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निराधार आरोप लगाकर मेरे खिलाफ चलाया गया मुकदमा: कल्याण सिंह

निराधार आरोप लगाकर मेरे खिलाफ चलाया गया मुकदमा: कल्याण सिंह496

👤13-07-2020-लखनऊ । अयोध्या में विवादित ढांचा गिराये जाने के मामले में  सोमवार को आरोपित पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह और धर्म सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष दुबे सीबीआई की विशेष अदालत में पेश हुए। कड़ी सुरक्षा के बीच कल्याण सिंह को कोर्ट में पेश किया गया।अयोध्‍या  में विवादित ढांचाढांंचा गिराये जाने के मामले में कुल 49 लोगो को आरोपित बनाया गया था। इसमें से 32 लोगों के बयान दर्ज हो रहे हैं। अयोध्या में विवादित ढांचा गिराये जाने के मामले में सीबीआई की विशेष अदालत में पेश हुए पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने कहा कि केंद्र की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने निराधार आरोप लगाकर मेरे खिलाफ मुकदमा चलाया। कल्याण सिंह लखनऊ में सोमवार को सीबीआई कोर्ट में अयोध्या के विवादित ढांचा ध्वंस मामले में बयान देने के बाद मीडिया से रूबरू थे। उन्होंने कहा कि उस समय प्रदेश का मुख्यमंत्री होने के नाते कानून-व्यवस्था को लेकर जो भी मेरी जिम्मेदारी थी मैंने उसका पूरी तरह पालन किया। कल्याण सिंह ने कहा कि उस समय ढांचे की सुरक्षा के लिए यूपी सरकार ने त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की थी। इस संबंध में तमाम प्रशासनिक अधिकारियों को लगाया गया था और सरकार पूरी तरह सजग थी। इसमें कहीं पर भी सरकार की तरफ से किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती गई । तत्कालीन कांग्रेस की केंद्र सरकार ने इस पूरे प्रकरण में राजनीतिक विद्वेष के चलते मुझे फंसाया। अयोध्या प्रकरण में सीबीआइ कोर्ट के विशेष जज सुरेंद्र कुमार यादव ने पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह से 2 सवाल किए, करीब 4 घंटे तक कल्याण सिंह ने अपने बयान दर्ज कराए। कोर्ट पहुंचे धर्म सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष दुबे ने कहा कि ढांचा ढहाने में उनका हाथ नहीं है। लेकिन उनकी हमेशा ये चाहत रही की वहांं पर एक भव्य राम मंदिर बने और इसके ल‍िए वह काम करते रहेंगे। संतोष ने राम मंदिर निर्माण के लिए सरकार द्वारा बनाये गए ट्रस्ट पर भी सवाल उठाये। संतोष ने कहा ट्रस्ट में जो लोग शामिल किये गए है उनका राम मंदिर से कोई लेना-देना नहीं है।
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

13-07-2020-लखनऊ । अयोध्या में विवादित ढांचा गिराये जाने के मामले में  सोमवार को आरोपित पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह और धर्म सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष दुबे सीबीआई की विशेष...

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UP में Congress को झटका: कांग्रेस के बागी अदिति सिंह तथा राकेश सिंह बने रहेंगे विधानसभा सदस्य

UP में Congress को झटका: कांग्रेस के बागी अदिति सिंह तथा राकेश सिंह बने रहेंगे विधानसभा सदस्य679

