Back to homepage

Latest News

AKTU : कॉलेजों की मनमानी रोकने के लिए चैलेंज मूल्यांकन नियम में बदलाव

AKTU : कॉलेजों की मनमानी रोकने के लिए चैलेंज मूल्यांकन नियम में बदलाव304

👤21-10-2019-डॉ एपीजे अब्दुल कलमा प्राविधिक विश्वविद्यालय ने चैलेंज मूल्यांकन को लेकर अपने नियमों में बदलाव किया है। एकेटीयू प्रशासन के मुताबिक जिस दिन छात्र का चैलेंज मूल्यांकन का रिजल्ट घोषित होगा। उसी दिन से छात्रों की उपस्थिति मानी जाएगी। असल में कुछ कॉलेज चैलेंज मूल्यांकन में पास होने के बाद भी छात्रों को परीक्षा फार्म भरने से उपस्थिति कम होने की वजह से रोक देते थे। कॉलेजों की मनमानी रोकने के लिए प्रशासन ने यह बदलाव किया है।कम उपस्थिति पर रोक देते हैं कॉलेज
परीक्षा नियंत्रक प्रो राजीव कुमार के मुताबिक इंजीनियरिंग व विधाओं की सेमेस्टर परीक्षा का परीक्षाण जून और जुलाई महीने में घोषित कर दिए जाते हैं। जिन छात्रों को अपने अंकों को लेकर संशय होता है। उन छात्रों से चैलेंज मूल्यांकन भरने के लिए जुलाई महीने में ही आवेदन मांगे जाते हैं। जुलाई से ही छात्रों की कक्षाएं भी शुरू हो जाती हैं। छात्रों के आवेदन के बाद उनकी कापियों का मूल्यांकन कराया जाता है। चैलेंज मूल्यांकन का परिणाम सितम्बर महीने तक आता है। मूल्यांकन में पास होने वाले छात्रों ने शिकायत की थी कि जुलाई से सत्र शुरू हो जाता है और परिणाम सितम्बर में आता है। इस बीच वह परीणाम के इंतजार में कक्षाएं नहीं कर पाते हैं। पास होने के बाद कॉलेज यह कर परीक्षा फार्म भरने नहीं देते हैं कि उनकी उपस्थिति कम है। ऐसे में एकेटीयू ने निर्देश जारी किए हैं कि जो चैलेंज मूल्यांकन में पास होते हैं। उनकी उपस्थिति परिणाम घोषित होने के दिन से मानी जाएं।अतिरिक्त कक्षाएं लगाकर पूरी करें उपस्थित
प्रो राजीव कुमार बताते हैं कि कॉलेजों को निर्देश दिए है कि जो छात्र चैलेंज मूल्यांकन में पास हुए है। उनको उपस्थित परिणाम घोषित होने के दिन से मानी जाएं। साथ ही कॉलेज अतिरिक्त कक्षाओं के जरिए छात्रों की उपस्थिति पूरी करें और उनका कोर्स पूरा कराएंदस हजार छात्र करते हैं आवेदन
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय से सम्बद्ध प्रदेश के 756 संस्थानों से हर साल करीब डेढ़ लाख से अधिक छात्र सेमेस्टर परीक्षा में शामिल होते हैं। इनमें परीक्षा के बाद औसतन करीब दस से पन्द्रह हजार छात्र अपने अंकों को लेकर चैलेंज मूल्यांकन के लिए आवेदन करते हैं। जानकारों की मानें तो करीब 40 प्रतिशत छात्रों के अंकों में बदलाव भी होता है।यह है चैलेंज मूल्यांकन
किसी छात्र को संशय है कि उसने कापी में सही लिखा तो और नम्बर कम मिलें है तो वह 5 हजार रुपए शुल्क देकर चैलेंज मूल्यांकन के लिए आवेदन कर सकता है। इसके प्रशासन तीन अलग-अलग शिक्षकों से छात्र की चेक कराता है। इसमें दस प्रतिशत अधिक बढ़ गए तो छात्र की फीस वापस हो जाती है और शिक्षक  को प्रतिबंधित कर दिया जाता है।
🕔tanveer ahmad

21-10-2019-डॉ एपीजे अब्दुल कलमा प्राविधिक विश्वविद्यालय ने चैलेंज मूल्यांकन को लेकर अपने नियमों में बदलाव किया है। एकेटीयू प्रशासन के मुताबिक जिस दिन छात्र का चैलेंज मूल्यांकन...

