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पीएम मोदी बोले, भारत माता को चुनौती देने वालों को सैनिकों ने सबक सिखाया

पीएम मोदी बोले, भारत माता को चुनौती देने वालों को सैनिकों ने सबक सिखाया338

👤19-06-2020-\r\nनई दिल्‍ली। पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच जारी विवाद बढ़ गया है। 15-16 जून की रात को भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प में भारत के 20 जवानों के शहीद होने पर देश के लोगों में भारी गुस्‍सा है। यह पिछले पांच दशक से भी ज्यादा समय में दोनों देशों के बीच हुआ सबसे बड़ा सैन्य टकराव है। इस तनाव को निपटने के लिए कई स्‍तरों पर पहल की जा रही है। तनाव के बीच पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सर्वदलीय वर्चुअल बैठक बुलाई है। इस बैठक में देश के करीब 20 राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल हैं, जिसमें मौजूदा हालात पर चर्चा हो रही है। बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण, भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा व विभिन्‍न मंत्रालयों के अधिकारी मौजूद हैं। पीएम मोदी ने कहा कि न वहां कोई हमारी सीमा में घुसा हुआ है, न ही हमारी कोई पोस्ट किसी दूसरे के कब्जे में है। लद्दाख की गलवन घाटी में हमारे 20 जांबाज शहीद हुए, लेकिन जिन्होंने भारत माता की तरफ आंख उठाकर देखा था, उन्हें वो सबक सिखाकर गए। तैनाती हो, कार्रवाई हो या जवाबी कार्रवाई हो, जल-थल-नभ में हमारी सेनाओं को देश की रक्षा के लिए जो करना है, वो कर रही हैं। उन्‍होंने कहा कि आज हम इतने सक्षम हैं कि कोई भी हमारी एक इंच जमीन की तरफ आंख उठाकर भी नहीं देख सकता। आज भारत की सेनाएं अलग-अलग सेक्टर्स में एक साथ कार्रवाई करने में भी सक्षम है। बीते वर्षों में देश ने अपनी सीमाओं को सुरक्षित करने के लिए सीमा एरिया में इंफ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट को प्राथमिकता दी है। 
🕔 एजेंसी

19-06-2020-\r\nनई दिल्‍ली। पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच जारी विवाद बढ़ गया है। 15-16 जून की रात को भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प में भारत के 20 जवानों के शहीद होने पर देश के...

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कानपुर में तीन साल से सलाखों के पीछे तन्हाई की सजा काट रहा है बंदर

कानपुर में तीन साल से सलाखों के पीछे तन्हाई की सजा काट रहा है बंदर581

👤18-06-2020-
तन्हाई की सजा काट रहा है। इस बंदर को तीन साल से बाड़े से बाहर नहीं निकाला गया है और सलाखों के पीछे ही रखकर उसे शाकाहारी खाना दिया जाता है। यह सजा घोषित तो नहीं है लेकिन यह तय है कि जब तक उसके स्वभाव में परिवर्तन नहीं आता, उसे तन्हाई की सजा काटनी पड़ेगी। यहां कर्मचारी उसकी विशेष निगरानी करते हैं और उसे सुधारने का प्रयास कर रहे हैं।\r\n\r\n\r\nजानें-क्या है कलुआ की कहानी\r\n\r\n\r\n\r\n\r\nकरीब तीन साल पहले मिर्जापुर से इस बंदर को कानपुर वन्य प्राणि उद्यान लाया गया था। यह बंदर वहां के एक तांत्रिक के साथ रहता था। चूंकि तांत्रिक मांस व मदिरा का शौकीन था और बंदर को भी वही खिलाता था, इसलिए वह भी मांस और शराब का लती हो गया। इस बीच तांत्रिक की मौत हो गई। शराब और मांस मिलना बंद होने से बंदर आक्रामक हो गया। लोगों पर हमला करने लगा। चिडिय़ाघर के पशु चिकित्सकों के अनुसार बंदर इस कदर शराब के प्रति लालायित था कि शराब की दुकानों में घुस जाता था। शराब लेकर जा रहे लोगों पर हमला कर बोतल छीन लेता था। उन्हें काट लेता था। मिर्जापुर में एक तरह उसका आतंक था और तीन सौ से अधिक लोगों को काट चुका था। कानपुर से टीम गई थी और ट्रैंकुलाइज कर उसे पकड़कर लाई थी। मांस और शराब न मिलने के कारण अभी भी उसमें आक्रामकता है। चिडिय़ाघर के पशु चिकित्सक मो. नासिर ने बताया कि इस बंदर का कानपुर में \'मिर्जा लाल मुंह वाला नाम रखा गया है। वहां इसे कलुआ कहते थे। कानपुर लाने के बाद उसे यहां अलग बाड़े में रखकर शाकाहारी खाना दिया लेकिन उसके स्वभाव में कोई परिवर्तन नहीं आया है। वह अभी भी आक्रामक है और किसी को भी देखकर हमलावर हो उठता है। इसीलिए उसे बाड़े में बंद रखा जाता है। जब तक उसका स्वभाव सही नहीं हो जाता, वह बाड़े में ही रहेगा। वहीं सहायक निदेशक अरविंद कुमार सिंह का कहना है, बंदर को शाकाहारी भोजन दिया जा रहा है। उसके स्वभाव के बारे में एक साल पहले शासन को पत्र लिखा गया था।\r\n
🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

