योगी सरकार ने कोरोना अस्पतालों में मरीजों के मोबाइल फोन न रखने का आदेश लिया वापस By tanveer ahmad2020-05-24
सम्बंधित खबरें
- महिला के साथ छेड़छाड़ व मकान पर कब्जा करने के आरोपी की गिरफ्तारी
- पुलिस ने गुम हुआ मोबाइल फोन मालिक को लौटाया
- साइबर क्राइम सेल ने शिकायतकर्ता के फ्रॉड से निकाले गए 99,892 रुपये वापस कराए
- रेडक्रॉस सोसाइटी ने 1303 स्कूली बच्चों को स्वेटर वितरित किए, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने किया शुभारंभ
- अलीगंज पुलिस ने दो व्यक्तियों को शांति व्यवस्था भंग करने के आरोप में किया गिरफ्तार
24-05-2020-
लखनऊ। योगी सरकार ने आखिरकार कोविड अस्पतालों के आइसोलेशन वार्ड में मरीजों के मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध का आदेश वापस ले लिया है।
इस आदेश की काफी आलोचना हो रही थी और इसे अव्यवहारिक बताया जा रहा था। वहीं विपक्षी दल भी लगातार सरकार पर निशाना साध रहे थे। अब सरकार ने आइसोलेशन वार्ड में मोबाइल फोन को लेकर नया आदेश जारी कर दिया है।
अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश अवस्थी ने रविवार को बताया कि कोविड अस्पतालों के आइसोलेशन वार्ड में मोबाइल फोन और चार्जर के रखने को लेकर नया आदेश चिकित्सा शिक्षा विभाग की ओर से जारी कर दिया गया है। इसमें रोगी को आइसोलेशन वार्ड में जाने से पहले मोबाइल फोन और चार्जर के सम्बन्ध में जानकारी देनी होगी। मरीज के भर्ती होने से पहले अस्पताल प्रबन्धन उसके मोबाइल फोन और चार्जर को कीटाणुरहित करेगा, जिससे उससे कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा नहीं हो। इसके साथ ही सम्बन्धित मरीज ये दोनों सामान किसी अन्य रोगी या स्वास्थ्य कर्मी से साझा नहीं करेगा।
उन्होंने कहा कि आइसोलेशन वार्ड से डिस्चार्ज होने पर अस्पताल प्रबन्धन फिर मोबाइल फोन और चार्जर को सेनेटाइज करके सम्बन्धित व्यक्ति को देगा। आइसोलेशन वार्ड से निकलने के बाद मरीज मोबाइल फोन और चार्जर को लेकर पुन: डिस्क्लोजर करेगा। आदेश का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दिये गये हैं। अपर मुख्य सचिव, गृह ने बताया कि प्रदेश सरकार को हर मरीज की चिंता है। इसलिए रोगी के साथ उसके सामान को भी सैनेटाइज कराने को कहा गया है, जिससे किसी भी प्रकार के संक्रमण का खतरा नहीं हो।
इससे पहले चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक डॉ. के.के. गुप्ता ने सभी चिकित्सा विश्वविद्यालयों, चिकित्सा संस्थानों और सभी सरकारी व निजी मेडिकल कालेजों के प्रमुखों को आदेश जारी करते हुए कहा था कि मोबाइल से संक्रमण फैलता है। उन्होंने एल-1, एल-1 व एल-3 कोरोना अस्पतालों के आइसोलेशन वार्डों में मरीजों द्वारा मोबाइल फोन के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने का आदेश जारी किया।
इसके साथ ही उन्होंने निर्देश दिए कि कोविड अस्पताल के इंचार्ज को दो मोबाइल फोन उपलब्ध कराएं जाएं, ताकि मरीज अपने परिजनों से और परिजन अपने मरीज से बात कर सकें। इसके बाद से इस पर सवाल उठने शुरू हो गये।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि अगर मोबाइल से संक्रमण फैलता है तो आइसोलेशन वार्ड के साथ पूरे देश में इसे बैन कर देना चाहिए। यही तो अकेले में मानसिक सहारा बनता है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि वस्तुतः अस्पतालों की दुर्व्यवस्था व दुर्दशा का सच जनता तक न पहुंचे, इसीलिए ये पाबंदी है। जरूरत मोबाइल की पाबंदी की नहीं बल्कि सैनेटाइज करने की है। वहीं सूत्रों के मुताबिक मोबाइल पर मचे कोहराम को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सम्बन्धित अधिकारी को कड़ी फटकार भी लगाई। इसके बाद तत्काल विवादित आदेश वापस लिया गया।
विश्व प्रसिद्ध देवा मेला एवं प्रदर्शनी का हुआ भव्य उदघाटन
18-10-2024-
अभिनव ने लगाया श्वेता पर बेटे को होटल में अकेला छोड़कर केप टाउन जाने का आरोप
08-05-2021-
View Articleपॉपुलर रियलिटी शो खतरों के खिलाड़ी के 11वें सीजन में श्वेता तिवारी भी हिस्सा लेने वाली हैं जिसके लिए एक्ट्रेस...
पोखरे में मिली युवती की नग्न लाश, दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका
30-04-2021-गोरखपुर। खजनी क्षेत्र के ग्राम पंचायत मऊधरमंगल के सिगरा पोखरे में शुक्रवार को एक युवती की नग्न लाश दिखने...
View Articleरितिक रोशन और दीपिका पादुकोण की फाइटर होगी बॉलिवुड की सबसे महंगी फिल्म?
20-01-2021-रितिक रोशन के बर्थडे (10 जनवरी) पर उनकी अपकमिंग फिल्म च्फाइटरज् का 30 सेकंड का टीजर रिलीज किया गया। इस फिल्म को लेकर...
View Articleनोरा फतेही ने शेयर किया ग्लैमरस फोटोशूट का वीडियो, हुआ वायरल
03-01-2021-नई दिल्लीl फिल्म एक्ट्रेस नोरा फतेही ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया हैl यह उनके हालिया फोटोशूट का वीडियो...
View Article