IIT के छात्रों ने बनाया बिना रन-वे के उड़ान भरने वाला एयरक्राफ्ट By tanveer ahmad2019-08-21
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21-08-2019-पहाड़ियों या पथरीले रास्ते से एयरक्राफ्ट न सिर्फ सीधे उड़ान भरेगा बल्कि आसमान की ऊंचाइयों से नजर भी रखेगा। उड़ान भरने के लिए एयरक्राफ्ट को किसी रन-वे की आवश्यकता नहीं होगी। यह ड्रोन की तरह सीधे उड़ान भरेगा लेकिन गति एयरक्राफ्ट की तरह तेज होगी। यह एयरक्राफ्ट आईआईटी के एयरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग के छात्रों ने तैयार किया है। यह एयरक्राफ्ट सामान्य लैंडिंग करने के बजाए पहले पूंछ (टेल) पर उतरेगा। वैज्ञानिकों के मुताबिक इस तरह की लैंडिंग से अन्य की अपेक्षा इसमें दुर्घटना के चांस कम हैं। आईआईटी के एयरोस्पेस इंजीनियरिंग विभाग के छात्र केवलिन कुमार ने अन्य साथियों के साथ बिना रन-वे के उड़ान भरने वाला एयरक्राफ्ट तैयार किया है। केवलिन ने बताया कि पहाड़ियों पर या अन्य कई स्थान ऐसे हैं, जहां रन-वे बनाना मुश्किल होता है। ऐसे स्थानों पर ड्रोन अच्छी तरह कार्य करते हैं। लेकिन, ड्रोन की उड़ने की क्षमता और गति एयरक्राफ्ट की अपेक्षा कम रहती है। इसलिए सोचा कि ऐसा एयरक्राफ्ट तैयार किया जाए, जो बिना रन-वे के उड़ान भर सके। साथ ही पहाड़ियों पर लैंडिंग करते समय उसमें हादसे के चांस भी कम हो। इस एयरक्राफ्ट का पूरा मॉडल तैयार हो गया है। आईआईटी के वैज्ञानिकों की देखरेख में सफल परीक्षण भी हो चुका है। इसका नाम \'टेल सिटर\' रखा गया है। क्योंकि यह एयरक्राफ्ट पूंछ के बल लैंडिंग करता है। फिर पूरा जमीन पर आता है।ड्रोन की तरह हल्का है एयरक्राफ्ट
केवलिन ने बताया कि रन-वे न होने के कारण इसे हल्का बनाना जरूरी था। इसलिए इसके आगे का रूप ड्रोन की तरह दिया गया है। यह उसी की भांति सीधे उड़ान भरता है।सीमा की निगरानी व परिवहन में होगा उपयोगी
छात्रों ने बताया कि यह एयरक्राफ्ट सीमा की निगरानी और परिवहन में अधिक उपयोगी साबित होगा। पहाड़ी इलाकों में बिना रन-वे उड़ान भरकर यह सामान को इधर से उधर ले जा सकता है। साथ ही ड्रोन की अपेक्षा अधिक दूरी तय कर सीमा पर निगरानी कर सकता है।दुर्घटना की संभावना कम
केवलिन ने बताया कि अन्य एयरक्राफ्ट की अपेक्षा टेल सिटर में दुर्घटना की संभावना कम है। अक्सर लैंडिंग के समय एयरक्राफ्ट क्रैश कर जाते हैं। मगर इसके पूंछ के बल लैंडिंग करने से यह काफी हद तक सुरक्षित है।
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