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विकास ने जिस बुलडोजर से रोका था रास्ता पुलिस ने उससे ध्वस्त किया किले जैसा घर

विकास ने जिस बुलडोजर से रोका था रास्ता पुलिस ने उससे ध्वस्त किया किले जैसा घर913

👤04-07-2020-
कानपुर । चौबेपुर के बिकरू गांव में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतारने वाले हिस्ट्रीशीटर अपराधी विकास दुबे के दो बीघे की चहारदीवारी में बने किलेनुमा मुकान में पुलिस ने बुलडोजर चलाकर करीब दो घंटे में मलबे में तब्दील कर दिया है। पुलिस ने उसी बुलडोजर का इस्तेमाल किया, जिसे सड़क पर लगाकर रात में पुलिस का रास्ता रोक दिया था। घर के अंदर खड़ी दस से पंद्रह लाख कीमत वाली दो लग्जरी कार और दो ट्रैक्टर भी नष्ट कर दिए। पुलिस ने बीते तीस घंटे में मकान सील करके चप्पे-चप्पे की तलाशी ली तो महफूज किले जैसी सुरक्षा घेरे वाले परिसर के अंदर बने पुराने मकान में तलघर की भी तलाश कर रही है।  दो बीघा के अंदर चार कमरे नए हैं, जहां विकास रहता था। पूरे की करीब 12 फीट ऊंची बाउंड्रीवाल है। कोई दाखिल न हो सके, इसलिए करीब दो फीट ऊंचाई में छल्लेदार कंटीले तार भी लगाए गए हैं। गांव वालों के मुताबिक नया घर सात-आठ साल पहले ही बना है। बाउंड्रीवाल के अंदर ही पैतृक घर भी है, जहां अब सेवादार रहते हैं। घर में दाखिल होने के चार गेट हैं। एक मुख्य द्वार है। दो गेट दाएं-बाएं वाली गलियों में खुलते हैं तो चौथा गेट पुराने घर से अंदर आने-जाने का है। तीनों नए गेट इतने चौड़े हैं कि चार पहिया वाहन आ जाए। चारों गेट के बाहर और अंदर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। कोई गेट के पास पहुंचा नहीं कि सीसीटीवी से उसे खबर लग जाती। मुख्य गेट से करीब 80 मीटर अंदर चार कमरों वाले आलीशन घर में ही विकास रहता था। यहां जाने से पहले चैनल का मजबूत गेट लगा है। दालान और फिर बाएं बैठक का कमरा। इस कमरे के बराबर विकास का बेड रूम। दाहिने कमरे में पिता रामकुमार दुबे और उनके पीछे वाले कमरे में कामवाली रेखा अपने पति व दो बेटियों संग रहती है। सीढ़ियां बाहर से भी छत तक पहुंचाती हैैं, आंगन से भी। इन्हीं तगड़े इंतजामों और बेखौफ प्रवृत्ति के कारण पुलिस भी घर में दाखिल होने से घबराती थी। घर में ऐशोआराम का भी पूरा इंतजाम है। बाथटब से लेकर वाश बेसिन तक डिजाइनर। किचन भी मॉड्यूलर। यानी, सबकुछ ऐसा इंतजाम कि शहर में रहने वाले तमाम लोगों को भी शायद ही नसीब हो।

🕔tanveer ahmad

04-07-2020-
कानपुर । चौबेपुर के बिकरू गांव में सीओ समेत आठ पुलिसकर्मियों को मौत के घाट उतारने वाले हिस्ट्रीशीटर अपराधी विकास दुबे के दो बीघे की चहारदीवारी में बने किलेनुमा मुकान...

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 यूपी में सर्वाधिक 982 पॉजिटिव मिले, मंत्री मोती सिंह व उनकी पत्नी भी संक्रमित