👤13-07-2020-लखनऊ । राजस्थान में सोमवार को भले ही कांग्रेस का संकट टल गया, लेकिन उत्तर प्रदेश में पार्टी को जोरदार झटका लगा है। कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष से पार्टी के दो विधायक अदिति सिंह तथा राकेश सिंह की सदस्यता समाप्त करने को लेकर याचिका दायर की थी।विधानसभा अध्यक्ष ने लम्बी सुनवाई के बाद कांग्रेस की याचिका को खारिज कर दिया है। अब कांग्रेस से निलंबित अदिति सिंह तथा राकेश सिंह विधायक बने रहेंगे।  विधानसभा अध्यक्ष ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस के दोनों बागी विधायकों अदिति सिंह व राकेश सिंह की सदस्यता रद करने संबंधी याचिका को खारिज कर दिया। उन्होंने दोनों याचिकाओं को बलहीन बताते हुए उन्हेंं खारिज किया।विधानसभा अध्यक्ष ह्रदय नारायण दीक्षित ने कांग्रेस की याचिका को खारिज करते हुए विधायक अदिति सिंह व राकेश सिंह की सदस्यता को बरकरार रखा है। इस आशय का फैसला सोमवार को दीक्षित ने सुनाया। बता दे कि कांग्रेस विधानमंडल दल नेता ने रायबरेली सदर की विधायक अदिति सिंह और रायबरेली जिले की हरचंद पुर सीट से विधायक राकेश सिंह की सदस्यता दल-बदल के आरोप में निरस्त करने की याचिका दायर की थी। कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा मोना ने विधायक अदिति सिंह की सदस्यता समाप्त करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष 26 नवंबर 2019 को एक याचिका दी थी। कांग्रेस का आरोप है कि अदिति सिंह ने पार्टी व्हिप का उल्लंघन करते हुए 2 अक्टूबर 2019 को सरकार के  बुलाए गए विशेष सत्र में हिस्सा लिया, जबकि पार्टी ने गांधी जयंती पर सरकार के इस विशेष सत्र का बहिष्कार करते हुए विधायकों के लिए व्हिप जारी किया था। कांग्रेस ने रायबरेली से विधायक अदिति सिंह तथा रायबरेली के ही हरचंदपुर से पार्टी के विधायक राकेश सिंह के बगावती तेवर के कारण दलबदल कानून के तहत इनकी विधानसभा सदस्यता को रद करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष  हृदय नारायण दीक्षित  के पास पत्र भेजा था। लम्बी सुनवाई के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने फैसला सुरक्षित रखा था। सोमवार को उन्होंने अपना फैसला सुना दिया, जिसके तहत अदिति सिंह तथा राकेश सिंह की विधानसभा सदस्यता रद नहीं होगी। अदिति सिंह रायबरेली के सदर से कांग्रेस की विधायक हैं और तमाम मौके पर पार्टी विरोधी रुख अपनाती रही हैं।
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

13-07-2020-लखनऊ । राजस्थान में सोमवार को भले ही कांग्रेस का संकट टल गया, लेकिन उत्तर प्रदेश में पार्टी को जोरदार झटका लगा है। कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष से पार्टी के दो विधायक अदिति...

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सचिन पायलट की जगह राहुल के दिल में, फिर क्या है उनकी चुप्पी का मतलब?

