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कोरोना से जुड़ी ये हैं कुछ टॉप वायरल अफवाहें, जानें क्या है WHO की लोगों को सलाह

कोरोना से जुड़ी ये हैं कुछ टॉप वायरल अफवाहें, जानें क्या है WHO की लोगों को सलाह89

👤20-03-2020-
लोगों के दिलों में कोरोना वायरस को लेकर दहशत इतनी बढ़ गई  है कि वे इस संक्रमण को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल कई अफवाहों पर आसानी से विश्वास करने लगे हैं। ऐसी अफवाहों से होने वाली टेंशन से लोगों को बचाने के लिए डब्लूएचओ (विश्व स्वास्थ्य संगठन ) ने कोरोना वायरस को लेकर दुनिया भर में फैले कुछ वायरल मिथक की सच्चाई बताने की कोशिश की है। हो सकता है इन वायरल अफवाहों के बीच कुछ ऐसी भी अफवाहें हो जिन्हें अब तक आप भी सच ही मान रहे हों। ऐसी ही अफवाहों के बीच आइए जानते हैं आखिर क्या है विश्व स्वास्थ्य संगठन की लोगों को सलाह।गर्म मौसम में नहीं फैल सकता कोरोना?
कोरोना से फैली दहशत के बीच एक अफवाह सुनने को मिल रही है कि तापमान बढ़ने और मौसम के गर्म होने पर कोरोना वायरस खुद खत्म हो जाता है। इसलिए व्यक्ति को दिन में कई बार गुनगुने पानी से नहाना चाहिए। 
सच- डब्लूएचओ की मानें तो कोरोना का वायरस कहीं भी, किसी भी क्षेत्र में फैल सकता है। कोरोना संक्रमण का पर्यावरण या फिर किसी जलवायु से कोई संबंध नहीं है। तापमान बढ़ने से कोरोना के विषाणु का प्रभाव कम होगा या नहीं इसकी पुष्टि अभी तक किसी भी वैज्ञानिक ने नहीं की है। निमोनिया की दवाइयों से रोका जा सकता है कोरोना वायरस?
निमोनिया के टीके जैसे न्यूमोकोकल वैक्सीन और हीमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप बी वैक्सीन से कोरोना के वायरस नहीं मरते हैं। इसके पीछे वजह यह है कि कोरोना वायरस अभी वैज्ञानिकों के लिए बिल्कुल नया और अलग है। इसे रोकने के लिए उन्हें खास इसी वायरस के लिए टीका बनाना होगा। अल्कोहल या फिर क्लोरीन के छिड़काव से मिलेगी राहत?
अल्कोहल या क्लोरीन फर्श पर कीटाणुओं को मारने का काम कर सकते हैं और ये दोनों ही कोरोना वायरस को रोकने के लिए प्रभावी उपाय नहीं हैं। कोरोना के वायरस को हैंड ड्रायरसे खत्म किया जा सकता है?
जिन लोगों को यह लगता है कि वो कोरोना वायरस को हैंड ड्रायर की मदद से खत्म कर सकते हैं वे गलत हैं। कोरोना वायरस को खुद से दूर रखने के लिए डब्लूएचओ ने व्यक्ति को अपने हाथों को अल्कोहल मिश्रित साबुन या हैंड वॉश से अच्छे से धोने की सलाह दी है। कोरोना वायरस मच्छर के काटने से फैलता है?
कोरोना वायरस किसी मच्छर के काटने से फैलता है या नहीं, अभी तक इसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है। कोरोना वायरस एक श्वसन वायरस है जो मुख्य रूप से एक संक्रमित व्यक्ति के खांसने-छींकने, उसकी लार की बूंदों के माध्यम से या नाक से दूसरे व्यक्ति को फैलता है। इस वायरस से खुद को बचाने के लिए अपने हाथों को बार-बार अल्कोहल वाले हैंड वॉश से अच्छे से रगड़कर साफ करें। इसके अलावा, खांसी और छींकने वाले किसी भी व्यक्ति के साथ निकट संपर्क से बचें।अल्ट्रावायलेट लाइट की मदद से कोरोना को खत्म किया जा सकता है?
बता दें, अल्ट्रावायलेट लाइट स्टरलाइजर का प्रयोग नहीं करना चाहिए। अल्ट्रावायलेट लाइट के अधिक प्रयोग से त्वचा जल सकती है। लहसुन खाने से कोरोना वायरस के संक्रमण को रोका जा सकता हैय़
लहसुन खाने से व्यक्ति को सेहत से जुड़े कई फायदे मिलते हैं। लहसुन में रोगाणुरोधी गुण मौजूद होने से यह शरीर को कई रोग लगने से बचाता है। बावजूद इसके अभी तक ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिला है कि लहसुन खाने से लोगों को कोरोनोवायरस से बचाया जा सका है।खारे पानी से नाक साफ करने से कोरोना को रोका जा सकता है?
ऐसा नहीं कहा जा सकता कि खारे पानी से रोजाना नाक साफ करके आप खुद को कोरोना वायरस से बचा सकते हैं। हालांकि ऐसा करने से आपको सामान्य सर्दी से काफी हद तक जल्दी ठीक होने में मदद मिल सकती है। संक्रमित लोगों का पता लगाने में थर्मल स्कैनर कितने प्रभावी हैं?
थर्मल स्कैनर्स उन लोगों का पता लगाने में प्रभावी हैं, जिनमें कोरोनो वायरस के संक्रमण की वजह से बुखार जैसे लक्षण नजर आने लग गए हैं। हालांकि, ये उन लोगों का पता नहीं लगा सकते जो संक्रमित हैं लेकिन अभी तक उनमें बुखार जैसे लक्षण नहीं देखे गए हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि संक्रमित लोगों के बीमार होने और बुखार के विकसित होने से पहले 2 से 10 दिन लगते हैं।
🕔 एजेंसी

