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राम मंदिर ट्रस्ट में शामिल नहीं करने पर महंत नृत्य गोपाल दास नाराज, भाजपा नेता पहुंचे मनाने

राम मंदिर ट्रस्ट में शामिल नहीं करने पर महंत नृत्य गोपाल दास नाराज, भाजपा नेता पहुंचे मनाने566

👤07-02-2020-राम जन्मभूमि न्यास के प्रमुख महंत नृत्य गोपाल दास ने बृहस्पतिवार (6 फरवरी) को संकेत दिए कि मंदिर निर्माण के लिए गठित नए ट्रस्ट में शामिल नहीं किए जाने से वह नाराज हैं। इसके बाद भाजपा ने उन्हें मनाने के लिए अपने तीन नेता उनके पास भेजे। भाजपा ने अयोध्या से विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, महापौर ऋषिकेश उपाध्याय और अयोध्या महानगर अध्यक्ष अभिषेक मिश्रा को मणि रामदास मंदिर भेजा। हालांकि संतों ने नेताओं को प्रवेश ही नहीं दिया जिसके बाद उन्हें बैरंग लौटना पड़ा। इसके बाद महंत ने तीन बजे संतों की आपात बैठक बुलाई और कहा कि पांच बजे संवाददाता सम्मेलन किया जाएगा। महंत कमल नयन नाथ ने बताया कि बाद में मंदिर प्रशासन ने बैठक में बताया कि संवाददाता सम्मेलन रद्द कर दिया गया है क्योंकि उन्हें गृह मंत्रालय से एक फोन आया है। गुप्ता ने बताया कि उन्होंने महंत और गृह मंत्री अमित शाह के बीच फोन पर बात करने की व्यवस्था की। उन्होंने दावा किया कि ट्रस्ट में तीन पद अभी खाली हैं और महंत को उसमें शामिल किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि वे संत को शांत कर पाए हैं। इससे पहले महंत ने कहा था कि जिन्होंने मंदिर अभियान के लिए जीवन अर्पित कर दिया, उनकी उपेक्षा हुई है।
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07-02-2020-राम जन्मभूमि न्यास के प्रमुख महंत नृत्य गोपाल दास ने बृहस्पतिवार (6 फरवरी) को संकेत दिए कि मंदिर निर्माण के लिए गठित नए ट्रस्ट में शामिल नहीं किए जाने से वह नाराज हैं। इसके...

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भारत में लेटेस्ट वॉर टेक्नोलॉजी लाने के लिए बोइंग तैयार