यूपी में सर्वाधिक 982 पॉजिटिव मिले, मंत्री मोती सिंह व उनकी पत्नी भी संक्रमित924

👤03-07-2020-लखनऊ। उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को सबसे ज्यादा 982 कोरोना वायरस से संक्रमित नए केस मिले हैं। अब कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 25,454 हो गई है। राज्य में संक्रमण के प्रसार में अब मंत्री, प्रशासनिक अधिकारी, डॉक्टर्स तथा मेडिकल स्टाफ भी आ रहे हैं। योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह और उनकी पत्नी की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है। इसके अलावा बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के मेडिकल कॉलेज के नौ जूनियर डॉक्टर्स, मुरादाबाद में तहसीलदार तथा रामपुर में कलेक्ट्रेट के प्रशासनिक अधिकारी भी इसकी चपेट में हैं। सभी की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद होम क्वॉरंटाइन हैं। यूपी में चौबीस घंटों के दौरान 376 कोरोना संक्रमित स्वस्थ हुए हैं। इस प्रकार से अब तक कुल 17,597 कोरोना संक्रमित ठीक हो चुके हैं। बीते 24 घंटे में 14 और लोगों की मौत भी हुई। अब तक कुल 749 लोगों की मौत हो चुकी है। राज्य में अब एक्टिव केस 7451 हैं। योगी आदित्यनाथ सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह उर्फ मोती सिंह कोरोना संक्रमण के लड़ने के लिए सीएम योगी आदित्यनाथ की टीम-11 में हैं। ग्रामीण विकास मंत्री मोती सिंह कोरोना पॉजिटिव हैं। उनके पहले नमूने की जांच पॉजिटिव आई है और दूसरी जांच के लिए सैंपल लिया गया है। सिविल अस्पताल से हुए ट्रूनेट टेस्ट में पॉजिटिव आया। दोबारा टेस्ट रिपीट किया जा रहा है। शुक्रवार शाम मोती सिंह की पत्नी की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव आ गई है। उनका सैम्पल सिविल अस्पताल भेजा गया था। फिलहाल वह लखनऊ में अपने सरकारी आवास पर हैं और अब उनके संपर्क में आए लोगों की सूची तैयार की जा रही है। उनको अपने दूसरे टेस्ट की रिपोर्ट का इंतजार है। मंत्री डॉक्टरों की निगरानी में हैं। इसके बाद भी अब जरूरत पडऩे पर उन्हेंं अस्पताल भेजा जाएगा। वाराणसी में मेडिकल कॉलेज में अपने सेवा दे रहे बीएचयू के नौ जूनियर डॉक्टर्स कोरोना संक्रमण के प्रसार की चपेट में हैं।\r\nरामपुर में मुरादाबाद निवासी कलेक्ट्रेट में तैनात एक अधिकारी समेत दो कोरोना संक्रमित मिलने पर कलेक्ट्रेट को सील कर सैनिटाइजेशन कराया गया। जिलाधिकारी समेत कलेक्ट्रेट के सभी अधिकारी और कर्मचारी शुक्रवार को कार्यालय में नहीं बैठे। कलेक्ट्रेट परिसर से ही सटे कचहरी परिसर पर भी इसका असर पड़ा। अधिवक्ताओं को भी अंदर नहीं जाने दिया गया। कलेक्ट्रेट में तैनात वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी की गुरुवार को तबीयत खराब होने पर अन्य कर्मचारी उन्हेंं जिला अस्पताल ले गए थे, जहां उनकी ट्रू नेट मशीन से कोरोना की जांच की गई। वह मुरादाबाद के गोविंदनगर के रहने वाले हैं। तबीयत ज्यादा बिगडऩे पर स्टाफ उन्हेंं मुरादाबाद ले गया। वहां परिजन भी आ गए। इसके बाद उन्हेंं प्राइवेट अस्पताल में आइसीयू में भर्ती कराया गया। शुक्रवार सुबह उनकी जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आने पर हड़कंप मच गया। इसकी जानकारी मिलने पर जिलाधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने तत्काल ही कलेक्ट्रेट को सील करा दिया। अधिकारियों और कर्मचारियों को कार्यालयों में बैठने से मना कर दिया। सुबह कचहरी के लिए आने वाले अधिवक्ताओं और फरियादियों को भी वापस भेज दिया गया। जिलाधिकारी ने बताया कलेक्ट्रेट के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की जांच कराई जाएगी। फिलहाल 20 उन कर्मचारियों की जांच कराई गई है, जो वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी की तबीयत खराब होने पर उन्हेंं देखने गए थे और उपचार के लिए लेकर गए थे।\r\n \r\nमुरादाबाद के सदर तहसीलदार समेत 17 कोरोना पॉजिटिव\r\nमुरादाबाद में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को लखनऊ से मिली रिपोर्ट में मुरादाबाद के सदर तहसीलदार, कुंदरकी के सात लोगों समेत 17 लोग संक्रमित मिले हैं। इनमें मुहल्ला कंजरी सराय, लाइनपार की चाऊ की बस्ती, गांधी नगर, सम्राट अशोक नगर के दो, मानसरोवर कालोनी का एक, उमरी कलां का एक, पीलीकोठी पानी की टंकी की महिला शामिल है। कुल संक्रमितों का आंकड़ा 491 पहुंच चुका है। इनमें से 333 स्वस्थ्य हो चुके हैं। फिलहाल शहर में 151 कोरोना सक्रिय मरीज हैंं और 24 लोगों की मौत हो चुकी है।
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

03-07-2020-लखनऊ। उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को सबसे ज्यादा 982 कोरोना वायरस से संक्रमित नए केस मिले हैं। अब कुल मरीजों की संख्या बढ़कर 25,454 हो गई है। राज्य में संक्रमण के प्रसार में अब...