20-03-2020-
लोगों के दिलों में कोरोना वायरस को लेकर दहशत इतनी बढ़ गई  है कि वे इस संक्रमण को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल कई अफवाहों पर आसानी से विश्वास करने लगे हैं। ऐसी अफवाहों से...

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आलू-प्याज का फैशन हुआ पुराना अब मेहमानों को सर्व करें जिमीकंद के ये क्रिस्‍पी पकौड़े, ये है रेसिपी

आलू-प्याज का फैशन हुआ पुराना अब मेहमानों को सर्व करें जिमीकंद के ये क्रिस्‍पी पकौड़े, ये है रेसिपी935

👤20-03-2020-
शाम को लगने वाली भूख को मिटाने के लिए अगर आप झटपट बनने वाली कोई हेल्दी रेसिपी ढूंढ रहे हैं तो आपकी तलाश खत्म हो चुकी है। जी हां आपने आलू,प्याज,चिकन,फिश से बने पकौड़े तो कई बार खाएं होंगे लेकिन क्या आपने कभी घर पर ट्राई किए हैं  सुरन या जिमिकंद के पकौड़े । सुनर के पकौड़े न सिर्फ खाने में स्वादिष्ट होते हैं बल्कि नॉन-वेजिटेरियन लोगों को इसका स्वाद नॉन-वेज की तरह ही लगता है। तो आइए देर किस बात की अगर आज शाम की चाय के साथ आप कुछ नया झटपट बनने वाला नाश्ता ट्राई करना चाहती हैं तो घर पर बनाएं सुरन के पकौड़े। सामग्री-
जिमीकंद-1 कप कसा हुआ
नारियल- 1/2 कप कसा हुआ
भुनी हुई मूंगफली- 1/4 कप
लाल मिर्च टुकड़ों में टूटी हुई- 2
सौंफ- 1 चम्मच
हल्दी- 1/2 छोटा चम्मच
बेसन- 1/2 कप
कटा हुआ प्याज-1/4 कप
कढ़ी पत्ते-2 बड़े चम्मच
कटा हुआ धनिया- 2 बड़े चम्मच
नमक स्वादानुसार
ऑयल- डीप फ्राई के लिएबनाने का तरीका-
जिमीकंद या सूरन पकौड़े बनाने के लिए सबसे पहले जिमीकंद को अच्‍छे से साफ करके कद्दूकस कर लें। फिर कद्दूकस किए हुए जिमीकंद, नारियल, मूंगफली, सौंफ और हल्दी के साथ मिक्सी में मिक्स करके उसका घोल बना लें।अब, इस घोल को एक बॉउल में लेकर इसमें नमक, बेसन, प्याज, करी पत्ते और धनिया मिलाकर अच्‍छे से मिक्‍स कर लें। अब एक पैन में तेल गर्म करके उसमें इस मिश्रण का एक बड़ा चम्मच गर्म तेल में डाल दें। ध्‍यान रखें पकौड़ों को मीडियम आंच पर ही तले। पकौड़ों के गोल्‍डन ब्राउन होने पर उन्हें प्लेट पर निकालकर चटनी और गर्म-गर्मा चाय के साथ सर्व करें। 
🕔 एजेंसी

20-03-2020-
शाम को लगने वाली भूख को मिटाने के लिए अगर आप झटपट बनने वाली कोई हेल्दी रेसिपी ढूंढ रहे हैं तो आपकी तलाश खत्म हो चुकी है। जी हां आपने आलू,प्याज,चिकन,फिश से बने पकौड़े तो कई...