सचिन पायलट की जगह राहुल के दिल में, फिर क्या है उनकी चुप्पी का मतलब?21

👤13-07-2020-राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच चल रही आपसी कलह की वजह से सरकार पर संकट के बादल उमड़ने लगे हैं। राजनैतिक संकट को लंबा वक्त गुजर जाने के बावजूद भी अब तक कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की कोई टिप्पणी सामने नहीं आई है। उन्होंने सार्वजनिक रूप से पूरे मसले पर चुप्पी बनाई हुई है। हालांकि, सोमवार को राहुल गांधी के दफ्तर ने दावा किया कि सचिन पायलट हमेशा से ही राहुल गांधी के दिल में हैं। उन्होंने बताया, \'सचिन और राहुल दोनों एक दूसरे से सीधे बात करते हैं और यह बातचीत अक्सर होती है। उनमें एक दूसरे के लिए बहुत सम्मान और स्नेह है।\' राजस्थान के गहराते संकट के बावजूद भी अब तक राहुल गांधी ने ट्विटर पर कोई भी टिप्पणी नहीं की है। राहुल सोमवार को दो बार ट्विटर पर ट्वीट कर चुके हैं। उन्होंने पहला ट्वीट कोरोना वायरस को लेकर किया था, जबकि दूसरे ट्वीट में उन्होंने लद्दाख में भारत-चीन सीमा विवाद के मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा था। सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा, दोनों ही पूरे मामले से अवगत हैं और सचिन पायलट से संपर्क में हैं। सूत्रों ने दावा किया है कि राहुल और प्रियंका लगातार सचिन पायलट को मनाने में जुटे हुए हैं। सिर्फ, राहुल और प्रियंका ही नहीं, बल्कि कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने भी पायलट से बात की है और उन्हें मनाने की कोशिश की है। माना जा रहा है कि राजस्थान पुलिस के स्पेशन ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) के पूछताछ को लेकर भेजे गए नोटिस के बाद से ही सचिन पायलट खफा हैं। हालांकि, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बताया है कि यह नोटिस सिर्फ सचिन को ही नहीं, बल्कि उन्हें भी मिला है। सचिन पायलट का दावा है कि गहलोत सरकार अल्पमत में है और 200 सदस्यों वाली विधानसभा में से उन्हें 30 विधायकों का समर्थन हासिल है। सोमवार दोपहर को हुई विधायक दल की बैठक में विधायकों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के समर्थन में प्रस्ताव पारित किया और सोनिया गांधी तथा राहुल गांधी के नेतृत्व में आस्था जताई है। इसके विधायकों ने सरकार विरोधी व पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की, फिर चाहे वे पदाधिकारी हों या विधायक दल के सदस्य। वहीं, दूसरी ओर पार्टी सूत्रों का दावा है कि राजस्थान में कांग्रेस के पास 106 विधायकों का समर्थन है। ये सभी विधायक गहलोत द्वारा बुलाई गई बैठक में शामिल थे। सचिन पायलट और उन्हें समर्थन देने वाले विधायकों ने बैठक में हिस्सा नहीं लिया था। इसके अलावा कांग्रेस के तकरीबन 20 ऐसे विधायक रहे, जोकि विधायक दल की बैठक में शामिल नहीं हुए।
🕔tanveer ahmad

13-07-2020-राजस्थान में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट के बीच चल रही आपसी कलह की वजह से सरकार पर संकट के बादल उमड़ने लगे हैं। राजनैतिक संकट को लंबा वक्त गुजर जाने...

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जिले में रुका विकास का पहिया, ये योजनाएं नहीं हो पा रहींं पूरी

जिले में रुका विकास का पहिया, ये योजनाएं नहीं हो पा रहींं पूरी160

👤13-07-2020-आगरा। बजट के अभाव में जिले की कई महत्वपूर्ण योजनाएं फंस गई हैं। बजट स्वीकृत होने के बाद भी धनराशि अवमुक्त नहीं हो पा रही। इसके चलते विकास का पहिया आगे नहीं बढ़ पा रहा। स्वीकृत लागत की 75 फीसद धनराशि दी जा चुकी है। 25 फीसद धनराशि के अभाव में योजनाएं लटकी हुई हैं। लॉकडाउन के बाद अनलॉक के पहले चरण में जिले में संचालित विभिन्न योजनाओं के संबंध में रिपोर्ट तैयार कराई गई। इसमें पता चला कि जून तक विभिन्न योजनाएं के लिए स्वीकृत 4601 करोड़ रुपये में से 3464 करोड़ रुपये अवमुक्त किए जा चुके हैं। शेष धनराशि के इंतजार में 18 योजनाएं लटकी हुई हैं। हालांकि इस बीच दो योजनाएं पूरी हाे चुकी हैं। इनमें से एक पीडब्ल्यडी द्वारा हुडको के अंतर्गत एत्मादपुर क्षेत्र में छोटा सुरैरा से बड़ा सुरैरा के बीच पुल एवं पहुंच मार्ग और जल निगम द्वारा धिमश्री पुनर्गठन पेयजल योजना है। \r\n4601 करोड़ की स्वीकृत लागत से 66 निर्माण कार्य किए जा रहे हैं\r\n3464 करोड़ (75.29 फीसद) अवमुक्त किए जा चुके हैं अब तक\r\n3046 करोड़ (87.94 फीसद) अवमुक्त धनराशि के सापेक्ष में व्यय\r\n49 लक्षित कार्यों के सापेक्ष 02 (4.08 फीसद) कार्य पूर्ण हो चुके हैं\r\n15 कार्यदायी संस्थाओं द्वारा जिले में कराए जा रहे हैं विभिन्न कार्य
🕔tanveer ahmad

13-07-2020-आगरा। बजट के अभाव में जिले की कई महत्वपूर्ण योजनाएं फंस गई हैं। बजट स्वीकृत होने के बाद भी धनराशि अवमुक्त नहीं हो पा रही। इसके चलते विकास का पहिया आगे नहीं बढ़ पा रहा। स्वीकृत...