Read Full Article
रेलवे कर्मचारियों को झटका: वीआरएस लेने वाले के बच्चे को नहीं मिलेगी नौकरी

रेलवे कर्मचारियों को झटका: वीआरएस लेने वाले के बच्चे को नहीं मिलेगी नौकरी299

👤21-10-2019-रेलवे में वीआरएस लेकर एक बच्चे को नौकरी दिलाने के खेल पर रेलवे बोर्ड ने ब्रेक लगाकर कर्मचारियों के सपने तोड़ दिए हैं। हाईकोर्ट की फटकार के बाद बोर्ड ने संज्ञान लिया। ग्रुप डी के कर्मचारी वीआरएस तो ले सकेंगे, लेकिन उनके एक बच्चे को नौकरी नहीं मिलेगी। आरआरबी के माध्यम से निकलने वाली नौकरियों के माध्यम से ही चयन होगा। इज्जतनगर रेल मंडल में ऐसे करीब 2500 आवेदन निरस्त किए गए। यही हाल मुरादाबाद रेल मंडल का है। जनसंपर्क अधिकारी राजेंद्र सिंह का कहना है, यह योजना कई महीने पहले बंद हो चुकी है।  
यूनियन नेताओं की मांग पर दी गई थी राहत 
यूनियन नेताओं ने रेलवे बोर्ड और मंत्रालय में मांग उठाई थी। जो कर्मचारी अक्षम हैं। नौकरी करने की स्थिति में नहीं हैं। ऐसे कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी जाएं, लेकिन उनके एक बच्चे को नौकरी दे दी जाए। रेल के ऑपरेटिंग विभाग में ग्रुप डी में यह व्यवस्था लागू करा दी गई। सात-आठ साल तक नौकरी का खेल चला। तीन-चार साल नौकरी के बचने पर कर्मचारी वीआरएस लेकर अपने एक बच्चे को नौकरी दिलवा देते थे। मेडिकल और शैक्षिक योग्यता के आधार पर चयन कर लिया जाता था। हजारों की संख्या में बिना परीक्षा के नौकरियां दी गईं। 
हाईकोर्ट में अपील के बाद जागे अफसर 
सात-आठ महीने पहले एक व्यक्ति ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की। उसने कहा कि कंप्टीशन का दौर चल रहा है। जब सभी विभाग में परीक्षा के आधार पर नौकरियां मिल रही है तो रेलवे में वीआरएस के नाम पर नियुक्तियों में खेल क्यों हो रहा है। बिना किसी कंप्टीशन के नियुक्ति पत्र रेलकर्मियों के बच्चों को दिए जाते हैं। कर्मचारी अपनी पूरी सर्विस करता है, जब तीन साल की सर्विस रह जाती है। तभी वीआरएस देकर एक बच्चे को नौकरी दिलवा देता है। उसको पेंशन दी जाती है तो बच्चे को नौकरी देने का क्या मतलब हुआ। हाई कोर्ट ने इसको लेकर रेल बोर्ड की फटकार लगाई तब वीआरएस के नाम पर नौकरी का खेल बंद हुआ।
🕔tanveer ahmad

21-10-2019-रेलवे में वीआरएस लेकर एक बच्चे को नौकरी दिलाने के खेल पर रेलवे बोर्ड ने ब्रेक लगाकर कर्मचारियों के सपने तोड़ दिए हैं। हाईकोर्ट की फटकार के बाद बोर्ड ने संज्ञान लिया। ग्रुप...

Read Full Article
कमलेश तिवारी हत्याकांडः मुइनुद्दीन और अशफाक पर ढाई लाख का ईनाम

कमलेश तिवारी हत्याकांडः मुइनुद्दीन और अशफाक पर ढाई लाख का ईनाम911

👤21-10-2019-कमलेश तिवारी हत्याकांड में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कोई भी कसर नहीं छोड़ रही है। इस कड़ी में उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से आज सोमवार को हत्या के मुख्य आरोपी मुइनुद्दीन और अशफाक पर ढाई लाख के ईनाम की घोषणा की गई है। इससे पहले पुलिस जांच में तेजी दिखाते हुए कई खुलासे कर चुकी है। हत्याकांड का खुलासा करते हुए यूपी डीजीपी ओपी सिंह ने बताया था कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए हर मुनासिब प्रयास किए जा रहे हैं। 
🕔tanveer ahmad

21-10-2019-कमलेश तिवारी हत्याकांड में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कोई भी कसर नहीं छोड़ रही है। इस कड़ी में उत्तर प्रदेश पुलिस की ओर से आज सोमवार को हत्या के मुख्य आरोपी मुइनुद्दीन...

