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भड़काऊ पोस्ट देख यूसुफ ने अपनाई आतंक की राह, जकात के पैसों से खरीदा विस्फोट का सामान

भड़काऊ पोस्ट देख यूसुफ ने अपनाई आतंक की राह, जकात के पैसों से खरीदा विस्फोट का सामान720

👤25-08-2020-लखनऊ । सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट देखकर मुस्तकीम उर्फ अबू यूसुफ आतंक की राह पर बढ़ निकला और दिल्ली को दहलाने की योजना बना डाली। पुलिस के मुताबिक अबू यूसुफ उर्फ मुस्तकीम ने कबूल किया है कि सऊदी में रहने वाले उसके मामा ने ईद में 40 हजार रुपये जकात के नाम पर भेजे थे। उसी पैसे से घर में विस्फोटक जमा किए और आत्मघाती जैकेट बनाया। आत्मघाती जैकेट बनाने के बाद उसे डर लगने लगा था। कोरोना संक्रमण काल में जब पुलिसकर्मी उसके गांव की तरफ आते दिखते थे तो वह छिपने का प्रयास करता था। गांव के कब्रिस्तान में विस्फोट के बारे में बताया कि उसने पहली बार बम बनाया था, जिसका परीक्षण वहां किया था। बीते शुक्रवार को वह घर से ही विस्फोटक की खेप लेकर निकला था। पुलिक के मुताबिक सिद्धार्थनगर जिले के ढेबुरूवा गांव पर भी जांच एजेंसियों की निगाहें हैं। यहां उसकी रिश्तेदारी है। वह अक्सर अपने रिश्तेदार के यहां आता-जाता रहता था।\r\nपुलिस लगाएगी नव धनाढ्यों का पता : मुस्तकीम उर्फ अबू यूसुफ के पकड़े जाने के बाद खुफिया एजेंसियों और पुलिस की नजरें इलाके के नव धनाढ्यों पर टिक गई हैं। जिले में तेजी से अमीर बनने वाले लोगों की लंबी फेहरिस्त है। आयकर विभाग ने 25 नव धनाढ्यों की सूची तैयार की थी, लेकिन छापेमारी नहीं शुरू की। उतरौला कोतवाली क्षेत्र के 20 हजार लोग कुवैत, ईरान, मस्कट, सऊदी अरब व पाकिस्तान में नौकरी कर रहे हैं। पुलिस की निगाहें इन पर टिकी हैं। इनका ब्योरा जुटाया जाएगा।\r\nखुफिया एजेंसियों की टीम गठित : अभी तक एलआईयू नव धनाढ्य लोगों का सत्यापन करती थी, जिसकी रिपोर्ट आयकर विभाग को भेज दी जाती थी। अब पुलिस टीम को जिम्मेदारी दी गई है। पचपेड़वा, गैंसड़ी, तुलसीपुर व हरैया क्षेत्र के करीब 50 से अधिक लोग ऐसे हैं जिनके पास थोड़ा समय पहले तक कुछ नहीं था लेकिन, आज उनके पास लग्जरी गाड़ियां व पक्के मकान समेत कई शान-ओ-शौकत की वस्तुएं मौजूद हैं। एसपी देवरंजन वर्मा के अनुसार बीट पुलिस अधिकारी, एलआईयू व अन्य खुफिया एजेंसियों की टीम गठित की जा चुकी है। ये टीमें तेजी से अमीर हुए लोगों की पूरी जानकारी जुटाएंगी।\r\nमदरसों पर भी प्रशासन की नजर, होगा सत्यापन : प्रशासन हर स्तर पर सतर्कता बरत रहा है। इसी कड़ी में जिले के मदरसों में हो रही गतिविधियों पर भी पुलिस ने नजरें गड़ा दी हैं। जिले में 614 मान्यता प्राप्त मदरसे हैं। दिल्ली पुलिस व यूपी एटीएस से मिले इनपुट के बाद स्थानीय पुलिस ने बैठक कर मदरसों के सत्यापन की रणनीति बनाई है। कई मदरसे तो कागजों में दर्ज भी नहीं हैं। मदरसों के सत्यापन के लिए पुलिस व एलआईयू की संयुक्त टीम का गठन किया गया है। अभी तक एलआईयू व अल्पसंख्यक विभाग मदरसों की जांच करता रहा है। पुलिस के अनुसार मदरसा संचालकों को होने वाली फंडिंग, अभिलेखों के सत्यापन व अध्ययनरत छात्र-छात्राओं सहित पूरा ब्योरा एकत्र किया जाएगा।
🕔tanveer ahmad

25-08-2020-लखनऊ । सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट देखकर मुस्तकीम उर्फ अबू यूसुफ आतंक की राह पर बढ़ निकला और दिल्ली को दहलाने की योजना बना डाली। पुलिस के मुताबिक अबू यूसुफ उर्फ मुस्तकीम...