भारत में लेटेस्ट वॉर टेक्नोलॉजी लाने के लिए बोइंग तैयार564

👤07-02-2020-
अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी बोइंग ने बृहस्पतिवार (6 फरवरी) को कहा कि वह भारत में परिवर्तनकारी क्षमता और समकालीन युद्धक तकनीक लाने के लिए तैयार है। बोइंग की नजर 25 अरब डॉलर से अधिक के दो बड़े लड़ाकू विमान सौंदों पर है। बोइंग भारतीय वायुसेना द्वारा 114 लड़ाकू विमानों के प्रस्तावित सौदे और भारतीय नौसेना के पोत पर तैनात होने वाले 57 विमानों की खरीद के प्रस्ताव का एक मजबूत दावेदार है।कंपनी पहले ही घोषणा कर चुकी है कि यदि उसे भारतीय वायुसेना का सौदा मिल जाता है तो वह एफ/ए..18 सुपर हार्नेट विमानों की निर्माण इकाइयां स्थापित करने को तैयार है। बोइंग इंडिया के अध्यक्ष सलिल गुप्ते ने कहा, \'\'भारत को लेकर हमारी रणनीति का महत्वपूर्ण हिस्सा यह सुनिश्चित करना है कि हमारे रक्षा ग्राहकों के पास सबसे उन्नत प्लेटफॉर्म और क्षमताएं हों और जिसे ऐसे सर्विस मॉडल से मदद मिले जो मिशन को लेकर तैयारी को सुधारे, उच्च प्रदर्शन और सुरक्षा में सहायक हो।\"उन्होंने कहा, \'\'हमारी रणनीति का एक और हिस्सा क्षमताओं का उपयोग करना, नवोन्मेष, इंजीनियरिंग एवं उत्पादकता के फायदे लेना है। \'मेक इन इंडिया\' के साथ नौकरियों का सृजन करने वाले और औद्योगिक क्षमता विकसित करने वाले वैश्विक प्रतिस्पर्धी एयरोस्पेस और डिफेंस इकोसिस्टम को बनाना है, जिसकी पेशकश भारत करता है।\"नौसेना के 57 जेट विमानों की खरीद के प्रस्ताव पर उन्होंने कहा कि एफ/ए-18 भारतीय नौसेना के विमानवाही पोतों के हिसाब से पूरी तरह अनुकूल हैं। वर्तमान समय में भारतीय नौसेना के पास एक विमानवाही पोत आईएनएस विक्रमादित्य है जो रूसी मूल का है। नौसेना की दीर्घकालिक योजना तीन विमानवाही पोत रखने की है। स्वदेशी तौर पर निर्मित विमानवाही पोत आईएनएस विक्रांत के 2022 तक पूरी तरह से परिचालित होने की उम्मीद है।डिफेंस एक्सपो में बोइंग ने \'मेक इन इंडिया\' के प्रयासों को तेज करने के लिए भावी निवेश को रेखांकित किया और उन क्षमताओं को भी रेखांकित किया, जो भारतीय सशस्त्र सेनाओं के लिए प्रस्तावित हैं। इनमें विशेष तौर पर अगली पीढ़ी के एफ/ए-18 ब्लॉक-तीन सुपर होरनेट लड़ाकू विमान शामिल हैं जिसके बारे में कंपनी का कहना है कि यह भारत के लिए परिवर्तनकारी क्षमता और समसामयिक युद्धक प्रौद्योगिकी प्रदान करेगा।गत वर्ष अप्रैल में भारतीय वायुसेना ने करीब 18 अरब डालर कीमत के 114 जेट खरीद के लिए प्रारंभिक निविदा जारी की थी। इसे हाल के वर्षों में विश्व के सबसे बड़े सैन्य खरीद कार्यक्रम में से एक बताया जा रहा है। इस सौदे के शीर्ष दावेदारों में लॉकहीड का एफ..21, बोइंग एफ/ए..18, दसाल्ट एविएशन का राफेल, यूरोफाइटर टाइफून, रूसी मिग 35 और साब का ग्रिपेन शामिल हैं।2018 में भारतीय नौसेना ने अपने विमान वाही पोतों के लिए 57 बहुद्देश्यीय लड़ाकू विमानों की खरीद की प्रक्रिया शुरू की थी। वर्तमान समय में विमानवाही पोत के लिए छह विमान अनुकूल हैं। इनमें राफेल (दसॉल्ट, फ्रांस), एफ/ए..18 सुपर हार्नेट (बोइंग, अमेरिका), मिग 29के (रूस), एफ..35बी और एफ 35सी (लॉकहीड मार्टिन, अमेरिका) और ग्रिपेन (साब, स्वीडन) शामिल हैं। एफ..18, राफेल और मिग..29 दो इंजन वाले विमान हैं, जबकि तीन अन्य एकल इंजन वाले हैं।बोइंग के इंडिया आपरेशंस के प्रबंध निदेशक सुरेन्द्र आहूजा ने भारतीय वायुसेना द्वारा हाल में बोइंग के चिनूक हेवी लिफ्ट और एएच..64ई अपाचे लड़ाकू हेलीकाप्टर सेवा में शामिल करने का उल्लेख करते हुए कहा कि कंपनी देश में अपने ऑपरेशन को विस्तारित करने को तैयार है। उन्होंने साथ ही कहा कि कंपनी स्थानीय रोटरक्राफ्ट प्रशिक्षण एवं सुविधाओं के विकास पर ध्यान केन्द्रित करेगी।
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07-02-2020-
अमेरिकी एयरोस्पेस कंपनी बोइंग ने बृहस्पतिवार (6 फरवरी) को कहा कि वह भारत में परिवर्तनकारी क्षमता और समकालीन युद्धक तकनीक लाने के लिए तैयार है। बोइंग की नजर 25 अरब डॉलर से...

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यूपीटीईटी 2019 में आंसर-की पर आपत्ति की फीस के खिलाफ याचिका खारिज