Read Full Article
कमलेश तिवारी हत्याकांड: आरोपी मौलाना अनवारुल हक से पूछताछ, सिर कलम करने पर रखा था 51 लाख का इनाम

कमलेश तिवारी हत्याकांड: आरोपी मौलाना अनवारुल हक से पूछताछ, सिर कलम करने पर रखा था 51 लाख का इनाम702

👤19-10-2019-उत्तर प्रदेश में हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या के केस में पुलिस ने आज शनिवार को आरोपी मौलाना अनवारुल हक से पूछताछ की है। अनवारुल ने साल 2015 में कमलेश तिवारी का सिर कलम करने वाले को 51 लाख रुपये इनाम में देने की घोषणा की थी। पुलिस ने मौलाना से बिजनौर में पूछताछ की है। दोनों नेताओं के बीच लंबे समय से जुबानी जंग चली आ रही थी। कमलेश तिवारी हत्याकांड में अनवारुल हक के रूप में पहले आरोपी से पूछताछ की है। बताते चलें कि साल 2015 में अनवारुल ने कमलेश तिवारी का सिर कलम करने वाले को 51 लाख रुपये ईनाम में देने की घोषणा की थी। अनवारुल से थाना नगीना के आशियाना कॉलोनी में पूछताछ की गई। इसके अलावा गुजरात के सूरत से भी कई संदिग्धों को हिरासत में लेने की खबरें आ रहीं हैं। संदिग्धों को हिरासत में लेकर पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।कमलेश के घर का कैमरा खराब निकलाघटना के बाद जब पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे तो कमलेश के घर में ऊपर की ओर लगा एक कैमरा दिखा। बस, पुलिस की नजर चमक उठी लेकिन जब कैमरे की रिकार्डिंग देखी जाने लगी तो पता चला कि यह कैमरा तो खराब है। वहीं चंद दूरी पर बने एक और मकान में कैमरा लगा था। यह कैमरा भी खराब निकला। छावनी में बदल गया खुर्शेदबागशुक्रवार दोपहर को कमलेश तिवारी की हत्या से पुलिस अफसरों में हड़कम्प मच गया। आनन फानन शहर भर के पुलिस अधिकारी, कई थानों की फोर्स और पीएसी मौके पर पहुंच गई। कमलेश के घर के अगल-बगल की गली पुलिसकर्मियों से पट गई थी। इलाके के लोग भी दहशत में दिखे कि आखिर यह सब कैसे हो गया।कड़ी सुरक्षा में होगा अंतिम संस्कारकमलेश तिवारी का शव देर रात लखनऊ से महमूदाबाद स्थित राम जानकी मंदिर लाया गया। जहां शनिवार सुबह रामपुर मथुरा रोड स्थित राम जानकी मंदिर ट्रस्ट की बाग में शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा।  सुरक्षा के लिहाज से महमूदाबाद के मुख्य मार्गों पर पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग की गयी है। जनपद के कई थानों की पुलिस के साथ पीएसी के जवान, चार सीओ, दमकल गाड़ी, ब्रजवाहन सुरक्षा को लेकर मौजूद हैं। कमलेश तिवारी का पार्थिव शरीर 3.30 देर रात सीतापुर के महमूदाबाद पहुंचा।मां बोलीं-योगी के आने तक नहीं होगा अंतिम संस्कारकमलेश तिवारी की मां कुसमा तिवारी ने कहा बेटे के शव को जबरदस्ती महमूदाबाद भेजा गया। बोली जब तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नहीं आएंगे तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं करने देंगे। मौके पर अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी और अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी एमपी सिंह के अलावा चार सीओ और कई थानों की पुलिस मौजूद।
🕔tanveer ahmad

19-10-2019-उत्तर प्रदेश में हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या के केस में पुलिस ने आज शनिवार को आरोपी मौलाना अनवारुल हक से पूछताछ की है। अनवारुल ने साल 2015 में कमलेश तिवारी...

Read Full Article
अयोध्या विवाद पर फैसला मुस्लिमों के पक्ष में आया तो घेर कर छोड़ देंगे जमीन: बाबरी मस्जिद के पक्षकार हाजी महबूब

अयोध्या विवाद पर फैसला मुस्लिमों के पक्ष में आया तो घेर कर छोड़ देंगे जमीन: बाबरी मस्जिद के पक्षकार हाजी महबूब336

