनों को सौंप दिया गया। उनकी सहमति पर रात में ही उसकी अंत्येष्ठि कर दी गई। लोगों का आक्रोश देखते हुए अंत्येष्ठि स्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल लगाई गई थी। काफी संख्या में लोग अंत्येष्ठि में शामिल हुए। गुरुवार सुबह सात बजे डीएम कृष्णा करुणेश, एसपी देवरंजन वर्मा, शक्तिपीठ देवीपाटन मंदिर के महंत मिथलेश नाथ योगी, तुलसीपुर एसडीएम विनोद कुमार सिंह कलहंस पीड़िता के घर पहुंच गए। डीएम ने पीड़िता की मां को अहेतुक सहायता के रूप में चेक दिया। लेखपाल से कहा कि जमीन ढूढकर मां के नाम पट्टा बनवाएं।
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

01-10-2020-बलरामपुर । गैंगरेप पीड़िता छात्रा की मौत आंत फटने से हुई है। दुष्कर्म की पुष्टि के बाद छात्रा का स्पर्म जांच के लिए भेजा गया है। अनुसूचित जनजाति छात्रा की मां को डीएम ने छह...

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योगी आदित्यनाथ को गोरखपुर मठ भेजें- मायावती

योगी आदित्यनाथ को गोरखपुर मठ भेजें- मायावती3

👤01-10-2020- \r\nलखनऊ। उत्तर प्रदेश में हाथरस के साथ ही बलरामपुर में सामूहिक दुष्कर्म के पीडि़ताओं की हत्या के मामले में बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने गुरुवार को बड़ा बयान दिया। मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश की जनता की उम्मीदों पर खरा न उतरने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को तत्काल इस्तीफा ने देना चाहिए। इसके साथ ही केंद्र सरकार से यहां पर राष्ट्रपति शासन पर विचार करना चाहिए। बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने कहा कि आज मैं सुबह 10:30 पर बेहद आहत होने के बाद ही मीडिया के सामने आई हूं। मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार आने के बाद लोगों की उम्मीद थी कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था काफी सुधरेगी। जनता ने इसी आधार पर प्रदेश को नया नेतृत्व दिया था। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद भी बहन-बेटियों की सुरक्षा पर कोई खास असर नहीं पड़ा। उलटे उनके खिलाफ अपराध बढ़ने ही लगे। प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को इस मामले में बेहद गंभीर होना चाहिए था, लेकिन वह तो फेल साबित हो रहे हैं।  
मायावती ने कहा कि हाथरस की घटना के बाद मुझे ऐसा लग रहा था कि शायद उत्तर प्रदेश की सरकार कुछ हरकत में आएगी। यूपी के मनचले लोग जो बहन-बेटियों का उत्पीडऩ कर रहे हैं, उन पर अंकुश लगाएगी, पर ऐसा नहीं हुआ। सुबह मैंने बलरामपुर की एक घटना न्यूज में देखी जिसने मुझे झकझोर कर रख दिया। उत्तर प्रदेश में वर्तमान भाजपा सरकार में कानून का नहीं बल्कि गुंडों, बदमाशों, माफियाओं, बलात्कारियों एवं अन्य अराजकतत्वों का राज चल रहा है। यहां की कानून व्यवस्था पूरी तरह से दम तोड़ चुकी है। खासकर इस सरकार में यहां की बहन-बेटियां बिलकुल सुरक्षित नहीं है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि सीएम योगी आदित्यनाथ को हटाकर किसी अन्य को मुख्यमंत्री बनाया जाए। हाथरस के बाद बलरामपुर में हुई 22 वर्षीय छात्र के साथ हैवानियत पर पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कहा कि अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उत्तर प्रदेश नहीं