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प्रयागराज में अपने रिश्तेदार के घर छुपी हीर खान गिरफ्तार, देवताओं पर की थी अभद्र टिप्पणी

प्रयागराज में अपने रिश्तेदार के घर छुपी हीर खान गिरफ्तार, देवताओं पर की थी अभद्र टिप्पणी37

👤25-08-2020-लखनऊ। सोशल मीडिया पर लम्बे समय से देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणी करने वाली हीर खान का समय पूरा हो गया। उसके खिलाफ आज लखनऊ में केस दर्ज किया गया था, जबकि पहले एक केस प्रयागराज में दर्ज था। प्रयागराज में पुलिस ने उसको गिरफ्तार किया है।  प्रयागराज में अपने एक रिश्तेदार के घर पर छुपी हीर खान को पुलिस ने ढूंढ निकाला। यूट्यूब पर लगातार देवी व देवताओं के खिलाफ टिप्पणी करने वाली हीर खान के खिलाफ प्रयागराज के साथ लखनऊ में भी केस दर्ज किया गया। इसके बाद से पुलिस को उसकी तलाश थी। उसे नूरूल्ला रोड से गिरफ्तार किया गया है। \r\nप्रयागराज में  यूट्यूब पर देवी-देवताओं का आपत्तिजनक वीडियो अपलोड करने पर केस \r\nयूट्यूब पर देवी-देवताओं को लेकर आपत्तिजनक वीडियो अपलोड करने के आरोपित हीर खान के खिलाफ प्रयागराज के खुल्दाबाद थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया। पुलिस का कहना है कि हीर खान नामक युवती ने कुछ दिन पहले यूट्यूब पर कुछ लोगों का नाम लेते हुए देवी-देवताओं का आपत्तिजनक वीडियो अपलोड किया था। जल्द ही युवती को ट्रेस कर गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस बीच इस मसले पर टि्वटर और सोशल मीडिया के दूसरे प्लेटफॉर्म पर तरह-तरह की टिप्पणी की जाती रही। हीर खान ने देवी-देवताओं के बारे में अशोभनीय भाषा का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया था। इस वीडियो में आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया है। सोशल मीडिया पर लंबे समय से देवी-देवताओं के बारे में अशोभनीय भाषा बोलने वाली हीर खान पर अब पुलिस का शिकंजा कसा है। पुलिस के खिलाफ भी बेहद आपत्तिजनक कमेंट करने वाली हीर खान के खिलाफ हजरतगंज कोतवाली में एफआइआर दर्ज हुई है।  हीर खान ने देवी-देवताओं के बारे में अशोभनीय भाषा का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया था। इस वीडियो में आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया गया है। इतना ही नहीं, वीडियो में वह खुद को इस्लाम का रक्षक बता रही है। उसने इस वीडियो में प्रदेश की पुलिस के खिलाफ भी बेहद आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग करने के साथ खुद को पकड़ के दिखाने की चुनौती पेश की है। यूट्यूबर हीर खान अचानक सुॢखयों में बनी हुई है। उसने यूट्यूब चैनल ब्लैक डे 5 अगस्त पर एक वीडियो अपलोड किया है, जो बेहद अमर्यादित और भड़काऊ है। इस वीडियो में हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी के साथ ही बेहद अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया है। वीडियो सामने आने के बाद अब उसकी गिरफ्तारी की मांग की जा रही है।
🕔tanveer ahmad

25-08-2020-लखनऊ। सोशल मीडिया पर लम्बे समय से देवी-देवताओं पर अभद्र टिप्पणी करने वाली हीर खान का समय पूरा हो गया। उसके खिलाफ आज लखनऊ में केस दर्ज किया गया था, जबकि पहले एक केस प्रयागराज...