👤19-10-2019-अयोध्या विवाद में बाबरी मस्जिद के पक्षकार हाजी महबूब ने शुक्रवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला मुस्लिमों के हक में आया तो विवादित परिसर में जमीन को घेर कर छोड़ देंगे। उन्होंने कहा कि मुस्लिम पक्ष फिलहाल दोबारा मस्जिद तामीर करने के हक में नहीं है और न ही इसकी कोई तैयारी ही की गई है। उन्होंने यहां एक बातचीत में कहा कि मुल्क में चैन और सुकून कायम रहे, यही हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि हम पहले भी कहते रहे हैं कि मस्जिद की जगह को छोड़कर शेष स्थान पर मंदिर का निर्माण कराएं तो हम लोग भी कारसेवा में शामिल हो सकते हैं। हमें कोई एतराज नहीं है। उन्होंने कहा कि इस मामले को हल करने के लिए कई बार मीटिंग हो चुकी है। हर मीटिंग में यही सवाल उठता रहा है और हर मंच पर यह बात दोहराई जा चुकी है। उन्होंने कहा कि जहां बात जिद की है तो फिर कोर्ट के फैसले का इंतजार ही एकमात्र रास्ता है। उन्होंने कहा कि कोर्ट का जो फैसला होगा, उसे हम मानेंगे। उधर एक अन्य मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी ने भी कहा कि कोर्ट का जो भी  फैसला आएगा, उसे हम मानने के लिए तैयार हैं। मुस्लिम पक्ष के अधिवक्ता के खिलाफ तहरीर
अखिल भारत हिन्दू महासभा के जिलाध्यक्ष राकेश दत्त मिश्र ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता राजीव धवन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए कैंट थाने में तहरीर दी है। श्रीराम जन्मभूमि विवाद में सर्वोच्च न्यायालय में 16 अक्तूबर को सुनवाई के दौरान मुस्लिम पक्ष के अधिवक्ता राजीव धवन ने श्रीराम जन्मभूमि का नक्शा फाड़ दिया था। तहरीर में इस घटना को देशद्रोह बताया गया है।मुस्लिम पक्षकार के खिलाफ अर्जी पर सुनवाई फिर टली 
अयोध्या के राम मन्दिर/बाबरी मस्जिद विवाद में एक निजी न्यूज चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में फंसे बाबरी मस्जिद के पक्षकार हाजी महबूब के खिलाफ द्वितीय न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में केस दर्ज करने के लिए दायर अर्जी पर सुनवाई शुक्रवार को भी नहीं हो सकी। मामले में थाना रामजन्मभूमि से तलब की गई आख्या नहीं आने पर सुनवाई के लिए अगली तारीख 21 अक्तूबर तय गई है। यह आदेश द्वितीय न्यायिक मजिस्ट्रेट देवेन्द्र प्रताप सिंह ने दिया।
🕔tanveer ahmad

19-10-2019-अयोध्या विवाद में बाबरी मस्जिद के पक्षकार हाजी महबूब ने शुक्रवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला मुस्लिमों के हक में आया तो विवादित परिसर में जमीन को घेर कर छोड़ देंगे।...

Read Full Article
अयोध्या विवाद पर फैसला मुस्लिमों के पक्ष में आया तो घेर कर छोड़ देंगे जमीन: बाबरी मस्जिद के पक्षकार हाजी महबूब

अयोध्या विवाद पर फैसला मुस्लिमों के पक्ष में आया तो घेर कर छोड़ देंगे जमीन: बाबरी मस्जिद के पक्षकार हाजी महबूब187

👤19-10-2019-अयोध्या विवाद में बाबरी मस्जिद के पक्षकार हाजी महबूब ने शुक्रवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला मुस्लिमों के हक में आया तो विवादित परिसर में जमीन को घेर कर छोड़ देंगे। उन्होंने कहा कि मुस्लिम पक्ष फिलहाल दोबारा मस्जिद तामीर करने के हक में नहीं है और न ही इसकी कोई तैयारी ही की गई है। उन्होंने यहां एक बातचीत में कहा कि मुल्क में चैन और सुकून कायम रहे, यही हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि हम पहले भी कहते रहे हैं कि मस्जिद की जगह को छोड़कर शेष स्थान पर मंदिर का निर्माण कराएं तो हम लोग भी कारसेवा में शामिल हो सकते हैं। हमें कोई एतराज नहीं है। उन्होंने कहा कि इस मामले को हल करने के लिए कई बार मीटिंग हो चुकी है। हर मीटिंग में यही सवाल उठता रहा है और हर मंच पर यह बात दोहराई जा चुकी है। उन्होंने कहा कि जहां बात जिद की है तो फिर कोर्ट के फैसले का इंतजार ही एकमात्र रास्ता है। उन्होंने कहा कि कोर्ट का जो फैसला होगा, उसे हम मानेंगे। उधर एक अन्य मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी ने भी कहा कि कोर्ट का जो भी  फैसला आएगा, उसे हम मानने के लिए तैयार हैं। मुस्लिम पक्ष के अधिवक्ता के खिलाफ तहरीर
अखिल भारत हिन्दू महासभा के जिलाध्यक्ष राकेश दत्त मिश्र ने शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता राजीव धवन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए कैंट थाने में तहरीर दी है। श्रीराम जन्मभूमि विवाद में सर्वोच्च न्यायालय में 16 अक्तूबर को सुनवाई के दौरान मुस्लिम पक्ष के अधिवक्ता राजीव धवन ने श्रीराम जन्मभूमि का नक्शा फाड़ दिया था। तहरीर में इस घटना को देशद्रोह बताया गया है।मुस्लिम पक्षकार के खिलाफ अर्जी पर सुनवाई फिर टली 
अयोध्या के राम मन्दिर/बाबरी मस्जिद विवाद में एक निजी न्यूज चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में फंसे बाबरी मस्जिद के पक्षकार हाजी महबूब के खिलाफ द्वितीय न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में केस दर्ज करने के लिए दायर अर्जी पर सुनवाई शुक्रवार को भी नहीं हो सकी। मामले में थाना रामजन्मभूमि से तलब की गई आख्या नहीं आने पर सुनवाई के लिए अगली तारीख 21 अक्तूबर तय गई है। यह आदेश द्वितीय न्यायिक मजिस्ट्रेट देवेन्द्र प्रताप सिंह ने दिया।
🕔tanveer ahmad