18-06-2020-
तन्हाई की सजा काट रहा है। इस बंदर को तीन साल से बाड़े से बाहर नहीं निकाला गया है और सलाखों के पीछे ही रखकर उसे शाकाहारी खाना दिया जाता है। यह सजा घोषित तो नहीं है लेकिन यह...

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हाई कोर्ट ने कोरोना से निपटने के लिए यूपी सरकार के कदमों की सराहना की पर पर्याप्त नहीं माना

हाई कोर्ट ने कोरोना से निपटने के लिए यूपी सरकार के कदमों की सराहना की पर पर्याप्त नहीं माना647

👤18-06-2020-प्रयागराज। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने कोविड-19 से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की है लेकिन, उन्हें पर्याप्त नहीं माना। कोर्ट ने कोविड-19 को नियंत्रित करने के लिए व्यवस्थित जांच कराने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने कहा कि हम हमेशा कोरोना संक्रमण के भय में रह रहे हैं। बाहर निकला कौन सा व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव है, उसका पता लगाना जरूरी है। मास्क और सैनिटाइजर का प्रयोग करने के निर्देशों का कड़ाई से पालन कराना जरूरी है। न्यायमूर्ति सिद्धार्थ वर्मा व न्यायमूर्ति अजित कुमार की खंडपीठ ने कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे अस्पतालों व क्वारंटाइन सेंटरों की सुविधाओं की निगरानी के लिए दाखिल की गई जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश दिया। कोर्ट ने सरकार को कई सुझाव भी दिए हैं, जिन पर अमल करने के लिए 25 जून को ब्लूप्रिंट पेश करने का निर्देश दिया है। कोर्ट ने सहायक सालीसिटर जनरल से आइसीएमआर (इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च) से जांच मशीनें वार्डों में स्थापित करने के संबंध में जानकारी लेने को कहा है। इससे पहले कोर्ट ने सरकार से टेस्टिंग में खर्च की जानकारी मांगी थी। इस पर अपर महाधिवक्ता मनीष गोयल ने बताया कि एक व्यक्ति की जांच में ढाई हजार रुपये खर्च आएगा।\r\nप्रयागराज में घर-घर हो जांच : कोर्ट ने कोविड-19 की जांच के लिए प्रदेश में प्रयागराज जिले को सैंपल के रूप में लेने को कहा है। प्रयागराज के हर वार्ड में स्थित प्रत्येक घर से एक व्यक्ति की जांच करने को कहा है। कोर्ट ने कहा कि परिवार का जो सदस्य काम से बाहर निकलता है, उसकी जांच की जाए। रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर पूरे परिवार को घर या सेंटर पर क्वारंटाइन किया जाए। बाहर से प्रयागराज आने वाले हर व्यक्ति की भी जांच की जाए। साथ ही 15 दिन बाद दोबारा जांच हो। इसके एक महीने बाद पुन: जांच की जाए। इसके लिए वार्डवार सूची तैयार की जाए।\r\nपीड़ितों का चल रहा है इलाज : सरकार की ओर से कोर्ट को बताया गया कि प्रदेशभर में अभी तक 94,63,756 घरों में जांच हुई है, जबकि 4,82,71,852 लोगों की टेस्टिंग की गई है। बताया कि प्रदेश में कोरोना पीड़ितों के बेहतर इलाज व टेस्टिंग के लिए 1865 अस्पतालों को चिह्नित किया गया है। इनमें 17.6 लाख मजदूरों का टेस्ट किया गया, जिनमें 3,950 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। उनका इलाज चल रहा है।\r\nएक व्यक्ति के इलाज का खर्च उठाएं : कोर्ट ने कहा कि सरकारी या प्राइवेट कंपनी से वेतन ले रहे लोग अपनी जांच के साथ आर्थिक रूप से कमजोर एक व्यक्ति की जांच का खर्च उठाएं। व्यापारी व उद्योगपति सरकार को आर्थिक सहायता दें। सरकार उन्हें टैक्स में छूट दे।
🕔tanveer ahmad

18-06-2020-प्रयागराज। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने कोविड-19 से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की है लेकिन, उन्हें पर्याप्त नहीं माना। कोर्ट ने कोविड-19 को नियंत्रित...