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खबरों से घबराएं नहीं, छोटे उपायों से बढ़ाएं मानसिक मजबूती

खबरों से घबराएं नहीं, छोटे उपायों से बढ़ाएं मानसिक मजबूती634

👤20-03-2020-
कोरोना पर दुनियाभर से आ रही खबरों ने लोगों को बेचैन कर दिया है। जिन्हें संक्रमण है वह तो परेशान तो हैं ही, अन्य लोग भी डरे हुए हैं। इससे उनके मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी लोगों को मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखने की सलाह दी है। अकेलेपन और ऐसे ही दूसरे मानसिक विकारों से जूझ रहे लोगों के लिए यह और भी जरूरी हो जाता है कि वो अपने मानसिक स्वास्थ्य को लेकर सतर्क रहें। आइए जानें कि हम अपने मानसिक स्वास्थ्य को इससे प्रभावित होने से कैसे बचा सकते हैं?कोरोना से जुड़ी खबरें कम पढ़ें
ब्रिटेन की संस्था चैरिटी माइंड की प्रवक्ता रोजी वेदरले कहती हैं कि कोरोना से जुड़ी कई तरह की खबरें आ रही हैं, अफवाह भी हैं। तनाव बढ़ाने वाली इन खबरों को पढ़ने से आप बेहद बुरे परिणामों के बारे में सोचने लगते हैं। अपने और परिजनों की चिंता सताने लगती है। इससे आप बेचैन हो सकते हैं और आपके विचार नियंत्रण से बाहर हो सकते हैं। इसलिए ऐसी खबरें कम पढ़ें।सोशल मीडिया से दूरी बनाएं
सोशल मीडिया पर तरह-तरह के हैशटैग चलते रहते हैं। उनकी तह तक जाने की कोशिश में कई बार आप गैर प्रमाणिक और फालतू सूचनाओं से रूबरू होते हैं। कई बार आपको तेज गुस्सा आता है और आप निराशा के भाव में चले जाते हैं। सोशल मीडिया से आप दूर रहकर इससे बच सकते हैं। ट्विटर, फेसबुक पर उन एकाउंट को म्यूट कर दें जिनसे भड़काऊ या परेशान करने वाली जानकारी साझा की जा रही है। व्हाट्सएप पर ऐसे ग्रुप से बाहर निकल जाएं जिनमें भ्रामक सूचनाएं आ रही हों।हाथ धोएं लेकिन बहुत बार नहीं
कई बार लोगों में डर बैठ जाता है और वह स्वच्छता के लिए बार-बार हाथ धोते हैं। डॉक्टर भी बचाव के लिए लगातार हाथ धोने की सलाह दे रहे हैं लेकिन मानसिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है बहुत बार हाथ धोने की आदत मानसिक बीमारी के रूप में तब्दील हो जाएगी। इसलिए स्वच्छता के लिए हाथ धोएं लेकिन बहुत बार नहीं।  अकेले न हों, लोगों से जुड़े रहें
सेल्फ आइसोलेशन का मतलब पूरी दुनिया और परिवार से कट जाना नहीं है। यह अच्छा मौका है लोगों को फोन करने का और उन्हें बताने का कि आप उनका ध्यान रखते हैं। करीब तीन मीटर की दूरी बनाकर परिवार के साथ बैठें, उनसे बातचीत करें।व्यायाम और मेडिटेशन करें
शारीरिक रूप से सक्रिय रहने से आप निराशा से बाहर आ सकते हैं। इसलिए व्यायाम और मेडिटेशन करें। बच्चों के साथ खेल में सक्रिय रहें। दौड़ना, कूदना, सीढ़ियां चढ़ना, बास्केटबॉल या फुटबॉल खेलने को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। अच्छा खाएं-खूब पानी पीएं
कोरोना का असर कई हफ्तों तक रह सकता है। दिमागी स्वास्थ्य बेहतर रहे इसके लिए जरूरी है कि आप खूब पानी पीएं। जब भी मुमकिन हो प्रकृति और सूर्य की रोशनी में जाएं। अच्छे से खाना खाएं और बिल्कुल न घबराएं।तनाव पहचानें
किसी भी बात को लेकर अनिश्चितता आपको चिंता में डाल सकती है। आप बेचैनी महसूस करने लगते हैं। आपको ऐसे हालात की पहचान करनी चाहिए। तुरंत प्रतिक्रिया न करें और धैर्य बनाए रखें। लंबी सांस लें और चिंता बिल्कुल न करें। खुद को बताएं कि यह केवल फालतू की चिंता है और इस पर कान देने की जरूरत नहीं है और यह केवल एक विचार है।
🕔 एजेंसी

20-03-2020-
कोरोना पर दुनियाभर से आ रही खबरों ने लोगों को बेचैन कर दिया है। जिन्हें संक्रमण है वह तो परेशान तो हैं ही, अन्य लोग भी डरे हुए हैं। इससे उनके मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर...