यूपीटीईटी 2019 में आंसर-की पर आपत्ति की फीस के खिलाफ याचिका खारिज848

👤07-02-2020-
UPTET 2019: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यूपीटीईटी 2019 की गाइडलाइन तय करने के 17 अक्तूबर 2019 के शासनादेश के पैराग्राफ 18.11 की वैधानिकता को चुनौती देने वाली याचिका पर हस्तक्षेप करने से इनकार कर दिया। कोर्ट ने कहा कि याची ने देरी कर दी। सात फरवरी को इसका परिणाम घोषित होने जा रहा है। \r\nयह आदेश न्यायमूर्ति एसपी केशरवानी ने दिया है। धीरेन्द्र कुमार कुशवाहा की याचिका के अनुसार 17 अक्तूबर 2019 के शासनादेश के पैराग्राफ 18.11 में प्रश्न पर आपत्ति के लिए पांच सौ रुपये फीस निर्धारित की गई है। यह भी कहा गया है कि आपत्ति गलत पाए जाने पर फीस के तौर पर जमा धनराशि वापस नहीं की जाएगी। कोर्ट ने इस संबंध में कोई आदेश न देते हुए याचिका खारिज कर दी। \r\nगत आठ जनवरी को हुई परीक्षा की 13 जनवरी को उत्तर कुंजी जारी कर आपत्ति मांगी गई। कुल 1034 आपत्तियों पर विचार कर विशेषज्ञों की जांच के बाद 31 जनवरी को संशोधित अधिसूचना जारी की गई। साथ ही परिणाम सात फरवरी को घोषित करने की बात कही गई। 
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07-02-2020-
UPTET 2019: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यूपीटीईटी 2019 की गाइडलाइन तय करने के 17 अक्तूबर 2019 के शासनादेश के पैराग्राफ 18.11 की वैधानिकता को चुनौती देने वाली याचिका पर हस्तक्षेप करने से इनकार...

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श्रीरामजन्मभूमि न्यास ने अधिग्रहीत परिसर की अपनी भूमि ट्रस्ट को दी

श्रीरामजन्मभूमि न्यास ने अधिग्रहीत परिसर की अपनी भूमि ट्रस्ट को दी982

👤07-02-2020-
राम मंदिर निर्माण के लिए नवगठित रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को श्रीरामजन्मभूमि न्यास ने अधिग्रहीत परिसर स्थित अपनी भूमि समर्पित कर दी है। इस भूमि का जो भी मुआवजा है, वह अपर आयुक्त न्यायिक (क्लेम कमिश्नर) अब नवगठित ट्रस्ट को सौंपेंगे। इसके साथ ही विराजमान रामलला की अपनी ही भूमि का मुआवजा भी ब्याज सहित ट्रस्ट को मिलेगा।विराजमान रामलला के अभिन्न मित्र त्रिलोकी नाथ पाण्डेय ने  रामलला की भूमि का मुआवजा ब्याज सहित नवगठित ट्रस्ट को सौंपने का शपथ पत्र अपर आयुक्त न्यायिक (क्लेम कमिश्नर), फैजाबाद की अदालत में दे दिया है। श्री पाण्डेय ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि वर्ष 1993 में केन्द्र सरकार की ओर से रामजन्मभूमि परिसर के ईद-गिर्द करीब 70 एकड़ भूमि का अधिग्रहण किया गया था। इस अधिग्रहण से अधिग्रहीत भूमि के मुआवजे का मुकदमा अभी भी चल रहा है। उन्होंने बताया कि विराजमान रामलला की ओर से इलाहाबाद हाईकोर्ट के अवकाश प्राप्त न्यायाधीश एवं रामलला के सखा देवकी नंदन अग्रवाल ने क्लेम दाखिल किया था। उन्होंने अपने दावे  में यह याचना की थी कि रामलला की अधिग्रहीत भूमि की मालियत निर्धारित कर ब्याज सहित भुगतान सुरक्षित किया जाए। इसी तरह से अधिग्रहीत परिसर में श्रीरामजन्मभूमि न्यास की ओर से भी क्लेम केस संख्या 42/1993 दायर किया था। उन्होंने बताया कि अधिग्रहीत परिसर में न्यास की ओर से करीब ढ़ाई भूमि अलग-अलग काश्तकारों से खरीदी गई थी।बताया गया कि अपर आयुक्त न्यायिक (क्लेम कमिश्नर)  की अदालत में चल रहे इस मुकदमे में न्यास की ओर से विहिप के अन्तरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपत राय ने क्लेम की धनराशि रामलला को समर्पित करते हुए ट्रस्ट को प्रदान करने का आग्रह किया है।अधिग्रहीत परिसर में पड़े हैं करोड़ों के बिल्डिंग मटीरियल रामजन्मभूमि के अधिग्रहीत परिसर में श्रीरामजन्मभूमि न्यास की ओर से खरीदे गए करोड़ों के बिल्डिंग मैटेरियल भी पड़े हैं। न्यास की ओर से इस मैटेरियल के सापेक्ष भी क्लेम का केस अपर आयुक्त न्यायिक की अदालत में दायर किया गया है।विराजमान रामलला के अभिन्न मित्र त्रिलोकी नाथ पाण्डेय ने बताया कि इन मैटेरियलों में नई-नई खरीदी गई तीन मिक्सर मशीनें एवं सरिया-मोरंग व सीमेण्ट के अलावा कई हजार घनफुट लाल पत्थर हैं। इन मैटेरियल को रामकथा कुंज की भूमि पर शेड व अस्थाई कमरे बनाकर रखा गया था। मालूम हो कि रामकथा कुंज की भूमि तत्कालीन कल्याण सरकार ने रामजन्मभूमि न्यास को एक रुपए वार्षिक लीज पर आवंटित कर दिया था।  
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07-02-2020-
राम मंदिर निर्माण के लिए नवगठित रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को श्रीरामजन्मभूमि न्यास ने अधिग्रहीत परिसर स्थित अपनी भूमि समर्पित कर दी है। इस भूमि का जो भी मुआवजा...