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यूपी के बरेली में रह रहे अल-कायदा एजेंट को एटीएस ने पकड़ा, जेहाद के लिए उकसा रहा था आरोपित

यूपी के बरेली में रह रहे अल-कायदा एजेंट को एटीएस ने पकड़ा, जेहाद के लिए उकसा रहा था आरोपित330

👤18-06-2020-
लखनऊ। आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने प्रतिबंधित संगठन अल-कायदा के एजेंट मुहम्मद इनामुल हक को बरेली से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। मूल रूप से हल्द्वानी (उत्तराखंड) निवासी इनामुल लंबे समय से बरेली में नाम बदलकर रह रहा था। बरेली में वह मु.शोएब उर्फ अबु मुहम्मद अल हिंदी के नाम से रह रहा था। अल-कायदा से जुड़ा इनामुल दूसरे युवकों को जेहाद के लिए उकसाने व आतंकी संगठन से जोड़ने की गतिविधियों में लिप्त था। उसके विरुद्ध थाना लखनऊ एटीएस में यूएपी अधिनियम समेत अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है। आरोपित को लखनऊ कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। एटीएस की अर्जी पर कोर्ट ने उसकी 10 दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर की है। एटीएस शुक्रवार सुबह उसे कस्टडी रिमांड पर लेकर नए सिरे से पूछताछ शुरू करेगी। एडीजी एटीएस डीके ठाकुर ने बताया कि आरोपित इनामुल बरेली की डॉ.रियाज कालोनी, कटघर में किराये पर रह रहा था। वह सोशल मीडिया के जरिए जेहादी विचारधार से प्रभावित हुआ था और अल-कायदा के संपर्क में आ गया था। सोशल मीडिया पर निगरानी के दौरान एटीएस को उसके बारे में अहम जानकारियां हाथ लगी थीं, जिसके बाद उसकी गतिविधियों पर नजर रखी गई। पुख्ता जानकारियां जुटाने के बाद इनामुल को गिरफ्तार किया गया है। अल-कायदा के एजेंट मुहम्मद इनामुल हक मुरादाबाद, बुलंदशहर, शाहजहांपुर समेत अन्य जिलों के युवकों को जेहाद के लिए उकसाने का काम कर रहा था। मुहम्मद इनामुल हक युवकों को आतंकी गतिविधियों के लिए प्रशिक्षित करने की बातें कर रहा था। उसके मोबाइल से अल-कायदा द्वारा प्रकाशित साहित्य भी बरामद हुआ है। उसके सोशल मीडिया अकाउंट खंगाले जा रहे हैं। मुहम्मद इनामुल हक के संपर्क में आए युवकों का ब्योरा भी जुटाया जा रहा है। आरोपित के कब्जे से एक मोबाइल फोन व दो सिम बरामद हुए हैं।

🕔 (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)

18-06-2020-
लखनऊ। आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने प्रतिबंधित संगठन अल-कायदा के एजेंट मुहम्मद इनामुल हक को बरेली से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। मूल रूप से हल्द्वानी (उत्तराखंड)...

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 जॉगिंग के लिए घर से बाहर निकलते वक्त इन 5 बातों का रखें ख़्याल

जॉगिंग के लिए घर से बाहर निकलते वक्त इन 5 बातों का रखें ख़्याल177

👤18-06-2020-नई दिल्ली। इससे पहले की आप अपने रनिंग शूज़ पहनकर खुले आसमान में दौड़ने के लिए तैयार हो जाएं, कुछ ऐसी सावधानियां हैं, जिनका आपको ध्यान रखने की ज़रूरत है, ताकि आप और आपके साथ बाकी लोग भी सुरक्षित रह सकें। खासकर उन लोगों के लिए जो हाई-रिस्क कैटेगरी में आते हैं। यानी जिन्हें पहले से डायबिटीज़, दिल की या फिर हाई बीपी की समस्या है। आइए जानें कि घर से बाहर वॉक या रनिंग के लिए निकलते वक्त किन 5 बातों का ख्याल रखना ज़रूरी है।  आधिकारिक रूप से सभी को आपस में कम से कम 6 फीट की दूरी बनाए रखने के लिए कहा गया है, लेकिन मुंह या नाक से निकली बूंदें तेज़ी से संक्रमण फैला सकती हैं, अगर कोई व्यक्ति वॉक कर रहा हो, जॉगिंग या फिर साइक्लिंग। Ansys नाम की एक टेक कंपनी का मानना है कि अगर कोई व्यक्ति 4 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहा हो, तो उसके मुंह या नाक से निकली बूंदे 5 मीटर की दूरी तक फैल सकती हैं।  जब आप किसी महामारी के वक्त दौड़ लगा रहे हों, तो आप इयरफोन्स लगाकर मदहोश नहीं रह सकते। आपको अपने आस पास ध्यान रखने की ज़रूरत है, कि कहीं आप किसी व्यक्ति से टकरा न जाएं। रास्ता को अच्छी तरह देख लें ताकि अगर आपके सामने से कोई लोग आते हैं, तो आप दूसरा रास्ता अपना सकें। हमेशा ऐसी जगह वॉक या रनिंग करें जहां कम लोग हों।  ये जानना ज़रूरी है कि कार्डियोवेस्कुलर एक्टीविटी के दौरान ऑक्सीजन की ज़रूरत बढ़ जाती है, इसलिए इस वक्त मास्क नहीं पहनना चाहिए। मास्क एक व्यक्ति के चेहरे को ढक देता है, जिसकी वजह से मुंह औप नाक से सांस लेना मुश्किल हो जाता है।
🕔 एजेंसी

18-06-2020-नई दिल्ली। इससे पहले की आप अपने रनिंग शूज़ पहनकर खुले आसमान में दौड़ने के लिए तैयार हो जाएं, कुछ ऐसी सावधानियां हैं, जिनका आपको ध्यान रखने की ज़रूरत है, ताकि आप और आपके साथ...