19-10-2019-अयोध्या विवाद में बाबरी मस्जिद के पक्षकार हाजी महबूब ने शुक्रवार को कहा कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला मुस्लिमों के हक में आया तो विवादित परिसर में जमीन को घेर कर छोड़ देंगे।...

Read Full Article
योगी सरकार ने कॉलेजों में मोबाइल फोन पर नहीं लगाया बैन, उच्च शिक्षा निदेशालय का आया बयान

योगी सरकार ने कॉलेजों में मोबाइल फोन पर नहीं लगाया बैन, उच्च शिक्षा निदेशालय का आया बयान134

👤19-10-2019-उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा निदेशालय ने उन सभी मीडिया रिपोर्ट्स का खंडन किया है, जिसमें बताया जा रहा है कि सरकार ने राज्य के सभी कालेज व विश्वविद्यालयों में मोबाइल फोन पर प्रतिबंध लगा दिया है। राज्य के उच्च शिक्षा निदेशालय ने एक पत्र जारी कर राज्य भर के कॉ़लेज परिसर में मोबाइल फोन के उपयोग पर प्रतिबंद लगाने वाली मीडिया रिपोर्ट का खंडन किया है। पत्र में कहा गया है कि शिक्षा बोर्ड द्वारा ऐसे कोई निर्देश नहीं दिए गए हैं।  बता दें कि इससे पहले खबर थी कि इस प्रतिबंध को लेकर उच्च शिक्षा के निदेशक द्वारा सर्कुलर जारी किया गया है। जिसके अनुसार कालेजों में पूरी तरह मोबाइल फोन पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। पहले की मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ये प्रतिबंध छात्रों के साथ साथ शिक्षकों पर भी लगाया जाने वाला था। उच्च शिक्षा के निदेशक ने कॉलेज और विश्वविद्यालयों में पढाई के अच्छे वातावरण का हवाला देते हुए ये सर्कुलर जारी किया था। सर्कुलर में कहा गया था कि देखा जाता है कि छात्र व शिक्षक पढ़ाई की जगह स्मार्ट फोन पर अपनी कीमती समय खराब करते हैं। उसके मुताबिक, उसमें साफ-साफ उच्च शिक्षा निदेशालय ने अपने पत्र में लिखा है कि उच्च शिक्षा के निदेशक द्वारा ऐसा कोई निर्देश जारी नहीं किया गया है। मीडिया में जो सूचनाएं प्रसारित की जा रही हैं, वह गलत है। गौरतलब है कि इससे पहले योगी आदित्यनाथ कैबिनेट मीटिंग के अलावा सभी आधिकारिक बैठकों में पहले ही मोबाइल फोन पर प्रतिबंध लगा चुके हैं। ये फैसला कई मंत्रियों के बैठक के दौरान व्हाट्सएप यूज करते पकड़े जाने के बाद लिया गया था। 
🕔tanveer ahmad

19-10-2019-उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा निदेशालय ने उन सभी मीडिया रिपोर्ट्स का खंडन किया है, जिसमें बताया जा रहा है कि सरकार ने राज्य के सभी कालेज व विश्वविद्यालयों में मोबाइल फोन पर...