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योगी सरकार का फैसला- यूपी में कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण छह माह टलेगा पंचायत चुनाव

योगी सरकार का फैसला- यूपी में कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण छह माह टलेगा पंचायत चुनाव117

👤25-08-2020-
\r\nलखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के मद्देनजर राज्य सरकार फिलहाल पंचायत चुनाव नहीं कराएगी। पंचायत चुनाव को छह माह तक टालने पर योगी सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। इस संबंध में सरकार जल्द ही फैसला कर राज्य निर्वाचन आयोग को अवगत कराएगी। दरअसल, मौजूदा पंचायतों का पांच वर्ष का कार्यकाल 25 दिसंबर को पूरा हो रहा है। समय से चुनावी प्रक्रिया पूरी करने के लिए राज्य निर्वाचन आयोग को सामान्यता छह माह चाहिए होते हैं। विशेष परिस्थितियों में आयोग न्यूनतम चार महीने में भी चुनाव करा सकता है। इस तरह से पंचायतों के समय से गठन के लिए अब तक चुनाव की तैयारियों शुरू हो जानी चाहिए थी लेकिन वैश्विक महामारी कोविड-19 के मद्देनजर सरकार ने अब तक आयोग को चुनाव कराने के संबंध में हरी झंडी नहीं दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सूचना सलाहकार मृत्युंजय कुमार का कहना है कि मौजूदा परिस्थितयों को देखते हुए सरकार फिलहाल पंचायत चुनाव स्थगित करने पर गंभीरता से विचार कर रही है। इस संबंध में जल्द ही उच्च स्तरीय निर्णय ले लिया जाएगा। मृत्युंजय कुमार के मुताबिक परिस्थितियां सामान्य होने की दशा में छह माह बाद पंचायत के चुनाव कराए जाएंगे। ऐसे में अगले वर्ष मई-जून तक पंचायत चुनाव टल सकते हैं। गौरतलब है कि पंचायत चुनाव के संबंध में राज्य निर्वाचन आयुक्त मनोज कुमार पिछले दिनों मुख्यमंत्री से मिले थे। मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद ही आयोग ने जिस तरह से पहली सितंबर से मतदाता सूची के वृहद पुनरीक्षण के जिलाधिकारियों (जिला निर्वाचन अधिकारी) को जारी आदेश को रद कर दिया था, उससे ही यह संकेत मिल गए थे कि पंचायत चुनाव टलना तय है। वैसे 25 दिसंबर से पहले चुनाव प्रक्रिया पूरी करने के लिए आयोग ने पूर्व में सरकार को अपनी ओर से दीपावली के बाद 16 नवंबर से 20 दिसंबर के दरमियान चुनाव प्रस्तावित किया था। उल्लेखनीय है कि क्षेत्र पंचायत का कार्यकाल अगले वर्ष 17 मार्च को और जिला पंचायत का कार्यकाल 13 जनवरी को समाप्त हो रहा है। \r\nकोर्ट में जा सकता है मामला : कोविड-19 के मद्देनजर सरकार भले ही पंचायत चुनाव को टाल रही है लेकिन समय से चुनाव कराने को लेकर मामला कोर्ट में जा सकता है। जानकारों का कहना है कि जब भारत निर्वाचन आयोग, कोविड के बावजूद बिहार विधानसभा के चुनाव कराने जा रहा है तब राज्य निर्वाचन आयोग क्यों नहीं पंचायत चुनाव करा सकता है। विपक्षी दल भी चुनाव टालने को लेकर सरकार को घेर सकती हैं।
🕔tanveer ahmad

25-08-2020-
\r\nलखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के मद्देनजर राज्य सरकार फिलहाल पंचायत चुनाव नहीं कराएगी। पंचायत चुनाव को छह माह तक टालने पर योगी सरकार गंभीरता से विचार कर रही है। इस संबंध...

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इंदौर के व्यापारियों को ठगने के आरोपितों के मददगार दो IPS अफसर निलंबित