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मदरसा बोर्ड की परीक्षा में मदरसा गेरौंडा के बच्चो ने लहराया कामयाबी का परचम

मदरसा बोर्ड की परीक्षा में मदरसा गेरौंडा के बच्चो ने लहराया कामयाबी का परचम44

👤03-07-2020-
अयोधया।  उत्तरप्रदेश मदरसा बोर्ड परीक्षा 2020 का परीक्षा फल घोषित हो चुका है।  जिसमें मदरसा दारुल उलूम फैज़ुल कुरान गेरौंडा के बच्चो नें कक्षा 10 हाईस्कूल के बच्चो ने जिले में बाजी मारी और अपने मदरसे और पूरे रुदौली  का नाम किया रोशन।अयोध्या जिले की टॉप 10 स्थानों में पाँच स्थानों पर किया कब्जा। जिसमे  जिले की टॉप 10 स्थानों में अहमद रज़ा ने 449 अंको के साथ छटवा( 6)स्थान , खुर्शीद अहमद 448 अंको के साथ सातवाँ (7) स्थान, कैश मोहमद  444 अंको के आठवां ( 8) स्थान मोहमद एखलाक 442 अंको के के साथ नवा  (9) स्थान मोहमद इक़बाल 438 अंको के साथ दसवाँ (10) स्थान प्राप्त किया। बच्चो ने  टॉप 10 में आने पूर्व जिला पंचायत सदस्य \r\nमो0अली,सैयद रिज़वान रसूल,पूर्व ग्रामप्रधान हाजी मो0 जफर,मो नफीस ,हाज़ी शाहिद,हाजी खलील अंसारी,हाजी फिदा अंसारी, अयज़ू नेता  मो कदीर, मो दाऊद मो राशिद आदि ने बच्चों की इस कामयाबी पर मुबारकबाद और मदरसा स्टॉफ की मेहनत की तारीफ की।  मदरसा के प्रबंधक मुनीर अहमद प्रिसिपल मौलाना मो इरशाद ,मदरसा शिक्षक सुल्तान बेग,फ़ज़ील अहमद ,मो तस्लीम,  मौलाना आल मोहमद, कारी फ़ज़ील, मौलाना इस्माइल को इसका श्रेय दिया है।\r\n \r\n समाज सेवी मास्टर उज़ेर अहमद ने कहा कि  मदरसा ने दीनी तालीम के साथ साथ अंग्रेजी, हिंदी, कम्प्यूटर की  तालीम देकर मदरसा ने हमारे गावँ का नाम रोशन किया है। पिछले 10 वर्षों में जब से  मदरसा शिक्षक  सुल्तान बेग और फ़ज़ील अहमद इस मदरसे में आये है तब से मदरसा तरक़्क़ी करता जा रहा है। उन्होंने मौलाना और और पूरे स्टाफ के साथ बच्चो के उज्जवल भविष्य की कामना की।
🕔(मो फहीम/संवाददाता)

03-07-2020-
अयोधया।  उत्तरप्रदेश मदरसा बोर्ड परीक्षा 2020 का परीक्षा फल घोषित हो चुका है।  जिसमें मदरसा दारुल उलूम फैज़ुल कुरान गेरौंडा के बच्चो नें कक्षा 10 हाईस्कूल के बच्चो ने जिले...

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 पुलिस से अधिक तैयार था हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे, तीन तरफ से हमला

पुलिस से अधिक तैयार था हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे, तीन तरफ से हमला407