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लगातार अनियमित मासिक धर्म के हो सकते हैं गंभीर परिणाम, ऐसे रखें अपना ध्यान

लगातार अनियमित मासिक धर्म के हो सकते हैं गंभीर परिणाम, ऐसे रखें अपना ध्यान625

👤20-03-2020-
सभी महिलाओं में माहवारी का समय अलग-अलग होता है। किसी महिला का मासिक धर्म चक्र 24 दिनों का होता है, किसी महिला का 28 दिनों का या किसी का मासिक चक्र 35 दिनों का माना जाता है। कई महिलाएं ऐसी भी होती हैं, जिनका मासिक चक्र निश्चित नहीं होता है क्योंकि उनके हार्मोन में बदलाव होते रहते हैं। इस वजह से उनका मासिक धर्म या तो ज्यादा दिनों तक आता है या फिर माहवारी आने में कई माह भी लग जाते हैं। इसी वजह से महिलाओं को एनिमिया, वजन बढ़ने के साथ कई गंभीर बीमारियां हो जाती है।इस कारण अनियमित होती है माहवारी
www.myupchar.com के अनुसार, मासिक धर्म शुरू होने से पहले वर्ष के दौरान, कई बार ये अनपेक्षित होते हैं और कभी भी आ जाते हैं। वैसे तो अनियमित माहवारी किशोरावस्था की लड़कियों को होती है, क्योंकि उनमें ओवुलेशन कम होता है। इस कारण हार्मोन असंतुलित होते हैं। शरीर में हार्मोन संतुलन धीरे-धीरे कुछ सालों में बनने लगता है और माहवारी नियमित हो जाती है। महिलाओं में माहवारी का अनियमित होने का कारण मुख्य कारण वजन अधिक होना और आकस्मिक तनाव भी माना जाता है। इसके अलावा भी ऐसे कई कारण हैं, जिससे महिलाओं की माहवारी अनियमित हो जाती है।क्या होता है अनियमित मासिक धर्म
मेडिकल साइंस में अनियमित मासिक चक्र उस तरह के रक्तस्त्राव को कहते हैं, जब किसी महिला में पिछले माह के मासिक चक्र से अलग होता है। ऐसे में मासिक चक्र देर से या समय से काफी पहले शुरू हो सकता है। इस दौरान महिला का रक्तस्त्राव कम, सामान्य या अधिक भी हो सकता है। गौरतलब है कि स्वस्थ महिला के शरीर में एस्ट्रोजन, प्रोजेस्टेरोन और टेस्टोस्टेरोन जैसे तीन हार्मोन्स मौजूद होते हैं। कुछ महिलाओं में इन हार्मोन्स का संतुलन बिगड़ जाता है, जिसके कारण मासिक चक्र में बदलाव हो जाता है।मासिक धर्म न आने के कारण
किसी माह मासिक धर्म न आना गर्भ ठहरने का कारण हो सकता है। इस दौरान शरीर में कई तरह के हार्मोन बनते हैं। इसके अलावा यदि महिला की आयु 50 साल के आसपास है तो भी मासिक धर्म अनियमित हो सकते हैं, क्योंकि यह एक असामान्य बात है। साथ ही कुछ युवतियों को शुरुआत में मासिक धर्म अनियमित हो सकता है क्योंकि मासिक धर्म शुरू होने के प्रारंभिक दो सालों में शारीरिक हार्मोन में कई तरह के बदलाव होते हैं। हालांकि, उपरोक्त सभी स्थिति में डॉक्टर से परामर्श जरूर लेना चाहिए। इस परिस्थियों के अतिरिक्त यदि मासिक धर्म अनियमित होता है तो ज्यादा चिंता का विषय हो सकता है और सतर्क रहने की जरूरत है।इन गलतियों से भी होती है अनियमितता
अनियमित मासिक धर्म के कई कारण हैं। तनावपूर्ण जीवन शैली भी ओवुलेशन को रोक सकता है। तनाव के कारण हाई ब्लड प्रेशर होता है, जो हार्मोन के उत्सर्जन को प्रभावित कर सकता है। इसके अलावा जो महिलाएं अपने आहार में एंटी-ऑक्सीडेंट कम मात्रा में लेती है, उन्हें भी अनियमित मासिक धर्म का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही जो महिलाएं अधिक व्यायाम करती है उन्हें भी अत्यधिक शारीरिक तनाव के कारण अनियमित मासिक धर्म आ सकता है। इसलिए महिलाओं को व्यायाम करते समय सावधानी रखनी चाहिए।योग व सामान्य व्यायाम जरूर करें
महिलाओं को यदि तनाव के कारण मासिक धर्म अनियमित हो रहे हैं तो रोजाना योग जरूर करना चाहिए। इसके अलावा संतुलित और पौष्टिक आहार का सेवन जरूर करना चाहिए। रोजमर्रा के आहार में स्वस्थ वसा और फाइबर व प्रोटीन युक्त भोजन जरूर लेना चाहिए। इसके अलावा शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर भी बनाए रखना चाहिए।www.myupchar.com से जुड़े डॉ. विशाल मकवाना के अनुसार, मासिक धर्म बंद होना कोई रोग नहीं है, लेकिन यदि ऐसा कुछ दवाएं लेने से हुआ है तो डॉक्टर की सलाह जरूर लेना चाहिए।
🕔 एजेंसी

20-03-2020-
सभी महिलाओं में माहवारी का समय अलग-अलग होता है। किसी महिला का मासिक धर्म चक्र 24 दिनों का होता है, किसी महिला का 28 दिनों का या किसी का मासिक चक्र 35 दिनों का माना जाता है। कई...