इंदौर के व्यापारियों को ठगने के आरोपितों के मददगार दो IPS अफसर निलंबित437

👤24-08-2020-
लखनऊ। कोरोना वायरस के संक्रमण से लड़ाई के दौर में भी सीएम योगी आदित्यनाथ की एक और बड़ी मुहिम जारी है। भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी जंग में सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक और बड़ी कार्रवाई की है। उत्तर प्रदेश में पशुपालन घोटाला के आरोपित लोगों के मददगार दो आइपीएस अफसरों को सीएम योगी आदित्यनाथ ने निलंबित कर दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की मुहिम जारी है। उत्तर प्रदेश के पशुपालन विभाग में करोड़ों के टेंडर घोटाला के आरोपित जेल में हैं। अब इनके मददगारों की बारी है। घोटाला करने वालों के मददगार दो वरिष्ठ आइपीएस अफसरों को सीएम योगी आदित्यनाथ ने निलंबित कर दिया है। आइपीएस अफसर दिनेश चंद्र दुबे तथा अरविंद सेन को पशुपालन घोटाले में शामिल लोगों की मदद करने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। यह दोनों अधिकारी प्रदेश में डीआइजी के पद पर तैनात हैं। आईपीएस दिनेश चंद्र दुबे और अरविंद सेन पर वित्तीय अनियमितताओं के आरोप लगे थे, जिस पर कार्रवाई की गई है।  अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने इनके निलंबन की पुष्टि की है। दिनेश चंद्र दुबे डीआइजी रूल्स एंड मैन्युअल और अरविंद सेन डीआईजी पीएसी आगरा जोन के पद पर तैनात हैं। अरविंद सेन तत्कालीन एसपी सीबीसीआईडी थे। जिन पर आरोपितों के साथ मिलीभगत कर व्यापारी को धमकाने का आरोप है। एसटीएफ की जांच में यह तथ्य सामने आया है कि जेल में बंद एक आरोपित से दिनेश चंद्र दुबे ने टेलीफोन पर 144 बार बात की है। बार-बार हुई बातचीत के दौरान पैसों के लेनदेन की भी पुष्टि हुई है। इसी आरोप में उनको निलंबित किया गया।\r\nअभी कोई आरोप पत्र नहीं मिला : अरविंद सेन \r\nआगरा में तैनात डीआइजी पीएसी अरविंद सेन का कहना है कि अभी उन्हें कोई आरोप पत्र नहीं मिला है। यह 2018 का मामला बताया जा रहा है। जांच के दौरान भी उनसे किसी ने पक्ष नहीं जाना। निलंबन के मामले पर उन्होंने कोई भी टिप्पणी करने से इन्कार कर दिया।
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

24-08-2020-
लखनऊ। कोरोना वायरस के संक्रमण से लड़ाई के दौर में भी सीएम योगी आदित्यनाथ की एक और बड़ी मुहिम जारी है। भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी जंग में सीएम योगी आदित्यनाथ ने एक और बड़ी...

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यूपी-उत्तराखंड समेत कई राज्यों पर केजरीवाल की नजर, ये 4 मुद्दे बनेंगे सियासी हथियार

यूपी-उत्तराखंड समेत कई राज्यों पर केजरीवाल की नजर, ये 4 मुद्दे बनेंगे सियासी हथियार908

👤22-08-2020-नई दिल्ली ।  दिल्ली देश की राजधानी में लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने वाली आम आदमी पार्टी (AAP) की नजर अब देश के अन्य राज्यों पर भी है। इसमें फिलहाल पार्टी का पूरी तरह से उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में सियासी जमीन तलाशने में जुटी हुई है। इसके लिए विकास मॉडल के तौर पर दिल्ली के कामों को पेश करने की तैयारी है। इसमें बिजली, पानी, चिकित्सा और शिक्षा मुख्य हथियार होंगे। दिल्ली नगर निगम के साथ-साथ AAP पंजाब, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की सत्ता पर भी काबिज होने का लक्ष्य बनाकर चल रही है। इसके लिए सभी राज्यों में नेताओं को सक्रिय कर दिया गया है। इन राज्यों में 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं। पंजाब के साथ ही उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सक्रियता बढ़ाने की रणनीति पार्टी ने दो साल पहले ही बना ली थी, लेकिन दिल्ली विधानसभा चुनाव की तैयारियों के चलते उस पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जा सका। इसके बाद कोरोना महामारी ने पार्टी को राज्यों की तरफ रुख करने से रोक दिया, हालांकि अब पार्टी पूरी तरह से इन तीनों राज्यों में विस्तार की रणनीति बना रही है। इसी के तहत जहां उत्तर प्रदेश में कोरोना पीड़ितो को पल्स ऑक्सीमीटर देकर पार्टी कार्यकर्ताओं को गांव-गांव पहुंचने का निर्देश दिया गया है। वहीं तीनों राज्यों में दिल्ली के मुफ्त बिजली, पानी और महिलाओं की यात्रा आदि योजनाओं के बारे जानकारी दी जा रही है, ताकि चुनाव तक पार्टी की विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने का लक्ष्य पूरा हो सके। फरवरी में दिल्ली में हुए विधानसभा चुनाव में AAP ने 70 में से 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इस धमाकेदार जीत के बाद से ही यह बात उठने लगी थी कि पार्टी दिल्ली के बाहर विस्तार करेगी।\r\nये मुद्दे बनेंगे सियासी हथियार\r\n\r\nअगस्त 2019 से दिल्ली में बिजली 200 यूनिट तक मुफ्त है। तंगहाली में भी AAP सरकार ने इसे जारी रखा है।\r\nइस समय दिल्ली सरकार प्रति माह एक परिवार को 20 हजार लीटर तक पानी मुफ्त दे रही है।\r\nबसों में महिलाओं को दिवाली के बाद से मुफ्ता यात्रा मिल रही है।\r\nदिल्ली सरकार अपने स्वास्थ्य और शिक्षा मॉडल को बेहतर मान रही है।\r\n\r\nटोल फ्री नंबर से भी बड़ी संख्या में AAP से जुड़ रहे लोग
\r\n\r\nपार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी कहते हैं कि लोगों में दिल्ली सरकार के कामों को लेकर सकारात्मक नजरिया बना है। दिल्ली ने जिस तरह से विकास मॉडल को पेश करके राष्ट्रवाद को नए सिरे से परिभाषित किया है। उससे बड़ी संख्या में हासिये पर पड़े लोगों में आप को लेकर उम्मीद जगी है। इसका असर भी राष्ट्र निर्माण अभियान में दिख रहा है। टोल फ्री नंबर के सहारे बड़ी संख्या में लोग आप से जुड़ रहे हैं।
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