👤03-07-2020-
कानपुर, जेएनएन। कानपुर में अपहरण तथा हत्या के प्रयास के मामले में 25 हजार के ईनामी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने के लिए तैयारी के साथ दबिश डालने गई पुलिस की टीम से अधिक तैयारी बदमाश की टीम की थी। चौबेपुर थाना क्षेत्र में बदमाशों ने पुलिस की तीन टीमों को तीन तरफ से घेरकर ताबड़तोड़ फायरिंग की। इनमें एक डिप्टी एसपी के साथ तीन दारोगा तथा चार सिपाही शहीद हो गए। सात घायलों में से चार की हालत गंभीर है। कानपुर के ही राहुल तिवारी नाम के व्यक्ति ने इसके खिलाफ एक मामला दर्ज कराया था। हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के खिलाफ राहुल तिवारी ने अपहरण तथा हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कराया था। इस केस दर्ज होने के 24 घंटा बाद ही पुलिस की टीम ने विकास दुबे पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली। तीन थाना की फोर्स के साथ सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्र ने बीती देर रात विकास दुबे के घर पर दबिश दी। कानपुर के सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा के नेतृत्व में बिठूर, चौबेपुर, शिवराजपुर थानों की संयुक्त पुलिस टीमें अपराधी विकास दुबे को पकड़ने के लिए उसके गांव विकरु पहुची और घेराबंदी करते हुए बदमाश की गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया। इस बीच पुलिस के गांव में आने की भनक अपराधियों को लग गई। जिस तरह से गांव के रास्ते पर एक जेसीबी मशीन को खड़ा किया गया था कि कोई भी गांव के अंदर वाहन लेकर दाखिल ना हो सके। उससे साफ है कि बदमाशों को पुलिस की आमद के बारे में जानकारी पहले ही मिल चुकी थी। डीएसपी मिश्रा ने अपने सहकर्मियों के साथ वाहनों से उतरकर पैदल ही गांव में दाखिल होने का फैसला किया। जैसे ही पुलिसवाले वाहनों से बाहर निकले। अचानक उन पर गोलियां बरसने लगी। पुलिसवाले संभल भी नहीं पाए कि तीन दिशाओं से उन पर फायरिंग होने लगी।\r\nपुलिस रेड की मुखबिरी हुई\r\nघटनाक्रम में पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं कि आखिर कैसे पहले से ही विकास दुबे को पुलिस की दबिश की सूचना मिल गई। पूरा घटनाक्रम इस ओर इशारा कर रहा है कि जैसे विकास दुबे को पुलिस की दबिश की पूरी जानकारी थी। उसने किसी भी हद तक जाने की तैयारी कर रखी थी। देर रात जब पुलिस की टीमें उसके घर पहुंच गईं और उसके बचने का कोई रास्ता न निकला तो उसने जघन्य हत्याकांड को अंजाम दे दिया। सड़क पर रास्ता रोककर लगाई गई जेसीबी भी रेड की पूर्व सूचना होने की तस्दीक कर रही है।\r\nविकास दुबे की तैयारी पुलिस से काफी बेहतर\r\nकानपुर जिले के चौबेपुर थाना में विकास दुबे के गांव विकरु में इसकी तैयारी पुलिस से काफी बेहतर थी। सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा के नेतृत्व में बिठूर, चौबेपुर, शिवराजपुर थानों की संयुक्त पुलिस टीमें विकास दुबे को पकडऩे के लिए उसके गांव पहुंची और घेराबंदी करते हुए बदमाश की गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया। इससे पहले ही विकास दुबे की टीम ने सड़क पर जेसीबी मशीन लगाकर रास्ता रोका दिया था। पुलिस की टीमें जैसे ही गाडिय़ों ने बाहर निकलीं तो तीन तरफ छतों ने उनके ऊपर ताबड़तोड़ फायरिंग होने लगी।  \r\nआसपास के मकानों से भी फायरिंग\r\nविकास दुबे के मकान के आसपास के मकानों से भी फायरिंग की गई। यह अभी तक साफ नहीं हो सका है कि फायरिंग करने वाले कितने लोग थे। जांच की जा रही है। \r\nपुलिस टीम पर एके-47 से फायरिंग\r\nमाना जा रहा है कि हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को दबिश की जानकारी मिल गयी थी और वह अपनी टीम के साथ घात लगाए बैठा था। जैसे ही पुलिस क्षेत्र में घुसी, उनपर अंधाधुंध फायरिंग कर दी गयी। देखते ही देखते पुलिसकॢमयों की लाशें बिछ गयीं। जिस तरीके से बदमाशों ने पुलिस पर हमला किया, उससे इस बात का पता चलता है कि बदमाशों को पुलिस दबिश की सूचना थी। बदमाशों ने पहले ही जेसीबी लगाकर गांव के बाहर पुलिस की गाड़ी को रोक दिया। जब पुलिसकर्मी गाड़ी से बाहर निकलकर गांव की तरफ बढ़े तो पहले से घात लगाए बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। यह फायरिंग स्प्रिंगफील्ड राइफलों के साथ अन्य अत्याधुनिक असलहों से की गई थी। मौके से एके-47 के खोखे बरामद होने की बात सामने आ रही है। पुलिस अधिकारी भी बदमाशों द्वारा सेमी ऑटोमेटिक वेपन के इस्तेमाल की संभावना जता रहे हैं। डीजीपी ने कहा कि फॉरेंसिंक जांच के बाद ही इस पर कुछ कहा जा सकता है। ऐसा लग रहा है कि फायरिंग में सोफेस्टिकेटड वेपन का इस्तेमाल किया गया।
🕔tanveer ahmad

03-07-2020-
कानपुर, जेएनएन। कानपुर में अपहरण तथा हत्या के प्रयास के मामले में 25 हजार के ईनामी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने के लिए तैयारी के साथ दबिश डालने गई पुलिस की टीम से...