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रणजीत बच्चन से कैसे मिली थी दूसरी पत्नी और क्यों रची थी हत्या की खौफनाक साजिश

रणजीत बच्चन से कैसे मिली थी दूसरी पत्नी और क्यों रची थी हत्या की खौफनाक साजिश363

👤07-02-2020-

विश्व हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रणजीत बच्चन की हत्या की साजिश उनकी दूसरी पत्नी स्मृति ने दोस्त दीपेंद्र के साथ मिल कर रची थी। गुरुवार को स्मृति, दीपेंद्र व संजीत को गिरफ्तार करते हुए पुलिस कमिश्नर ने इसकी जानकारी दी। वहीं, रणजीत बच्चन पर गोली चलाने वाले शूटर जितेंद्र फरार है। जिसकी गिरफ्तारी के लिए 50 हजार रुपए का इनाम रखा गया है। वहीं, गृह विभाग की तरफ से हत्या का खुलासा करने वाली टीम को पांच लाख रुपए का इनाम देने की घोषणा की गई है। 2014 में स्मृति से रंजीत की दोस्ती हुई
पुलिस कमिश्नर सुजीत पाण्डेय ने बताया कि रणजीत बच्चन की दूसरी पत्नी स्मृति को विकासनगर स्थित उसके घर से और दीपेंद्र को मुम्बई से गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि रणजीत बच्चन ने पहली शादी कालिंदी शर्मा से की थी। वर्ष 2014 में रणजीत की दोस्ती स्मृति से हो गई। जिसके बाद दोनों ने शादी कर ली। स्मृति के मुताबिक उसे रणजीत की पहली शादी के बारे में जानकारी नहीं थी। कुछ वक्त बाद हकीकत सामने आने पर उसने विरोध किया। इस पर रणजीत उसके साथ मारपीट करने लगा। परेशान होकर स्मृति विकासनगर स्थित घर आ गई। इसके बाद भी रणजीत ने उसका पीछा नहीं छोड़ा। पति से अलग होने के बाद स्मृति की पहचान दीपेंद्र से हुई। वह लोग शादी करना चाहते थे। जिसमें रणजीत अड़चन डाल रहा था। इसी वजह से स्मृति और दीपेंद्र ने रणजीत को रास्ते से हटाने की योजना तैयार की थी। पुलिस कमिश्नर सुजीत पाण्डेय ने बताया कि हत्या के बाद से ही पुलिस स्मृति पर नजर रखे हुए थी। दो फरवरी की सुबह हत्या कर फरार हुए संदिग्धों के फुटेज मिले थे। सर्विलांस की मदद से भी स्मृति की कॉल डिटेल से एक संदिग्ध नम्बर चिह्नित किया गया था। जो दीपेंद्र का था। हत्या के बाद सामने आई फुटेज में दिखने वाले संदिग्धों से भी दीपेंद्र का हुलिया मिल रहा था। छानबीन के दौरान दीपेंद्र के मुम्बई में होने की खबर मिली। जहां से मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। होटल में रुक कर रणजीत पर रखे थे निगाह
29 जनवरी को दीपेंद्र भाई जितेंद्र के साथ लखनऊ आकर एक होटल में रूका था। पुलिस कमिश्नर सुजीत पाण्डेय के अनुसार आरोपियों ने सफेद रंग की कार से तीन दिन तक रणजीत बच्चन के ओसीआर स्थित घर से सीडीआरआई जाने तक के रास्ते की रेकी की थी। जिसके बाद वह लोग रायबरेली लौट गए थे। एक फरवरी की रात दीपेंद्र और जितेंद्र ड्राइवर संजीत के साथ बोलेनो कार से लखनऊ वापस आए थे। दो फरवरी की सुबह हजरतगंज चौराहे के पास दीपेंद्र कार से उतर गया। वहीं, जितेंद्र थोड़ी दूर स्थित कैपिटल सिनेमा के पास खड़ा हो गया था। पुलिस को मिली फुटेज से इसकी पुष्टि हुई है। पुलिस कमिशनर ने बताया कि रणजीत रिश्तेदार आदित्य के साथ ओसीआर से निकल कर सीडीआरआई जा रहे थे। उसी वक्त से आरोपियों ने पीछा करना शुरू कर दिया था। ग्लोब पार्क के पास जितेंद्र ने रणजीत बच्चन व आदित्य पर गोलियां चलाई थी। सिर में गोली फंसने से रणजीत की मौत हो गई थी, जबकि आदित्य घायल हुआ था। हत्या कर पहुंचे थे रायबरेली
हजरतगंज सनसनीखेज हत्याकांड को अंजाम देने के बाद ड्राइवर संजीत के साथ दीपेंद्र और जितेंद्र रायबरेली गए थे। भागते वक्त आरोपियों ने रणजीत व आदित्य से छीने गए मोबाइल फोन लक्ष्मण मेला मैदान के पास फेंक दिए थे। जिन्हें पुलिस ने बरामद कर लिया था। जेसीपी नीलाब्जा चौधरी के अनुसार फुटेज से सफेद रंग की संदिग्ध कार लक्ष्मण मेला मैदान की तरफ से जाते हुए नजर आई थी। उन्होंने बताया कि बदमाश पुलिस से बचने के लिए हैदरगढ़ होते हुए रायबरेली पहुंचे थे। जहां संजीत व जितेंद्र को छोड़ने के बाद दीपेंद्र मुम्बई भाग गया था। 
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07-02-2020-