22-08-2020-नई दिल्ली ।  दिल्ली देश की राजधानी में लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने वाली आम आदमी पार्टी (AAP) की नजर अब देश के अन्य राज्यों पर भी है। इसमें फिलहाल पार्टी...

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सपा सदस्य ने विधायक निधि पर रोक के दर्द का किया इजहार तो सदन में छूटे हंसी के फव्वारे

सपा सदस्य ने विधायक निधि पर रोक के दर्द का किया इजहार तो सदन में छूटे हंसी के फव्वारे259

👤22-08-2020-लखनऊ । उत्तर प्रदेश विधान मंडल के मॉनसून सत्र के दौरान विधान परिषद में शुक्रवार को उस समय पक्ष और विपक्ष में हंसी के फव्वारे छूटे, जब समाजवादी पार्टी के सदस्य आनंद भदौरिया ने कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने के लिए विधायक निधि पर रोक लगाए जाने का जिक्र करते हुए विधायकों के दर्द का इजहार किया। यह कहते हुए उन्होंने जेब से बाम की शीशी निकाली और कहा कि विधायक निधि रूपी दर्द निवारक बाम पर रोक लगाए जाने से विधायक अब झंडू हो गए हैं। इस पर सत्ता पक्ष ने झंडू शब्द के प्रयोग को असंसदीय बताया तो आनंद भदौरिया ने फौरन कहा कि फिर ऐसे बाम पर देश में प्रतिबंध लगा दीजिए। आनंद भदौरिया का कहना था कि विधायक निधि की धनराशि को कोविड-19 पर नियंत्रण के लिए खर्च नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कोरोना वायरस संक्रमण के संदर्भ में विधायकों के वेतन में कटौती पर भी सवाल उठाया। कहा कि सरकार ने राजनीतिक दलों से मशविरा किए बगैर यह एकतरफा निर्णय ले लिया। विधायक अब न जनता को न नल दे सकते हैं, न नाली और न खड़ंजा। विपक्ष के कई अन्य सदस्यों ने भी भदौरिया का समर्थन किया। इस संबंध में नेता सदन डॉ.दिनेश शर्मा ने जवाब दिया कि कोविड-19 संक्रमण से निपटने के लिए सरकार के लिए यह कदम उठाना जरूरी था। सदन के अधिष्ठाता सुरेश कुमार त्रिपाठी ने सपा सदस्य की सूचना को विधान परिषद की विधायी समाधिकार समिति को संदर्भित कर दिया। बसपा के अतर सिंह राव ने उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक राजशेखर द्वारा उनकी ओर से कई बार फोन करने के बाद भी कॉल रिसीव न करने का जिक्र करते हुए इसे अपने विशेषाधिकार हनन का मामला बताया। जवाब में डॉ.दिनेश शर्मा ने कहा कि कोरोना से संक्रमित राजशेखर अस्पताल में भर्ती हैं। इसलिए वह बसपा सदस्य का फोन नहीं उठा सके।
🕔tanveer ahmad

22-08-2020-लखनऊ । उत्तर प्रदेश विधान मंडल के मॉनसून सत्र के दौरान विधान परिषद में शुक्रवार को उस समय पक्ष और विपक्ष में हंसी के फव्वारे छूटे, जब समाजवादी पार्टी के सदस्य आनंद भदौरिया...

