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 पुलिस से अधिक तैयार था हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे, तीन तरफ से हमला

पुलिस से अधिक तैयार था हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे, तीन तरफ से हमला422

👤03-07-2020-
कानपुर, जेएनएन। कानपुर में अपहरण तथा हत्या के प्रयास के मामले में 25 हजार के ईनामी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने के लिए तैयारी के साथ दबिश डालने गई पुलिस की टीम से अधिक तैयारी बदमाश की टीम की थी। चौबेपुर थाना क्षेत्र में बदमाशों ने पुलिस की तीन टीमों को तीन तरफ से घेरकर ताबड़तोड़ फायरिंग की। इनमें एक डिप्टी एसपी के साथ तीन दारोगा तथा चार सिपाही शहीद हो गए। सात घायलों में से चार की हालत गंभीर है। कानपुर के ही राहुल तिवारी नाम के व्यक्ति ने इसके खिलाफ एक मामला दर्ज कराया था। हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के खिलाफ राहुल तिवारी ने अपहरण तथा हत्या के प्रयास का मामला दर्ज कराया था। इस केस दर्ज होने के 24 घंटा बाद ही पुलिस की टीम ने विकास दुबे पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली। तीन थाना की फोर्स के साथ सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्र ने बीती देर रात विकास दुबे के घर पर दबिश दी। कानपुर के सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा के नेतृत्व में बिठूर, चौबेपुर, शिवराजपुर थानों की संयुक्त पुलिस टीमें अपराधी विकास दुबे को पकड़ने के लिए उसके गांव विकरु पहुची और घेराबंदी करते हुए बदमाश की गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया। इस बीच पुलिस के गांव में आने की भनक अपराधियों को लग गई। जिस तरह से गांव के रास्ते पर एक जेसीबी मशीन को खड़ा किया गया था कि कोई भी गांव के अंदर वाहन लेकर दाखिल ना हो सके। उससे साफ है कि बदमाशों को पुलिस की आमद के बारे में जानकारी पहले ही मिल चुकी थी। डीएसपी मिश्रा ने अपने सहकर्मियों के साथ वाहनों से उतरकर पैदल ही गांव में दाखिल होने का फैसला किया। जैसे ही पुलिसवाले वाहनों से बाहर निकले। अचानक उन पर गोलियां बरसने लगी। पुलिसवाले संभल भी नहीं पाए कि तीन दिशाओं से उन पर फायरिंग होने लगी।\r\nपुलिस रेड की मुखबिरी हुई\r\nघटनाक्रम में पुलिस पर भी सवाल उठ रहे हैं कि आखिर कैसे पहले से ही विकास दुबे को पुलिस की दबिश की सूचना मिल गई। पूरा घटनाक्रम इस ओर इशारा कर रहा है कि जैसे विकास दुबे को पुलिस की दबिश की पूरी जानकारी थी। उसने किसी भी हद तक जाने की तैयारी कर रखी थी। देर रात जब पुलिस की टीमें उसके घर पहुंच गईं और उसके बचने का कोई रास्ता न निकला तो उसने जघन्य हत्याकांड को अंजाम दे दिया। सड़क पर रास्ता रोककर लगाई गई जेसीबी भी रेड की पूर्व सूचना होने की तस्दीक कर रही है।\r\nविकास दुबे की तैयारी पुलिस से काफी बेहतर\r\nकानपुर जिले के चौबेपुर थाना में विकास दुबे के गांव विकरु में इसकी तैयारी पुलिस से काफी बेहतर थी। सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा के नेतृत्व में बिठूर, चौबेपुर, शिवराजपुर थानों की संयुक्त पुलिस टीमें विकास दुबे को पकडऩे के लिए उसके गांव पहुंची और घेराबंदी करते हुए बदमाश की गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया। इससे पहले ही विकास दुबे की टीम ने सड़क पर जेसीबी मशीन लगाकर रास्ता रोका दिया था। पुलिस की टीमें जैसे ही गाडिय़ों ने बाहर निकलीं तो तीन तरफ छतों ने उनके ऊपर ताबड़तोड़ फायरिंग होने लगी।  \r\nआसपास के मकानों से भी फायरिंग\r\nविकास दुबे के मकान के आसपास के मकानों से भी फायरिंग की गई। यह अभी तक साफ नहीं हो सका है कि फायरिंग करने वाले कितने लोग थे। जांच की जा रही है। \r\nपुलिस टीम पर एके-47 से फायरिंग\r\nमाना जा रहा है कि हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को दबिश की जानकारी मिल गयी थी और वह अपनी टीम के साथ घात लगाए बैठा था। जैसे ही पुलिस क्षेत्र में घुसी, उनपर अंधाधुंध फायरिंग कर दी गयी। देखते ही देखते पुलिसकॢमयों की लाशें बिछ गयीं। जिस तरीके से बदमाशों ने पुलिस पर हमला किया, उससे इस बात का पता चलता है कि बदमाशों को पुलिस दबिश की सूचना थी। बदमाशों ने पहले ही जेसीबी लगाकर गांव के बाहर पुलिस की गाड़ी को रोक दिया। जब पुलिसकर्मी गाड़ी से बाहर निकलकर गांव की तरफ बढ़े तो पहले से घात लगाए बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। यह फायरिंग स्प्रिंगफील्ड राइफलों के साथ अन्य अत्याधुनिक असलहों से की गई थी। मौके से एके-47 के खोखे बरामद होने की बात सामने आ रही है। पुलिस अधिकारी भी बदमाशों द्वारा सेमी ऑटोमेटिक वेपन के इस्तेमाल की संभावना जता रहे हैं। डीजीपी ने कहा कि फॉरेंसिंक जांच के बाद ही इस पर कुछ कहा जा सकता है। ऐसा लग रहा है कि फायरिंग में सोफेस्टिकेटड वेपन का इस्तेमाल किया गया।
🕔tanveer ahmad

