बलिया में बोलीं राज्यपाल, महिला सशक्तिकरण का उदाहरण है बेटियों का आगे निकलना By tanveer ahmad2019-12-13
सम्बंधित खबरें
13-12-2019-
बलिया में जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 27 मेधावियों को स्वर्ण पदक देकर सम्मानित किया। सभी बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के साथ सफलता के मूल मंत्र भी दिया। सामाजिक हित से जुड़े कार्यों पर चर्चा करते हुए हर किसी को इसमें सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने की भी अपील की। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि स्वर्ण पदक हासिल करने में बेटियों का आगे होना बदलते भारत में महिला सशक्तिकरण का प्रत्यक्ष उदाहरण है। बेटी बचाओं, बेटी पढ़ाओं का जो नारा प्रधानमंत्री ने दिया है, उसका प्रभाव अब सुदूर व पिछड़े इलाको में भी दिखाई देने लगा है। शहर के कलक्ट्रेट परिसर में स्थित ऑडिटोरियम में आयोजित समारोह में राज्यपाल ने अपने सम्बोधन की शुरूआत महापुरूषों व साहित्यकारों को याद करते हुए की।राज्यपाल ने कहा कि यह कोई सामान्य धरती नहीं है, बल्कि यहां का इतिहास गौरवशाली रहा है। पौराणिक ऋषि-मुनियों के साथ स्वाधीनता आंदोलन के नायकों की धरती है। यहां के लोगों का सौभाग्य है कि ऐसी धरती पर जन्म लिया। आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी, आचार्य परशुराम द्विवेदी, रघुनाथ शर्मा, अमरकांत व केदारनाथ सिंह जैसे साहित्यकारों के साथ पूर्व पीएम चन्द्रशेखर ने इस उर्वरा भूमि में जन्म लिया है।राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा समाज व राष्ट्र की ऋण होती है। शिक्षा की शक्ति से सरकार भली-भांति परिचित है। सरकार विशेषकर उच्च शिक्षा में बदलाव नवाचार लाने के लिए प्रतिबद्ध है। पाठ्यक्रम से लेकर आधारभूत ढ़ांचे तक में मूलभूत बदलाव करने की जरुरत है ताकि वैश्विक चुनौतियों व सामाजिक समस्याओं के समाधान करने के लिये योग्य युवा पीढ़ी तैयार कर सकें। हमारी कई गंभीर समस्याओं का समधान तकनीकी शिक्षा में निहित है। पर यह भी ध्यान रखना होगा कि कहीं इस दौड़ में हम शिक्षा के बुनियादी लक्ष्य से भटक न जाएं। उन्होंने कहा कि भारतीय चिंतन परंपरा में शिक्षा को चारित्रिक प्रगति का माध्यम माना गया है।आज पूरी दुनिया भारतीय चिंतन प्रणाली की ओर आशा भरी नजरों से देख रही है। उन्होंने अध्यात्म को शिक्षा का अनिवार्य अंग बनाने की अपील की। उपाधि पाने वाले विद्यार्थियों से कहा कि कक्षाओं में जीवन समाप्त नहीं होता बल्कि यहां से शुरुआत होती है। बोली स्वामी विवेकानंद कहा कि कि ‘पीछे मत देखो बल्कि आगे देखो‘। उन्होंने विवि कुल गीत की सराहना करते हुए कहा कि इसमें जो कहा गया है उसे सभी छात्र-छात्राएं अपने-अपने जीवन में उतारें। समारोह की शुरुआत मां सरस्वती व पूर्व पीएम चंद्रेशखर के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया। इसके बाद विवि का कुल गीत का गायन टीडी कालेज के संगीत टीचर अरविंद उपाध्याय ने किया।भोजन-पानी की बर्बादी रोकने की अपील
जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कई सामाजिक मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने शादी-विवाह में अन्न-जल की बर्बादी की तरफ भी लोगों का ध्यान आकृष्ट कराया। उन्होंने कहा जितना आवश्यक हो उतना ही थाली में भोजन लेने का संकल्प लें तो 30 प्रतिशत अन्न बचेगा। इसी तरह पानी भी उतना ही लें, जितना पीना है। इस तरह हम सब छोटे से प्रयास से काफी हद तक अन्न व जल की बर्बादी रोक सकते हैं। उन्होंने कहा कि राजभवन में कर्मचारियों को भी इसका निर्देश दिया गया है।
विश्व प्रसिद्ध देवा मेला एवं प्रदर्शनी का हुआ भव्य उदघाटन
18-10-2024-
अभिनव ने लगाया श्वेता पर बेटे को होटल में अकेला छोड़कर केप टाउन जाने का आरोप
08-05-2021-
View Articleपॉपुलर रियलिटी शो खतरों के खिलाड़ी के 11वें सीजन में श्वेता तिवारी भी हिस्सा लेने वाली हैं जिसके लिए एक्ट्रेस...
पोखरे में मिली युवती की नग्न लाश, दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका
30-04-2021-गोरखपुर। खजनी क्षेत्र के ग्राम पंचायत मऊधरमंगल के सिगरा पोखरे में शुक्रवार को एक युवती की नग्न लाश दिखने...
View Articleरितिक रोशन और दीपिका पादुकोण की फाइटर होगी बॉलिवुड की सबसे महंगी फिल्म?
20-01-2021-रितिक रोशन के बर्थडे (10 जनवरी) पर उनकी अपकमिंग फिल्म च्फाइटरज् का 30 सेकंड का टीजर रिलीज किया गया। इस फिल्म को लेकर...
View Articleनोरा फतेही ने शेयर किया ग्लैमरस फोटोशूट का वीडियो, हुआ वायरल
03-01-2021-नई दिल्लीl फिल्म एक्ट्रेस नोरा फतेही ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया हैl यह उनके हालिया फोटोशूट का वीडियो...
View Article