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यूपी में विश्वविद्यालय की परीक्षाओं पर अगले दो दिनों में निर्णय : डॉ. दिनेश शर्मा

यूपी में विश्वविद्यालय की परीक्षाओं पर अगले दो दिनों में निर्णय : डॉ. दिनेश शर्मा993

👤13-07-2020-विश्वविद्यालय की परीक्षाओं पर अगले एक-दो दिनों में निर्णय लिया जाएगा। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की नई गाइडलाइन के मुताबिक राज्य सरकार इस पर फैसला लेगी। उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने  कोरोना काल में नए शैक्षिक सत्र की चुनौतियां\' विषय पर आयोजित ई-संवाद  को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमने कल ही शैक्षिक कलेंडर जारी किया था लेकिन यूजीसी की गाइडलाइन कुछ और हैं।  इधर जल्दी-जल्दी यूजीसी की गाइडलाइन बदल कर आई हैं। हमने कोर्स शेड्यूल तैयार रखा था। परीक्षाएं कैसे होंगी या नहीं होंगी, क्या हम प्रमोशन देंगे, फाइनल इयर की परीक्षा लेंगे। ये कुछ यक्ष प्रश्न थे। इनके जवाब तलाशते हुए हम समाधान तक पहुंच चुके थे लेकिन यूजीसी ने अपनी गाइडलाइन बदली हैं। इससे सामंजस्य स्थापित करते हुए हमें प्रमोशन देना है या परीक्षाएं लेनी है, इस निष्कर्ष पर हम एक-दो दिन में पहुंच जाएंगे। ई-संवाद को संबोधित करते हुए सीबीएसई के पूर्व अध्यक्ष अशोक गागुंली ने ऑनलाइन शिक्षा में चॉक और ब्लैकबोर्ड प्रणाली को किनारे करने का सुझाव देते हुए कहा कि हमें इसमें चार \'ई\' पर ध्यान देना होगा। पहले बच्चे को \'इंगेज\' करें,\'एक्स्प्लोर\' करने का मौका दें, बच्चे को \'एक्सप्लेन\' करें, जो बच्चे को ज्ञान दें रहे हैं उसे \'एक्सटेंड\' करें यानी जो ज्ञान उसने हासिल किया उसे लागू करें। तब जाकर ऑनलाइन शिक्षा प्रभावी होगी।  लखनऊ विवि के कुलपति प्रो आलोक कुमार राय ने विवि में लागू किए जाने वाले स्लिप माड्यूल की जानकारी देते हुए कहा कि बच्चे घर में करे व विवि में आकर अपनी जिज्ञासाओं को शांत करें। एकेटीयू के कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक ने डिजिटल शिक्षा के लिए संसाधन जुटाने पर जोर दिया। उन्होंने इंटरनेट के साथ ही अखबार, रेडियो, टीवी आदि को साथ लेकर चलने पर बल दिया।
🕔tanveer ahmad

13-07-2020-विश्वविद्यालय की परीक्षाओं पर अगले एक-दो दिनों में निर्णय लिया जाएगा। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की नई गाइडलाइन के मुताबिक राज्य सरकार इस पर फैसला लेगी। उप मुख्यमंत्री...