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उपच्छाया चंद्र ग्रहण कल, ये राशि वाले रहें संभलकर

उपच्छाया चंद्र ग्रहण कल, ये राशि वाले रहें संभलकर120

👤10-01-2020-
10 जनवरी पौष पूर्णिमा के दिन साल का पहला चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। हालांकि चंद्र ग्रहण उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा, इसलिए इस ग्रहण का असर भारत में नहीं होगा। यह ग्रहण मिथुन राशि पर लग रहा है इसलिए इस राशि के लोगों पर इसका प्रभाव पड़ेगा, वहीं राशि में चंद्रमा के स्थान से भी काफी प्रभाव पड़ता है। यहां जानें इस चंद्र ग्रहण का राशियों पर क्या असर होगा।  हालांकि ग्रहण का असर भारत में नहीं होगा, लेकिन कहा जा रहा है राशियों पर इसका असर पड़ेगा। मेष राशि वालों के दोस्तों और भाई-बहनों से रिश्ते खराब हो सकते हैं। वहीं वृश राशि वाले परिवार में संभल कर चलें विवाद होने की संभावना है। मिथुन राशि के लोग अपनी सेहत का ध्यान रखें। कर्क राशि के लोगों का मन अशांत रहेगा। सिंह राशि के लोगों को धन लाभ हो सकता है। कन्या राशि के लोगों को नौकरी बदलनी पड़ सकती है। तुला राशि के लोग करियर में बदलाव ला सकते हैं। वृश्चिक राशि  के लोगों के हर कार्य में अड़चन आएगी। धुन राशि के पति-पत्नी के संबंधों में कड़वाहट आएगी। मकर राशि के लोग हारा हुआ महसूस करेंगे। कुंभ राशि के लोगों को पेट की तकलीफें हो सकती हैं। मीन राशि के लोग अपने माता-पिता की सेहत का ध्यान रखें।\r\nसाल 2020 के आगामी ग्रहण-\r\n10 जनवरी - चंद्र ग्रहण
5 जून - चंद्र ग्रहण
21 जून - सूर्य ग्रहण
5 जुलाई - चंद्र ग्रहण
30 नवंबर -चंद्र ग्रहण
14 दिसंबर - सूर्यग्रह
🕔tanveer ahmad

10-01-2020-
10 जनवरी पौष पूर्णिमा के दिन साल का पहला चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। हालांकि चंद्र ग्रहण उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा, इसलिए इस ग्रहण का असर भारत में नहीं होगा। यह ग्रहण मिथुन...

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अयोध्या पर फैसला आने के बाद फिर श्रद्धालुओं से गुलजार हुई रामनगरी