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पुलिस पर हमला, सीओ सहित आठ पुलिसकर्मी शहीद, CM योगी ने दी श्रद्धांजलि

पुलिस पर हमला, सीओ सहित आठ पुलिसकर्मी शहीद, CM योगी ने दी श्रद्धांजलि846

👤03-07-2020-
कानपुर देहात। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था के दावोंं की गुरुवार रात सारी असलियत सामने आ गई। हिस्ट्रीशीटर बदमाश विकास दुबे को उसके गांव पकड़ने पहुंची पुलिस टीम खुद अपनी ही सुरक्षा नहीं कर सकी और सीओ, एसओ सहित आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। गोली लगने से पांच पुलिसकर्मी, एक होमगार्ड और एक एसओ के निजी ड्राइवर घायल हैं। इसमें होमगार्ड की हालत गंभीर है। सूबे में यह पहली बार है, जबकि इतनी बड़ी संख्या में पुलिस वाले शहीद हुए हैं। पुलिस ने कुख्यात के मामा और चचेरे भाई को जवाबी मुठभेड़ में ढेर कर दिया है। हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के गांव दबिश के दौरान शहीद आठ पुलिसकर्मियों के पार्थिव शरीर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार की शाम करीब चार बजे पुलिस लाइन पहुंचकर पुष्पचक्र अर्पित करके श्रद्धांजलि दी और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। मुख्यमंत्री ने कहा है कि शहीद सभी आठ पुलिस जवान के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। साथ ही शहीदों के प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को शासकीय सेवा प्रदान की जाएगी और आश्रित को असाधारण पेंशन का लाभ दिया जाएगा। उन्हाेंने कहा कि पुलिस जवानों की शहादत को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा। इस घटना में दोषी किसी भी व्यक्ति को नहीं छोड़ा जाएगा। उसे कानून के दायरे में कठोर से कठोर सजा दिलाई जाएगी। 20 पुलिसकर्मियोंं के दबिश देने की पहले से खबर पा चुके विकास और उसके साथियों ने घात लगाकर अत्याधुनिक हथियारोंं से गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। जान बचाकर जो पुलिसकर्मी गांव के अंदर की गलियोंं में भागे, उन्हें बदमाशोंं ने गोली मार दी। घटना के करीब घंटे भर बाद जब कानपुर से एडीजी जयनारायण सिंह, आइजी मोहित अग्रवाल व एसएसपी दिनेश कुमार पी भारी-पुलिस बल के साथ पहुंचे तब पुलिस गांव में घुस पाई। अभी विकास के पीछे एसटीएफ लगी है, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा है। घटनास्थल पहुंचे डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने कहा कि पुलिस की शहादत का जल्द हिसाब चुकता होगा। बदमाशोंं को उनके अंजाम तक पहुंचाया जाएगा। विकास दुबे पर 2003 में श्रम संविदा बोर्ड के चेयरमैन व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री संतोष शुक्ला की हत्या का इल्जाम लगा था। उसके खिलाफ गवाह ही नहीं मिले और वह छूट गया। विकास पर कुल 52 मुकदमे दर्ज हुए, जिनमें तमाम में वह ऐसे ही बरी हो चुका है।

🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

03-07-2020-
कानपुर देहात। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था के दावोंं की गुरुवार रात सारी असलियत सामने आ गई। हिस्ट्रीशीटर बदमाश विकास दुबे को उसके गांव पकड़ने पहुंची पुलिस टीम खुद...

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देवरिया के इंस्पेक्टर की हरकत की डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने की निंदा, बड़ों पर भी हो सकती कार्रवाई

देवरिया के इंस्पेक्टर की हरकत की डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने की निंदा, बड़ों पर भी हो सकती कार्रवाई933

