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गोमती रिवर फ्रंट: मनमानी वाल निर्माण पर सीबीआई का शिकंजा

गोमती रिवर फ्रंट: मनमानी वाल निर्माण पर सीबीआई का शिकंजा59

👤19-01-2020-
गोमती रिवर फ्रंट में सिंचाई विभाग के अभियंताओं के मनमानी निर्माण का एक और खुलासा हुआ है। विभाग ने बिना डिजाइन बनाए व बिना अनुमति के ही रिवर फ्रंट के दोनों तरफ लगभग 32 किलोमीटर की डायफ्राम वाल खड़ी कर दी। यही नहीं अन्य मद में दी गई राशि से आनन-फानन निर्माण कंपनी को भुगतान भी कर दिया। जबकि अन्य निर्माण के भुगतान अभी भी नहीं हो पाए हैं। रिवर फ्रंट मामले की जांच कर रही सीबीआई ने जब इस निर्माण के बारे में डिजाइन व अनुमति की परतों को खंगालना शुरू किया तो विभागीय अभियंताओं में हड़कंप मचा हुआ है।गोमती रिवर फ्रंट को तैयार करने के लिए सिंचाई विभाग ने एक डिजाइन तैयार किया था। इसी डिजाइन की बिनापर प्रदेश सरकार ने लगभग 487 करोड़ रुपये स्वीकृत किए थे। लेकिन सिंचाई विभाग के अभियंताओं के मनमानी निर्माण के कारण इसका बजट बढ़कर लगभग 1500 करोड़ रुपये के आस-पास पहुंच गया। सरकार के बदलते ही नई सरकार ने रिवर फ्रंट के मनमानी निर्माण और खर्च पर सीबीआई की जांच बैठा दी। सीबीआई की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है नए खुलासे हो रहे हैं। इसी कड़ी में डायफ्राम वाल का मामला भी खुल गया। रिवर फ्रंट के दोनों किनारों पर 14 मीटर ऊंची लगभग 16.4 किमी डायफ्राम वाल बननी थी। लेकिन विभागीय अभियंताओं ने इस डिजाइन को दरकिनार करके मनमानी तरीके से 14 के बजाए डायफ्राम वाल की ऊंचाई 16 मीटर तक कर दी। ऐसे में विभागीय अभियंताओं ने लगभग 32 किमी की लंबी दीवार मनमानी तरीके से निर्माण करा दिया।डिजाइन व अनुमति की पूछताछ पर मचा हड़कंप
मामले की जांच कर रही सीबीआई ने इस निर्माण के कागज खंगालने शुरू किए तो इस मामले का खुलासा हुआ। सीबीआई ने विभाग से इसकी डिजाइन और अनुमति देने वाले अभियंता का नाम पूछा है। विभाग पहले इस डिजाइन को ढूंढने में एड़ीचोटी का पसीना बहाता रहा। लेकिन बाद में पता चला कि इस तरह की कोई डिजाइन ही तैयार नहीं कराई गई। विभागीय सूत्रों का कहना है कि इस मनमानी निर्माण से रिवर फ्रंट को लगभग 80 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भार वहन करना पड़ेगा।यह सही है कि डायफ्राम वाल को 16 मीटर ऊंची करने का कोई डिजाइन नहीं बनाया गया था। इस निर्माण के अनुमति तत्कालीन अभियंता एसएन शर्मा ने दी थी। इसकी जानकारी सीबीआई को दी जाएगी। हालांकि इस निर्माण के लिए डिजाइन बहुत जरूरी नहीं है। -आरके जैन, अधीक्षण अभियंता, नोडल जांच अधिकारी रिवर फ्रंट
🕔tanveer ahmad

19-01-2020-
गोमती रिवर फ्रंट में सिंचाई विभाग के अभियंताओं के मनमानी निर्माण का एक और खुलासा हुआ है। विभाग ने बिना डिजाइन बनाए व बिना अनुमति के ही रिवर फ्रंट के दोनों तरफ लगभग 32 किलोमीटर...