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बिजली योजनाओं का लाभ लेने के लिए जुलाई की करें किस्त जमा

बिजली योजनाओं का लाभ लेने के लिए जुलाई की करें किस्त जमा160

👤13-07-2020-
आगरा। आसान किस्त योजना और किसान आसान किस्त योजना में पंजीकृत उपभोक्ताओं को बखूबी लाभ मिलता रहेगा। बस उन्हें जुलाई से नियमित किस्त जमा करने की जरूरत है। ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत विभाग के मंत्री श्रीकांत शर्मा ने पत्र जारी कर उपभोक्ताओं के लिए यह जानकारी दी है। उन्होंने उपभोक्ताओं से बिजली चोरी न करने की भी अपील की है। ऊर्जा मंत्री के पत्र के अनुसार आसान किस्त योजना में जिन उपभोक्ताओं ने पंजीकरण कराया था और फरवरी तक नियमित बिल सहित किस्त जमा की थीं, लेकिन महामारी के चलते वह मार्च, अप्रैल और जून की किस्त जमा नहीं कर पाए। ऐसे उपभोक्ता जुलाई से नियमित बिल सहित किस्त जमा करते हैं तो उन्हें योजना का पूर्ण लाभ मिलेगा। इस योजना के तहत चार किलोवाट तक के घरेलू ग्रामीण पंजीकृत उपभोक्ताओं को 24 किस्त और शहरी उपभोक्ताओं को 12 मासिक किस्तों में बकाया का भुगतान करना है। इसके अलावा किसान आसान योजना में पंजीकरण कराने की तिथि 31 जुलाई तक हो गई है। योजना में जिन उपभोक्ताओं ने पूर्व में पंजीकरण करा रखा है। महामारी के समय किस्त जमा नहीं कर पाए। वे जुलाई से किस्त जमा करने पर लाभ उठा सकते हैं। इस योजना में बकाया धनराशि को छह माह की किस्तों में जमा किया जा सकता है।\r\nचोरी से करो तौबा, 24 घंटा बिजली की सेवा\r\nग्रामीण क्षेत्र में चोरी का बिजली का इस्तेमाल ज्यादा हो रहा है। इसको लेकर ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा भी चिंतित हैं। उन्होंने उपभोक्ताओे से अपील की है कि बिजली चोरी बंद करने पर 24 घंटा बिजली सप्लाई की जाएगी। यानी जब बिजली विभाग का लाइन लॉस 15 फीसद तक होगा। तभी पूरी सेवा मिलेगी। उन्होंने कहा कि लाइन लॉस कम होने पर उपभोक्ताओं के ट्रांसफारमरों की क्षमता भी लोड से 40 फीसद ज्यादा बढ़ा दी जाएगी। 
🕔tanveer ahmad

13-07-2020-
आगरा। आसान किस्त योजना और किसान आसान किस्त योजना में पंजीकृत उपभोक्ताओं को बखूबी लाभ मिलता रहेगा। बस उन्हें जुलाई से नियमित किस्त जमा करने की जरूरत है। ऊर्जा एवं अतिरिक्त...

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अब हर हफ्ते दो दिन होगा लॉकडाउन, UP में शनिवार व रविवार को सब रहेगा बंद