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BSP मुखिया मायावती की उत्तर प्रदेश में खाद की कमी के साथ कालाबाजारी दूर करने की मांग

BSP मुखिया मायावती की उत्तर प्रदेश में खाद की कमी के साथ कालाबाजारी दूर करने की मांग866

👤22-08-2020-लखनऊ । उत्तर प्रदेश में बीते एक हफ्ते से खाद की कमी तथा कालाबाजारी को लेकर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती भी काफी सक्रिय हो गई हैं। सोशल मीडिया पर बेहद एक्टिव मायावती ने इस मामले पर ट्वीट करने के साथ योगी आदित्यनाथ सरकार से इस बड़ी समस्या के निदान की मांग की है। बसपा मुखिया मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश लाखों किसान परिवार प्रदेश में यूरिया खाद की किल्लत से बहुत परेशान हैं। इस समय धान की फसल को खाद की बहुत जरूरत है। ऐसी स्थिति में भी प्रदेश की योगी आदित्यनाथ गरीब किसान के साथ नहीं है। उन्होंने कहा कि यह हमारी मांग है कि सरकार यूरिया की कमी को तुरन्त दूर करे व इसकी कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करे ताकि दोहरी मार झेल रहे किसानों को इस वर्ष फिर बर्बाद होने से बचाया जा सके। मायावती प्रदेश में किसी भी मामले में अपनी प्रतिक्रिया देने से पीछे नहीं रहती है। उनका मानना है कि कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच में किसान भी काफी परेशान है। सरकार को गरीब किसान की मदद के लिए हर संभव जतन करे, जिससे कि उनकी परेशानी का निदान हो सके।  
🕔tanveer ahmad

22-08-2020-लखनऊ । उत्तर प्रदेश में बीते एक हफ्ते से खाद की कमी तथा कालाबाजारी को लेकर बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती भी काफी सक्रिय हो गई हैं। सोशल मीडिया पर बेहद एक्टिव मायावती...

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यूपी में भी 'पंजा' लड़ा रही नई-पुरानी कांग्रेस, दलित-मुस्लिम गठजोड़ व ब्राह्मण कार्ड के दांव में फंसती बाजी

यूपी में भी 'पंजा' लड़ा रही नई-पुरानी कांग्रेस, दलित-मुस्लिम गठजोड़ व ब्राह्मण कार्ड के दांव में फंसती बाजी617