विश्व हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष रणजीत बच्चन की हत्या की साजिश उनकी दूसरी पत्नी स्मृति ने दोस्त दीपेंद्र के साथ मिल कर रची थी। गुरुवार को स्मृति, दीपेंद्र व...

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300 किलोमीटर दूर दुश्मन की हरकत पर रखेगा नजर, तूफान से भी तेज सूचना देगा DRDO का एयरबोर्न एयरक्राफ्ट रडार

300 किलोमीटर दूर दुश्मन की हरकत पर रखेगा नजर, तूफान से भी तेज सूचना देगा DRDO का एयरबोर्न एयरक्राफ्ट रडार871

👤05-02-2020-
बालाकोट एयर स्ट्राइक के दौरान पाकिस्तान में रेकी करने वाला भारतीय वायुसेना का एयरबोर्न एयरक्राफ्ट नेत्र तो याद होगा। यह वही रडार युक्त एयरक्राफ्ट था जिसने पाकिस्तान के आसमान में उड़ते हुए 300 किलोमीटर तक रेकी की थी। यह पाकिस्तान के आसमान में होने वाली हलचल की पल-पल सूचना दे रहा था। इसे डीएआरडीओ बेंगलुरु ने तैयार कराया था। अब डीआरडीओ भारतीय एयरफोर्स के लिए इससे भी अत्याधुनिक एयरक्राफ्ट तैयार कर रहा है। करीब चार वर्ष में भारतीय वायुसेना को तफान से भी ज्यादा गति से सूचना देने वाला एयरक्राफ्ट रडार एयरबोर्न मिल जाएगा।डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट आर्गेनाइजेशन (डीआरडीओ) बेंगलुरु ने ही भारतीय वायुसेना को आसमान में सर्विलांस के लिए रडार युक्त एयरक्राफ्ट नेत्र उपलब्ध कराया था। यह वर्ष 2017 में भारतीय वायुसेना को मिला था। अभी एयरफोर्स के पास दो एयरबोर्न रडार हैं। इसी में से एक ने बालाकोट एयर स्ट्राइक में रेकी की थी। यह 300 किलोमीटर तक आसमान में होने वाली हर हरकत पर नजर रखे हुए था। करीब पांच सेकंड में सूचनाएं अपडेट कर रहा था। यानी हर पांच सेकंड में डेटा भारतीय वायुसेना को मिल रहा था कि पाकिस्तान के आसमान में क्या हो रहा है। वह पाकिस्तान के आसमान में उड़ने वाले घरेलू, लड़ाकू विमानों के साथ साथ परिन्दों तक की रिपोर्ट दे रहा था, जिससे भारत को कामयाबी मिली थी। डिफेंस एक्सपो में डीआरडीओ ने इसका प्रदर्शन किया है। सेन्टर फार एयरबोर्न सिस्टम बेंगलुरु के वरिष्ठ वैज्ञानिक अमित कुमार कहते हैं कि जल्दी ही एक और नेत्र भारतीय वायुसेना को सौंप दिया जाएगा। इससे पहले भारतीय वायुसेना को दो नेत्र दिए गए थे। एक वर्ष 2017 व दूसरा वर्ष 2019 में सौंपा गया था। डॉ. अमित बताते हैं कि डीआरडीओ बेंगलुरु अब इससे भी ताकतवर एयरबोर्न एयरक्राप्ट रडार तैयार करा रहा है। पहले बनाया गया नेत्र केवल दोनों तरफ ही 300 किलोमीटर तक नजर रखता था लेकिन नया एयरबोर्न 360 डिग्री पर काम करेगा। यानी हर तरफ से वह आसमान में होने वाली हलचल की रिपोर्ट देगा। यह तीन सेकंड में सूचनाएं अपडेट करेगा। यानी तूफान से भी ज्यादा गति से सूचनाएं अपडेट होंगी, जिससे दुश्मनों के आसमान में होने वाली हर हलचल के बारे में तेजी से जानकारी होगी। इसका भी माडल डिफेंस एक्सपो में प्रदर्शित किया गया है। इसमें करीब आठ आपरेटर बैठ सकेंगे जबकि नेत्र में करीब चार ही रहते थे।दूरी, ऊंचाई, दिशा व चाल की सटीक जानकारी देगा
बेंगलुरु में डीआरडीओ के लैब में तैयार होने वाला यह नया एयरबोर्न रडार बहुत ही सटीक जानकारी देगा। वह 300 किलोमीटर दूर दुश्मन के आसमान में होने वाली गतिविधि की इतनी सटीक जानकारी देगा कि उसमें रत्ती भर अंतर नहीं होगा। अगर कोई विमान आसमान में आ रहा है तो उसकी सही रफ्तार भी बताएगा। उसकी दूरी भी बताएगा। दिशा व उसका पूरा रूट भी भारतीय वायुसेना को बताएगा। सही जानकारी मिलने पर भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान दुश्मनों के विमानों को उसी की सीमा में मार सकेंगे।
🕔 एजेंसी

05-02-2020-
बालाकोट एयर स्ट्राइक के दौरान पाकिस्तान में रेकी करने वाला भारतीय वायुसेना का एयरबोर्न एयरक्राफ्ट नेत्र तो याद होगा। यह वही रडार युक्त एयरक्राफ्ट था जिसने पाकिस्तान...

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पश्चिम बंगाल: सिलीगुड़ी के रबींद्र नगर मार्केट में लगी भीषण आग

पश्चिम बंगाल: सिलीगुड़ी के रबींद्र नगर मार्केट में लगी भीषण आग220

👤05-02-2020-
पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी के रवीन्द्र नगर बाज़ार क्षेत्र में आग लगने से हड़कंप मच गया। सिलीगुड़ी के रबींद्र नगर मार्केट में लगी भीषण आग पर काबू पाने के लिए मौके पर 5 फायर टेंडर की गाड़ियां मौजूद हैं। बताया जा रहा है कि आग में 7 दुकानें जल गई हैं। हालांकि, अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

🕔 एजेंसी

05-02-2020-
पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी के रवीन्द्र नगर बाज़ार क्षेत्र में आग लगने से हड़कंप मच गया। सिलीगुड़ी के रबींद्र नगर मार्केट में लगी भीषण आग पर काबू पाने के लिए मौके पर 5 फायर...

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खुद को मुस्लिम महिलाओं का भाई कहने वाले PM मोदी उनके धरने से डरे क्यों हैं: असदुद्दीन ओवैसी

खुद को मुस्लिम महिलाओं का भाई कहने वाले PM मोदी उनके धरने से डरे क्यों हैं: असदुद्दीन ओवैसी499