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सुशांत की याद में श्रद्धा कपूर ने जो लिखा, वो पढ़कर आपका दिल भी रो पड़ेगा!

सुशांत की याद में श्रद्धा कपूर ने जो लिखा, वो पढ़कर आपका दिल भी रो पड़ेगा!946

👤18-06-2020-नई दिल्ली। सुशांत सिंह राजपूत के निधन से पूरी इंटस्ट्री सकते में है। उन लोगों के दुख का कोई पारावार नहीं है, जिन्होंने सुशांत के साथ काम किया है या उनके नज़दीक रहे। किसी को यक़ीन नहीं हो रहा कि सुशांत नहीं रहे। इस बात का ग़म अधिक है कि वो इस तरह से गये, जिसकी किसी ने सपने में भी कल्पना नहीं की होगी। सुशांत के साथ छिछोरे में काम कर चुकीं श्रद्धा कपूर की हालत कुछ ऐसी ही है। चार दिन बाद भी वो श्रद्धा इस ग़म में डूबी हैं। थोड़ा सम्भलने के बाद श्रद्धा सुशांत से जुड़ी अपनी यादों को इंस्टाग्राम पर साझा किया, एक बेहद इमोशनल नोट के ज़रिए।\r\nजिन लोगों की वो कद्र करते थे, उन्हें खुश देखना चाहते थे। उसकी मीठी मुस्कान। शूटिंग के दौरान हम खगोल शास्त्र, विभिन्न फलसफों पर बात करते थे। वो लम्हे जो हमने साथ गुज़ारे, वो जादू से भरे थे। उनके घर पर कविता और संगीत की शाम। उन्होंने अपनी टेलीस्कोप से चांद दिखाया था और मैं इस ख़ूबसूरती को इतने क़रीब से देखकर नि:शब्द हो गयी थी।\r\nहमारा छिछोरे गैंग उनके घर गया था, जहां शांति और प्रकृित ने मन मोह लिया। उन्हें प्रकृति से बहुत प्यार था। सामान्य-सी बातें उन्हें मोह लेती थीं और वो उन्हें अपने जीनियस अंदाज़ में देखते थे। वाकई, वो अपनी तरह के अकेले थे। बहुत याद आएगी। सबसे प्यारे सुश। जगमगाते रहना।\'\r\nश्रद्धा ने लिखा- \'\'जो हुआ है, उसे स्वीकार करने की कोशिश कर रही हूं। बहुत मुश्किल है। एक बड़ा खालीपन हो गया है, सुशांत। प्यारे सुश। विनम्र, बुद्धिमान, जीवन के लिए जिज्ञासु, हर चीज़ में सौन्दर्य देखने वाला, हर जगह। अपनी ही मस्ती में नाचने वाला। सेट पर हमेशा आशान्वित रहना। सोच रही हूं, हमारी अगली बातचीत किस विषय पर होती। एक बेहतरीन साथी कलाकार होने के साथ वो एक शानदार व्यक्तित्व थे।
🕔 एजेंसी

18-06-2020-नई दिल्ली। सुशांत सिंह राजपूत के निधन से पूरी इंटस्ट्री सकते में है। उन लोगों के दुख का कोई पारावार नहीं है, जिन्होंने सुशांत के साथ काम किया है या उनके नज़दीक रहे। किसी...

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सेना ने अग्रिम मोर्चो पर तैनाती बढ़ाई, सीमावर्ती गांवों को खाली कराया गया, तीसरी बैठक में भी नहीं बनी बात

सेना ने अग्रिम मोर्चो पर तैनाती बढ़ाई, सीमावर्ती गांवों को खाली कराया गया, तीसरी बैठक में भी नहीं बनी बात2