03-07-2020-
कानपुर, जेएनएन। कानपुर में अपहरण तथा हत्या के प्रयास के मामले में 25 हजार के ईनामी हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने के लिए तैयारी के साथ दबिश डालने गई पुलिस की टीम से...

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पुलिस पर हमला, सीओ सहित आठ पुलिसकर्मी शहीद, CM योगी ने दी श्रद्धांजलि

पुलिस पर हमला, सीओ सहित आठ पुलिसकर्मी शहीद, CM योगी ने दी श्रद्धांजलि64

👤03-07-2020-
कानपुर देहात। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था के दावोंं की गुरुवार रात सारी असलियत सामने आ गई। हिस्ट्रीशीटर बदमाश विकास दुबे को उसके गांव पकड़ने पहुंची पुलिस टीम खुद अपनी ही सुरक्षा नहीं कर सकी और सीओ, एसओ सहित आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए। गोली लगने से पांच पुलिसकर्मी, एक होमगार्ड और एक एसओ के निजी ड्राइवर घायल हैं। इसमें होमगार्ड की हालत गंभीर है। सूबे में यह पहली बार है, जबकि इतनी बड़ी संख्या में पुलिस वाले शहीद हुए हैं। पुलिस ने कुख्यात के मामा और चचेरे भाई को जवाबी मुठभेड़ में ढेर कर दिया है। हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के गांव दबिश के दौरान शहीद आठ पुलिसकर्मियों के पार्थिव शरीर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार की शाम करीब चार बजे पुलिस लाइन पहुंचकर पुष्पचक्र अर्पित करके श्रद्धांजलि दी और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। मुख्यमंत्री ने कहा है कि शहीद सभी आठ पुलिस जवान के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। साथ ही शहीदों के प्रत्येक परिवार के एक सदस्य को शासकीय सेवा प्रदान की जाएगी और आश्रित को असाधारण पेंशन का लाभ दिया जाएगा। उन्हाेंने कहा कि पुलिस जवानों की शहादत को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा। इस घटना में दोषी किसी भी व्यक्ति को नहीं छोड़ा जाएगा। उसे कानून के दायरे में कठोर से कठोर सजा दिलाई जाएगी। 20 पुलिसकर्मियोंं के दबिश देने की पहले से खबर पा चुके विकास और उसके साथियों ने घात लगाकर अत्याधुनिक हथियारोंं से गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। जान बचाकर जो पुलिसकर्मी गांव के अंदर की गलियोंं में भागे, उन्हें बदमाशोंं ने गोली मार दी। घटना के करीब घंटे भर बाद जब कानपुर से एडीजी जयनारायण सिंह, आइजी मोहित अग्रवाल व एसएसपी दिनेश कुमार पी भारी-पुलिस बल के साथ पहुंचे तब पुलिस गांव में घुस पाई। अभी विकास के पीछे एसटीएफ लगी है, लेकिन उसका कोई सुराग नहीं लगा है। घटनास्थल पहुंचे डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने कहा कि पुलिस की शहादत का जल्द हिसाब चुकता होगा। बदमाशोंं को उनके अंजाम तक पहुंचाया जाएगा। विकास दुबे पर 2003 में श्रम संविदा बोर्ड के चेयरमैन व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री संतोष शुक्ला की हत्या का इल्जाम लगा था। उसके खिलाफ गवाह ही नहीं मिले और वह छूट गया। विकास पर कुल 52 मुकदमे दर्ज हुए, जिनमें तमाम में वह ऐसे ही बरी हो चुका है।

🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

03-07-2020-
कानपुर देहात। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था के दावोंं की गुरुवार रात सारी असलियत सामने आ गई। हिस्ट्रीशीटर बदमाश विकास दुबे को उसके गांव पकड़ने पहुंची पुलिस टीम खुद...