अयोध्या पर फैसला आने के बाद फिर श्रद्धालुओं से गुलजार हुई रामनगरी427

👤12-11-2019-\r\nप्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या एक बार फिर श्रद्धालुओं से गुलजार हो गई है। मंगलवार को कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए देश भर से रामभक्त यहां पहुंचने लगे हैं। राममन्दिर/बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद रामनगरी पहले बड़े धार्मिक आयोजन से रूबरू होगी। अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद सोमवार को यहां कड़े सुरक्षा प्रबन्धों के बीच सब कुछ सामान्य रहा। सुबह से ही संत-महात्माओं के साथ श्रद्धालु और गृहस्थ सरयू में स्नान के लिए पहुंचने लगे। सरयू तट के घाटों पर भोर से ही श्रद्धालुओं का जमावड़ा रहा। सरयू में स्नान के बाद श्रीराम जन्मभूमि में विराजमान रामलला समेत अन्य मन्दिरों में दर्शन-पूजन का दौर शुरू हुआ। प्रमुख मार्गों और गलियों में सुरक्षा घेरा पहले की ही तरह सख्त है। आईडी दिखाये जाने के बाद ही बाहर से आने वाले स्थानीय नागरिकों को रामनगरी में प्रवेश करने दिया गया।\r\nपूर्व के वर्षों की तरह लाखों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद कम 
सुबह से ही कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए विभिन्न प्रदेशों और यूपी के कई जिलों से ट्रेनों और बसों के साथ अन्य वाहनों से श्रद्धालुओं का अयोध्या में आगमन शुरू हो गया है। पूर्व के वर्षों की तरह इस बार लाखों की तादात में रामभक्त नहीं पहुंच रहे हैं, लेकिन श्रद्धालुओं का जत्थों के रूप में आना जारी है। श्रद्धालुओं ने दर्शन-पूजन के बाद होटलों और धर्मशालाओं के साथ गुरु आश्रमों में डेरा डाल दिया है। अब ये सभी श्रद्धालु मंगलवार की सुबह शुभ मुहूर्त में सरयू में परम्परागत रूप से आस्था की डुबकी लगाएंगे। \r\nप्रमुख मार्गों पर कई नए बैरियर बनाए गए 
श्रद्धालुओं के निरन्तर आगमन के बीच रामनगरी के बाजार और मन्दिरों की ओर जाने वाली गलियां सोमवार को गुलजार रहीं। श्रीराम जन्मभूमि में विराजमान रामलला के दर्शन के लिए श्रद्धालु कतारबद्ध दिखाई दिए। हनुमानगढ़ी, कनकभवन और नागेश्वर मन्दिर में भी दर्शन के लिए भीड़ देखी गई। इन मन्दिरों के आस-पास प्रसाद व माला-फूल की दुकानों पर भी श्रद्धालु जुटे रहे। उधर कार्तिक पूर्णिमा स्नान के मद्देनजर प्रशासन व पुलिस ने एक बार फिर से सुरक्षा व्यवस्था का खाका खींच दिया है। भीड़ जुटने की सम्भावना को देखते हुए प्रमुख मार्गों पर कई नए स्थानों पर बैरियर लगा दिए गए हैं। इनके माध्यम से मन्दिरों में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को नियंत्रित किया जाएगा।
🕔tanveer ahmad

12-11-2019-\r\nप्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या एक बार फिर श्रद्धालुओं से गुलजार हो गई है। मंगलवार को कार्तिक पूर्णिमा स्नान के लिए देश भर से रामभक्त यहां पहुंचने लगे हैं। राममन्दिर/बाबरी...

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धर्मनगरी 'अयोध्या' में हर तरफ सिर्फ राम नाम की गूंज

धर्मनगरी 'अयोध्या' में हर तरफ सिर्फ राम नाम की गूंज342

👤06-11-2019-प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में सोमवार की आधी रात के बाद अलग ही नजारा दिखा। देश के विभिन्न हिस्सों से आए लाखों श्रद्धालु धर्मनगरी के चारों ओर सड़कों पर उमड़ पड़े। निर्धारित मुहूर्त मंगलवार की सुबह 06.05 बजे से करीब छह घंटे पहले ही चौदह कोसी परिक्रमा शुरू हो गई। यह परिक्रमा मंगलवार को पूरे दिन और फिर रात भर चलायमान रहेगी। आधी रात के बाद अचानक लाखों श्रद्धालुओं की ओर से नियत मुहूर्त से पहले ही परिक्रमा शुरू कर दिए जाने से प्रशासन और पुलिस महकमे की तैयारियां भी प्रभावित हुईं। परिक्रमा छह घंटे पहले ही शुरू हो जाने की सूचना मिलने के बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने तमाम व्यवस्थाओं को नए सिरे से प्रभावी किया।रामनगरी की चौदह कोसी परिक्रमा के साथ ही अक्षय नवमी के पर्व पर मंगलवार से यहां का प्रसिद्ध कार्तिक परिक्रमा मेला शुरू हो गया। हर वर्ष कार्तिक मेले के मौके पर चौदह कोसी और पंचकोसी परिक्रमा के साथ कार्तिक पूर्णिमा स्नान होता है। लाखों की तादात में श्रद्धालु भी आते हैं, लेकिन इस बार यह सब तब हो रहा है जब अयोध्या के राम मंदिर/बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आना है। अयोध्या के लोगों को इस बार कम भीड़ आने का अंदेशा था। लेकिन सोमवार की आधी रात के बाद और फिर मंगलवार की सुबह से चौदह कोसी परिक्रमा में उमड़ी भीड़ देखकर  यही लगा कि लाखों श्रद्धालु किसी भी आशंका से भयभीत नहीं हैं। हर कोई अकेले या फिर अपने परिवार के साथ रामधुन में सराबोर होकर आगे बढ़ता रहा।  रामनगरी के बाजारों में पूरे दिन श्रद्धालुओं की भीड़ रही। लोगों ने तमाम खरीदारी की।सरयू स्नान के साथ श्रीरामजन्मभूमि में किया दर्शन
सोमवार की आधी रात से शुरू हुई चौदह कोस की अयोध्या परिक्रमा मंगलवार को पूरे दिन जारी रही। अलग-अलग चरणों में देश भर से आए श्रद्धालुओं ने पहले सरयू स्नान किया और फिर परिक्रमा का शुभारंभ। चौदह कोस की सड़कों पर नंगे पांव युवा, बुजुर्ग, महिला, पुरुष और बच्चे, हर वर्ग के लोग श्रीराम का जयघोष करते हुए भक्तिभाव में आगे बढ़ते रहे। परिक्रमा पूरी करने के बाद श्रद्धालुओं ने श्रीरामजन्मभूमि में विराजमान रामलला, हनुमानगढ़ी, कनक भवन और नागेश्वरनाथ समेत अन्य प्रमुख मंदिरों में दर्शन-पूजन किया। दर्शन-पूजन के साथ बड़ी संख्या में लोगों ने श्रीरामजन्मभूमि कार्यशाला में जाकर मंदिर निर्माण के लिए तराशे गये पत्थरों को भी देखा। तमाम गुरु आश्रमों में भी हजारों की तादात में श्रद्धालु मौजूद रहे। परिक्रमा आए इन श्रद्धालुओं ने अपने गुरु का भी आशीर्वाद लिया। 
🕔tanveer ahmad