👤18-06-2020-नई दिल्ली। गलवन घाटी में हुई हिंसक झड़प  से गहराए तनाव का हल निकालने के लिए गुरूवार को दोनों देशों के सैन्य कमांडर स्तर पर हुई बैठक में भी कोई नतीजा नहीं निकला। कमांडर स्तर की बैठक में भारत ने चीन को एक बार फिर साफ कर दिया कि गलवन घाटी में सोमवार से पहले की स्थिति बहाली के अलावा मौजूदा तनाव घटाने का चीन के पास दूसरा कोई विकल्प नहीं है। सेना ने साफ किया है कि भारत का कोई भी सैनिक पूर्वी लद्दाख के गलवन घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हुई हिंसक झड़प के बाद लापता नहीं है। \r\n\r\n\r\nगलवन इलाके में चीनी सेना पीछे हटने को तैयार नहीं  \r\n\r\n\r\n\r\n\r\nलद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर गहराए तनाव के बीच गुरूवार को भी भारतीय सेना ने अग्रिम मोर्चो पर अपनी तैनाती और बढ़ा दी है। लद्दाख के सीमावर्ती इलाकों के कई गांवों को खाली कराया जा रहा है तो चीन से लगी सभी सीमाओं के अग्रिम मोर्चो पर फौज की तैनाती बढ़ायी जा रही है। वहीं चीनी सेना अब भी गलवन घाटी में संघर्ष के इलाके से पीछे हटने को तैयार नहीं है। \r\n\r\nसेना ने अग्रिम मोर्चे पर ज्‍यादा मजबूत किया  \r\nगलवन घाटी पर जबरन धूर्तता से चीनी दावे की हवा निकालने के लिए ही भारतीय सेना ने हिंसक झड़प के मोर्चे पर अपनी तैनाती को और ज्यादा मजबूत कर दिया है। भारत के इस कठोर रुख के कारण ही गुरूवार को हुई तीसरी बैठक में कोई परिणाम नहीं निकला। हालांकि बैठक के नतीजों को लेकर दोनों पक्षों की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया। सेना के प्रवक्ता की ओर से केवल अमेरिकी अखबार में गलवन घाटी की झड़प के बाद कुछ भारतीय सैनिकों के अब भी लापता होने से जुड़ी खबरों के खंडन का आधिकारिक बयान जारी किया गया। \r\n\r\n
🕔 एजेंसी

18-06-2020-नई दिल्ली। गलवन घाटी में हुई हिंसक झड़प  से गहराए तनाव का हल निकालने के लिए गुरूवार को दोनों देशों के सैन्य कमांडर स्तर पर हुई बैठक में भी कोई नतीजा नहीं निकला। कमांडर...

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चीन के साथ विवाद के बीच एयरफोर्स ने दिया 33 नए रूसी लड़ाकू विमानों को खरीदनेे का प्रस्ताव

चीन के साथ विवाद के बीच एयरफोर्स ने दिया 33 नए रूसी लड़ाकू विमानों को खरीदनेे का प्रस्ताव669

👤18-06-2020-
 पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ चल रही तनातनी के बीच भारतीय वायु सेना ने रूस से 21 नए मिग -29 और 12 Su-30MKI सहित 33 नए लड़ाकू विमानों को हासिल करने के लिए एक प्रस्ताव बनाकर सरकार के पास भेज दिया है। सूरकारी सूत्रों के अनुसार, वायु सेना कुछ समय से इस योजना पर काम कर रही है, लेकिन उन्होंने अब इस प्रक्रिया को तेज कर दिया है। 6,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले प्रस्तावों को अगले सप्ताह अंतिम मंजूरी के लिए रक्षा मंत्रालय की उच्च स्तर की बैठक में रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रस्ताव में 12 एसयू -30 एमकेआई को लेने का प्रस्ताव शामिल है, जो विभिन्न दुर्घटनाओं में वायु सेना द्वारा खोए गए विमानों की संख्या की भरपाई करेंगे। भारत ने अलग-अलग बैचों में कई बार 10 से 15 साल की अवधि में 272 सुखोई -30 फाइटर जेट्स के लिए ऑर्डर दिए थे। वरिष्ठ अधिकारियों को लगता है कि सेवा के लिए भारी-भरकम विमान की जरूरत के लिए अब तक हासिल किए गए विमानों की संख्या पर्याप्त होगी।वायु सेना ने यह जांचने के लिए एक अध्ययन किया है कि मिग -29 की एयरफ्रेम लंबे समय तक काम करने के लिए पर्याप्त हैं और वे लगभग नई स्थिति में पाए गए हैं। मिग -29 को वायु सेना द्वारा उड़ाया जाता है और पायलट इससे परिचित होते हैं, लेकिन रूसियों द्वारा पेश की जाने वाली वस्तुएं भारतीय सूची में अलग हैं। वायु सेना के पास मिग -29 के तीन स्क्वाड्रन हैं जिन्हें समय-समय पर आगे बढ़ाने के लिए अपग्रेड किया जाता है और उन्हें वायु रक्षा भूमिकाओं में विश्वसनीय माना जाता है।  

🕔 एजेंसी

18-06-2020-
 पूर्वी लद्दाख में चीन के साथ चल रही तनातनी के बीच भारतीय वायु सेना ने रूस से 21 नए मिग -29 और 12 Su-30MKI सहित 33 नए लड़ाकू विमानों को हासिल करने के लिए एक प्रस्ताव बनाकर सरकार के पास...