👤05-02-2020-
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शनों की मद्देनजर एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि खुद को मुस्लिम महिलाओं का भाई कहने वाले मोदी अब उनके धरने से डरे क्यों हुए हैं। मंगलवार को लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग में लेते हुए ओवैसी ने राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) लाने पर कोई निर्णय नहीं होने से जुड़े सरकार के बयान का हवाला दिया और कहा कि प्रधानमंत्री को चुनौती है कि वह सदन में आकर जवाब दें कि क्या एनपीआर और एनआरसी से जुड़े हैं अथवा नहीं। उन्होंने यह भी पूछा कि क्या सरकार एनआरसी लाएगी या नहीं। भाजपा सदस्यों की टोकाटोकी के बीच उन्होंने आरोप लगाया कि इस सरकार के कार्यकाल में 1933 के जर्मनी के जैसे हालात हैं। हैदराबाद से सांसद ने कहा कि सीएए का विरोध कर रहे लोग अपने वजूद की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री खुद को मुस्लिम महिलाओं का भाई कहते हैं और आज जब मुस्लिम महिलाएं धरने पर बैठी हैं तो उनको मुस्लिम महिलाओं से डर क्यों लगता है? ओवैसी ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के एक बयान की ओर इशारा करते हुए कहा कि \'मुझे गोली मारो\'। इस पर संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी और भाजपा के कुछ अन्य सदस्यों ने आपत्ति जताई तो पीठासीन सभापति बी. महताब ने कहा कि अगर कुछ आपत्तिजनक होगा तो उसे हटाया जाएगा। ओवैसी ने यह आरोप भी लगाया कि मोदी सरकार की विदेश नीति में विफलता का आलम यह है कि अब नेपाल भी भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की पेशकश कर रहा है और अमेरिकी सीनेट एवं यूरोपीय संघ में भारत को लेकर टिप्पणी की जा रही है। चर्चा में भाग लेते हुए कांग्रेस के अब्दुल खालिक ने कहा कि असम के सभी नागरिक सीएए के विरोध में हैं और 1971 के बाद जो भी आया है उसे बाहर जाना होगा। भाजपा के निहाल चंद ने आरोप लगाया कि राजस्थान सरकार मोदी सरकार की कई प्रमुख योजनाओं को लागू नहीं कर रही है और केंद्र सरकार को इस संबंध में हस्तक्षेप करना चाहिए। आरएसपी के एनके प्रेमचंद्रन ने कहा कि सीएए का विरोध हो रहा है कि क्योंकि यह संविधान की मूल भावना के खिलाफ है। टीआरएस के रंजीत रेड्डी और कुछ अन्य सदस्यों ने भी चर्चा में भाग लिया। 

🕔tanveer ahmad

05-02-2020-
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शनों की मद्देनजर एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज...

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नाटक में PM मोदी के लिए अपशब्द पर देशद्रोह का केस, स्कूल बोला- हमने कुछ गलत नहीं किया, कोर्ट में करेंगे बचाव

नाटक में PM मोदी के लिए अपशब्द पर देशद्रोह का केस, स्कूल बोला- हमने कुछ गलत नहीं किया, कोर्ट में करेंगे बचाव608

👤05-02-2020-