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बाबरनामा का लेखक कौन है ? सही विकल्प को हाईकोर्ट में चुनौती

बाबरनामा का लेखक कौन है ? सही विकल्प को हाईकोर्ट में चुनौती600

👤19-01-2020-
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने ग्राम विकास अधिकारी भर्ती 2016 की लिखित परीक्षा में बाबरनामा के लेखक से जुड़े प्रश्न के सही विकल्प को चुनौती देने वाली याचिका पर अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से जवाब मांगा है।यह आदेश न्यायमूर्ति जेजे मुनीर ने प्रिंस कुमार मिश्र व अन्य की याचिका पर अधिवक्ता सीमांत सिंह को सुनकर दिया है। वीडीओ भर्ती की लिखित परीक्षा के प्रश्न- बाबरनामा का लेखक कौन है के जवाब को लेकर आयोग से जारी दो आंसर-की में अलग-अलग विकल्प को सही माना गया है। कोर्ट ने आयोग को 21 जनवरी तक पूरी जानकारी के साथ पक्ष रखने को कहा है। अधिवक्ता सीमांत सिंह ने कोर्ट को बताया कि ग्राम विकास अधिकारी भर्ती का अंतिम चयन परिणाम 18 जुलाई 2018 को जारी हुआ। याची लिखित परीक्षा में सफल होने के बावजूद चयनित नहीं हो सका। जबकि उसके अंक सामान्य श्रेणी के कट ऑफ मार्क्स के बराबर हैं। इसपर उसने याचिका दाखिल की थी। याचिका पर सुनवाई के दौरान उसे दूसरी संशोधित आंसर-की उपलब्ध कराई गई। आयोग की पहली आंसर-की में चार विकल्पों में बाबरनामा को लेकर पूछे गए विकल्प का याची ने जो जवाब दिया, उसे पहली आंसर-की में सही माना गया। बाद में जारी संशोधित आंसर-की में इसे गलत माना गया। एक प्रश्न का अंक यदि याची मिल जाता है तो वह चयनित हो सकता है। कोर्ट ने आयोग से यह बताने को कहा है कि याची के अंक कट ऑफ मार्क्स के बराबर हैं या नहीं।
 
🕔tanveer ahmad

19-01-2020-
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने ग्राम विकास अधिकारी भर्ती 2016 की लिखित परीक्षा में बाबरनामा के लेखक से जुड़े प्रश्न के सही विकल्प को चुनौती देने वाली याचिका पर अधीनस्थ सेवा चयन आयोग...

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पूर्व सांसद सावित्रीबाई फुले आज करेंगी नई पार्टी का ऐलान

पूर्व सांसद सावित्रीबाई फुले आज करेंगी नई पार्टी का ऐलान587

👤19-01-2020-
भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुईं सावित्रीबाई फुले अब खुद अपनी नयी पार्टी खड़ी करेंगी। रविवार को यहां चारबाग स्थित रवीन्द्रालय प्रेक्षागृह में बुलाये गये सम्मेलन में वह अपनी नयी पार्टी का एलान करेंगी। यह सम्मेलन नमो बुद्धाय जन सेवा समिति के तत्वावधान में होगा।सावित्रीबाई फुले 2012 से 2014 तक बहराइच की बलहा विस सीट से भाजपा की विधायक रहीं। इसके बाद 2014 में बहराइच संसदीय सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर वह लोकसभा पहुंची। मगर बतौर भाजपा सांसद कार्यकाल के अंतिम वर्षों में उनका भाजपा नेतृत्व से मोहभंग हो गया। पार्टी में रहते हुए उन्होंने बगावत का बिगुल फूंका। 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले ही उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।2019 का लोकसभा चुनाव बहराइच से ही उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर लड़ा मगर जीत नहीं पायीं। अब उन्होंने कांग्रेस भी छोड़ दी है। \'हिन्दुस्तान\' से बातचीत में सावित्रीबाई फुले ने कहा कि कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और उ.प्र.प्रभारी प्रियंका गांधी उनकी विचारधारा से सहमत नहीं हो सकीं इसलिए उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी। उन्होंने कहा कि अब वह बहुजन हिताय-बहुजन सुखाय के नारे को सार्थक करने के लिए आन्दोलन का रास्ता अपनाएंगी। उन्होंने कहा कि आज हमारा संविधान, हमारा आरक्षण खतरे में है।रविवार को रवीन्द्रालय में सम्मेलन आयोजित करने वाली नमो बुद्धाय जन सेवा समिति के अध्यक्ष अक्षयनाथ कनौजिया ने कहा कि सावित्रीबाई फुले के नेतृत्व में बनने वाली नयी पार्टी देश और प्रदेश के दलितों, पिछड़ों और अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा के लिए संघर्ष करेगी।
🕔tanveer ahmad