Read Full Article
कमलेश तिवारी हत्याकांडः लोगों के गुस्से का शिकार हुए डिप्टी सीएम, गेट से लौटाया, जमकर नारेबाजी

कमलेश तिवारी हत्याकांडः लोगों के गुस्से का शिकार हुए डिप्टी सीएम, गेट से लौटाया, जमकर नारेबाजी300

👤19-10-2019-लखनऊ के खुर्शेदबाग में कमलेश तिवारी की हत्या पर परिवारीरजनों को सांत्वना देने पहुंचे डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा को लोगों का गुस्सा झेलना पड़ा। कमलेश के समर्थकों ने उनके सामने ही सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और कहा कि जब सुरक्षा मांगी जा रही थी तो कोई नहीं चेता। परिवारीजनों ने भी डिप्टी सीएम से मिलने से मना कर दिया। इस बीच नारेबाजी तेज हुई और कुछ समर्थकों के साथ सुरक्षाकर्मियों ने धक्का मुक्की कर दी जिससे माहौल और गर्म हो गया। लोगों का गुस्सा देख डिप्टी सीएम कमलेश तिवारी के गेट से लौटना पड़ा। डिप्टी सीएम शुक्रवार रात को खुर्शेदबाग पहुंचे। उनके पहुंचने का अलर्ट होते ही वहां पुलिस बल तैनात हो गया था। एक अफसर ने बताया कि डिप्टी सीएम को बता दिया गया था कि यहां लोग ज्यादा गुस्से में है। पर, जब उनका आने का कार्यक्रम नहीं टला तो कमलेश तिवारी के घर पर पुलिस फोर्स बढ़ा दी गई थी। पर, भीड़ को हटाना मुश्किल था। यही वजह थी कि जब डिप्टी सीएम वहां पहुंचे तो गुस्साये लोगों ने उनका विरोध कर दिया। कड़ी सुरक्षा में होगा अंतिम संस्कारकमलेश तिवारी का शव देर रात लखनऊ से महमूदाबाद स्थित राम जानकी मंदिर लाया गया। जहां शनिवार सुबह रामपुर मथुरा रोड स्थित राम जानकी मंदिर ट्रस्ट की बाग में शव का अंतिम संस्कार किया जाएगा।  सुरक्षा के लिहाज से महमूदाबाद के मुख्य मार्गों पर पुलिस द्वारा बैरिकेडिंग की गयी है। जनपद के कई थानों की पुलिस के साथ पीएसी के जवान, चार सीओ, दमकल गाड़ी, ब्रजवाहन सुरक्षा को लेकर मौजूद हैं। कमलेश तिवारी का पार्थिव शरीर 3.30 देर रात सीतापुर के महमूदाबाद पहुंचा।मां बोलीं-योगी के आने तक नहीं होगा अंतिम संस्कारकमलेश तिवारी की मां कुसमा तिवारी ने कहा बेटे के शव को जबरदस्ती महमूदाबाद भेजा गया। बोली जब तक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नहीं आएंगे तब तक शव का अंतिम संस्कार नहीं करने देंगे। मौके पर अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी और अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी एमपी सिंह के अलावा चार सीओ और कई थानों की पुलिस मौजूद।
🕔tanveer ahmad

19-10-2019-लखनऊ के खुर्शेदबाग में कमलेश तिवारी की हत्या पर परिवारीरजनों को सांत्वना देने पहुंचे डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा को लोगों का गुस्सा झेलना पड़ा। कमलेश के समर्थकों ने उनके...

