बढ़ती महंगाई से परेशान लोगों को राहत देने की तैयारी, राशन की दुकानों पर बिक सकते हैं आलू-प्याज By tanveer ahmad2020-01-18
सम्बंधित खबरें
- समाधान दिवस तहसील महाराजगंज में 31 शिकायतों में चार का मौके पर हुआ निस्तारण
- पीसीएस परीक्षा को लेकर जिला प्रशासन की तैयारी पूरी। लगभग 6 हजार परीक्षार्थी 15 केंद्रों पर देंगे परीक्षा। बायो मैट्रिक अटेंडेंस के बाद मिलेंगे प्रवेश
- नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। सुबह-सुबह स्कूली नाबालिक छात्रों को मोटरसाइकिल पर फरत्ता भरते देखा जा रहा
- दो बाइक सवारो की आमने-सामने भिड़ंत हो गई घटना के दौरान बाइक सवार युवक की मौके पर ही मौत हो गई
- अंबेडकर पर शाह की टिप्पणी से सपाइयों का जोरदार प्रदर्शन
18-01-2020-
सरकार बजट में बढ़ती महंगाई से परेशान लोगों को राहत देने के लिए नया रोडमैप पेश करने की तैयारी कर रही है। ‘हिन्दुस्तान\' को मिली जानकारी के मुताबिक, नीति आयोग ने सब्जियों के बढ़ते दामों को काबू में करने के लिए जन वितरण प्रणाली (पीडीएस) का हिस्सा बनाने का सुझाव दिया है। सूत्रों के मुताबिक नीति आयोग ने सरकार को सुझाव दिया है कि प्याज टमाटर और आलू जैसी सब्जियों के दाम काबू में करने के लिए इन्हें पीडीएस का हिस्सा बना दिया जाए। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण यह फॉर्मूला आम बजट में पेश कर सकती हैं।नीति आयोग का मानना है कि ऐसा करने से न सिर्फ इनके दामों के उतार-चढ़ाव पर काबू पाया जा सकता है बल्कि सरकार की तरफ से इस मोर्चे पर दी जा रही सब्सिडी को भी बेहतर तरीके से इस्तेमाल हो पाएगा। मामले से जुड़े अधिकारी के मुताबिक, वित्त मंत्री के बजट भाषण में नई व्यवस्था की रूपरेखा का जिक्र किया जाएगा। बाद में अगले वित्त वर्ष में योजना को अमली जामा पहनाने पर काम शुरू किया जा सकेगा। खाने पीने पर बड़ा खर्चआयोग के आकलन के मुताबिक, आम उपभोक्ता के कुल खर्च का 50-55 फीसदी हिस्सा सिर्फ खाने पीने की चीजों पर ही खर्च होता है। ऐसे में लगातार बढ़ते खाद्य वस्तुओं की महंगाई ने न सिर्फ आम लोगों को परेशान किया है बल्कि सरकार भी इस दिशा में नई रणनीति बनाने में जुट गई है। नीति आयोग में मंथन महंगाई कम करने को लेकर वित्त मंत्रालय और नीति आयोग के बीच बैठक हुई है जिसमें चर्चा के दौरान इन वस्तुओं को पीडीएस का हिस्सा बनाने पर विचार विमर्श किया गया। पिछले साल दिसंबर महीने में खुदरा महंगाई दर साढ़े पांच साल की ऊंचाई 7.35 फीसदी पर पहुंच गई है। महंगाई की इस दर में सब्जियों और खाने पीने की चीजों के दाम का अहम योगदान रहा है। राज्यों और केद्र के बीच तालमेल का अभावसब्जियों के बढ़ते दामों को काबू में करने के लिए राज्यों और केंद्र सरकार के बीच बिगड़ते तालमेल का खामियाजा भी उपभोक्ताओं को ही उठाना पड़ता है। आशंका जताई जा रही है कि बढ़ती महंगाई को देखते हुए रिजर्व बैंक भी फरवरी महीने में संभावित ब्याज दरों की कटौती के फैसले को टाल सकता है। इस आशंका को देखते हुए उम्मीद ये भी की जा रही है कि सरकार रिजर्व बैंक के लिए महंगाई के पैमाने की समीक्षा कर नई दरें भी निर्धारित कर सकती है। ताकि अर्थव्यवस्था की रफ्तार बढ़ाने के रास्ते में सस्ता कर्ज आड़े न आ सके।
विश्व प्रसिद्ध देवा मेला एवं प्रदर्शनी का हुआ भव्य उदघाटन
18-10-2024-
अभिनव ने लगाया श्वेता पर बेटे को होटल में अकेला छोड़कर केप टाउन जाने का आरोप
08-05-2021-
View Articleपॉपुलर रियलिटी शो खतरों के खिलाड़ी के 11वें सीजन में श्वेता तिवारी भी हिस्सा लेने वाली हैं जिसके लिए एक्ट्रेस...
पोखरे में मिली युवती की नग्न लाश, दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका
30-04-2021-गोरखपुर। खजनी क्षेत्र के ग्राम पंचायत मऊधरमंगल के सिगरा पोखरे में शुक्रवार को एक युवती की नग्न लाश दिखने...
View Articleरितिक रोशन और दीपिका पादुकोण की फाइटर होगी बॉलिवुड की सबसे महंगी फिल्म?
20-01-2021-रितिक रोशन के बर्थडे (10 जनवरी) पर उनकी अपकमिंग फिल्म च्फाइटरज् का 30 सेकंड का टीजर रिलीज किया गया। इस फिल्म को लेकर...
View Articleनोरा फतेही ने शेयर किया ग्लैमरस फोटोशूट का वीडियो, हुआ वायरल
03-01-2021-नई दिल्लीl फिल्म एक्ट्रेस नोरा फतेही ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया हैl यह उनके हालिया फोटोशूट का वीडियो...
View Article