UP की सीवेज जांच में नहीं मिला कोरोनावायरस, महाराष्ट्र-आंध्र व तेलंगाना में मिला था वायरस By (तनवीर अहमद सिद्दीकी/संवाददाता)2020-12-17
सम्बंधित खबरें
- महिला के साथ छेड़छाड़ व मकान पर कब्जा करने के आरोपी की गिरफ्तारी
- पुलिस ने गुम हुआ मोबाइल फोन मालिक को लौटाया
- साइबर क्राइम सेल ने शिकायतकर्ता के फ्रॉड से निकाले गए 99,892 रुपये वापस कराए
- रेडक्रॉस सोसाइटी ने 1303 स्कूली बच्चों को स्वेटर वितरित किए, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने किया शुभारंभ
- अलीगंज पुलिस ने दो व्यक्तियों को शांति व्यवस्था भंग करने के आरोप में किया गिरफ्तार
17-12-2020-लखनऊ। संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट (एसजीपीजीआइ) की माइक्रोबायोलॉजी लैब में प्रदेश के विभिन्न शहरों से लिए गए सीवेज के नमूनों में कोरोनावायरस की मौजूदगी नहीं मिली है। जबकि महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना जैसे राज्यों के सीवेज वाटर में कोरोनावायरस पाए जा चुके हैं। यूपी के सीवेज में अब तक कोरोनावायरस नहीं मिलने से बड़ी राहत महसूस की जा रही है। विशेषज्ञों के अनुसार सीवेज के यह नमूने कोरोना के लिए नहीं, बल्कि पोलियो वायरस की मौजूदगी का पता लगाने के लिए संकलित किए गए थे।लिहाजा पोलियो और कोरोनावायरस दोनों की ही जांच की गई।रिपोर्ट के अनुसार किसी भी नमूने में कोरोनावायरस नहीं पाए गए। साथ ही पोलियो की बीमारी फैलाने वाले वायरस भी नहीं मिले। एसजीपीजीआइ में माइक्रोबायोलॉजी की विभागाध्यक्षा डॉ उज्ज्वला घोषाल ने बताया कि इन नमूनों को पोलियो वायरस की जांच के लिए भेजा गया था। इसी नमूने की जांच से कोरोनावायरस की मौजूदगी का भी पता लगाया गया। अब तक छह बड़े शहरों के नमूने जांचे जा चुके हैं, लेकिन किसी भी शहर के सीवेज सैंपल में कोरोनावायरस नहीं पाए गए। उन्होंने बताया की सीवेज सेंपलिंग में टाइमिंग का रोल अहम है। क्योंकि अब तक की जांच व विश्लेषण से पता चला है कि सीवेज के पानी में दो से चार दिनों में कोरोनावायरस स्वतः नष्ट हो जाते हैं। इसकी वजह यह है कि सीवेज के पानी में डिटर्जेंट और साबुन के तत्वों की अधिकता होती है। इसलिए हो सकता है कि सैंपलिंग करते वक्त वायरस पहले से ही खत्म हो चुके हों। इसलिए अभी अन्य जगहों के नमूने भी लेकर जांचे जाएंगे। तभी किसी अंतिम निष्कर्ष पर पहुंचा जा सकेगा। प्रदेश में जिन छह बड़े शहरों के सीवेज के नमूने एसजीपीजीआइ में जांचे गए, उनमें लखनऊ, गोरखपुर, मिर्जापुर, प्रयागराज वाराणसी और आगरा शामिल हैं। इसमें ज्यादा सबसे लखनऊ के चार ( घंटाघर, रूपपुर खदरा, मछली महाल, आरसीएच सीवेज) गोरखपुर से एक (एमएलडी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट), मिर्जापुर एक (पक्का पोखरा ट्रीटमेंट प्लांट), वाराणसी से दो (कोनिका पंपिंग स्टेशन व चौकाघाट) व प्रयागराज से दो (गऊघाट और घाघर नाला) नमूनों समेत कुल 11 सैंपल लिए गए थे।
विश्व प्रसिद्ध देवा मेला एवं प्रदर्शनी का हुआ भव्य उदघाटन
18-10-2024-
अभिनव ने लगाया श्वेता पर बेटे को होटल में अकेला छोड़कर केप टाउन जाने का आरोप
08-05-2021-
View Articleपॉपुलर रियलिटी शो खतरों के खिलाड़ी के 11वें सीजन में श्वेता तिवारी भी हिस्सा लेने वाली हैं जिसके लिए एक्ट्रेस...
पोखरे में मिली युवती की नग्न लाश, दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका
30-04-2021-गोरखपुर। खजनी क्षेत्र के ग्राम पंचायत मऊधरमंगल के सिगरा पोखरे में शुक्रवार को एक युवती की नग्न लाश दिखने...
View Articleरितिक रोशन और दीपिका पादुकोण की फाइटर होगी बॉलिवुड की सबसे महंगी फिल्म?
20-01-2021-रितिक रोशन के बर्थडे (10 जनवरी) पर उनकी अपकमिंग फिल्म च्फाइटरज् का 30 सेकंड का टीजर रिलीज किया गया। इस फिल्म को लेकर...
View Articleनोरा फतेही ने शेयर किया ग्लैमरस फोटोशूट का वीडियो, हुआ वायरल
03-01-2021-नई दिल्लीl फिल्म एक्ट्रेस नोरा फतेही ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया हैl यह उनके हालिया फोटोशूट का वीडियो...
View Article