अब हर हफ्ते दो दिन होगा लॉकडाउन, UP में शनिवार व रविवार को सब रहेगा बंद930

👤12-07-2020-
लखनऊ । वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार पर नियंत्रण करने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अब नया फॉर्मूला खोजा है। प्रदेश में शुक्रवार रात से 55 घंटे के लॉकडाउन के बाद अब हर हफ्ते दो दिन का लॉकडाउन करने का निर्णय लिया गया है। मिनी लॉकडाउन के तहत प्रदेश में अब सिर्फ पांच दिन कार्यालय तथा बाजार खुलेंगे। यानी कोरोना के संक्रमण काल तक प्रदेश में फाइव डे वीक के तहत काम होगा। योगी आदित्यनाथ सरकार ने कोरोना संक्रमण के प्रसार पर बेहतर नियंत्रण करने के लिए प्रदेश के हर जिले में अब हर हफ्ते के शनिवार को कंपलीट लॉकडाउन का फैसला लिया है। इसके तहत आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अब सब बंद रहेगा। कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार ने अब बड़ा फैसला लिया है। प्रदेश में लागू होगा मिला लॉकडाउन का फॉर्मूला। प्रदेश में अब हर हफ्ते वीकेंड लॉकडाउन लगेगा। जिसके तहत हफ्ते में दो दिन सभी दफ्तर के साथ बाजार बंद रहेंगे। अब हर शनिवार व रविवार को वीकेंड लॉकडाउन होगा।  अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि अभी स्वच्छता के लिए सरकार ने जिस तरह 55 घंटे की बंदी की है, वैसा ही प्रतिबंध हर शनिवार-रविवार को रहेगा। यह सावधानी कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखकर अपनाई जा रही है। अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि शनिवार रविवार को होने वाली बंदी से आर्थिक गतिविधियों को पूरी तरह मुक्त रखा जाएगा। यह कदम शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए उठाया जा रहा है।  सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को अपने सरकारी आवास पर टीम-11 के साथ कोविड-19 के प्रभाव में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा की। इस अवसर पर उन्होंने निर्देश दिया कि कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत अब प्रदेश में अग्रिम आदेश तक सभी बाजार सोमवार से शुक्रवार तक खुलेंगे। सभी जगह शनिवार व रविवार को साप्ताहिक बंदी रहेगी। साप्ताहिक बंदी के दौरान प्रदेश में सभी बाजारों की स्वच्छता एवं सैनिटाइजेशन के लिए विशेष कार्यक्रम चलेगा। इसके साथ औद्योगिक इकाइयों को शनिवार व रविवार को अपने यहां सेनिटाइजेशन का कार्य कराने के निर्देश दिया गया है। इस दौरान सभी कोविड अस्पतालों में ऑक्सीजन की निर्बाध आपूॢत सुनिश्चित की जाए। इसके साथ वर्तमान में चल रहे निर्माण कार्य जैसे एक्सप्रेस-वे, डैम इत्यादि तथा बाढ़ के दृष्टिगत तटबन्धों की मरम्मत के कार्य सोशल डिस्टेंसिंग के साथ निरन्तर किए जाएं। 

🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

12-07-2020-
लखनऊ । वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार पर नियंत्रण करने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अब नया फॉर्मूला खोजा है। प्रदेश में शुक्रवार रात...

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सावन की दूसरी सोमवारी आज, भोले बाबा का नहीं हो पाएगा दर्शन

सावन की दूसरी सोमवारी आज, भोले बाबा का नहीं हो पाएगा दर्शन816

👤12-07-2020-बलिया: आज श्रावण मास का दूसरा सोमवार है। पर कोरोना संक्रमण को देखते हुए घोषित प्रतिबंध की वजह से भक्तों को एक बार फिर शिवालयों में जलाभिषेक करने का सौभाग्य नहीं मिल पाएगा। शहर के विभिन्न मंदिरों का कपाट पिछले तीन जुलाई से ही बंद चल रहा है। लिहाजा श्रद्धालुगण चाह कर भी भगवान भोले नाथ का दर्शन-पूजन नहीं कर पा रहे हैं। लोग घर पर ही शिव-पार्वती का पूजन-अर्चन करने को मजबूर हैं। पिछले एक पखवारे से जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या में हो रही लगातार वृद्धि को देखते जिला प्रशासन ने तीन जुलाई से दस जुलाई तक प्रतिबंध घोषित किया था जिसे बाद में बढ़ा कर 21 जुलाई तक कर दिया गया है। यही नहीं नगर समेत ग्रामीणांचलों के विभिन्न मंदिरों में लगने वाली भीड़ को देखते हुए भी विभिन्न शिव मंदिरों के कपाट को बंद कर दिया गया है। इसके चलते शहर के प्राचीन बालेश्वर मंदिर व भृगु मंदिर में श्रद्धालु दर्शन पूजन को नहीं जा पा रहे हैं। सावन मास में खासकर सोमवार को इन मंदिरों में दर्शन पूजन के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ लगती थी। पर इस बार कोरोना महामारी के चलते सन्नाटा छाया पसरा हुआ है। लगभग यही स्थिति जिले के प्रसिद्ध शिवालयों यथा कारो स्थित कामेश्वार धाम, छितेश्वर नाथ मंदिर छितौनी, जिगिरसंड स्थित सिद्धेश्वर नाथ मंदिर व असेगा स्थित शिव मंदिर पर पहले सोमवर को भी श्रद्धालुओं की काफी कम संख्या देखने को मिली थी। इस दौरान इक्का-दुक्का लोग ही भगवान शिव का दर्शन-पूजन करते देखे गये थे। एक बार फिर प्रतिबंध के चलते शिव भक्तों को बाबा के दर्शन पूजन से निराश होना पड़ेगा। जबकि सावन माह में भगवान शिव के जलाभिषेक का विशेष महत्व बताया गया है। त्योहारों का महीना कहलाने वाला यह माह शिव को समर्पित माना जाता है। इस लिए शिव कृपा प्राप्त करने के लिए भक्तजन इस मास में सच्चे मन से शिवाराधना करते हैं।
🕔 एजेंसी