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देवरिया के इंस्पेक्टर की हरकत की डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने की निंदा, बड़ों पर भी हो सकती कार्रवाई

देवरिया के इंस्पेक्टर की हरकत की डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने की निंदा, बड़ों पर भी हो सकती कार्रवाई638

👤02-07-2020-लखनऊ ।  देवरिया के इंस्पेक्टर की करतूत ने पूरे उत्तर प्रदेश पुलिस महकमे को शर्मसार कर दिया है। खुद डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने गुरुवार को ट्वीट कर निरीक्षक की शर्मनाक हरकत की निंदा की है। डीजीपी ने कहा है कि महिलाओं के प्रति इंस्पेक्टर का कृत्य शर्मनाक है। आरोपित निरीक्षक को गिरफ्तार कर जेल भेजने के साथ ही सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। डीजीपी ने महिलाओं के प्रति अपराध, असंवेदनशीलता व भ्रष्टाचार के मामलों में जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत बेहद कड़ी कार्रवाई की बात भी कही है। वहीं इस मामले में विभाग की किरकिरी होने के बाद अब कुछ बड़ों पर भी कार्रवाई की गाज गिर सकती है। बता दें कि देवरिया में तैनात निरीक्षक भीष्मपाल सिंह यादव का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें वह थाने पर भूमि विवाद के प्रकरण में रिपोर्ट दर्ज कराने आईं मां-बेटी के समक्ष अश्लील हरकत करता नजर आ रहा है। प्रकरण वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में आने पर निरीक्षक के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर बुधवार को उसकी गिरफ्तारी व बर्खास्तगी की नजीर कार्रवाई की गई थी। डीजीपी मुख्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार पीड़ित मां-बेटी 22 जून को थाने गई थीं। जब आरोपित निरीक्षक भटनी थाने में बतौर प्रभारी तैनात था। इसके बाद ही निरीक्षक को सलेमपुर थाने में स्थानांतरित कर दिया गया था। उसे 26 जून को ड्यूटी में लापरवाही के आरोप में निलंबित किया गया था। वीडियो वायरल होने पर मामला वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में आया। एसपी देवरिया ने 30 जून को निरीक्षक के विरुद्ध एफआइआर दर्ज करने का आदेश दिया था। बताया गया कि निरीक्षक पर पूर्व में भी महिला से बदसलूकी का संगीन आरोप लगा था। एडीजी गोरखपुर की रिपोर्ट मिलने पर प्रकरण में संबंधित पर्यवेक्षण अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो सकती है। एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने भी इंस्पेक्टर के कृत्य की घोर निंदा की है। उनका कहना है कि विभाग की ओर से महिला से माफी भी मांगी गई है।\r\nजेल भेजा गया बर्खास्त इंस्पेक्टर : देवरिया के भटनी थाने में महिलाओं के सामने अश्लील हरकत करने वाले बर्खास्त इंस्पेक्टर भीष्मपाल सिंह यादव की गुरुवार शाम फास्ट ट्रैक कोर्ट प्रथम सीनियर डिवीजन न्यायाधीश अमित कुमार के समक्ष उनके आवास पर पेशी हुई। न्यायाधीश ने इंस्पेक्टर को जेल भेज दिया। लोगों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस ने इंस्पेक्टर को दीवानी न्यायालय की बजाय न्यायाधीश के आवास पर पेशी कराई। 22 जून को महिलाओं के सामने अश्लील हरकत करने का वीडियो वायरल होने पर आरोपित इंस्पेक्टर भीष्मपाल सिंह यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। आरोपित को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया था। साथ ही डीआइजी ने उसे बर्खास्त कर शासन को रिपोर्ट भेजी थी।
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

02-07-2020-लखनऊ ।  देवरिया के इंस्पेक्टर की करतूत ने पूरे उत्तर प्रदेश पुलिस महकमे को शर्मसार कर दिया है। खुद डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने गुरुवार को ट्वीट कर निरीक्षक की शर्मनाक...