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न एयर फंड द्वारा एक सर्वे में सामने आया है कि देश के 85% लोग चाहते हैं कि वायु प्रदूषण पर नकेल कसने के लिये कठोर कानून लाया जाये और नियमो का पालन किया जाये। साथ ही 90% भारतीय अपने शहर की हवा को साफ देखना चाहते हैं। सर्वे में शामिल ज्यादातर लोगों ने वायु प्रदूषण को स्वास्थ्य और पर्यावरण का खतरा माना है। क्लीन एयर फंड के कार्यकारी निदेशक जेन बर्स्टन ने कहा, ‘दुनिया भर के लोग अपनी सरकार से साफ हवा की मांग कर रहे हैं। लॉकडाउन जैसे ही खत्म होगा और आर्थिक गतिविधी शुरु होगी, लोग फिर से खराब हवा में सांस नहीं लेना चाहते।’ क्लीन एयर फंड ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिये एक विशेष स्वास्थ्य और पर्यावरण नीति बनाने, कोरोना संकट से निपटने के लिये जारी आर्थिक पैकेड में वायु प्रदूषण से निपटने के उपाय पर फोकस करने, पैदल चलने और साइकिल चलाने के लिए शहर की सड़कों को अनुकूल बनाने, और लॉकडाउन के दौरान अनुभव किये साफ हवा और नीले आकाश को जारी रखने के लिये नीति बनाने की मांग की है। जेन बर्सटन ने आगे जोड़ा, “हवा की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए कार्रवाई अभी संभव और लोकप्रिय है और इससे जलवायु परिवर्तन को कम करने में भी मदद मिलेगी। सरकारों को साफ हवा के लिये मिल रहे इस व्यापक सार्वजनिक समर्थन का इस्तेमाल करना चाहिए और हमारे स्वास्थ्य और पर्यावरण की रक्षा के लिए पोस्ट-कोविड रिकवरी पैकेज का उपयोग करना चाहिए।” लगभग सभी भारतीय सोचते हैं कि वायु प्रदूषण उनके सामान्य स्वास्थ्य को प्रभावित करता है,  उत्तरदाताओं का 94% लगता है कि वायु प्रदूषण उनके सामान्य स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, 60% को लगता है कि यह उनके सामान्य स्वास्थ्य को प्रभावित करता है 'बहुत अच्छा, 30% सोचते हैं कि यह उनके सामान्य स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।  रिपोर्ट हमारे प्रमुख क्षेत्रों में सार्वजनिक दृष्टिकोण को सारांशित करती है और उन प्रमुख कदमों पर प्रकाश डालती है जो सरकारों को COVID 19 से वापसी के बाद स्वच्छ हवा प्रदान करने के लिए आवश्यक होगी। इसमें भारत, पोलैंड, नाइजीरिया, ग्रेट ब्रिटेन और बुल्गारिया में हमारे मतदान के परिणाम शामिल हैं - और सरकारों को COVID -19 से पुनर्निर्माण की योजनाओं के साथ ही स्वच्छ हवा की रणनीति बनाने के लिए सिफारिशें करता है। पूरे भारत में सर्वेक्षण के निष्कर्ष बताते हैं कि: लगभग सभी भारतीय सोचते हैं कि वायु प्रदूषण उनके सामान्य स्वास्थ्य को प्रभावित करता है  उत्तरदाताओं का 94% लगता है कि वायु प्रदूषण उनके सामान्य स्वास्थ्य को प्रभावित करता है 60% को लगता है कि यह उनके सामान्य स्वास्थ्य को प्रभावित करता है 'बहुत अच्छा 30% सोचते हैं कि यह उनके सामान्य स्वास्थ्य को प्रभावित करता है ‘एक उचित राशि ‘