12-07-2020-बलिया: आज श्रावण मास का दूसरा सोमवार है। पर कोरोना संक्रमण को देखते हुए घोषित प्रतिबंध की वजह से भक्तों को एक बार फिर शिवालयों में जलाभिषेक करने का सौभाग्य नहीं मिल पाएगा।...

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शांत दिखा शहर का कोना-कोना, पुलिस भी रही सख्त

शांत दिखा शहर का कोना-कोना, पुलिस भी रही सख्त59

👤12-07-2020-
बलिया : कोरोना संक्रमण के चेन को तोड़ने के लिए प्रदेश सरकार से 55 घंटे के लगाए गए प्रतिबंध में शहर का कोना-कोना शांत दिखा। हर चौराहे पर पुलिस भी सख्त दिखी। आवश्यक कार्य के लिए निकले लोगों को परिचय पत्र दिखा कर ही आगे बढ़ने दिया गया। इस दौरान जो लोग बिना मतलब के सड़कों पर घूमने की मंशा से निकले, वे पुलिस को सख्त देख ही वापस घरों में दुबक गए। सोमवार से प्रादेशिक प्रतिबंध खत्म हो रहा है, लेकिन बलिया में डीएस की ओर से शहर और आसपास के संक्रमित इलाकों में 21 तक प्रतिबंध लगाया गया है। ऐसे में प्रादेशिक प्रतिबंध खत्म होने के बाद भी शहर में प्रतिबंध जारी रहेगा। \r\nप्रादेशिक प्रतिबंध के दौरान शहर में कुंवर सिंह चौराहा, चित्तू पांडेय चौराहा, स्टेशन रोड, कदम चौराहा आदि स्थानों पर पुलिस टीम ने शाम तक वाहनों की चेकिग करती रही। इस दौरान जो लोग बिना मास्क पहने नजर आए उन पर कार्रवाई भी हुई। पुलिस के इस कदम को सभी जागरूक लोग सही मान रहे हैं। सदर कोतवाल विपिन सिंह पूरे दिन नगर में चक्रमण रहे।\r\n-निर्देश के बाद भी सफाई कार्य में लापरवाही\r\nकोरोना वायरस संकट के बीच 55 घंटे के प्रादेशिक प्रतिबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से सभी जिलों के लिए गाइडलाइन जारी किया था। इस दौरान नगर व ग्रामीण क्षेत्र दोनों इलाकों में सैनिटाइजेशन और सफाई कार्य तेज गति से करने को निर्देश जारी किया था, लेकिन निर्देश में अनुपालन में नगर में केवल खानापूर्ति ही होते दिखा। कुछ मोहल्लों में सैनिटाइजेशन जरूर किया गया, लेकिन सफाई के मामले में कोई तेजी नहीं आई। सड़क किनारे खुली नालियां अभी भी बजबजाते हुई आसपास के इलाकों में बदबू फैला रही है, वहीं बीच सड़क पर कूडे़ का ढ़ेर भी सर्वत्र नजर आ रहा है। नगर के लोग बताते हैं कि इस सच को शनिवार को बलिया आए मंडलायुक्त विजय विश्वास पंत ने नगर में भ्रमण कर साफ-सफाई के असल सच को खुद से देखा था। इसके बाद जिम्मेदारों को सख्त निर्देश भी दिया था, इसके बाद भी सफाई कार्य गति नहीं पकड़ पाई।\r\n-ग्रामीण क्षेत्रों में नहीं चला सफाई अभियान\r\nकिसी भी रोग को भगाने के लिए आसपास के स्थानों की सफाई बेहद जरूरी होती हैं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना काल में भी जिम्मेदार सफाई या सैनिटाइजेशन की ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं।
🕔tanveer ahmad