06-11-2019-प्रभु श्रीराम की नगरी अयोध्या में सोमवार की आधी रात के बाद अलग ही नजारा दिखा। देश के विभिन्न हिस्सों से आए लाखों श्रद्धालु धर्मनगरी के चारों ओर सड़कों पर उमड़ पड़े। निर्धारित...

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लखनऊ में जमघट पर आज जमकर होगी पतंगबाजी

लखनऊ में जमघट पर आज जमकर होगी पतंगबाजी59

👤28-10-2019-जमघट पर सोमवार को शहर में जमकर पतंगबाजी होगी। खासकर बच्चों में जमघट को लेकर काफी उत्साह है। सुबह से ही लोग जमघट के लिए डोर और पतंगें खरीदते हुए नजर आए। बच्चों को कार्टून बनी पतंगे आर्कषित कर रही थी तो बड़े सवा के तीन और पौनताई खरीदने में लगे हुए थे। 
राजाबाजार स्थित राजू काईट सेंटर के राजू बताते हैं कि इस बार बाजार में डोरेमॉन, मोटू, पतलू और ऑगी की पतंगें बच्चों को भा रही हैं जबकि युवा सर्जिकल स्ट्राइक और स्वच्छता अभियान से जुड़ी पतंगे खूब खरीद रहे हैं। हालांकि रविवार को भी पुराने लखनऊ में छुट्टी की वजह से जमकर पतंगबाजी हुई। छतों पर छोटे-बड़े सभी पतंगबाजी का आनंद लेते हुए नजर आए। 
जमघट पर सुबह से ही लोग पतंग लड़ाने के लिए छतों पर जुटना शुरू हो जाते हैं। मांझा बनाने वाले नवाबू ने बताया कि इस बार डोर के दाम थोड़े बढ़ गए हैं लेकिन इसके बाद भी लोगों ने खरीदारी में कोई कमी नहीं छोड़ी हैं। 
🕔tanveer ahmad

28-10-2019-जमघट पर सोमवार को शहर में जमकर पतंगबाजी होगी। खासकर बच्चों में जमघट को लेकर काफी उत्साह है। सुबह से ही लोग जमघट के लिए डोर और पतंगें खरीदते हुए नजर आए। बच्चों को कार्टून...

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लखनऊ में जमघट पर आज जमकर होगी पतंगबाजी

लखनऊ में जमघट पर आज जमकर होगी पतंगबाजी427

👤28-10-2019-जमघट पर सोमवार को शहर में जमकर पतंगबाजी होगी। खासकर बच्चों में जमघट को लेकर काफी उत्साह है। सुबह से ही लोग जमघट के लिए डोर और पतंगें खरीदते हुए नजर आए। बच्चों को कार्टून बनी पतंगे आर्कषित कर रही थी तो बड़े सवा के तीन और पौनताई खरीदने में लगे हुए थे। 
राजाबाजार स्थित राजू काईट सेंटर के राजू बताते हैं कि इस बार बाजार में डोरेमॉन, मोटू, पतलू और ऑगी की पतंगें बच्चों को भा रही हैं जबकि युवा सर्जिकल स्ट्राइक और स्वच्छता अभियान से जुड़ी पतंगे खूब खरीद रहे हैं। हालांकि रविवार को भी पुराने लखनऊ में छुट्टी की वजह से जमकर पतंगबाजी हुई। छतों पर छोटे-बड़े सभी पतंगबाजी का आनंद लेते हुए नजर आए। 
जमघट पर सुबह से ही लोग पतंग लड़ाने के लिए छतों पर जुटना शुरू हो जाते हैं। मांझा बनाने वाले नवाबू ने बताया कि इस बार डोर के दाम थोड़े बढ़ गए हैं लेकिन इसके बाद भी लोगों ने खरीदारी में कोई कमी नहीं छोड़ी हैं। 
🕔tanveer ahmad

28-10-2019-जमघट पर सोमवार को शहर में जमकर पतंगबाजी होगी। खासकर बच्चों में जमघट को लेकर काफी उत्साह है। सुबह से ही लोग जमघट के लिए डोर और पतंगें खरीदते हुए नजर आए। बच्चों को कार्टून...