👤22-08-2020-लखनऊ । कांग्रेस हाईकमान की दिल्ली में बैठक में जैसे बीते दिनों नई और पुरानी कांग्रेस में मतभेद सामने आए, वैसे ही उत्तर प्रदेश में भी नई और पुरानी कांग्रेस पंजा लड़ाती दिख रही है। यहां पर तो पुराने और वरिष्ठ कांग्रेसी जहां पार्टी के पुराने वोट बैंक का समीकरण ब्राह्मण कार्ड के जरिए साधना चाहते हैं, वहीं मौजूदा पदाधिकारी सिर्फ दलित-मुस्लिम गठजोड़ के सहारे 2022 का मैदान मारना चाहते हैं। नरेंद्र मोदी की लहर में केंद्र में अपना लगभग सब कुछ गंवा चुकी कांग्रेस के लिए उत्तर प्रदेश उम्मीदों की धरती है। यही कारण है कि कांग्रेस महासचिव और गांधी-नेहरू परिवार की बेटी प्रियंका वाड्रा भी उत्तर प्रदेश आई हैं। यहां पर उन्होंने पूरे संगठन को भंग कर अपने हिसाब से सजाया है। वह अपने आक्रामक तेवरों के साथ प्रदेश सरकार को घेरने का लगातार प्रयास कर रही हैं और कई बार सड़कों पर उतरकर अन्य विपक्षी दलों को परेशान कर चुकी हैं, लेकिन कांग्रेस की इस सक्रियता पर अंदर से संशय और सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं। पुराने कांग्रेसी मानते हैं कि कांग्रेस को ब्राह्मण सहित सवर्णों को भाजपा की गांठ से अच्छी संख्या में छुड़ाना होगा। सूत्रों के अनुसार, पार्टी के कुछ मुस्लिम नेताओं ने भी रणनीति समझाई है कि ब्राह्मण साथ आए तो मुस्लिम अपने आप आएंगे। \r\nइसी उम्मीद के साथ पूर्व मंत्री जितिन प्रसाद पार्टी के पक्ष में ब्राह्मणों को एकजुट करना चाहते हैं, लेकिन उनके इस अभियान में फिलहाल पार्टी से ही साथ नहीं मिल रहा है। दूसरी तरफ प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू सहित अन्य नए नेता दलित-मुस्लिम गठजोड़ की रणनीति पर काम कर रहे हैं। इसी वजह से उत्तर प्रदेश में जहां भी दलित और मुस्लिमों के साथ घटनाएं हुईं, वहां यथासंभव कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल प्रदेश अध्यक्ष लल्लू और सांसद पीएल पुनिया जैसे वरिष्ठ नेताओं के नेतृत्व में गया है। इसी तरह आजमगढ़ में दलित प्रधान सत्यमेव जयते की हत्या के बाद गुरुवार को कांग्रेस का दल महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री नितिन राउत के साथ आजमगढ़ पहुंचा।पार्टी की प्रदेश में इस रणनीति के इस बिंदु पर तमाम पुराने कांग्रेसियों में असहमति है, क्योंकि ब्राह्मणों के साथ अन्याय की किसी घटना में शायद ही कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल भेजा गया हो।\r\nराजीव त्यागी के मामले पर भी नाराजगी\r\nहाल ही में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव त्यागी एक चैनल पर डिबेट के दौरान बीमार हुए और उनका निधन हो गया। उसके बाद पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं ने ट्वीट तो किया, लेकिन उनके घर ऐसा वरिष्ठ नेता नहीं पहुंचा, जिसकी कार्यकर्ता उम्मीद कर रहे थे। इसे लेकर भी एक धड़ा खुश नहीं है।\r\nजिसके साथ भी अन्याय हो, पार्टी के नेता वहां पहुंचें\r\nपूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद नेकहा कि मैं सामाजिक स्तर पर ब्राह्मणों के साथ अन्याय के खिलाफ आवाज उठा रहा हूं। दलित प्रधान सत्यमेव जयते के घर कांग्रेसियों के जाने का निर्णय अच्छा था, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि प्रदेश में जिसके साथ भी अन्याय हो, उन सभी के घर जाना चाहिए। कांग्रेस को सभी के न्याय के लिए खड़ा होना चाहिए।\r\nपुराने लोग जानते हैं कैसे मजबूत होगी कांग्रेसपार्टी के पूर्व प्रदेश महासचिव द्विजेंद्रराम त्रिपाठी ने कहा कि जिन्होंने वर्षों-दशकों कांग्रेस को दे दिए, वह जानते हैं कि पार्टी कैसे फिर मजबूत होगी। उन्हें किनारे कर नए लोगों और युवाओं को जोडऩा सही नहीं है। युवाओं को पार्टी की विचारधारा से जोडऩे के लिए एनएसयूआइ और युवा कांग्रेस जैसे संगठन हैं। जो कांग्रेस की मूल विचारधारा से वाकिफ नहीं हैं, वह कैसे संगठन को मजबूत कर पाएंगे। 
🕔tanveer ahmad

22-08-2020-लखनऊ । कांग्रेस हाईकमान की दिल्ली में बैठक में जैसे बीते दिनों नई और पुरानी कांग्रेस में मतभेद सामने आए, वैसे ही उत्तर प्रदेश में भी नई और पुरानी कांग्रेस पंजा लड़ाती दिख...

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मेरठ के बाद STF का देर रात अमरोहा में छापा, NCERT की 25 करोड़ की किताबें बरामद

मेरठ के बाद STF का देर रात अमरोहा में छापा, NCERT की 25 करोड़ की किताबें बरामद5

👤22-08-2020-मेरठ। मेरठ में सचिन गुप्ता के गोदाम में छापा मारने के बाद से एसटीएफ ने देर रात एक और छापेमारी की। एसटीएफ और पुलिस की संयुक्‍त कार्रवाई में अमरोहा के गजरौला में छापा मारा गया। यहां पर 25 करोड़ की किताबें बरामद की गई। मेरठ में पकड़े गए कर्मचारियों से पूछताछ के आधार पर एसटीएफ ने देर रात तकरीबन रात एक बजे के आसपास गजरौला में भी छापा मारा। एसटीएफ सीओ ब्रिजेश कुमार के मुताबिक सचिन गुप्ता का वहां भी एक गोदाम मिला है। जिसमें लगभग 25 करोड़ कीमत की एनसीईआरटी की किताबें बरामद हुई हैं।\r\nआर्मी स्कूल में खुला फर्जी किताबों का खेल\r\nसूत्रों की माने तो एनसीईआरटी की किताबों को अवैध रूप से छापने का खेल आर्मी स्कूल में पकड़ा गया। वहां ये किताबें पहुंची तो शक हुआ और उसके बाद इस मामले में सेना की इंटेलीजेंस जुट गई। यही इनपुट इस बड़े खुलासे का सूत्रधार बन गया।\r\nमेरठ में 35 करोड़ की किताबें बरामद\r\nमेरठ के एसएसपी अजय कुमार ले बताया कि आर्मी इंटेलिजेंस की सूचना पर शुक्रवार को मेरठ स्थित सचिन गुप्‍ता के गोदाम पर छापेमारी की गई जहां से एनसीईआरटी की 35 करोड़ की किताबें बरामद की गई। एसएसपी ने बताया कि इसके साथ ही छह प्रिंटिंग प्रेस भी बरामद की गई। पूछताछ में जानकारी मिली कि ये दिल्‍ली समेत उत्‍तराखंड और आसपास के कई राज्‍यों में किताबें सप्‍लाई करते थे। पुलिस इनपर कार्रवाई की तैयारी कर रही है। 
🕔 एजेंसी