संभल रहा है। उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि उत्तर प्रदेश से योगी आदित्यनाथ को हटाकर किसी अन्य को मुख्यमंत्री बनाया जाए। मायावती यहीं नहीं रुकीं उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार तुरंत हस्तक्षेप करे और योगी आदित्यनाथ को वापस गोरखपुर मठ में भेजे। केंद्र सरकार अब तो तुरंत हस्तक्षेप करे और योगी आदित्यनाथ को वापस मठ में भेजे। अगर उन्हेंं मंदिर पसंद नहीं है, तो उन्हेंं राम मंदिर निर्माण का काम सौंपा जाना चाहिए।  मायावती यहीं नहीं रुकीं उन्होंने कहा कि उन्हेंं खुद इस्तीफा दे देना चाहिए। आरएसएस के दबाव में भाजपा ने योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री तो बना दिया, लेकिन अब उनसे प्रदेश नहीं संभल रहा है। प्रदेश में गुंडों और बलात्कारियों का राज है। आज बहन बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। मायावती ने कहा कि हाथरस तथा बलरामपुर के साथ ही आजमगढ़ व फतेहपुर में भी महिलाओं के साथ अपराध की घटनाओं पर भी सरकार कुछ नहीं कर पा रही है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ जी आपने भी महिला के पेट से जन्म लिया है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में दलित मां-बेटी के साथ लगातार अपराध बढ़ते ही जा रहे हैं। हाथरस व बलरामपुर की लगातार घटना के बाद किसी को सरकारी नौकरी, प्लाट व आर्थिक मदद देना इसका कोई निदान नहीं है। हाथरस व बलरामपुर में दलित परिवार की बेटियों के साथ सामूहिक दुष्कर्म व हत्या की घटना पर केंद्र सरकार को उत्तर प्रदेश पर गंभीर हो जाना चाहिए। बेहतर होगा यहां पर राष्ट्रपति शासन लगाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इन मामलों में भाजपा के केंद्र नेतृत्व को उत्तर प्रदेश के नेतृत्व को शीघ्र बदलने पर विचार करना चाहिए। मायावती ने कहा कि भाजपा ने आरएसएस के दबाव में योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश का नेतृत्व सौंपा, लेकिन अब तो भाजपा को आरएसएस के बड़े दबाव से हटना होना चाहिए। योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश को संभाल नही पा रहे है,उन्हें गोरखपुर मठ भेज दिया जाए वहाँ जगह न हो तो उन्हें अयोध्या भेज दिया जाए। मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार नहीं चला पा रहे हैं, यहां काबिल इंसान सीएम बनाया जाए। उत्तर प्रदेश में जंगलराज है। हाथरस के पीड़ित परिवार को उनकी बेटी व बहन का अंतिम दर्शन नहीं करने दिया, यह जंगलराज नहीं है तो क्या है। मायावती ने कहा कि अब तो उत्तर प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई के नाम पर खानापूर्ति हो रही है। यहां आए दिन मकान तोड़े जा रहे हैं। साफ लग रहा है कि मकान तोड़ने में ईमानदारी कम, मकान तोड़ने में राजनीतिक स्वार्थ अधिक है। किसी भी सरकार को अपराध के खिलाफ किसी भी मामले में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर काम करना चाहिए। उत्तर प्रदेश में तो कानून व्यवस्था खत्म हो गई है, अब तो यूपी में माफिया तथा अपराधियों का राज है।
🕔tanveer ahmad

01-10-2020- \r\nलखनऊ। उत्तर प्रदेश में हाथरस के साथ ही बलरामपुर में सामूहिक दुष्कर्म के पीडि़ताओं की हत्या के मामले में बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने गुरुवार को बड़ा बयान...

