भारत और चीन कई स्तरों पर खुला रखेंगे कूटनीतिक चैनल, सैन्य तनाव को सहमति से सुलझाने पर जोर By एजेंसी2020-06-06
सम्बंधित खबरें
- समाधान दिवस तहसील महाराजगंज में 31 शिकायतों में चार का मौके पर हुआ निस्तारण
- पीसीएस परीक्षा को लेकर जिला प्रशासन की तैयारी पूरी। लगभग 6 हजार परीक्षार्थी 15 केंद्रों पर देंगे परीक्षा। बायो मैट्रिक अटेंडेंस के बाद मिलेंगे प्रवेश
- नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही है। सुबह-सुबह स्कूली नाबालिक छात्रों को मोटरसाइकिल पर फरत्ता भरते देखा जा रहा
- दो बाइक सवारो की आमने-सामने भिड़ंत हो गई घटना के दौरान बाइक सवार युवक की मौके पर ही मौत हो गई
- अंबेडकर पर शाह की टिप्पणी से सपाइयों का जोरदार प्रदर्शन
06-06-2020-
नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच चल रहे मौजूदा सीमा विवाद को लेकर शनिवार को सैन्य स्तर की बातचीत का नतीजा क्या रहेगा, इसका पता लगने में कुछ वक्त लग सकता है लेकिन इतना तय है कि दोनों देशों के बीच कई स्तरों पर कूटनीतिक बातचीत का दौर आगे भी चलता रहेगा। भारत और चीन के विदेश मंत्रालयों के अधिकारियों के बीच एक दिन पहले हुई बातचीत में सहमति बनी है कि सीमा पर सैन्य तनाव को पीएम नरेंद्र मोदी व राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच बनी सहमति के मुताबिक सुलझाया जाएगा। जानकारों के मुताबिक दोनों देश मौजूदा तनाव के बावजूद इस बात के लिए सहमत हैं कि उनके बीच कूटनीतिक मशविरा पहले से भी ज्यादा होना चाहिए। साथ ही कूटनीतिक रिश्तों की 70वीं सालगिरह के अवसर पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों को भी टाला नहीं जाना चाहिए। हालांकि कोविड-19 की वजह से इन कार्यक्रमों को अंतिम रूप देने में देरी हो रही है। सूत्रों के मुताबिक मई के पहले हफ्ते में पूर्वी लद्दाख व सिक्किम के इलाके में भारत व चीन की सेनाओं के बीच तनाव उभरा था और उसके बाद से ही कूटनीतिक चैनल सक्रिय हैं। दोनों देशों के विदेश मंत्रालय के अधिकारी एक दूसरे के संपर्क में हैं। \r\nदोनों देशों के बीच बातचीत के दौर आगे भी जारी रहेंगे\r\nशुक्रवार को आधिकारिक स्तर की बैठक हुई, जिसमें सीमा विवाद का मुद्दा काफी हावी रहा लेकिन उसके पहले ही विभिन्न कूटनीतिक चैनलों से एक दूसरे को अपने मतों से अवगत कराते रहे हैं। दरअसल, यह मोदी और चिनफिंग के बीच बनी सहमति का हिस्सा है कि चाहे जैसी भी स्थिति हो बातचीत का सिलसिला जारी रहना चाहिए। \r\nपांच वर्षों में मेादी और शिनफिंग के बीच तकरीबन 20 बार मुलाकातें हुईं\r\nअगर पिछले पांच वर्षों में देखें तो मोदी और शिनफिंग के बीच जितनी मुलाकातें हुई हैं, शायद ही किसी दो अन्य वैश्विक नेताओं के बीच हुई हों। वर्ष 2014 से 2019 बीच दोनों नेताओं के बीच तकरीबन 20 बार मुलाकातें हुई हैं। इन मुलाकातों की वजह से ही डोकलाम में हालात को नियंत्रित करने में मदद मिली थी। जिस तरह से शुक्रवार को अधिकारियों की वर्चुअल मीटिंग के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय व चीन के राजदूत ने अपने अपने स्तर पर बयान जारी किये हैं, उससे साफ है कि तनाव खत्म करने की मंशा दोनों तरफ है। उधर, देश के कूटनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि पूर्वी लद्दाख में उपजे तनाव को जिस तरह से दूर किया जाएगा, उसका असर लंबे समय तक भारत व चीन के रिश्तों पर पड़ेगा।
विश्व प्रसिद्ध देवा मेला एवं प्रदर्शनी का हुआ भव्य उदघाटन
18-10-2024-
अभिनव ने लगाया श्वेता पर बेटे को होटल में अकेला छोड़कर केप टाउन जाने का आरोप
08-05-2021-
View Articleपॉपुलर रियलिटी शो खतरों के खिलाड़ी के 11वें सीजन में श्वेता तिवारी भी हिस्सा लेने वाली हैं जिसके लिए एक्ट्रेस...
पोखरे में मिली युवती की नग्न लाश, दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका
30-04-2021-गोरखपुर। खजनी क्षेत्र के ग्राम पंचायत मऊधरमंगल के सिगरा पोखरे में शुक्रवार को एक युवती की नग्न लाश दिखने...
View Articleरितिक रोशन और दीपिका पादुकोण की फाइटर होगी बॉलिवुड की सबसे महंगी फिल्म?
20-01-2021-रितिक रोशन के बर्थडे (10 जनवरी) पर उनकी अपकमिंग फिल्म च्फाइटरज् का 30 सेकंड का टीजर रिलीज किया गया। इस फिल्म को लेकर...
View Articleनोरा फतेही ने शेयर किया ग्लैमरस फोटोशूट का वीडियो, हुआ वायरल
03-01-2021-नई दिल्लीl फिल्म एक्ट्रेस नोरा फतेही ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया हैl यह उनके हालिया फोटोशूट का वीडियो...
View Article