Read Full Article
टीईटी 2019: उत्तरमाला पर आपत्ति के लिए देना होगा शुल्क

टीईटी 2019: उत्तरमाला पर आपत्ति के लिए देना होगा शुल्क448

👤19-10-2019-अध्यापक पात्रता परीक्षा 2019 में इस बार उत्तरमाला पर आपत्ति करना कठिन होगा। आपत्ति करने पर प्रति प्रश्न 500 रुपये देना होगा लेकिन आपत्ति सही होने पर यह पैसा रिजल्ट निकलने के बाद वापस कर दिया जाएगा। निराधार होने की स्थिति में पैसा वापस नहीं होगा। टीईटी 2019 में यह नई व्यवस्था की गई है। ऐसा इसलिए  किया गया है कि हर वर्ष उत्तरमाला जारी होते ही आपत्तियों की बाढ़ आ जाती है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी हर परीक्षा के बाद सही उत्तरमाला जारी करता है और इस पर आपत्तियां लेता है। अभ्यर्थी इस पर अपनी आपत्ति ऑनलाइन दर्ज कराते हैं।
अधिकारियों के मुताबिक ज्यादतार आपत्तियां आधारहीन पाई जाती हैं। बीते वर्ष हुई 68,500 शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा में 35 हजार से ज्यादा आपत्तियां दर्ज की गईं और इन्हें निपटाने में परीक्षा नियामक प्राधिकारी को एक महीने से ज्यादा का समय लगा। वहीं टीईटी में भी सभी 150 प्रश्नों पर अभ्यर्थी आपत्ति दर्ज करा देते हैं। एक-एक प्रश्नों के उत्तर पर 100 से ज्यादा आपत्तियां आती हैं। इसमें मानव संसाधन के अलावा समय का भी नुकसान होता है। लिहाजा अब अभ्यर्थियों को आपत्ति करने से पहले भलीभांति सुनिश्चित करना होगा कि उसकी आपत्ति सही है। वहीं हर प्रश्न के लिए अलग से धनराशि देनी होगी। 
इस बार परीक्षा 22 दिसम्बर को है और इसकी उत्तरमाला 26 दिसम्बर को जारी की जाएगी। 30 दिसंबर तक इस पर आपत्तियां ली जाएंगी और 16 जनवरी, 2020 तक इन आपत्तियों का निराकरण कर संशोधित उत्तरमाला जारी की जाएगी।  विकलांग अभ्यर्थियों से भी आवेदन शुल्क
इस बार विकलांग अभ्यर्थियों के लिए भी 100 रुपये का आवेदन शुल्क रखा गया है। हर बार विकलांग अभ्यर्थी निशुल्क आवेदन करते थे लेकिन इस बार आवेदन शुल्क देना होगा। ऐसा इसलिए किया गया कि एक-एक अभ्यर्थी कई-कई जिलों से आवेदन कर देता था। इसके बाद मनचाही जगह पर परीक्षा देता था। 
टीईटी परीक्षा केंद्रों पर मजिस्ट्रेट भी नहीं ले जा सकेंगे फोन
22 दिसंबर को प्रस्तावित शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) के परीक्षा केंद्रों में मजिस्ट्रेट भी स्मार्टफोन लेकर नहीं जा सकेंगे। परीक्षा की सुचिता बनाए रखने के लिए नियमों को और सख्त किया गया है ताकि पेपर लीक होने की कोई आशंका न रहे। विशेष सचिव देव प्रताप सिंह की ओर से गुरुवार को जारी शासनादेश में कहा गया है कि परीक्षा केंद्र पर केंद्र व्यवस्थापक, नामित पर्यवेक्ष एवं स्टैटिक मजिस्ट्रेट को कैमरायुक्त स्मार्टफोन ले जाने की अनुमति नहीं होगी। कक्ष निरीक्षक के स्मार्टफोन लाने पर पहले से रोक है।
🕔tanveer ahmad

19-10-2019-अध्यापक पात्रता परीक्षा 2019 में इस बार उत्तरमाला पर आपत्ति करना कठिन होगा। आपत्ति करने पर प्रति प्रश्न 500 रुपये देना होगा लेकिन आपत्ति सही होने पर यह पैसा रिजल्ट निकलने के...

Read Full Article
कमलेश तिवारी मर्डर : फुटेज में दिखी हत्यारों संग चल रही महिला कौन ?