19-01-2020-
भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हुईं सावित्रीबाई फुले अब खुद अपनी नयी पार्टी खड़ी करेंगी। रविवार को यहां चारबाग स्थित रवीन्द्रालय प्रेक्षागृह में बुलाये गये सम्मेलन...

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फरवरी में भारत आएंगे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, 'हाउडी मोदी' जैसा होगा अहमदाबाद में कार्यक्रम

फरवरी में भारत आएंगे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, 'हाउडी मोदी' जैसा होगा अहमदाबाद में कार्यक्रम318

👤18-01-2020-
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप फरवरी महीने में भारत दौरे पर आ सकते हैं। जिस तरह से अमेरिका के ह्यूस्टन में पीएम मोदी के लिए \'हाउडी मोदी\' कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, ठीक उसी तरह डोनाल्ड ट्रंप के लिए भी एक ऐसे ही कार्यक्रम की योजना पर काम चल रहा है। दरअसल, पिछले साल सितंबर में ह्यूस्टन में हुए \'हाउडी मोदी\' कार्यक्रम की तर्ज पर डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे के लिए \'हाउडी ट्रंप\' कार्यक्रम का आयोजन किया जा सकता है। इसके लिए दोनों देशों के बीच बातचीत चल रही है और एजेंडे पर काम किया जा रहा है। नाम न बताने की शर्त पर यह जानकारी इस मामले से जुड़े लोगों ने दी है।हिन्दुस्तान टाइम्स को यह पता चला है कि लगभग यह तय हो गया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप फरवरी महीने में भारत दौरे पर आएंगे। हालांकि, अब तक तारीखों पर मुहर नहीं लगी है और इसे लेकर दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है। माना जा रहा है कि डोनाल्ड ट्रंप तीन दिवसीय दौरे पर भारत आएंगे, जिस दौरान वह नई दिल्ली के अलावा एक अन्य शहर का भी दौरा करेंगे। ह्यूस्टन में जिस तरह पीएम मोदी के लिए कार्यक्रम हुआ था, ठीक वैसा ही कार्यक्रम डोनाल्ड ट्रंप के लिए भी हो सकता है। सूत्रों की मानें तो अहमदाबाद वह शहर हो सकता है, जहां \'हाउडी मोदी\' की तर्ज पर ट्रंप के लिए कार्यक्रम हो सकता है। हालांकि, अभी यह तय नहीं हुआ है। इस इवेंट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी शामिल होने की संभावना है। सूत्रों की मानें तो गुजराती मूल के अमेरिकियों के हाउडी ट्रंप शो में शामिल होने की संभावना है। माना जा रहा है कि अमेरिका में होने वाले इस साल के चुनाव को देखते हुए राष्ट्रपति ट्रंप के लिए उनकी टीम इस योजना पर काम कर रही है। इसकी वजह यह भी है कि अमेरिका में गुजरातियों की संख्या अधिक है। यही वजह है कि गुजरातियों की संख्या को देखते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए \'हाउडी मोदी\' जैसे कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की जा रही है। बता दें कि अमेरिका और ब्रिटेन में भारतीय प्रवासी एक अहम वोट बैंक हैं। उम्मीद की जा रही है कि डोनाल्ड ट्रंप और पीएम मोदी एक छोटी अवधि के व्यापार सौदे पर हस्ताक्षर करेंगे जो अमेरिकी कंपनियों को भारतीय बाजारों तक अधिक पहुंच प्रदान कर सकता है और पिछले साल वापस लिए गए भारत के व्यापार लाभों को बहाल कर सकता है। वे एक लंबी अवधि के व्यापार समझौते पर भी चर्चा करेंगे जिसमें एक मुक्त व्यापार समझौता शामिल हो सकता है।
🕔 एजेंसी