12-07-2020-
बलिया : कोरोना संक्रमण के चेन को तोड़ने के लिए प्रदेश सरकार से 55 घंटे के लगाए गए प्रतिबंध में शहर का कोना-कोना शांत दिखा। हर चौराहे पर पुलिस भी सख्त दिखी। आवश्यक कार्य के लिए...

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कांग्रेस महासचिव प्रियंका ने की सीबीआइ जांच की मांग

कांग्रेस महासचिव प्रियंका ने की सीबीआइ जांच की मांग420

👤09-07-2020-\r\nलखनऊ । कानपुर में सीओ सहित आठ पुलिसकर्मियों के हत्या के मामले में मुख्य आरोपित कुख्यात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे सात दिन के बाद मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तारी के बाद सियासत भी शुरू हो गई है। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के बाद कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। विकास दुबे की गिरफ्तारी के तरीके को लेकर विपक्ष योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमलावर है। सामाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के बाद अब कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी कई सवाल खड़े किए हैं। प्रियंका ने ट्वीट कर कहा कि तीन महीने पुराने पत्र पर \'नो एक्शन\' और कुख्यात अपराधियों की सूची में विकास दुबे का नाम न होना बताता है कि इस मामले के तार दूर तक जुड़े हैं। यूपी सरकार को मामले की सीबीआई से जांच करा सभी तथ्यों और प्रोटेक्शन के ताल्लुकातों को जगजाहिर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कानपुर के जघन्य हत्याकांड में यूपी सरकार को जिस मुस्तैदी से काम करना चाहिए था, वह पूरी तरह फेल साबित हुई। उत्तर प्रदेश सरकार के अलर्ट के बावजूद आरोपी का उज्जैन तक पहुंचना, न सिर्फ सुरक्षा के दावों की पोल खोलता है बल्कि मिलीभगत की ओर इशारा करता है। गौरतलब है कि विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार किया गया है। विकास दुबे को उस वक्त गिरफ्तार किया गया जब वो उज्जैन में महाकाल का दर्शन करने जा रहा था। 
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

09-07-2020-\r\nलखनऊ । कानपुर में सीओ सहित आठ पुलिसकर्मियों के हत्या के मामले में मुख्य आरोपित कुख्यात हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे सात दिन के बाद मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तारी के बाद...

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  • अभिनव ने लगाया श्वेता पर बेटे को होटल में अकेला छोड़कर केप टाउन जाने का आरोप

    08-05-2021-
    पॉपुलर रियलिटी शो खतरों के खिलाड़ी के 11वें सीजन में श्वेता तिवारी भी हिस्सा लेने वाली हैं जिसके लिए एक्ट्रेस...

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  • पोखरे में मिली युवती की नग्‍न लाश, दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका

    30-04-2021-गोरखपुर। खजनी क्षेत्र के ग्राम पंचायत मऊधरमंगल के सिगरा पोखरे में शुक्रवार को एक युवती की नग्न लाश दिखने...

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  • रितिक रोशन और दीपिका पादुकोण की फाइटर होगी बॉलिवुड की सबसे महंगी फिल्म?

    20-01-2021-रितिक रोशन के बर्थडे (10 जनवरी) पर उनकी अपकमिंग फिल्म च्फाइटरज् का 30 सेकंड का टीजर रिलीज किया गया। इस फिल्म को लेकर...

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  • नोरा फतेही ने शेयर किया ग्लैमरस फोटोशूट का वीडियो, हुआ वायरल

    03-01-2021-नई दिल्लीl फिल्म एक्ट्रेस नोरा फतेही ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया हैl यह उनके हालिया फोटोशूट का वीडियो...

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