न एयर फंड द्वारा एक सर्वे में सामने आया है कि देश के 85% लोग चाहते हैं कि वायु प्रदूषण पर नकेल कसने के लिये कठोर कानून लाया जाये और नियमो का पालन किया जाये। साथ ही 90% भारतीय अपने शहर की हवा को साफ देखना चाहते हैं। सर्वे में शामिल ज्यादातर लोगों ने वायु प्रदूषण को स्वास्थ्य और पर्यावरण का खतरा माना है। क्लीन एयर फंड के कार्यकारी निदेशक जेन बर्स्टन ने कहा, ‘दुनिया भर के लोग अपनी सरकार से साफ हवा की मांग कर रहे हैं। लॉकडाउन जैसे ही खत्म होगा और आर्थिक गतिविधी शुरु होगी, लोग फिर से खराब हवा में सांस नहीं लेना चाहते।’ क्लीन एयर फंड ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिये एक विशेष स्वास्थ्य और पर्यावरण नीति बनाने, कोरोना संकट से निपटने के लिये जारी आर्थिक पैकेड में वायु प्रदूषण से निपटने के उपाय पर फोकस करने, पैदल चलने और साइकिल चलाने के लिए शहर की सड़कों को अनुकूल बनाने, और लॉकडाउन के दौरान अनुभव किये साफ हवा और नीले आकाश को जारी रखने के लिये नीति बनाने की मांग की है। जेन बर्सटन ने आगे जोड़ा, “हवा की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए कार्रवाई अभी संभव और लोकप्रिय है और इससे जलवायु परिवर्तन को कम करने में भी मदद मिलेगी। सरकारों को साफ हवा के लिये मिल रहे इस व्यापक सार्वजनिक समर्थन का इस्तेमाल करना चाहिए और हमारे स्वास्थ्य और पर्यावरण की रक्षा के लिए पोस्ट-कोविड रिकवरी पैकेज का उपयोग करना चाहिए।” लगभग सभी भारतीय सोचते हैं कि वायु प्रदूषण उनके सामान्य स्वास्थ्य को प्रभावित करता है,  उत्तरदाताओं का 94% लगता है कि वायु प्रदूषण उनके सामान्य स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, 60% को लगता है कि यह उनके सामान्य स्वास्थ्य को प्रभावित करता है 'बहुत अच्छा, 30% सोचते हैं कि यह उनके सामान्य स्वास्थ्य को प्रभावित करता है।  रिपोर्ट हमारे प्रमुख क्षेत्रों में सार्वजनिक दृष्टिकोण को सारांशित करती है और उन प्रमुख कदमों पर प्रकाश डालती है जो सरकारों को COVID 19 से वापसी के बाद स्वच्छ हवा प्रदान करने के लिए आवश्यक होगी। इसमें भारत, पोलैंड, नाइजीरिया, ग्रेट ब्रिटेन और बुल्गारिया में हमारे मतदान के परिणाम शामिल हैं - और सरकारों को COVID -19 से पुनर्निर्माण की योजनाओं के साथ ही स्वच्छ हवा की रणनीति बनाने के लिए सिफारिशें करता है। पूरे भारत में सर्वेक्षण के निष्कर्ष बताते हैं कि: लगभग सभी भारतीय सोचते हैं कि वायु प्रदूषण उनके सामान्य स्वास्थ्य को प्रभावित करता है  उत्तरदाताओं का 94% लगता है कि वायु प्रदूषण उनके सामान्य स्वास्थ्य को प्रभावित करता है 60% को लगता है कि यह उनके सामान्य स्वास्थ्य को प्रभावित करता है 'बहुत अच्छा 30% सोचते हैं कि यह उनके सामान्य स्वास्थ्य को प्रभावित करता है ‘एक उचित राशि ‘398

👤18-06-2020-न एयर फंड द्वारा एक सर्वे में सामने आया है कि देश के 85% लोग चाहते हैं कि वायु प्रदूषण पर नकेल कसने के लिये कठोर कानून लाया जाये और नियमो का पालन किया जाये। साथ ही 90% भारतीय अपने शहर की हवा को साफ देखना चाहते हैं। सर्वे में शामिल ज्यादातर लोगों ने वायु प्रदूषण को स्वास्थ्य और पर्यावरण का खतरा माना है। क्लीन एयर फंड के कार्यकारी निदेशक जेन बर्स्टन ने कहा, ‘दुनिया भर के लोग अपनी सरकार से साफ हवा की मांग कर रहे हैं। लॉकडाउन जैसे ही खत्म होगा और आर्थिक गतिविधी शुरु होगी, लोग फिर से खराब हवा में सांस नहीं लेना चाहते।’ क्लीन एयर फंड ने वायु प्रदूषण से निपटने के लिये एक विशेष स्वास्थ्य और पर्यावरण नीति बनाने, कोरोना संकट से निपटने के लिये जारी आर्थिक पैकेड में वायु प्रदूषण से निपटने के उपाय पर फोकस करने, पैदल चलने और साइकिल चलाने के लिए शहर की सड़कों को अनुकूल बनाने, और लॉकडाउन के दौरान अनुभव किये साफ हवा और नीले आकाश को जारी रखने के लिये नीति बनाने की मांग की है। जेन बर्सटन ने आगे जोड़ा, “हवा की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए कार्रवाई अभी संभव और लोकप्रिय है और इससे जलवायु परिवर्तन को कम करने में भी मदद मिलेगी। सरकारों को साफ हवा के लिये मिल रहे इस व्यापक सार्वजनिक समर्थन का इस्तेमाल करना चाहिए और हमारे स्वास्थ्य और पर्यावरण की रक्षा के लिए पोस्ट-कोविड रिकवरी पैकेज का उपयोग करना चाहिए।” लगभग सभी भारतीय सोचते हैं कि वायु प्रदूषण उनके सामान्य स्वास्थ्य को प्रभावित करता है,  उत्तरदाताओं का 94% लगता है कि वायु प्रदूषण उनके सामान्य स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, 60% को लगता है कि यह उनके सामान्य स्वास्थ्य को प्रभावित करता है \'बहुत अच्छा, 30% सोचते हैं कि यह उनके सामान्य स्वास्थ्य को प्रभावित करता है। \r\nरिपोर्ट हमारे प्रमुख क्षेत्रों में सार्वजनिक दृष्टिकोण को सारांशित करती है और उन प्रमुख कदमों पर प्रकाश डालती है जो सरकारों को COVID 19 से वापसी के बाद स्वच्छ हवा प्रदान करने के लिए आवश्यक होगी। इसमें भारत, पोलैंड, नाइजीरिया, ग्रेट ब्रिटेन और बुल्गारिया में हमारे मतदान के परिणाम शामिल हैं - और सरकारों को COVID -19 से पुनर्निर्माण की योजनाओं के साथ ही स्वच्छ हवा की रणनीति बनाने के लिए सिफारिशें करता है।\r\nपूरे भारत में सर्वेक्षण के निष्कर्ष बताते हैं कि:\r\nलगभग सभी भारतीय सोचते हैं कि वायु प्रदूषण उनके सामान्य स्वास्थ्य को प्रभावित करता है\r\n उत्तरदाताओं का 94% लगता है कि वायु प्रदूषण उनके सामान्य स्वास्थ्य को प्रभावित करता है\r\n60% को लगता है कि यह उनके सामान्य स्वास्थ्य को प्रभावित करता है \'बहुत अच्छा\r\n30% सोचते हैं कि यह उनके सामान्य स्वास्थ्य को प्रभावित करता है ‘एक उचित राशि ‘
🕔tanveer ahmad