18-01-2020-
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप फरवरी महीने में भारत दौरे पर आ सकते हैं। जिस तरह से अमेरिका के ह्यूस्टन में पीएम मोदी के लिए \'हाउडी मोदी\' कार्यक्रम का आयोजन किया गया...

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दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से शाहीन बाग सड़क खाली करने को कहा

दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से शाहीन बाग सड़क खाली करने को कहा730

👤18-01-2020-
दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से कालिंदी कुंज-शाहीन बाग मार्ग को खोलने की अपील की। अधिकारियों ने कहा कि विरोध प्रदर्शन के कारण दिल्ली एनसीआर के निवासियों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।  संशोधित नागरिकता कानून के विरोध में दिल्ली के शाहीन बाग क्षेत्र में लोग एक महीने से धरना-प्रदर्शन पर बैठे हैं। \r\nयह सड़क नोएडा और दिल्ली को जोड़ने का काम करती है और विरोध प्रदर्शन के कारण नोएडा यातायात पुलिस ने उसे बंद कर दिया है। पुलिस बयान में कहा गया है कि हम रोड नंबर 13 ए पर बैठे विरोध प्रदर्शनकारियों से अनुरोध करते हैं कि वे लोगों को हो रही परेशानी को समझें। राजमार्ग पूरी तरह बंद होने के कारण दिल्ली और एनसीआर के निवासियों, वरिष्ठ नागरिकों, मरीजों और स्कूल के बच्चों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ धरने पर बैठीं कुछ महिलाओं ने शुक्रवार को जुमे की नमाज भी यहीं सड़क पर पढ़ी। वहीं कुछ हिंदू और सिख प्रदर्शनकारी इस दौरान महिलाओं के लिए भोजन का इंतजाम करने में जुटे रहे। इस दौरान यहां मौजूद सभी प्रदर्शनकारियों ने फिर दोहराया कि सरकार जब तक सीएए वापस नहीं लेगी, वे लोग वापस नहीं लौटेंगे। 
🕔 एजेंसी

18-01-2020-
दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों से कालिंदी कुंज-शाहीन बाग मार्ग को खोलने की अपील की। अधिकारियों ने कहा कि विरोध प्रदर्शन के कारण दिल्ली एनसीआर...

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मोहन भागवत के दो बच्चों वाले कानून पर बोले नवाब मलिक, जबरदस्ती पुरुष की नसबंदी कराना चाहते हैं तो मोदी जी को ऐसा कानून बनाने दें

मोहन भागवत के दो बच्चों वाले कानून पर बोले नवाब मलिक, जबरदस्ती पुरुष की नसबंदी कराना चाहते हैं तो मोदी जी को ऐसा कानून बनाने दें181