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पूर्वांचल की 18 हजार औद्योगिक इकाइयों को कुशल कामगारों की तलाश

पूर्वांचल की 18 हजार औद्योगिक इकाइयों को कुशल कामगारों की तलाश 499

👤02-07-2020-गोरखपुर। गोरखपुर मंडल के गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज और कुशीनगर जनपद में लाकडाउन के दौरान बंद हुईं करीब 23 हजार छोटी-बड़ी इकाइयाें में से अभी तक मात्र पांच हजार इकाइयाें में उत्पादन शुरू हो सका है। इसी बीच बरसात ने कार्यों की गति पर विराम लगा दिया है। ऐसी स्थिति में प्रशासन के समक्ष कुशल कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराना बड़ी चुनौती बनी हुई है। मंडलायुक्त जयंत नार्लिकर ने अन्य 18 हजार इकाइयों व परियोजनाओं में तेजी लाने के लिए संबंधित विभागों के अफसरों को निर्देशित किया है।\r\n\r\n\r\nचारो जिलों में अभी तक पांच हजार इकाइयों में शुरू हो सका है कार्य\r\n\r\n\r\n\r\n\r\nएक ओर प्रशासन औद्योगिक उत्पादन शुरू करने पर लगातार उद्यमियों पर दबाव बना रहा है वहीं उद्यमियों के सामने कई कारणों से इकाइयों को शुरू करना इस समय सबसे बड़ी चुनौती बनी हुई है। उद्यमियों को फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन कराते हुए काम शुरू कराना है जिससे खुद को सुरक्षित रखने के साथ ही श्रमिकों को भी सुरक्षित रख सकें। प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी पांच हजार छोटी-बड़ी और सरकारी परियोजनाएं शुरू हो सकी हैं। अब प्रशासन को पूरा जोर अन्य इकाइयों व परियोजनाओं को शुरू कराने का है। इकाइयों के शुरू होने से जहां विभिन्न तरह के उत्पादन दोबारा से शुरू हो सकेंगे वहीं बेराजगार हो चुके श्रमिकों को पुन: रोजगार मिल सकेगा।\r\n
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

02-07-2020-गोरखपुर। गोरखपुर मंडल के गोरखपुर, देवरिया, महराजगंज और कुशीनगर जनपद में लाकडाउन के दौरान बंद हुईं करीब 23 हजार छोटी-बड़ी इकाइयाें में से अभी तक मात्र पांच हजार इकाइयाें...

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नोएडा में कोरोना के बढ़ते मामले के बीच मंत्री सुरेश खन्ना ने किया जिम्स का दौरा, बोले- लापरवाही न बरतें लोग

नोएडा में कोरोना के बढ़ते मामले के बीच मंत्री सुरेश खन्ना ने किया जिम्स का दौरा, बोले- लापरवाही न बरतें लोग396

👤02-07-2020-
ग्रेटर नोएडा  सरकार पूरी ताकत व शक्ति के साथ कोरोना महामारी को रोकने का प्रयास कर रही है। इस काम में काफी हद तक सफल भी हुई है। अन्य राज्यों के मुकाबले प्रदेश की स्थिति बेहतर है। राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) की तरफ से भर्ती मरीजों उपचार के दौरान संतुष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। कई से बात भी हुई, सभी ने संतुष्टी जताई। इससे पता लगा कि मेहनत सफल हो रही है। कोरोना के फैलाव को अगर रोकना है तो लोगों को लापरवाही छोड़नी पड़ेगी। उत्तर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने यह बातें जिम्स में कहीं। वह यहां बृहस्पतिवार को अस्पताल के निरीक्षण के लिए आए थे। चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी से बचने के लिए लोगों को सरकार के निर्देशों को मानना होगा। निर्देशों का पालन कर ही कोरोना के फैलाव को रोका जा सकता है। शारीरिक दूरी, मास्क का प्रयोग कर व समय-समय पर हाथों को धोने से कोरोना से बचाव काफी हद तक संभव है। ऐसे में सभी लोग निर्देशों का पालन अवश्य करें। मेरठ मंडल में कोरोना के मामलों को बढ़ता देख यह दौरा किया गया। प्रदेश सरकार महामारी पर लगाम लगाने के लिए भरसक प्रयास कर रही है। कोरोना के शुरुआत में प्रदेश में 100 के करीब जांच होती थी। आज यह आंकड़ा 26,500 के करीब पहुंच गया। उन्होंने कहा कि कम संसाधनों के बावजूद जिम्स कोविड केयर की सुविधा उपलब्ध करा रहा है। यहां के डाॅक्टर्स व पैरामेडिकल स्टाफ दिन-रात मरीजों की सेवा में लगे हैं। इस दौरान सुरेश खन्ना ने संस्थान के आइसोलेशन वार्ड का भी निरीक्षण किया। यहां भर्ती कोविड मरीजों से टेलीफोन पर वार्ता कर सुविधाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने मरीजों से सुविधाओं को और बेहतर करने के संबंध में सुझाव भी मांगे। निरीक्षण के बाद चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने अधिकारियों व संकाय सदस्यों के साथ बैठक की। इसमें संकाय सदस्यों को एसजीपीजीआइ के समान वेतन दिलवाने, संस्थान के कॉलेज, लाइब्रेरी व छात्रावास भवन के लिए भूमि उपलब्ध कराये जाने का भरोसा दिलाया। वहीं, मरीजों को उपलब्ध करायी जा रही कोविड केयर की सुविधाओं के लिए अलग से वित्तीय सहायता दिए जाने का भी आश्वासन दिया। इस दौरान दादरी विधायक तेजपाल नागर, जिलाधिकारी, सुहास एलवाई, मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ दीपक ओहरी, जिम्स के निदेशक डॉ. राकेश कुमार गुप्ता, वित्त अधिकारी पीडी उपाध्याय, प्रशासनिक अधिकारी डॉ. अनुराग श्रीवास्तव, नोडल अधिकारी डॉ. सौरभ श्रीवास्तव, डॉ रंभा पाठक, डॉ. शिवानी कल्हन, डॉ. नीमा आदि उपस्थित रहे।

🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

02-07-2020-
ग्रेटर नोएडा  सरकार पूरी ताकत व शक्ति के साथ कोरोना महामारी को रोकने का प्रयास कर रही है। इस काम में काफी हद तक सफल भी हुई है। अन्य राज्यों के मुकाबले प्रदेश की स्थिति...

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बॉर्डर के तनाव पर भारी पड़ रहा 'रोटी-बेटी' का संबंध, हर कोई चाहता है खत्म हो तनाव

बॉर्डर के तनाव पर भारी पड़ रहा 'रोटी-बेटी' का संबंध, हर कोई चाहता है खत्म हो तनाव464

👤02-07-2020-नेपाल की सीमा से लगा महराजगंज जिले का भगवानपुर गांव । आबादी लगभग चार हजार। कस्बेनुमा गांव का शायद ही कोई ऐसा परिवार हो जिसकी नेपाल में रिश्तेदारी न हों। किसी की वहां ससुराल है, तो किसी की बहन, बेटी वहां ब्याही है। यही हाल उधर से भी रिश्ते का है। दो अलग देश होने के बाद भी कभी इस पार और उस पार की बात नहीं होती थी। जिस गांव वालों ने कभी उसे अलग देश माना ही नहीं।अब उनके मन में भी भविष्य के संबंधों को लेकर सवाल उठने लगे हैं और सवाल के लिए नेपाल की वर्तमान सरकार को जिम्मेदार मानते हैं। वह चाहते हैं कि जल्दी ही खटास खत्म हो, जिससे रिश्तों की मिठास कायम रह सके। कोरोना संक्रमण के कारण सीमा सील है। उन्हें पता है कि एक दिन कोरोना का संकट खत्म हो जाएगा और सीमा खुल जाएगी। नेपाल सरकार की भारत विरोधी गतिविधियों को लेकर भय इस बात का है कि दोनों देशों के दिलों की सीमा में कहीं गतिरोध और न बढ़ जाए। नेपाल सरकार के भारत विरोधी कदम को लेकर वे चिंतित है। खास बात यह भी है ऐसी ही चिंता नेपाल के इनके रिश्तेदारों को भी है। नेपाल में रहने वाले इनके रिश्तेदार भी अपनी सरकार के कदमों पर अचरज जताते हैं। वे अपनी सरकार को सीधे कुछ कहने की जगह चाहते है दोनों देशों की सरकार के लोग साथ बैठें। खटास दूर करने की राह सोचें। फोन पर हुई बातचीत में उन्होंने चिंता जताई कि कहीं देर न हो जाये। भविष्य के रिश्ते कहीं अधिक प्रभावित न हो जाएं।भगवानपुर के लोग कहते हैं कि  नेपाल सरकार ने ऐसा सोच भी कैसे लिया।
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

02-07-2020-नेपाल की सीमा से लगा महराजगंज जिले का भगवानपुर गांव । आबादी लगभग चार हजार। कस्बेनुमा गांव का शायद ही कोई ऐसा परिवार हो जिसकी नेपाल में रिश्तेदारी न हों। किसी की वहां ससुराल...