👤02-07-2020-लखनऊ ।  देवरिया के इंस्पेक्टर की करतूत ने पूरे उत्तर प्रदेश पुलिस महकमे को शर्मसार कर दिया है। खुद डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने गुरुवार को ट्वीट कर निरीक्षक की शर्मनाक हरकत की निंदा की है। डीजीपी ने कहा है कि महिलाओं के प्रति इंस्पेक्टर का कृत्य शर्मनाक है। आरोपित निरीक्षक को गिरफ्तार कर जेल भेजने के साथ ही सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। डीजीपी ने महिलाओं के प्रति अपराध, असंवेदनशीलता व भ्रष्टाचार के मामलों में जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत बेहद कड़ी कार्रवाई की बात भी कही है। वहीं इस मामले में विभाग की किरकिरी होने के बाद अब कुछ बड़ों पर भी कार्रवाई की गाज गिर सकती है। बता दें कि देवरिया में तैनात निरीक्षक भीष्मपाल सिंह यादव का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह थाने पर भूमि विवाद के प्रकरण में रिपोर्ट दर्ज कराने आईं मां-बेटी के समक्ष अश्लील हरकत करता नजर आ रहा है। प्रकरण वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में आने पर निरीक्षक के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर बुधवार को उसकी गिरफ्तारी व बर्खास्तगी की नजीर कार्रवाई की गई थी। डीजीपी मुख्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार पीड़ित मां-बेटी 22 जून को थाने गई थीं। जब आरोपित निरीक्षक भटनी थाने में बतौर प्रभारी तैनात था। इसके बाद ही निरीक्षक को सलेमपुर थाने में स्थानांतरित कर दिया गया था। उसे 26 जून को ड्यूटी में लापरवाही के आरोप में निलंबित किया गया था। वीडियो वायरल होने पर मामला वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में आया। एसपी देवरिया ने 30 जून को निरीक्षक के विरुद्ध एफआइआर दर्ज करने का आदेश दिया था। बताया गया कि निरीक्षक पर पूर्व में भी महिला से बदसलूकी का संगीन आरोप लगा था। एडीजी गोरखपुर की रिपोर्ट मिलने पर प्रकरण में संबंधित पर्यवेक्षण अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो सकती है। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने भी इंस्पेक्टर के कृत्य की घोर निंदा की है। उनका कहना है कि विभाग की ओर से महिला से माफी भी मांगी गई है।\r\nजेल भेजा गया बर्खास्त इंस्पेक्टर : देवरिया के भटनी थाने में महिलाओं के सामने अश्लील हरकत करने वाले बर्खास्त इंस्पेक्टर भीष्मपाल सिंह यादव की गुरुवार शाम फास्ट ट्रैक कोर्ट प्रथम सीनियर डिवीजन न्यायाधीश अमित कुमार के समक्ष उनके आवास पर पेशी हुई। न्यायाधीश ने इंस्पेक्टर को जेल भेज दिया। लोगों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस ने इंस्पेक्टर को दीवानी न्यायालय की बजाय न्यायाधीश के आवास पर पेशी कराई। 22 जून को महिलाओं के सामने अश्लील हरकत करने का वीडियो वायरल होने पर आरोपित इंस्पेक्टर भीष्मपाल सिंह यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। आरोपित को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया था। साथ ही डीआइजी ने उसे बर्खास्त कर शासन को रिपोर्ट भेजी थी।
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

02-07-2020-लखनऊ ।  देवरिया के इंस्पेक्टर की करतूत ने पूरे उत्तर प्रदेश पुलिस महकमे को शर्मसार कर दिया है। खुद डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने गुरुवार को ट्वीट कर निरीक्षक की शर्मनाक...

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पूर्वांचल की 18 हजार औद्योगिक इकाइयों को कुशल कामगारों की तलाश

पूर्वांचल की 18 हजार औद्योगिक इकाइयों को कुशल कामगारों की तलाश 250

👤02-07-2020-गोरखपुर। गोरखपुर मंडल के गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज और कुशीनगर जनपद में लाकडाउन के दौरान बंद हुईं करीब 23 हजार छोटी-बड़ी इकाइयाें में से अभी तक मात्र पांच हजार इकाइयाें में उत्पादन शुरू हो सका है। इसी बीच बरसात ने कार्यों की गति पर विराम लगा दिया है। ऐसी स्थिति में प्रशासन के समक्ष कुशल कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराना बड़ी चुनौती बनी हुई है। मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर ने अन्य 18 हजार इकाइयों व परियोजनाओं में तेजी लाने के लिए संबंधित विभागों के अफसरों को निर्देशित किया है।\r\n\r\n\r\nचारो जिलों में अभी तक पांच हजार इकाइयों में शुरू हो सका है कार्य\r\n\r\n\r\n\r\n\r\nएक ओर प्रशासन औद्योगिक उत्पादन शुरू करने पर लगातार उद्यमियों पर दबाव बना रहा है वहीं उद्यमियों के सामने कई कारणों से इकाइयों को शुरू करना इस समय सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है। उद्यमियों को फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए काम शुरू कराना है जिससे खुद को सुरक्षित रखने के साथ ही श्रमिकों को भी सुरक्षित रख सकें। प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी पांच हजार छोटी-बड़ी और सरकारी परियोजनाएं शुरू हो सकी हैं। अब प्रशासन को पूरा जोर अन्य इकाइयों व परियोजनाओं को शुरू कराने का है। इकाइयों के शुरू होने से जहां विभिन्न तरह के उत्पादन दोबारा से शुरू हो सकेंगे वहीं बेराजगार हो चुके श्रमिकों को पुन: रोजगार मिल सकेगा।\r\n
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

02-07-2020-गोरखपुर। गोरखपुर मंडल के गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज और कुशीनगर जनपद में लाकडाउन के दौरान बंद हुईं करीब 23 हजार छोटी-बड़ी इकाइयाें में से अभी तक मात्र पांच हजार इकाइयाें...