👤18-01-2020-राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन राव भागवत के जनसंख्या नियंत्रण के लिए दो बच्चों के कानून वाले बयान पर महाराष्ट्र में एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा है कि यदि भागवत जी जबरदस्ती पुरुष की नसबंदी कराना चाहते हैं तो मोदीजी को ऐसा कानून बनाने दें। आपको बता दें कि संघ प्रमुख ने कहा था कि जनसंख्या वृद्धि विकराल रूप धारण कर चुकी है। इस मुद्दे पर संघ का रुख हमेशा दो बच्चों के कानून के पक्ष में रहा हालांकि यह जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है। सरकार को ऐसा कोई कानून बनाना चाहिए जिससे जनसंख्या नियंत्रण हो सके। नवाब मलिक ने कहा कि मोहन भागवत जी दो बच्चों वाला कानून चाहते हैं। शायद उन्हें पता नहीं है कि महाराष्ट्र में पहले से ही इस पर कई कानून हैं और कई अन्य राज्य में भी है। यदि भगवत जी जबरदस्ती पुरुष की नसबंदी कराना चाहते हैं तो मोदीजी को ऐसा कानून बनाने दें। हमने अतीत में देखा कि इसके साथ क्या हुआ।उत्तर प्रदेश में एक कार्यक्रम के दौरान मोहन भागवत ने जनसंख्या नियंत्रण कानून की वकालत करते हुये कहा था कि संघ के एजेंडे में इस विषय को शामिल किया जा चुका है हालांकि इस बारे में फैसला केन्द्र सरकार को लेना है। उन्होंने जिज्ञासा समाधान सत्र में स्वयं सेवकों ने उनसे राम मंदिर, सीएए, जनसंख्या नियंत्रण कानून और मथुरा काशी के मुद्दे पर संघ की भूमिका पर सवाल किए जिसका उन्होने बेबाकी से जवाब दिया। संघ प्रमुख ने कहा कि जनसंख्या वृद्धि विकराल रूप धारण कर चुकी है। इस मुद्दे पर संघ का रुख हमेशा दो बच्चों के कानून के पक्ष में रहा हालांकि यह जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है। सरकार को ऐसा कोई कानून बनाना चाहिए जिससे जनसंख्या नियंत्रण हो सके। नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के बाद उपजी स्थिति पर आए सवाल पर उन्होंने कहा कि यह कानून देश हित में है, लेकिन कुछ लोग विरोध कर रहे। धारा 370 हटाने के बाद देश में उत्साह और आत्मविश्वास बना। इसके बाद सीएए अस्तित्व में आया जिसका विरोध शुरू हुआ। इसके बारे में भृमित लोगों को वास्तविकता से रुबरु कराना चाहिए। यह सबका दायित्व बनता है। लोगों की भ्रांतियां दूर की जानी चाहिए। इा मामले में पीछे हटने का प्रश्न ही नहीं है। उन्होंने कहा था कि चाहे अनुच्छेद 370 हटाने का फैसला हो या फिर नागरिकता संशोधन कानून बिल(सीएए)लागू करने का, इन सभी पर संघ पूरी तरह सरकार के फैसले के साथ खड़ा है। उन्होंने स्वयंसेवकों से कहा कि वह जागरूकता अभियान चलाकर इसके लिए लोगों को जागरूक करें।राममंदिर का मुद्दा सुप्रीम कोर्ट से हल हो चुका है, अब इसमें संघ की क्या भूमिका होगी के उत्तर में भागवत ने कहा कि मंदिर निमार्ण के लिए ट्रस्ट निमार्ण होते ही संघ का काम पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि संघ की भूमिका इस प्रकरण में सिर्फ ट्रस्ट निमार्ण होने तक ही है। इसके बाद संघ खुद को इससे अलग कर लेगा। एक प्रश्न के उत्तर में संघ प्रमुख ने कहा कि काशी-मथुरा संघ के एजेंडे में न तो कभी थे और न ही कभी होंगे।
🕔tanveer ahmad

18-01-2020-राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन राव भागवत के जनसंख्या नियंत्रण के लिए दो बच्चों के कानून वाले बयान पर महाराष्ट्र में एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा है कि यदि भागवत जी...