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ATS खंगालेगी जाली भारतीय नोट तस्करों के आतंकी कनेक्शन, रिमांड पर लखनऊ में गिरफ्तार तस्कर

ATS खंगालेगी जाली भारतीय नोट तस्करों के आतंकी कनेक्शन, रिमांड पर लखनऊ में गिरफ्तार तस्कर656

👤02-07-2020-लखनऊ। पश्चिम बंगाल के मालदा के जरिए उत्तर प्रदेश में धड़ल्ले से सप्लाई किए जा रहे जाली भारतीय नोटों का नेटवर्क तोड़ने के लिए आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने एक बार फिर नए सिरे से कसरत शुरू की है। लखनऊ में सोमवार को 2.90 लाख रुपये की जाली भारतीय मुद्रा के साथ पकड़े गए तीनों आरोपितों को एटीएस ने पांच दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू की है। एटीएस जाली नोट तस्करों के आतंकी संगठनों से कनेक्शन भी खंगालेगी। एसटीएफ आरोपित मालदा निवासी रजिकुल शेख, मुरादाबाद निवासी नसीर अली व जफीर आलम को रिमांड पर लेकर अलग-अलग पूछताछ कर रही है। सोमवार को एसटीएफ ने लखनऊ में बेगम हजरत महल पार्क के पास 2.90 लाख रुपये के जाली नोटों की सप्लाई करने आए रजिकुल व अन्य दोनों आरोपितों को पकड़ा था और उन्हें एटीएस के हवाले कर दिया था। शुरुआती पूछताछ में रजिकुल ने बांग्लादेश की सीमा से सटे गांवों में जाली नोटों की खेप आने और फिर उसे यूपी, बिहार व दिल्ली समेत अन्य राज्यों में सप्लाई किए जाने की बात कबूली थी। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व अगस्त 2018 में दो हजार रुपये के जाली नोटों के साथ चार तस्कर पकड़े गए थे। तब बरामद नोट की गुणवत्ता बेहद उच्च थी। दरअसल, नोटबंदी के बाद तस्करों ने देश की सबसे बड़ी मुद्रा दो हजार के जाली नोटों की सप्लाई भी शुरू कर दी है। पश्चिम बंगाल के जिस नेटवर्क से जाली नोटों की सप्लाई की बात बार-बार सामने आ रही है, उससे खुफिया एजेंसियों को यही संदेह है कि बांग्लादेश व नेपाल के जरिए जाली नोट की खेप पाकिस्तान से यहां पहुंचाई जाती है। पूर्व में जांच एजेंसियों को पश्चिम बंगाल के फरक्का व मालदा से बड़े इनपुट भी मिले थे। एटीएस अब पकड़े गए तीनों आरोपितों के पूर्व में पकड़े गए तस्करों से कनेक्शन खंगालने के साथ ही उनके दूसरे साथियों के बारे में भी पता लगाने का प्रयास करेगी। आरोपितों ने पहले भी जाली नोट की सप्लाई करने की बात स्वीकार है। वे 55 हजार रुपये में एक लाख रुपये के नकली नोट लेकर आते थे। एडीजी एटीएस डीके ठाकुर का कहना है कि सोमवार को गिरफ्तार आरोपितों के पूर्व में पकड़े जाने की बात अभी सामने नहीं आई है। तीनों से कई बिंदुओं पर सिलसिलेवार पूछताछ की जाएगी। 
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

02-07-2020-लखनऊ। पश्चिम बंगाल के मालदा के जरिए उत्तर प्रदेश में धड़ल्ले से सप्लाई किए जा रहे जाली भारतीय नोटों का नेटवर्क तोड़ने के लिए आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने एक बार फिर नए...

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यूपी कांग्रेस का सीएम योगी आदित्यनाथ पर लोकतंत्र की हत्या का आरोप, कराई जा रही मुखबिरी

यूपी कांग्रेस का सीएम योगी आदित्यनाथ पर लोकतंत्र की हत्या का आरोप, कराई जा रही मुखबिरी567