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नोएडा में कोरोना के बढ़ते मामले के बीच मंत्री सुरेश खन्ना ने किया जिम्स का दौरा, बोले- लापरवाही न बरतें लोग

नोएडा में कोरोना के बढ़ते मामले के बीच मंत्री सुरेश खन्ना ने किया जिम्स का दौरा, बोले- लापरवाही न बरतें लोग410

👤02-07-2020-
ग्रेटर नोएडा  सरकार पूरी ताकत व शक्ति के साथ कोरोना महामारी को रोकने का प्रयास कर रही है। इस काम में काफी हद तक सफल भी हुई है। अन्य राज्यों के मुकाबले प्रदेश की स्थिति बेहतर है। राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) की तरफ से भर्ती मरीजों उपचार के दौरान संतुष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। कई से बात भी हुई, सभी ने संतुष्टी जताई। इससे पता लगा कि मेहनत सफल हो रही है। कोरोना के फैलाव को अगर रोकना है तो लोगों को लापरवाही छोड़नी पड़ेगी। उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने यह बातें जिम्स में कहीं। वह यहां बृहस्पतिवार को अस्पताल के निरीक्षण के लिए आए थे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी से बचने के लिए लोगों को सरकार के निर्देशों को मानना होगा। निर्देशों का पालन कर ही कोरोना के फैलाव को रोका जा सकता है। शारीरिक दूरी, मास्क का प्रयोग कर व समय-समय पर हाथों को धोने से कोरोना से बचाव काफी हद तक संभव है। ऐसे में सभी लोग निर्देशों का पालन अवश्य करें। मेरठ मंडल में कोरोना के मामलों को बढ़ता देख यह दौरा किया गया। प्रदेश सरकार महामारी पर लगाम लगाने के लिए भरसक प्रयास कर रही है। कोरोना के शुरुआत में प्रदेश में 100 के करीब जांच होती थी। आज यह आंकड़ा 26,500 के करीब पहुंच गया। उन्होंने कहा कि कम संसाधनों के बावजूद जिम्स कोविड केयर की सुविधा उपलब्ध करा रहा है। यहां के डाॅक्टर्स व पैरामेडिकल स्टाफ दिन-रात मरीजों की सेवा में लगे हैं। इस दौरान सुरेश खन्ना ने संस्थान के आइसोलेशन वार्ड का भी निरीक्षण किया। यहां भर्ती कोविड मरीजों से टेलीफोन पर वार्ता कर सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने मरीजों से सुविधाओं को और बेहतर करने के संबंध में सुझाव भी मांगे। निरीक्षण के बाद चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों व संकाय सदस्यों के साथ बैठक की। इसमें संकाय सदस्यों को एसजीपीजीआइ के समान वेतन दिलवाने, संस्थान के कॉलेज, लाइब्रेरी व छात्रावास भवन के लिए भूमि उपलब्ध कराये जाने का भरोसा दिलाया। वहीं, मरीजों को उपलब्ध करायी जा रही कोविड केयर की सुविधाओं के लिए अलग से वित्तीय सहायता दिए जाने का भी आश्वासन दिया। इस दौरान दादरी विधायक तेजपाल नागर, जिलाधिकारी, सुहास एलवाई, मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ दीपक ओहरी, जिम्स के निदेशक डॉ. राकेश कुमार गुप्ता, वित्त अधिकारी पीडी उपाध्याय, प्रशासनिक अधिकारी डॉ. अनुराग श्रीवास्तव, नोडल अधिकारी डॉ. सौरभ श्रीवास्तव, डॉ रंभा पाठक, डॉ. शिवानी कल्हन, डॉ. नीमा आदि उपस्थित रहे।

🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

02-07-2020-
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बॉर्डर के तनाव पर भारी पड़ रहा 'रोटी-बेटी' का संबंध, हर कोई चाहता है खत्म हो तनाव