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 यहां के छात्र विश्व में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा बढ़ा रहे हैं : वीसी

यहां के छात्र विश्व में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा बढ़ा रहे हैं : वीसी148

👤18-01-2020-वाराणसी में इंटरनेशनल बीएचयू एलमुनी मीट (आईबीएएम) की शुक्रवार को शुरुआत हुई। इस अवसर पर कुलपति प्रो. राकेश भटनागर ने नोबल कॉज से काशी हिंदू विश्वविद्यालय का जुड़ाव बढ़ाने से लेकर बीएचयू के खाते में नोबेल पुरस्कार दर्ज कराने तक के कई महत्वाकांक्षी संकल्प किए। उन्होंने कहा कि यहां के छात्र विश्व में बीएचयू की प्रतिष्ठा बढ़ा रहे हैं। बीएचयू के स्वतंत्रता भवन में दो दिवसीय आयोजन के उद्घाटन सत्र में अध्यक्षीय संबोधन करते हुए प्रो. भटनागर ने कहा कि महामना के दृष्टिकोण को आत्मसात करते हुए हम प्रचीन ज्ञान और आधुनिक विज्ञान का संतुलित समावेश कर सामाजिक सरोकारों से जुड़ने की दिशा में कदम बढ़ा चुके हैं। कालाजार के लिए सिंगल डोज दवा की ईजाद इस दिशा में बीएचयू का एक उल्लेखनीय कदम है। ऑक्सफोर्ड, कैंब्रिज और हारवर्ड जैसे विश्वविद्यालयों में सेवा दे रहे भारतीयों को बीएचयू वापस लाने के शुरुआत हमने फैकेल्टी के ग्लोबल विज्ञापनों से कर दी है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों, छात्रों और कर्मचारियों को सबसे बेहतर अवसर उपलब्ध कराने के लिए बीएचयू को अत्याधुनिक संसाधनों से लैस किया जा रहा है। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट और खर्चीली बिजली का स्थायी विकल्प भी बीएचयू ने खोज लिया है। हम अपने ही सॉलिड वेस्ट से तीन मेगावाट बिजली बना रहे हैं। जल्द ही 8.5 मेगावाट बिजली बनने लगेगी। तब बिजली के मद में सालाना दस करोड़ की बचत होगी। यूजीसी की ओर से हमें मेंटेनेंस के लिए 60 करोड़ सालाना मिलते हैं और हमारा बिजली का बिल ही 66 करोड़ आता है।उद्घाटन सत्र में आयोजन सचिव प्रो. सूर्यप्रताप सिंह, रेक्टर  प्रो. वीके.शुक्ला ने भी विचार व्यक्त किए। आगतों का स्वागत एलुमनी सेल की चेयरपर्सन प्रो. सुशीला सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन प्रो. अंजलि वाजपेयी ने किया।
🕔tanveer ahmad

18-01-2020-वाराणसी में इंटरनेशनल बीएचयू एलमुनी मीट (आईबीएएम) की शुक्रवार को शुरुआत हुई। इस अवसर पर कुलपति प्रो. राकेश भटनागर ने नोबल कॉज से काशी हिंदू विश्वविद्यालय का जुड़ाव बढ़ाने...

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जाति के आंकड़े आएंगे तो धर्म की लड़ाई खत्म होगी : अखिलेश

जाति के आंकड़े आएंगे तो धर्म की लड़ाई खत्म होगी : अखिलेश465

👤18-01-2020-
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है अंधेरे को अंधेरा खत्म नहीं कर सकता है। इसीलिए पार्टी की मांग है कि जाति की भी गणना हो। जाति के आंकड़े आ जाएंगे तो धर्म की लड़ाई खत्म हो जाएगी और विकास का रास्ता खुल सकेगा। अखिलेश यादव ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि भाजपा का चरित्र है वह नौजवानों का ध्यान शिक्षा संस्थानों में बढ़ती फीस और अव्यवस्था, बेरोजगारी, मंहगाई और दूसरे बुनियादी मुद्दों से भटकाने के लिए युवा महोत्सव के नाम पर खेल तमाशे आयोजित कर लेती है। स्वामी विवेकानन्द युवा इंटरनेट योजना के नाम पर युवाओं के कालेज में दाखिला लेने पर प्रतिमाह एक जीबी इंटरनेट मुफ्त देने का वादा था, उसे भाजपा कैसे भूल गई? स्वामी विवेकानन्द पर यह धोखाधड़ी नहीं तो क्या है? 
🕔tanveer ahmad

18-01-2020-
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है अंधेरे को अंधेरा खत्म नहीं कर सकता है। इसीलिए पार्टी की मांग है कि जाति की भी गणना हो। जाति के आंकड़े आ जाएंगे...

