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उत्तर प्रदेश के दस मंडलों में बने 23 नए स्टेट हाईवे

उत्तर प्रदेश के दस मंडलों में बने 23 नए स्टेट हाईवे571

👤08-11-2019-उत्तर प्रदेश के 10 मंडलों के 24 जनपदों को जोड़ते हुए 2053.762 किलोमीटर लंबे 23 नए स्टेट हाईवे जल्द घोषित किए जाएंगे। इनमें बदायूं को भी शामिल किया गया है। जिले के स्टेट हाईवे घोषित होने वाले मार्गों में पुवायां निगोही, तिलहर, जैतीपुर, दातागंज-बदायूं तक 123.48 किलोमीटर लंबा मार्ग भी शामिल है। इस स्टेट हाईवे को एसएच 126 के नाम से जाना जाएगा। स्टेट हाईवे घोषित होने के बाद जो मार्ग तीन या पौने चार मीटर की चौड़ाई में बने हैं, उन्हें सात मीटर करने की तैयारी है। जो मार्ग सात मीटर चौड़ाई में बने हैं, वह यथावत रहेंगे।भाजपा सरकार में प्रमुख एवं अन्य जिला मार्गों को मिलाकर स्टेट हाईवे घोषित करने पर जोर दिया जा रहा है। इसके तहत 10 मंडलों के 24 जनपदों को जोड़ते हुए 23 मार्गों को स्टेट हाईवे घोषित कराने के लिए प्रस्ताव शासन को भेजे गए थे। इनकी जांच के बाद सभी मार्गो को स्टेट हाईवे में परिवर्तित करने का निर्णय ले लिया गया है।इस संबंध में मुख्य अभियंता संजय कुमार गोयल मुख्यालय-1 पीडब्ल्यूडी लखनऊ द्वारा जो मार्ग तीन या पौने चार मीटर की चौड़ाई में बने है उन मार्गो को सात मीटर में तैयार कराने के लिए अलीगढ़, प्रयागराज, आजमगढ़, बरेली, अयोध्या, गोरखपुर, झांसी, बांदा, मध्यक्षेत्र, आगरा के चीफ इंजीनियरों से आगणन मांगा है। माना जा रहा है कि आगणन मिलने के बाद प्रस्तावित 23 स्टेट हाईवे की घोषणा कर दी जाएगी।लखनऊ-शाहजहांपुर की दूरी हो जाएगी कम
पुवायां निगोही, तिलहर, जैतीपुर, दातागंज-बदायूं स्टेट हाईवे बनने के बाद शाहजहांपुर की दूरी करीब 28 किलोमीटर कम हो जाएगी। वर्तमान में मार्ग बढ़िया न होने की वजह से लोग बरेली होकर शाहजहांपुर जाना पसंद करते हैं। बरेली होकर शाहजहांपुर की दूरी 140 किलोमीटर पड़ती है। बदायूं-दातागंज-तिलहर होकर शाहजहांपुर की दूरी 112 किलोमीटर रह जाएगी। जब सीधा स्टेट हाईवे बन जाएगा, तब लोग दातागंज होकर शाहजहांपुर लखनऊ जा सकेंगे। तिलहर से निगोही होकर पुवायां भी आसानी से पहुंच सकेंगे।दुधवा नेशनल पार्क तक पहुंना होगा आसान
पुवायां निगोही, तिलहर, जैतीपुर, दातागंज-बदायूं मार्ग स्टेट हाईवे होने के बाद दुधवा नेशनल पार्क तक पहुंचना भी आासन हो जाएगा। इधर से लोग शॉर्ट कट कम दूरी की वजह से आसानी से दुधवा तक जा सकेंगे।इन जनपदों में बनेंगे स्टेट हाईवे
एटा, फर्रुखाबाद, मथुरा, प्रयागराज, आजमगढ़, बरेली, शाहजहांपुर, बाराबंकी, सुल्तानपुर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, उरई, हमीरपुर, झांसी, ललितपुर, बांदा, चित्रकूट, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, उन्नाव, हरदोई, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी।ये हैं होने वाले स्टेट हाईवे के मार्गों के नाम
एटा-कायमगंज-फर्रुखाबाद मार्ग, मथुरा-सादाबाद-जलेसर-अवागढ़ मार्ग, सिरसा-कोरांव-डममडगंज मार्ग, बूढ़नपुर-दीदारगंज से मेंहनाजपुर-औड़िहार मार्ग, भमौरा-शाहबाद-बिलारी मार्ग, पुवायां-निगोही-तिलहर, जैतीपुर, दातागंज-बदायूं, सौरिख-कुसमरा-मैनपुरी-अलीगंज-कादरगंज-पटियाली बदायूं समेत 23 मार्ग शामिल हैं।शासन स्तर से प्रदेश के 10 मंडलों में 24 जनपदों को जोड़ते हुए 23 स्टेट हाईवे घोषित किए जाएंगे। जिसमें बरेली मंडल से भमौरा शाहबाद बिलारी एवं पुवायां निगोही, तिलहर, जैतीपुर, दातागंज-बदायूं मार्ग शामिल है। दोनों मार्गो का आगणन शासन को भेजा जा रहा है। -डीके मिश्रा, एसई बरेली
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08-11-2019-उत्तर प्रदेश के 10 मंडलों के 24 जनपदों को जोड़ते हुए 2053.762 किलोमीटर लंबे 23 नए स्टेट हाईवे जल्द घोषित किए जाएंगे। इनमें बदायूं को भी शामिल किया गया है। जिले के स्टेट हाईवे घोषित...