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी को लेकर कर्नाटक के एक स्कूल में छात्रों के नाटक के दौरान पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर देशद्रोह के मामले में स्कूल और प्रबंधन के खिलाफ पुलिस ने जांच तेज कर दी है। मगर इस बीच स्कूल प्रबंधन ने कहा कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है और वह कानूनी तौर पर खुद का बचाव करेंगे। बता दें कि यह मामला स्कूल में 21 जनवरी को सीएए पर आयोजित एक नाटक का है, जिसमें कथित तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर अपशब्द कहे गए थे, जिसे लेकर देशद्रोह का केस दर्ज हुआ था। शाहीन ग्रुप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी तौसीफ मदिकेरी ने कहा कि यह शाहीन ग्रुप 20,000 से अधिक छात्रों के साथ नौ राज्यों में 43 शैक्षणिक संस्थान चलाता है। उन्होंने हिन्दुस्तान टाइम्स को बताया, \'यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारी एक प्रधानाध्यापिका और एक छात्र की मां जेल में बंद है। इस मामले की कोर्ट में बुधवार को सुनवाई होने वाली है... हम पूरी तरह से कानूनी तौर पर अपना बचाव करने का इरादा रखते हैं क्योंकि हमने कोई गलत काम नहीं किया है। 10-11 साल के एक बच्चे द्वारा गलती से एक वाक्यांश बोला गया जो गैरइरादतन था। लेकिन हमारे खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा क्यों? दरअसल, नागरिकता संशोधन कानून को लेकर कर्नाटक के बीदर में छात्रों को नाटक करने की कथित तौर पर अनुमति देने के लिए एक स्थानीय स्कूल के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है। इस नाटक में कथित रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की खराब छवि पेश की गई थी। 26 जनवरी को शाहीन स्कूल के प्रबंधन पर भारतीय दंड संहिता की धारा 124 (ए) और 153 (ए) के तहत \'विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता को बढ़ावा देने के लिए\' भी मामला दर्ज किया गया। बता दें कि स्कूल की प्रधानाध्यापिका फरीदा बेगम और पीएम के खिलाफ कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी करने वाले छात्र की मां नजमुन्निसा को 30 जनवरी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। सुनवाई आज यानी बुधवार को बिदर की एक अदालत में होनी है। स्कूल के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस मंगलवार को सादे कपड़ों में जांच के लिये शाहीन स्कूल पहुंची। इससे पहले 28 जनवरी को वर्दी में बच्चों से पूछताछ को लेकर पुलिस की कुछ हलकों में आलोचना हुई थी। अधिकारी ने कहा, \'आज सुबह तीन पुलिसकर्मी कर्नाटक राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्यों के साथ यहां आए। इसके बाद पुलिस उपाधीक्षक एच बसावेश्वर भी यहां पहुंचे। पुलिसकर्मी सादे कपड़ों में थे।\' पुलिस ने बच्चों और स्कूल कर्मचारियों से नाटक लिखने और वे विशिष्ट संवाद बोलने का काम करने वालों के बारे में पूछा। पुलिस पहले ही एक बच्चे की मां नजबुन्निसा को गिरफ्तार कर चुकी है, जिसने कथित विवादित संवाद बोले थे। साथ ही शिक्षिका फरीदा बेगम को भी गिरफ्तार किया गया है, जो इस कार्यक्रम की देखरेख कर रही थी। बीदर के पुलिस उपाधीक्षक एच बसावेश्वर से जब संपर्क किया गया, तो उन्होंने यह कहते हुए टिप्पणी करने से इनकार कर दिया कि वह अभी मामले की जांच कर रहे हैं। पुलिस ने 26 जनवरी को यह मामला दर्ज किया, जब 21 जनवरी का एक वीडियो फेसबुक दिखा, जिसमें चौथी और पांचवीं कक्षा के बच्चे शाहीन स्कूल में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ एक नाटक कर रहे थे और अपने डायलॉग में वे पीएम मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल कर रहे थे। बच्चों ने स्कूल के वार्षिक समारोह में भाग लेने के दौरान यह नाटक किया।

