यूपी में मजदूरों के एक लाख मकानों पर दबंगों का कब्जा By tanveer ahmad2019-09-30
सम्बंधित खबरें
- पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती पर लगाया गया स्वास्थ्य शिविर
- विद्यालय की छात्रा को २०२५में आल इंडिया चयनित होने प्रबंध तंत्र ने किया सम्मानित
- कांग्रेस पार्टी संविधान के निर्माता डा0 भीमराव अम्बेडकर के अपमान को लेकर गृहमंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग पर अटल है तनुज पुनिया
- विद्यालय के स्वास्थ्य मेले में पहुंची मुख्य चिकित्साधिकारी बच्चों को किया जागरूक
- जेटगी चैरिटेबल मेडिकल क्लब एवं फार्मेसी विभाग द्वारा जहांगीराबाद इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी मे फ्री मेडिकल कैम्प का आयोजन
30-09-2019-मजदूरों के रहने के लिए बनाए गए घरों पर अब नेताओं, दबंगों और अमीरों का कब्जा हो गया है। इस तरह की शिकायतें आने के बाद श्रम एवं सेवायोजन विभाग के मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के निर्देश पर इसकी जांच शुरू हो गई है। इसका जिम्मा प्रमुख सचिव श्रम सुरेश चन्द्रा को दिया गया है। उन्होंने श्रमायुक्त की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी बनाई है। औद्योगिक शहरों में बनीं कालोनियां: श्रमिकों के घरों की ये कालोनियां 1960 के दशक के बाद प्रदेश के हर औद्योगिक शहर में बनाई गईं। इन कालोनियों में करीब एक लाख घर बनाए गए लेकिन अब इन घरों में शायद ही कोई मजदूर या उसका परिवार रहता हो। ये कालोनियां, कानपुर, गाजियाबाद, लखनऊ, मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद, बरेली और इलाहाबाद सरीखे औद्योगिक शहरों में बनी हैं। श्रम विभाग ने एक से लेकर दो कमरों के मकान बनाए। हाथरस में बसपा के पूर्व मंत्री ने बनाई हवेली: औद्योगिक शहर कानपुर में गोविन्दनगर, शास्त्री नगर, किदवई नगर, गोविन्दनगर और जाजमऊ में करीब 28 हजार मकान मजदूरों के लिए बनाए गए। पहले इन कालोनियों के घरों में रहने वाले मजदूरों से 10 रुपये महीना तक किराया वसूलता था। धीरे-धीरे कुछ श्रमिकों ने अपने मकानों को औने-पौने दामों में बेच दिया तो कई मजदूरों के घर पर दबंगों ने कब्जा कर लिया। अधिकारी बताते हैं कि हाथरस में श्रम कालोनी के कई घरों को मिलाकर बसपा के एक पूर्व मंत्री ने अपनी हवेली खड़ी कर ली है। तीन सदस्यीय कमेटी सौंपेगी जांच रिपोर्ट
शहरों के पॉश एरिया में बनी ये कालोनियों की जमीनों की कीमत ही करोड़ों में है। श्रम विभाग की इन कालोनियों के मकानों को अवैध कब्जे से छुड़ाने की कोशिश अभी तक किसी भी सरकार ने नहीं की। अब श्रम मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने इन मकानों को खाली कराने की पहल की है। उनके निर्देश पर श्रमायुक्त सुधीर एम.बोबड़े की अध्यक्षता में बनी कमेटी में कानपुर के एडिशनल कमिश्नर व श्रम विभाग के एडिशनल कमिश्नर शामिल हैं। ये कमेटी प्रदेश के सभी श्रमिक कालोनियों का दौरा कर जानेगी कि मकान किस मजदूर के नाम आवंटित किया गया था। आवंटी मजदूर या उसके परिजन मकान में हैं या नहीं। नहीं हैं तो मौजूदा समय में किसका अवैध कब्जा है। इस तरह सभी मकानों के बारे में ब्योरा जुटाकर प्रदेश सरकार को जांच रिपोर्ट सौंपेगी। उसके बाद सरकार अवैध कब्जों से मकान खाली कराने की कार्रवाई करेगी।
विश्व प्रसिद्ध देवा मेला एवं प्रदर्शनी का हुआ भव्य उदघाटन
18-10-2024-
अभिनव ने लगाया श्वेता पर बेटे को होटल में अकेला छोड़कर केप टाउन जाने का आरोप
08-05-2021-
View Articleपॉपुलर रियलिटी शो खतरों के खिलाड़ी के 11वें सीजन में श्वेता तिवारी भी हिस्सा लेने वाली हैं जिसके लिए एक्ट्रेस...
पोखरे में मिली युवती की नग्न लाश, दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका
30-04-2021-गोरखपुर। खजनी क्षेत्र के ग्राम पंचायत मऊधरमंगल के सिगरा पोखरे में शुक्रवार को एक युवती की नग्न लाश दिखने...
View Articleरितिक रोशन और दीपिका पादुकोण की फाइटर होगी बॉलिवुड की सबसे महंगी फिल्म?
20-01-2021-रितिक रोशन के बर्थडे (10 जनवरी) पर उनकी अपकमिंग फिल्म च्फाइटरज् का 30 सेकंड का टीजर रिलीज किया गया। इस फिल्म को लेकर...
View Articleनोरा फतेही ने शेयर किया ग्लैमरस फोटोशूट का वीडियो, हुआ वायरल
03-01-2021-नई दिल्लीl फिल्म एक्ट्रेस नोरा फतेही ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया हैl यह उनके हालिया फोटोशूट का वीडियो...
View Article