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👤02-07-2020-नेपाल की सीमा से लगा महराजगंज जिले का भगवानपुर गांव । आबादी लगभग चार हजार। कस्बेनुमा गांव का शायद ही कोई ऐसा परिवार हो जिसकी नेपाल में रिश्तेदारी न हों। किसी की वहां ससुराल है, तो किसी की बहन, बेटी वहां ब्याही है। यही हाल उधर से भी रिश्ते का है। दो अलग देश होने के बाद भी कभी इस पार और उस पार की बात नहीं होती थी। जिस गांव वालों ने कभी उसे अलग देश माना ही नहीं।अब उनके मन में भी भविष्य के संबंधों को लेकर सवाल उठने लगे हैं और सवाल के लिए नेपाल की वर्तमान सरकार को जिम्मेदार मानते हैं। वह चाहते हैं कि जल्दी ही खटास खत्म हो, जिससे रिश्तों की मिठास कायम रह सके। कोरोना संक्रमण के कारण सीमा सील है। उन्हें पता है कि एक दिन कोरोना का संकट खत्म हो जाएगा और सीमा खुल जाएगी। नेपाल सरकार की भारत विरोधी गतिविधियों को लेकर भय इस बात का है कि दोनों देशों के दिलों की सीमा में कहीं गतिरोध और न बढ़ जाए। नेपाल सरकार के भारत विरोधी कदम को लेकर वे चिंतित है। खास बात यह भी है ऐसी ही चिंता नेपाल के इनके रिश्तेदारों को भी है। नेपाल में रहने वाले इनके रिश्तेदार भी अपनी सरकार के कदमों पर अचरज जताते हैं। वे अपनी सरकार को सीधे कुछ कहने की जगह चाहते है दोनों देशों की सरकार के लोग साथ बैठें। खटास दूर करने की राह सोचें। फोन पर हुई बातचीत में उन्होंने चिंता जताई कि कहीं देर न हो जाये। भविष्य के रिश्ते कहीं अधिक प्रभावित न हो जाएं।भगवानपुर के लोग कहते हैं कि  नेपाल सरकार ने ऐसा सोच भी कैसे लिया।
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

02-07-2020-नेपाल की सीमा से लगा महराजगंज जिले का भगवानपुर गांव । आबादी लगभग चार हजार। कस्बेनुमा गांव का शायद ही कोई ऐसा परिवार हो जिसकी नेपाल में रिश्तेदारी न हों। किसी की वहां ससुराल...

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ATS खंगालेगी जाली भारतीय नोट तस्करों के आतंकी कनेक्शन, रिमांड पर लखनऊ में गिरफ्तार तस्कर

ATS खंगालेगी जाली भारतीय नोट तस्करों के आतंकी कनेक्शन, रिमांड पर लखनऊ में गिरफ्तार तस्कर896

👤02-07-2020-लखनऊ। पश्चिम बंगाल के मालदा के जरिए उत्तर प्रदेश में धड़ल्ले से सप्लाई किए जा रहे जाली भारतीय नोटों का नेटवर्क तोड़ने के लिए आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने एक बार फिर नए सिरे से कसरत शुरू की है। लखनऊ में सोमवार को 2.90 लाख रुपये की जाली भारतीय मुद्रा के साथ पकड़े गए तीनों आरोपितों को एटीएस ने पांच दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू की है। एटीएस जाली नोट तस्करों के आतंकी संगठनों से कनेक्शन भी खंगालेगी। एसटीएफ आरोपित मालदा निवासी रजिकुल शेख, मुरादाबाद निवासी नसीर अली व जफीर आलम को रिमांड पर लेकर अलग-अलग पूछताछ कर रही है। सोमवार को एसटीएफ ने लखनऊ में बेगम हजरत महल पार्क के पास 2.90 लाख रुपये के जाली नोटों की सप्लाई करने आए रजिकुल व अन्य दोनों आरोपितों को पकड़ा था और उन्हें एटीएस के हवाले कर दिया था। शुरुआती पूछताछ में रजिकुल ने बांग्लादेश की सीमा से सटे गांवों में जाली नोटों की खेप आने और फिर उसे यूपी, बिहार व दिल्ली समेत अन्य राज्यों में सप्लाई किए जाने की बात कबूली थी। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व अगस्त 2018 में दो हजार रुपये के जाली नोटों के साथ चार तस्कर पकड़े गए थे। तब बरामद नोट की गुणवत्ता बेहद उच्च थी। दरअसल, नोटबंदी के बाद तस्करों ने देश की सबसे बड़ी मुद्रा दो हजार के जाली नोटों की सप्लाई भी शुरू कर दी है। पश्चिम बंगाल के जिस नेटवर्क से जाली नोटों की सप्लाई की बात बार-बार सामने आ रही है, उससे खुफिया एजेंसियों को यही संदेह है कि बांग्लादेश व नेपाल के जरिए जाली नोट की खेप पाकिस्तान से यहां पहुंचाई जाती है। पूर्व में जांच एजेंसियों को पश्चिम बंगाल के फरक्का व मालदा से बड़े इनपुट भी मिले थे। एटीएस अब पकड़े गए तीनों आरोपितों के पूर्व में पकड़े गए तस्करों से कनेक्शन खंगालने के साथ ही उनके दूसरे साथियों के बारे में भी पता लगाने का प्रयास करेगी। आरोपितों ने पहले भी जाली नोट की सप्लाई करने की बात स्वीकार है। वे 55 हजार रुपये में एक लाख रुपये के नकली नोट लेकर आते थे। एडीजी एटीएस डीके ठाकुर का कहना है कि सोमवार को गिरफ्तार आरोपितों के पूर्व में पकड़े जाने की बात अभी सामने नहीं आई है। तीनों से कई बिंदुओं पर सिलसिलेवार पूछताछ की जाएगी। 
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

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