18-06-2020-न एयर फंड द्वारा एक सर्वे में सामने आया है कि देश के 85% लोग चाहते हैं कि वायु प्रदूषण पर नकेल कसने के लिये कठोर कानून लाया जाये और नियमो का पालन किया जाये। साथ ही 90% भारतीय अपने...

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ख़्वाजा ग़रीब नवाज के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने वाले पर हो कानूनी कार्रवाई- एजाज़ अहमद

ख़्वाजा ग़रीब नवाज के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने वाले पर हो कानूनी कार्रवाई- एजाज़ अहमद139

👤17-06-2020-मुलायम सिंह यादव यूथ ब्रिगेड के निवर्तमान ज़िला अध्यक्ष एजाज़ अहमद ने आज न्यूज़18 इंडिया के एंकर अमीश देवगन के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराने के लिए थाना रौनाही में साथियों के साथ थाना प्रभारी दीपेंद्र सिंह को प्रार्थना पत्र देते हुए कानूनी कार्रवाई की मांग की है एजाज़ अहमद ने कहा कि ख़्वाजा गरीब नवाज के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने से करोड़ों लोग आहत हुए हैं देश के बड़ी संख्या में हिंदू और मुसलमान ख्वाजा साहब के दर पर प्रत्येक वर्ष जाते हैं अमीश देवगन द्वारा इस तरह की गैर जिम्मेदाराना और अमर्यादित टिप्पणी से जहां एक ओर देश की गंगा जमुनी तहजीब को ठोस पहुंची है वही हमारे देश की ताकत अनेकता में एकता पर भी हमला हुआ है!  इस मौके पर एशात खान ,सलमान खान ,मुशीर खान ,नईम खान ,दानिश खान ,मोहम्मद शाहरुख खान  मोहम्मद साबिर बाबा प्रमुख रूप से मौजूद रहे!
🕔(मो फहीम/संवाददाता)

17-06-2020-मुलायम सिंह यादव यूथ ब्रिगेड के निवर्तमान ज़िला अध्यक्ष एजाज़ अहमद ने आज न्यूज़18 इंडिया के एंकर अमीश देवगन के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कराने के लिए थाना रौनाही में साथियों के...

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  • विश्व प्रसिद्ध देवा मेला एवं प्रदर्शनी का हुआ भव्य उदघाटन

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    डीएम की धर्मपत्नी ने फीता काटकर किया उदघाटन। 

    बाराबंकी। सूफी संत हाजी वारिस अली शाह के...

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  • अभिनव ने लगाया श्वेता पर बेटे को होटल में अकेला छोड़कर केप टाउन जाने का आरोप

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    पॉपुलर रियलिटी शो खतरों के खिलाड़ी के 11वें सीजन में श्वेता तिवारी भी हिस्सा लेने वाली हैं जिसके लिए एक्ट्रेस...

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  • पोखरे में मिली युवती की नग्‍न लाश, दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका

    30-04-2021-गोरखपुर। खजनी क्षेत्र के ग्राम पंचायत मऊधरमंगल के सिगरा पोखरे में शुक्रवार को एक युवती की नग्न लाश दिखने...

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  • रितिक रोशन और दीपिका पादुकोण की फाइटर होगी बॉलिवुड की सबसे महंगी फिल्म?

    20-01-2021-रितिक रोशन के बर्थडे (10 जनवरी) पर उनकी अपकमिंग फिल्म च्फाइटरज् का 30 सेकंड का टीजर रिलीज किया गया। इस फिल्म को लेकर...

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    03-01-2021-नई दिल्लीl फिल्म एक्ट्रेस नोरा फतेही ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया हैl यह उनके हालिया फोटोशूट का वीडियो...

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