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68500 शिक्षक भर्ती: कोर्ट से जांच की जिद पर लगा 25 हजार रुपये हर्जाना

68500 शिक्षक भर्ती: कोर्ट से जांच की जिद पर लगा 25 हजार रुपये हर्जाना7

👤18-01-2020-इलाहाबाद हाईकोर्ट ने प्राइमरी स्कूलों के लिए 68500 सहायक अध्यापकों की में उत्तर पुस्तिका की जांच में आरोप सही न पाए जाने के बावजूद कोर्ट को जांच के लिए जिद करने पर सख्त रुख अपनाते हुए याची पर 25 हजार रुपये हर्जाना लगाया है। कोर्ट ने हर्जाने की रकम दो माह में जमा करने का आदेश दिया है। साथ ही कहा कि हर्जाना जमा नहीं करने पर राजस्व की तरह वसूली की जाए।यह आदेश न्यायमूर्ति सरल श्रीवास्तव ने लक्ष्मी देवी की याचिका पर दिया है। याची को सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा में 58 अंक मिले थे। पुनर्मूल्यांकन के बाद प्राप्त अंकों में कोई बदलाव नहीं आया। याची को स्कैन कॉपी दी गई तो उसने आरोप लगाया कि स्कैन कॉपी में हर पेज पर बारकोड अलग है। इस पर कोर्ट ने उत्तर पुस्तिका की मूल प्रति तलब की और महानिबंधक को जांच कर रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया। जांच में बार कोड हर पेज पर समान पाया गया। इस रिपोर्ट के बाद याची ने कोर्ट से कॉपी की जांच करने का अनुरोघ किया। इस पर कोर्ट ने हर्जाने के साथ याचिका खारिज कर दी।
🕔tanveer ahmad

18-01-2020-इलाहाबाद हाईकोर्ट ने प्राइमरी स्कूलों के लिए 68500 सहायक अध्यापकों की में उत्तर पुस्तिका की जांच में आरोप सही न पाए जाने के बावजूद कोर्ट को जांच के लिए जिद करने पर सख्त रुख...

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बढ़ती महंगाई से परेशान लोगों को राहत देने की तैयारी, राशन की दुकानों पर बिक सकते हैं आलू-प्याज

बढ़ती महंगाई से परेशान लोगों को राहत देने की तैयारी, राशन की दुकानों पर बिक सकते हैं आलू-प्याज908