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स्टेट गेस्ट हाउस कांड ने बदल दी थी उत्तर प्रदेश की सियासत

स्टेट गेस्ट हाउस कांड ने बदल दी थी उत्तर प्रदेश की सियासत193

👤08-11-2019-यह वह वक्त था जब उत्तर प्रदेश की राजनीति में गठबंधन प्रयोग का दौर शुरू हुआ था। कांशीराम की अगुवाई वाली पार्टी बसपा से सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने 1993 में गठबंधन करके राजनीति की नई इबारत लिखी थी। दोनों पार्टियों ने विधानसभा चुनाव गठबंधन पर लड़कर सत्ता की सीढ़ियां तो चढ़ीं, लेकिन दो साल बाद ही इस रिश्ते में ऐसी दरार पड़ी कि इसकी परिणति स्टेट गेस्ट हाउस कांड के रूप में 2 जून 1995 को सामने आई।24 साल पहले आखिर ऐसा क्या हुआ था, जिसे खुद मायावती कभी भुला नहीं सकीं। इस घटना में मायावती की जान खतरे में थी, लेकिन ऐन वक्त पर भाजपा नेता लाल जी टंडन ने वहां पहुंचकर उन्हें बचाया था। उस वक्त मौजूदा डीजीपी ओपी सिंह लखनऊ के एसएसपी थे। मायावती ने भाजपा के समर्थन से सरकार बनते ही उन्हें निलंबित कर दिया था।राजभवन के हस्तक्षेप के बाद सक्रिय हुई थी पुलिस
वर्ष 1993 के यूपी चुनाव में बसपा और सपा में गठबंधन हुआ था। जिसकी बाद में जीत हुई। मुलायम सिंह यादव यूपी के मुख्यमंत्री बने, लेकिन आपसी खींचतान के चलते 2 जून 1995 को बसपा ने सरकार से समर्थन वापसी का एलान कर दिया। इससे मुलायम सरकार अल्पमत में आ गई। इससे नाराज सपा कार्यकर्ताओं ने सांसद, विधायकों के नेतृत्व में लखनऊ के मीराबाई मार्ग स्थित स्टेट गेस्ट हाउस का घेराव कर शुरू कर दिया। घंटों ड्रामा चला। पुलिस मूकदर्शक बनी रही। बाद में भाजपा के हस्तक्षेप और मामला राजभवन पहुंचने पर पुलिस सक्रिय हुई।बसपा विधायकों का हो गया था अपहरण
बसपा सुप्रीमो वहां कमरा नंबर-1 में रुकी हुईं थीं। उनके साथ बसपा विधायक और कार्यकर्ता भी मौजूद थे। इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने बसपा के लोगों से मारपीट कर उन्हें बंधक बना लिया। मायावती ने खुद को बचाने के लिए कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर लिया। इस बीच सपा के दबंग विधायक एक-एक कर बसपा के विधायकों को उठाकर अगवा करने लगे। गेस्ट हाउस के बाहर खड़ी फोटोग्राफरों ने इसे कैमरे में कैद किया और बाद में सीबीसीआईडी ने इसे बतौर सुबूत इस्तेमाल किया। इस कांड में हजरतगंज कोतवाली में तीन मुकदमे दर्ज हुए। इस मामले की तफ्तीश सीबीसीआईडी को दी गई और सीबीसीआईडी ने अरोपपत्र अदालत में दाखिल किया। सरकारें आती और जाती रहीं। स्टेट गेस्ट हाउस कांड का लखनऊ से शुरू हुआ मुकदमा अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है।
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08-11-2019-यह वह वक्त था जब उत्तर प्रदेश की राजनीति में गठबंधन प्रयोग का दौर शुरू हुआ था। कांशीराम की अगुवाई वाली पार्टी बसपा से सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने 1993 में गठबंधन करके राजनीति...