👤02-07-2020-लखनऊ । जुझारू तेवर से उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को मुख्यधारा में लाने के प्रयास में लगे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर बेहद गंभीर आरोप जड़ा है। अजय कुमार लल्लू ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज आजम की गिरफ्तारी को अवैध, अलोकतांत्रिक और निंदनीय बताया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू का कहना है कि सरकार लोकतंत्र का दमन करने पर आमादा है। उन्होंने सरकार पर कांग्रेस कार्यालय की मुखबिरी कराने के भी आरोप लगाए हैं। उनके साथ कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता अराधना मिश्रा \'मोना\' ने गुरुवार को मीडिया को संबोधित किया। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पर गुरुवार को आयोजित प्रेस वार्ता में प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि पूरे प्रदेश में भाजपा सरकार दमन का चक्र चला रही है। यहां आये दिन पुलिस के दम पर लोकतंत्र को कुचला जा रहा है। अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज आलम की देर रात गिरफ्तारी अवैध, अलोकतांत्रिक और निंदनीय है। कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता प्रदेश की जनता के मुद्दों पर आवाज उठाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। भाजपा सरकार यूपी पुलिस को दमन का औजार बनाकर दूसरी पार्टियों को आवाज उठाने से रोक सकती है, हमारी पार्टी को नहीं। यह पुलिसिया कार्रवाई दमनकारी और आलोकतांत्रिक है । अजय कुमार लल्लू ने कहा कि प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के निर्देश पर अब कांग्रेस के सिपाहियों पर फर्जी मुकदमे लाद कर जेल भेजा जा रहा है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का दमन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यक विभाग के चेयरमैन शाहनवाज का नाम किसी भी एफआईआर और चार्जशीट में नहीं था फिर भी जबरिया देर रात के अंधेरे में उनको उठाया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के बढ़ते प्रभाव से से भाजपा सरकार बौखला गयी है। यह तो डरी हुयी सरकार है, पर हम कांग्रेस और राहुल प्रियंका के सिपाही डरने वाले नहीं। योगी आदित्यनाथ सरकार फर्जी गिरफ्तारियों से हमें डराना चाहती है। हम डरने वाले नहीं, हम सड़क पर संघर्ष करेंगे। अजय कुमार लल्लू ने आगे कहा कि हमारे सैंकड़ों लोगों पर फर्जी मुकदमे लादे गए हैं। हमारे महासचिव मनोज यादव पर झूठा मुकदमा लगाया गया है जब वो पुलिस की हिरासत में इको गार्डन में थे। हमारे सोशल मिडिया प्रभारी मोहित पाण्डेय पर भी मुकदमा कायम हुआ है जबकि वो उस समय दिल्ली से लखनऊ के रास्ते में थे। यह कैसे और किसके इशारे पर मुकदमा लिखा गया। उन्होंने कहा कि सरकार के इशारे पर प्रदेश कांग्रेस कार्यालय की मुखबिरी करायी जा रही है, अंग्रेजों के लिए मुखबिरी करने वाले लोग आज कांग्रेस कार्यालय की पुलिस और खुफिया एजेंसी से मुखबरी और रेकी करवा रहे हैं। महीने भर से पुलिस गेट पर लगायी गयी, देर रात तक पुलिस हमारे प्रदेश कार्यालय पर क्या करती है।
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

02-07-2020-लखनऊ । जुझारू तेवर से उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को मुख्यधारा में लाने के प्रयास में लगे पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर बेहद...

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 एक और उपद्रवी की संपत्ति जब्त, 16 को होगी नीलामी

एक और उपद्रवी की संपत्ति जब्त, 16 को होगी नीलामी498

👤02-07-2020-लखनऊ । सीएए के विरोध को लेकर शहर में तोडफ़ोड़ कर सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंंचाने वाले 57 उपद्रवियों पर प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जुर्माना नहीं भरने वाले तीन उपद्रवियों की संपत्तियां सीज कर दी गयीं। दो उपद्रवियों को संपत्तियां मंगलवार को और एक की गुरुवार को कर दी गयी। फिलहाल कार्रवाई केवल सदर तहसील क्षेत्र में की गयी है। गत 19 दिसंबर को केंद्र सरकार के नागरिकता संशोधन कानून के विरोध को लेकर विभिन्न पार्टियों के समर्थकों ने ङ्क्षहसा की थी जिस पर कैसरबाग, ठाकुरगंज, हजरतगंज और हसनगंज में डेढ़ सौ से अधिक लोगों के खिलाफ मामले दर्ज कर नोटिस जारी की गयी थी। प्रशासन ने पुलिस और दूसरे माध्यमों से उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर दोषी ठहराते हुए वसूली का आदेश जारी किया था। जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश के मुताबिक इस मामले में कुल 56 के खिलाफ आरोप तय करने के बाद वसूली के लिए नोटिस जारी की गयी। मियाद खत्म होने के बाद भी जुर्माना नही जमा करने पर आरसी जारी की गयी। इसकी भी मियाद पूरी हो गयी इसलिए अब कुर्की की कार्रवाई हो रही है। इस मामले में मंगलवार को प्रशासन ने सख्ती दिखाते हुए उपद्रवियों की संपत्तियों को सीज करना शुरू किया था। हसनगंज थाना क्षेत्र के खदरा में उपद्रवी धर्मवीर का कॉम्प्लेक्स सील कर दिया गया। उस पर 21.76 लाख रुपये का जुर्माना है। वहीं इसी इलाके में एक अन्य आरोपी माहेनूर चौधरी की संपति को सीज कर दिया था। गुरुवार को प्रशासन ने खुर्रमनगर में नफीस की दुकान को सीज कर दिया। डीएम के मुताबिक इन सभी की संपत्तियों को नीलाम कर संपत्तियों के नुकसान की भरपाई की जाएगी। 
🕔tanveer ahmad

02-07-2020-लखनऊ । सीएए के विरोध को लेकर शहर में तोडफ़ोड़ कर सरकारी और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंंचाने वाले 57 उपद्रवियों पर प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। जुर्माना नहीं भरने...