कमलेश तिवारी मर्डर : फुटेज में दिखी हत्यारों संग चल रही महिला कौन ?888

👤19-10-2019-कमलेश तिवारी हत्याकांड में उत्तर प्रदेश की एसटीएफ, क्राइम ब्रांच और कई थानों की पुलिस पड़ताल में जुटी तो उसकी तफ्तीश पल-पल में बदलती भी रही। सुबह सबसे पहले आपसी विवाद की बात सामने आयी तो सब छुटभैये बदमाशों और परिवार के करीबियों का ब्योरा जुटाने लगे। इसी बीच पहली सीसी फुटेज मिली तो उसमें भगवा और लाल रंग के कुर्ते में दो युवक कमलेश के घर की तरफ जाते दिखे। कमलेश के समर्थकों को उनकी फोटो दिखायी जाने लगी। कोई भी इन हत्यारों को नहीं पहचान सका। इसी दौरान घटना के एक घंटे पहले एक बाइक सवार युवक दो बार कमलेश के घर के सामने से निकलता दिखा। इस युवक की खोज भी शुरू कर दी गई। स्थानीय लोग इस युवक के बारे में कुछ नहीं बता सके। रात में एक और फुटेज सामने आया जिसमें दोनों हत्यारे पैदल आराम से बतियाते आ रहे थे। इसमें लाल रंग का कुर्ता पहने बदमाश के हाथ में मिठाई वाला पैकेट था। इन दोनों के साथ ही पीछे की ओर लाल रंग का कुर्ता और सफेद टुपट्टे में एक महिला चल रही थी। इस महिला से दो बार भगवा कुर्ता पहने युवक ने पीछे मुड़कर बात भी की। अब पुलिस टीमें इस महिला का भी पता लगाने में जुटी है कि आखिर यह कौन थी जो उनके साथ कुछ दूर तक चली।\r\nभगवा रंग आसानी से प्रवेश के लिये
10 घंटे की पड़ताल में पुलिस जब फुटेज में दिखे हत्यारों के बारे में कोई सुराग नहीं लगा सकी तो यह भी अंदेशा जताया जाने लगा कि दोनों बदमाशों ने भगवा व लाल रंग का कुर्ता सिर्फ इसलिये ही पहना था ताकि उन्हें कमलेश के घर में आसानी से प्रवेश मिल जाये।\r\nचाय पी, फिर गोली चलाई
खुर्शेदबाग में दो मंजिला मकान में कमलेश तिवारी अपनी पत्नी किरन, दो बेटे रिषी व मृदुल के साथ रहते हैं जबकि बड़ा बेटा सत्यम पैतृक गांव महमूदाबाद में रहता है। किरन के मुताबिक दो लोग पति को फोन कर घर पर मिलने आए थे। कमलेश ने इन दोनों को ऊपर कमरे में बुला लिया और चाय बनाने को कहा था। बातचीत के दौरान ही कमलेश ने बेटे मृदुल को नौकर के साथ पान मसाला लेने के लिये नीचे भेज दिया था। किरन ने बताया कि जब बेटा लौटा तो देखा कि कमलेश खून से लथपथ नीचे पड़े हैं। फिर ड्राइवर ने उन्हें इस घटना के बारे में बताया। वह कमरे में पहुंची तो सब देखकर बदहवाश हो गई। उनका शोर सुनकर आस पास के लोग वहां पहुंच गए। कमलेश तिवारी की हत्या के बाद एडीजी, आईजी और एसएसपी समेत कई अधिकारी मौके पर पहुंच गए। इस बीच आस पास के कैमरों की फुटेज खंगाली जाने लगी। इस दौरान ही एक कैमरे की फुटेज में दो हत्यारे दिख गए। इन लोगों ने भगवा और लाल रंग का कुर्ता पहन रखा था। इसमें ये लोग मुख्य सड़क की ओर से आते दिख रहे हैं।\r\nधार्मिक टिप्पणी पर लगा था रासुका
एक सम्प्रदाय पर टिप्पणी करने के मामले में वर्ष 2015 में कमलेश को गिरफ्तार किया गया था तब कमलेश के खिलाफ रासुका के तहत भी कार्रवाई हुई थी।
🕔tanveer ahmad

19-10-2019-कमलेश तिवारी हत्याकांड में उत्तर प्रदेश की एसटीएफ, क्राइम ब्रांच और कई थानों की पुलिस पड़ताल में जुटी तो उसकी तफ्तीश पल-पल में बदलती भी रही। सुबह सबसे पहले आपसी विवाद की बात...

Read Full Article

सोशल मीडिया

खबरें ज़रा हट के...

  • विश्व प्रसिद्ध देवा मेला एवं प्रदर्शनी का हुआ भव्य उदघाटन

    18-10-2024-


    डीएम की धर्मपत्नी ने फीता काटकर किया उदघाटन। 

    बाराबंकी। सूफी संत हाजी वारिस अली शाह के...

    View Article
  • अभिनव ने लगाया श्वेता पर बेटे को होटल में अकेला छोड़कर केप टाउन जाने का आरोप

    08-05-2021-
    पॉपुलर रियलिटी शो खतरों के खिलाड़ी के 11वें सीजन में श्वेता तिवारी भी हिस्सा लेने वाली हैं जिसके लिए एक्ट्रेस...

    View Article
  • पोखरे में मिली युवती की नग्‍न लाश, दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका

    30-04-2021-गोरखपुर। खजनी क्षेत्र के ग्राम पंचायत मऊधरमंगल के सिगरा पोखरे में शुक्रवार को एक युवती की नग्न लाश दिखने...

    View Article
  • रितिक रोशन और दीपिका पादुकोण की फाइटर होगी बॉलिवुड की सबसे महंगी फिल्म?

    20-01-2021-रितिक रोशन के बर्थडे (10 जनवरी) पर उनकी अपकमिंग फिल्म च्फाइटरज् का 30 सेकंड का टीजर रिलीज किया गया। इस फिल्म को लेकर...

    View Article
  • नोरा फतेही ने शेयर किया ग्लैमरस फोटोशूट का वीडियो, हुआ वायरल

    03-01-2021-नई दिल्लीl फिल्म एक्ट्रेस नोरा फतेही ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया हैl यह उनके हालिया फोटोशूट का वीडियो...

    View Article