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आज अभिजीत मुहूर्त में नवरात्रि घटस्थापना, जानें पूजा मुहूर्त

आज अभिजीत मुहूर्त में नवरात्रि घटस्थापना, जानें पूजा मुहूर्त831

👤29-09-2019-आश्विन मास की चतुर्दशी के बाद अमावस्या आती है जिसे पितृविसर्जनी अमावस्या या महालया भी कहते है। इस वर्ष अमावस्या तिथि 28 सितम्बर को है। इस वर्ष 20 वर्ष के बाद सर्वपितृ अमावस्या का संयोग शनिवार को पड़ रहा है। इस दिन सर्वपितृ श्राद्ध किया जाता है जिन पितरों की पुण्यतिथि परिजनों को ज्ञात नहीं हो या जिनका श्राद्ध पितृपक्ष के 15 दिनों में ना किया गया हो तो उनका श्राद्ध, दान, एवं तर्पण इसी दिन करते हैं। इस तिथि को समस्त पितरों का विसर्जन होता है। मद्भगवद् गीता का पाठ हरिवंश पुराण पितृ गायत्री का जप करने से भी पितृ शान्त होते हैं। अमावस्या को दिन में गोबर के कंडे जलाकर उस पर खीर की आहूति दें और जल के छींटे देकर हाथ जोड़े और पितरों को नमस्कार करें। गाय को ग्रास, कुत्ते और कौवे को भी भोजन देने से पितृ शान्त होते हैं। ज्योतिषाचार्य एस.एस.नागपाल के अनुसार प्रत्येक माह की अमावस्या पितरों की पुण्यतिथि मानी गयी है।कल कर सकते हैं घट स्थापना - 
नवरात्र में मां के नौ रूपों का पूजन किया जाता है। शारदीय नवरात्र में शीत ऋतु के आगमन की सूचना देता है। शक्ति की उपासना आश्विन मास के प्रतिपदा से नवमी तक की जाती है। इस वर्ष नवरात्र 29 सितम्बर से 7 अक्टूबर तक है। इस वर्ष 9 दिन की नवरात्र है। 29 सितम्बर रविवार को अश्वनी शुक्ल घट स्थापना शुभ मुर्हूत में की जानी चाहिए। घट स्थापना मुहूर्त -
पं0 आनन्द दुबे व ज्योतिषाचार्य एसएस नागपाल ने बताया कि 29 को प्रात?काल कन्या लग्न में 6.01 से 7.24 तक एवं अभिजीत मुहूर्त दिन 11.33 से 12.20 तक घट स्थापना एवं देवी का पूजन किया जा सकता है।देवी ज्योति यात्रा शनिवार से शुरू
नवरात्रि में बहुत से लोग माता की चौकी बैठाते हैं। इसके लिए किसी प्रमुख मंदिर से देवी की ज्योति जलाकर गाजे- बाजे के साथ लोग पैदल यात्रा कर लाते हैं। इस ज्योति को अपने घर के पास किसी स्थान पर चौकी के रूप में स्थापित करते हैं और अगले नौ दिन तक चौकी की पूजा अर्चना करते हैं। दिल्ली एनसी में शनिवार को शाम झंडेवालन मंदिर से दर्जनों समूह ज्योति ले गए। इन नौ दिनों मां की चौकी लगाने वाले लोग भंडारा भी करते हैं। बहुत से लोग नवरात्रि के नौ दिन तक व्रत करते हैं और अष्टमी को जागरण भी करते हैं। बैठकी को प्रतिमा स्थापना और कलश स्थापना
नवरात्रि के हपले दिन दुर्गा पंडालों में दुर्गा प्रतिमा की स्थापना की जाएगी। वहीं व्रत रखने वाले भक्त मां शैलपुत्री के दिन बैठकी को कलश स्थापना करेंगे व जवाना बोएंगे। आज यानी रविवार की शाम तक ज्यादातर लोग माता की ज्योति लेकर चौकी स्थापित कर लेंगें। वहीं मां दुर्गा की प्रतिमा भी कुछ लोग आज तो कुछ लोग कल शाम को स्थापित करेंगे।
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29-09-2019-आश्विन मास की चतुर्दशी के बाद अमावस्या आती है जिसे पितृविसर्जनी अमावस्या या महालया भी कहते है। इस वर्ष अमावस्या तिथि 28 सितम्बर को है। इस वर्ष 20 वर्ष के बाद सर्वपितृ अमावस्या...

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