👤18-01-2020-
सरकार बजट में बढ़ती महंगाई से परेशान लोगों को राहत देने के लिए नया रोडमैप पेश करने की तैयारी कर रही है। ‘हिन्दुस्तान\' को मिली जानकारी के मुताबिक, नीति आयोग ने सब्जियों के बढ़ते दामों को काबू में करने के लिए जन वितरण प्रणाली (पीडीएस) का हिस्सा बनाने का सुझाव दिया है। सूत्रों के मुताबिक नीति आयोग ने सरकार को सुझाव दिया है कि प्याज टमाटर और आलू जैसी सब्जियों के दाम काबू में करने के लिए इन्हें पीडीएस का हिस्सा बना दिया जाए।  वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण यह फॉर्मूला आम बजट में पेश कर सकती हैं।नीति आयोग का मानना है कि ऐसा करने से न सिर्फ इनके दामों के उतार-चढ़ाव पर काबू पाया जा सकता है बल्कि सरकार की तरफ से इस मोर्चे पर दी जा रही सब्सिडी को भी बेहतर तरीके से इस्तेमाल हो पाएगा। मामले से जुड़े अधिकारी के मुताबिक, वित्त मंत्री के बजट भाषण में नई व्यवस्था की रूपरेखा का जिक्र किया जाएगा। बाद में अगले वित्त वर्ष में योजना को अमली जामा पहनाने पर काम शुरू किया जा सकेगा। खाने पीने पर बड़ा खर्चआयोग के आकलन के मुताबिक, आम उपभोक्ता के कुल खर्च का 50-55 फीसदी हिस्सा सिर्फ खाने पीने की चीजों पर ही खर्च होता है। ऐसे में लगातार बढ़ते खाद्य वस्तुओं की महंगाई ने न सिर्फ आम लोगों को परेशान किया है बल्कि सरकार भी इस दिशा में नई रणनीति बनाने में जुट गई है। नीति आयोग में मंथन महंगाई कम करने को लेकर वित्त मंत्रालय और नीति आयोग के बीच बैठक हुई है जिसमें चर्चा के दौरान इन वस्तुओं को पीडीएस का हिस्सा बनाने पर विचार विमर्श किया गया। पिछले साल दिसंबर महीने में खुदरा महंगाई दर साढ़े पांच साल की ऊंचाई 7.35 फीसदी पर पहुंच गई है। महंगाई की इस दर में सब्जियों और खाने पीने की चीजों के दाम का अहम योगदान रहा है। राज्यों और केद्र के बीच तालमेल का अभावसब्जियों के बढ़ते दामों को काबू में करने के लिए राज्यों और केंद्र सरकार के बीच बिगड़ते तालमेल का खामियाजा भी उपभोक्ताओं को ही उठाना पड़ता है। आशंका जताई जा रही है कि बढ़ती महंगाई को देखते हुए रिजर्व बैंक भी फरवरी महीने में संभावित ब्याज दरों की कटौती के फैसले को टाल सकता है। इस आशंका को देखते हुए उम्मीद ये भी की जा रही है कि सरकार रिजर्व बैंक के लिए महंगाई के पैमाने की समीक्षा कर नई दरें भी निर्धारित कर सकती है। ताकि अर्थव्यवस्था की रफ्तार बढ़ाने के रास्ते में सस्ता कर्ज आड़े न आ सके।
🕔tanveer ahmad

18-01-2020-
सरकार बजट में बढ़ती महंगाई से परेशान लोगों को राहत देने के लिए नया रोडमैप पेश करने की तैयारी कर रही है। ‘हिन्दुस्तान\' को मिली जानकारी के मुताबिक, नीति आयोग ने सब्जियों के...

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सोशल मीडिया

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  • विश्व प्रसिद्ध देवा मेला एवं प्रदर्शनी का हुआ भव्य उदघाटन

    18-10-2024-


    डीएम की धर्मपत्नी ने फीता काटकर किया उदघाटन। 

    बाराबंकी। सूफी संत हाजी वारिस अली शाह के...

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  • अभिनव ने लगाया श्वेता पर बेटे को होटल में अकेला छोड़कर केप टाउन जाने का आरोप

    08-05-2021-
    पॉपुलर रियलिटी शो खतरों के खिलाड़ी के 11वें सीजन में श्वेता तिवारी भी हिस्सा लेने वाली हैं जिसके लिए एक्ट्रेस...

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  • पोखरे में मिली युवती की नग्‍न लाश, दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका

    30-04-2021-गोरखपुर। खजनी क्षेत्र के ग्राम पंचायत मऊधरमंगल के सिगरा पोखरे में शुक्रवार को एक युवती की नग्न लाश दिखने...

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  • रितिक रोशन और दीपिका पादुकोण की फाइटर होगी बॉलिवुड की सबसे महंगी फिल्म?

    20-01-2021-रितिक रोशन के बर्थडे (10 जनवरी) पर उनकी अपकमिंग फिल्म च्फाइटरज् का 30 सेकंड का टीजर रिलीज किया गया। इस फिल्म को लेकर...

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  • नोरा फतेही ने शेयर किया ग्लैमरस फोटोशूट का वीडियो, हुआ वायरल

    03-01-2021-नई दिल्लीl फिल्म एक्ट्रेस नोरा फतेही ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया हैl यह उनके हालिया फोटोशूट का वीडियो...

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