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आप के नेता संजय सिंह का तंज: योगी आदित्यनाथ के राज में आस्था के केंद्र भी सुरक्षित नहीं

आप के नेता संजय सिंह का तंज: योगी आदित्यनाथ के राज में आस्था के केंद्र भी सुरक्षित नहीं552

👤28-09-2020-लखनऊ,।  आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने लखनऊ में पुजारी की पत्नी की मंदिर प्रांगण में हत्या को बेहद ही कष्टदायक बताया है। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गोद लिए गांव में शिव मंदिर पुजारी के पत्नी की हत्या और लूट में शामिल लोगों की संजय सिंह ने जल्द गिरफ्तारी के साथ पीडि़त परिवार को 50 लाख मुवावजा तथा शीघ्र न्याय देने की मांग की।\r\nलखनऊ के बंथरा थाना क्षेत्र के बैती में मंदिर के पुजारी की पत्नी की निर्मम हत्या और लूट के मामले की जानकारी पर आदमी पार्टी के सांसद और उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह ने गांव पहुंच पीड़ित परिवार से मुलाकात की। शोक संवेदना प्रकट की। यहां पर संजय सिंह ने जघन्य हत्या व लूट में शामिल आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी के साथ परिवार को जल्द से जल्द न्याय दिलाए जाने की मांग की।\r\nसंजय सिंह ने कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार के कार्यकाल में उत्तर प्रदेश में अब आस्था के केंद्र भी अब सुरक्षित नहीं हैं। बंथरा के बैती गांव में गोपेश्वर मंदिर पौराणिक शिव मंदिर है। इतना ही नहीं केंद्र सरकार में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस गांव को गोद लिया था। सांसद आदर्श गांव के रूप में विकसित किया जाना था। यहां तो आसपास के क्षेत्र के लोग ही नहीं दूरदराज के लोग दर्शन पूजन करने आते हैं। इस पौराणिक शिव मंदिर में कुछ ही समय में लगातार चोरी की घटनाएं हुई। कभी चोर मंदिर से गेहूं उठा ले गए तो कभी सरसों। हद तो यह हो गई कि योगी आदित्यनाथ सरकार की पुलिस की लापरवाही के चलते बदमाशों ने धावा बोल मंदिर के पुजारी दीप नारायण की पत्नी दीपिका त्रिवेदी की जघन्य हत्या कर दी।
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

28-09-2020-लखनऊ,।  आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने लखनऊ में पुजारी की पत्नी की मंदिर प्रांगण में हत्या को बेहद ही कष्टदायक बताया है। देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह...

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समाजसेविको ने अस्पताल में बाटे फल

समाजसेविको ने अस्पताल में बाटे फल881

👤28-09-2020- \r\nत्रिवेदीगंज/ बाराबंकी। स्वास्थ अधीक्षक डाक्टर महमूद खान की अगुवाई में युवा समाजसेवी कुरियानी गाँव निवासी हर्ष वर्धन सिंह ने अपने जन्मदिवस पर अस्पताल में भर्ती चार दर्जन से अधिक मरीजों और तीमारदारों को फल वितरित किया समाजसेवी हर्ष वर्धन सिंह ने कहा गरीबो की सेवा का अवसर मानव जीवन मे बड़े ही भाग्यशाली लोगो को प्राप्त होता है । प्रत्येक व्यक्ति को गाँवों में रहने वाले गरीब व्यक्तियों की मदद करने के लिए आगे आना चाहिए । स्वास्थ्य अधीक्षक श्री खान ने हर्ष वर्धन सिंह की जमकर सराहना करते हुए कहा कि ऐसी युवा सोच समाज को नई दिशा प्रदान करेगी ।इस अवसर पर सपा नेता सत्यम सिंह , अमरेंद्र प्रताप सिंह , सूरज ,माधवेन्द्र शाह सिंह ,  अभय प्रताप सिंह , अतुल सिंह समेत बड़ी संख्या में युवा साथी उपस्थित रहे ।
🕔tanveer ahmad

28-09-2020- \r\nत्रिवेदीगंज/ बाराबंकी। स्वास्थ अधीक्षक डाक्टर महमूद खान की अगुवाई में युवा समाजसेवी कुरियानी गाँव निवासी हर्ष वर्धन सिंह ने अपने जन्मदिवस पर अस्पताल में भर्ती चार...

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