यूपी बोर्ड : इस वर्ष कालिदास के रघुवंश महाकाव्य के श्लोक नहीं पढ़ सकेंगे इंटरमीडिएट के विद्यार्थी By tanveer ahmad2020-07-22
सम्बंधित खबरें
- महिला के साथ छेड़छाड़ व मकान पर कब्जा करने के आरोपी की गिरफ्तारी
- पुलिस ने गुम हुआ मोबाइल फोन मालिक को लौटाया
- साइबर क्राइम सेल ने शिकायतकर्ता के फ्रॉड से निकाले गए 99,892 रुपये वापस कराए
- रेडक्रॉस सोसाइटी ने 1303 स्कूली बच्चों को स्वेटर वितरित किए, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने किया शुभारंभ
- अलीगंज पुलिस ने दो व्यक्तियों को शांति व्यवस्था भंग करने के आरोप में किया गिरफ्तार
22-07-2020-प्रयागराज। श्रीराम की जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन अगले माह होने जा रहा है। आदिकवि वाल्मीकि ने राम को नायक बनाकर रामायण रची। ठीक वैसे ही कालिदास ने रघुवंश महाकाव्य लिखा। इस महाकाव्य में रघु के कुल में जन्मे 29 राजाओं में रघु के अलावा दशरथ, राम व लव-कुश आदि का वर्णन है लेकिन, राम का विशद वर्णन है। महाकाव्य के कुछ श्लोक उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) में इंटरमीडिएट के विद्यार्थी पढ़ते रहे हैं। इस बार यूपी बोर्ड ने कोरोना संक्रमण के कारण हर विषय का पाठ्यक्रम 30 प्रतिशत कम किया है। उसमें संस्कृत विषय से इस महाकाव्य के दस श्लोक हटा दिए गए हैं। वेबसाइट पर अपलोड संशोधित पाठ्यक्रम में रघुवंश के श्लोक हटने से चकित हैं। यूपी बोर्ड ने सीबीएसई की तर्ज पर कक्षा नौ लेकर 12 तक के सभी विषयों में 30 प्रतिशत पाठ्यक्रम में कटौती की है। डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा ने इसका ऐलान पिछले सप्ताह ही किया था लेकिन, वेबसाइट पर घटा पाठ्यक्रम सोमवार रात अपलोड हुआ। इंटरमीडिएट के नागरिक शास्त्र विषय में समकालीन विश्व में अमेरिकी वर्चस्व, भारत-अमेरिका संबंध आदि विषय हटाए गए हैं। वहीं स्वतंत्र भारत में राजनीति के अध्याय में राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस के प्रभुत्व की प्रकृति, कांग्रेस की गठबंधनीय प्रकृति, नेहरू के बाद की राजनीतिक परिपाटी, गैर कांग्रेसवाद, कांग्रेस का विभाजन जैसे पाठ हटाए गए हैं। इसी तरह से सैन्य विज्ञान में राष्ट्रीय सुरक्षा नीति, भौतिक विज्ञान में विद्युत चुंबकीय तरंगे, रसायन विज्ञान में दैनिक जीवन में रसायन विज्ञान, बहुलक, जीव विज्ञान में आनुवांशिकी विकास, पारिस्थितिकी व पर्यावरण, वाणिज्य में बैकिंग व्यवसाय व संगठन, ऋण लेने के लिए दी जाने वाली जमानत, भारतीय बैकिंग रूपरेखा, इतिहास में हड़प्पा सभ्यता, उर्दू में मिर्जा गालिब के खुतूत, अंग्रेजी में सोशल एक्सपीरियंस और कंप्यूटर में साफ्टवेयर प्रोग्रामिंग आदि की पढ़ाई छात्र-छात्राओं को नहीं करनी हैं।\r\nहिंदी के गद्य व पद्य के चर्चित रचनाकार किनारे : इंटर में गद्य में जैनेंद्र कुमार, कन्हैयालाल मिश्र, साहित्य में भीष्म साहनी, शिवानी, पद्य में मैथिलीशरण गुप्त, जयशंकर प्रसाद, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, रामधारी सिंह दिनकर व हरिशंकर परसाई। हाईस्कूल में सुमित्रानंदन पंत, महादेवी वर्मा, माखनलाल चतुर्वेदी, केदारनाथ सिंह, अशोक बाजपेयी की कुछ रचनाएं हटाई गई हैं।\r\nसिर्फ इसी वर्ष के लिए पाठ्यक्रम बदला : बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ल का कहना है कि पाठ्यक्रम में संशोधन सिर्फ शैक्षिक सत्र 2020-21 के लिए है। आगे सभी को फिर पूरा पाठ्यक्रम पढ़ना है। किताबों में कोई बदलाव नहीं है। बोले, पाठ्यक्रम में रचनाकार या विषय का पूरा हिस्सा नहीं हटाया गया है बल्कि कुछ अंश सहूलियत के हिसाब से कम किए गए हैं।
विश्व प्रसिद्ध देवा मेला एवं प्रदर्शनी का हुआ भव्य उदघाटन
18-10-2024-
अभिनव ने लगाया श्वेता पर बेटे को होटल में अकेला छोड़कर केप टाउन जाने का आरोप
08-05-2021-
View Articleपॉपुलर रियलिटी शो खतरों के खिलाड़ी के 11वें सीजन में श्वेता तिवारी भी हिस्सा लेने वाली हैं जिसके लिए एक्ट्रेस...
पोखरे में मिली युवती की नग्न लाश, दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका
30-04-2021-गोरखपुर। खजनी क्षेत्र के ग्राम पंचायत मऊधरमंगल के सिगरा पोखरे में शुक्रवार को एक युवती की नग्न लाश दिखने...
View Articleरितिक रोशन और दीपिका पादुकोण की फाइटर होगी बॉलिवुड की सबसे महंगी फिल्म?
20-01-2021-रितिक रोशन के बर्थडे (10 जनवरी) पर उनकी अपकमिंग फिल्म च्फाइटरज् का 30 सेकंड का टीजर रिलीज किया गया। इस फिल्म को लेकर...
View Articleनोरा फतेही ने शेयर किया ग्लैमरस फोटोशूट का वीडियो, हुआ वायरल
03-01-2021-नई दिल्लीl फिल्म एक्ट्रेस नोरा फतेही ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया हैl यह उनके हालिया फोटोशूट का वीडियो...
View Article