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कोरोना पर अंकुश लगाने में जुटी Yogi सरकार, डेढ़ लाख कोविड बेड वाला पहला राज्य

कोरोना पर अंकुश लगाने में जुटी Yogi सरकार, डेढ़ लाख कोविड बेड वाला पहला राज्य750

👤02-07-2020-\r\nलखनऊ । वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार पर अंकुश लगाने की खातिर तमाम जतन करने वाली योगी आदित्यनाथ सरकार ने बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है। कोविड-19 पर नियंत्रण और प्रदेश में इससे पीडि़तों को सुविधाएं बढ़ाने के यहां डेढ़ लाख कोविड बेड तैयार हैं। डेढ़ लाख कोविड बेड तैयार करने वाला उत्तर प्रदेश पहला राज्य हो गया है। यहां पर अब रोज 25 हजार से अधिक टेस्ट भी हो रहे हैं। प्रदेश सरकार के अनुसार सभी बेहद जरूरी सुविधाओं वाले एक लाख 51 हजार कोविड बेड तैयार करने वाला यूपी पहला राज्य बन गया है। इसके साथ ही यहां पर संक्रमितों के अनुपात में इस कहर से स्वस्थ होने वालों की प्रतिशत दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है। कोरोना वायरस के संक्रमण पर नियंत्रण करने में लगे सीएम योगी आदित्यनाथ रोज अपनी टीम-11 के साथ समीक्षा बैठक में तमाम उपाय करने के साथ चल रहे काम का असर भी देखते हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने लोक भवन (मुख्यमंत्री ऑफिस) में समीक्षा बैठक में निर्देश दिया कि प्रदेश के दिल्ली से सटे छह जिलों में अब टेस्टिंग का महाअभियान चलाया जाए। इसमे नोएडा व गाजियाबाद भी शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने दिल्ली से सटे पश्चिमी यूपी के इलाकों में तेजी से कोविड जांच को लेकर निर्देश दिए हैं। इसके तहत गौतम बुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ, बुलंदशहर, हापुड़ और बागपत में हर घर पहुंचकर मेडिकल टीमें कोविड जांच कर रही हैं। इस बड़े अभियान में टीमें हर जगह पर इंफ्रारेड थर्मामीटर, पल्स आक्सीमीटर और सैनेटाइजर के साथ घर-घर पहुंच कर टीमें लोगों की मेडिकल स्क्रीनिंग करने में जुटी हैं। इस जांच में संक्रमित लोगों को तलाश कर जिलों के कोविड अस्पतालों में भर्ती कराया जाएगा। \r\nप्रदेश में इन दिनों रोज 25 हजार से अधिक टेस्ट हो रहे हैं। सरकार ने सूबे में मेडिकल स्क्रीनिंग का काम तेजी से हो, इसके लिए एक लाख मेडिकल टीमें लगाई हैं। इनके अलावा इन सभी की निगरानी के लिए जिलों में अलग से सॢवलांस टीमें भी तैनात की हैं। इनमें आइएएस अधिकारी तथा चिकित्सा विभाग के आलाअधिकारी भी हैं।\r\nयूपी में अब तक 6500 कोविड हेल्प डेस्क\r\nप्रदेश में लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए अब तक 6500 कोविड हेल्प डेस्क खोली जा चुकीं हैं। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि हेल्प डेस्क खोलने का काम तेजी से किया जा रहा है। अस्पतालों के अलावा सरकारी विभागों में भी इन हेल्प डेस्क को खोला जा रहा है। अब यहां पर इंफ्रारेड थर्मामीटर व पल्स आक्सीमीटर से लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है। इसका मकसद ऐसे सार्वजनिक स्थान जहां, लोगों का आवागमन अधिक है, वहां कोरोना के प्रसार को रोकना और लोगों को जागरूक करना है। निजी अस्पतालों में भी अब कोरोना की जांच ट्रूनैट मशीनों से किए जाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) से अनुमति मांगी गई है। ट्रूनैट मशीन का प्रयोग टीबी की जांच के लिए किया जाता है लेकिन, इससे कोरोना जांच भी हो सकती है। यह मशीन कोरोना जांच की रिपोर्ट सिर्फ 45 मिनट में दे देती है। जबकि आरटी-पीसीआर जांच में काफी समय लगता है। गाजियाबाद में कोरोना जांच के लिए एक बड़ी लैब जल्द खोली जाएगी। 
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

02-07-2020-\r\nलखनऊ । वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार पर अंकुश लगाने की खातिर तमाम जतन करने वाली योगी आदित्यनाथ सरकार ने बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है। कोविड-19 पर नियंत्रण...

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