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05-02-2020-
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फर्जीवाड़े में रोडवेज के प्रधान प्रबंधक पर एफआईआर के आदेश

फर्जीवाड़े में रोडवेज के प्रधान प्रबंधक पर एफआईआर के आदेश537

👤05-02-2020-
रोडवेज की भर्ती में हुए फर्जीवाड़े के मामले में सीजेएम न्यायालय ने प्रधान प्रबंधक (श्रम कल्याण), परिवहन मुख्यालय लखनऊ जेएन सिन्हा, मेरठ के एआरएम नीरज सक्सेना और फर्रुखाबाद के तत्कालीन जिला विकास अधिकारी एके सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए हैं। अलीगढ़ में तैनात एआरएम वित्त प्रवीण कुमार ने अदालत में प्रार्थनापत्र देकर कहा था कि वर्ष 2011-12 में तत्कालीन प्रबंध निदेशक सिटी ट्रांसपोर्ट नीरज सक्सेना और जिला विकास अधिकारी एके सिंह ने सांठगांठ कर कूटरचित प्रशिक्षण प्रमाणपत्रों के आधार पर पीआरडी जवानों को आगरा सिटी में तैनात किया है। उन्होंने अदालत को बताया कि 29 जनवरी 2018 को आयुक्त आगरा ने अपर नगर मजिस्ट्रेट से इसकी जांच कराई तो फर्जीवाड़ा सही पाया गया, इस पर उन्होंने एफआर्ईआर दर्ज करने की संस्तुति की। यह रिपोर्ट 5 माह विलंब से प्रबंध निदेशक को अग्रसारित की गई जबकि रिपोर्ट कार्रवाई के लिए डीएम को भी भेजनी थी। एआरएम प्रवीण कुमार ने प्रार्थनापत्र में आरोप लगाया कि मुख्य आरोपित नीरज को वर्ष 2012 से ऊपर के अफसरों से संरक्षण प्राप्त होने के कारण कोई कार्रवाई नहीं की गई, बल्कि उन्हें ही प्रताड़ित किया गया इसलिए मजबूर होकर अदालत की शरण लेनी पड़ी। पूरे मामले को सुनने के बाद अदालत ने फतेहगढ़ कोतवाली पुलिस को इसमें एफआईआर दर्ज करने के लिए  आदेशित किया है । एआरएम प्रवीण  कुमार ने बताया कि इस मामले में उन्होंने सैकड़ों प्रार्थनापत्र देकर शिकायतें कीं पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, आखिरकार उन्हें न्यायालय से न्याय मिला है ।

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