22-08-2020-मेरठ। मेरठ में सचिन गुप्ता के गोदाम में छापा मारने के बाद से एसटीएफ ने देर रात एक और छापेमारी की। एसटीएफ और पुलिस की संयुक्‍त कार्रवाई में अमरोहा के गजरौला में छापा मारा...

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विधानसभा में आज पास होंगे विधेयक, विधान परिषद की कार्यवाही में नहीं होगा प्रश्नकाल

विधानसभा में आज पास होंगे विधेयक, विधान परिषद की कार्यवाही में नहीं होगा प्रश्नकाल735

👤22-08-2020-लखनऊ। कोरोना वायरस संक्रमण में भी उत्तर प्रदेश विधानमंडल की कार्यवाही जारी है। मानसून सत्र के तीसरे दिन शनिवार को विधानसभा के साथ विधान परिषद की कार्यवाही भी चलेगी। इस दौरान प्रश्नकाल नहीं होगा। सत्तापक्ष का आज विधानसभा में भी विधेयक को पास कराने पर जोर रहेगा। उत्तर प्रदेश विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कहा कि विधानसभा में हमने शुक्रवार को बताया कि आज की सारी कार्यसूची हमने शनिवार के लिए हस्तांतरित कर दी है। विधान भवन में हम सोमवार के काम भी शनिवार यानी आज पूरा करने की कोशिश करेंगे। हमारी पूरी कोशिश होगी की अध्यादेशों और कुछ विधेयक हैं, उनको पारित करने की कार्यसूची पूरी कर लें।\r\nमानसून सत्र मेें दूसरे दिन भी शोक के कारण शुक्रवार को विधानसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। गुरुवार देर रात भाजपा के जन्मेजय सिंह का हार्ट अटैक से निधन हो गया था। शुक्रवार को सदन मेंं मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने शोक प्रस्ताव रखते हुए दो बार के विधायक जन्मेजय सिंह के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की। उनके सहज व सरल व्यक्तित्व के बारे में जानकारी देते हुए सर्वप्रिय नेता बताया। अन्य दलनेताओं ने भी जन्मेजय सिंह को याद किया और अपने दल की ओर से संवेदना व्यक्त की। इसके बाद सदन ने दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की।\r\n\r\n\r\n\r\n\r\n\r\n\r\n\r\n\r\n\r\n\r\nविधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित ने निधन पर दुख जताते हुए सदन की कार्यवाही को शनिवार प्रात: 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। सदन की कार्यवाही आरंभ होने से पहले विधानसभा अध्यक्ष दीक्षित ने सर्वदलीय बैठक आहूत कर लगातार दो दिन शोक में कार्यवाही स्थगित होने व कोरोना का प्रकोप बढऩे पर चर्चा की। इस बैठक में सर्वसम्मति से फैसला लिया कि शनिवार को अवकाश होने के बावजूद सदन आहूत किया जाए और शुक्रवार का एजेंडा शनिवार को प्रस्तुत किया जाए। शनिवार को आमतौर पर बैठक नहीं होती है, लेकिन विशेष परिस्थिति में ही ऐसा किया जा रहा है। ऐसे में शनिवार को प्रश्नकाल नहीं होगा, पर सभी विधायी कार्य होंगे।
🕔tanveer ahmad

22-08-2020-लखनऊ। कोरोना वायरस संक्रमण में भी उत्तर प्रदेश विधानमंडल की कार्यवाही जारी है। मानसून सत्र के तीसरे दिन शनिवार को विधानसभा के साथ विधान परिषद की कार्यवाही भी चलेगी। इस...

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