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होमगार्ड भर्ती में महिलाओं को 20 फीसदी आरक्षण देने की तैयारी

होमगार्ड भर्ती में महिलाओं को 20 फीसदी आरक्षण देने की तैयारी926

👤08-11-2019-होमगार्ड मंत्री चेतन चौहान ने कहा कि होमगार्ड की लंबित भर्तियों में महिलाओं को 20 फीसदी आरक्षण दिया जाएगा। शासन स्तर पर गंभीरता से इस पर विचार किया जा रहा है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर शासन द्वारा बीते दिनों हटाए गए सभी 25 हजार होमगार्ड जवानों की ड्यूटियों को बहाल कर दिया गया है।जवानों को आधुनिक प्रशिक्षण देकर जिम्मेदारी दी जाएगी। खाली बैठे जवानों की ड्यूटियां मिलेंगी। गुरुवार को होमगार्ड मुख्यालय में विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक लेने पहुंचे होमगार्ड मंत्री चेतन चौहान को जवानों ने सलामी दी। अब जवानों को 500 रुपए दैनिक भत्ते में बढ़ोत्तरी कर 702 रुपए कर दिया गया है। रामजन्म भूमि फैसले के चलते अयोध्या में डेढ़ हजार होमगार्डों को लगाया गया है।समीक्षा बैठक में मंत्री द्वारा बताया गया कि दो माह में 229 मृतक जवानों के आश्रितों को नौकरी दी गई। इन आश्रितों को दौड़ में असफल होने पर दोबारा दौड़ में शामिल होने का मौका मिलेगा। काफी समय से लंबित पदोन्नति की कार्रवाई कर आठ अधिकारियों को एसीपी का लाभ दिया गया। 45 जिला कमाण्डेण्ट का स्थायीकरण किया गया। प्रयागराज, कानपुर, झांसी एवं आगरा तथा जिला कार्यालय हमीरपुर एवं जौनपुर के निर्माण कार्यों आखिरी चरण में है। इस मौके पर प्रमुख सचिव होमगार्ड्स अनिल कुमार, प्रमुख सचिव, विशेष सचिव सत्येन्द्र सिंह, डीजी होमगार्ड जीएल मीना, डिप्टी कमाण्डेंट रणजीत सिंह व विवेक कुमार सिंह आदि प्रदेश के अधिकारी मौजूद थे।जवानों की ड्यूटी में पारदर्शिता बरतें
मंत्री चौहान ने समीक्षा बैठक में डीजी समेत सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि होमगार्ड जवानों की ड्यूटी लगाने के नाम पर किसी भी प्रकार की शिकायतें न मिलें। यदि किसी भी जिले से शिकायत मिलती है तो जिला कमाण्डेंट की जिम्मेदारी होगी। जवानों के कल्याण एवं उनकी समस्याओं के निराकरण के अलावा ड्यूटी भत्ते का समय में भुगतान आदि का विशेष ध्यान रखा जाए।1500 होमगार्ड अयोध्या भेजे गए
अयोध्या रामजन्म भूमि प्रकरण के फैसले के मद्देनजर मंत्री चेतन चौहान ने बताया कि 1500 होमगार्ड जवानों को अयोध्या में शांति व्यवस्था एवं सुरक्षा हेतु भेजा गया है। यह जवान पुलिस व अन्य बलों के साथ जिम्मेदारी निभाएंगे। जवानों को दंगा निरोधक उपकरणों के साथ लगाया गया है।
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08-11-2019-होमगार्ड मंत्री चेतन चौहान ने कहा कि होमगार्ड की लंबित भर्तियों में महिलाओं को 20 फीसदी आरक्षण दिया जाएगा। शासन स्तर पर गंभीरता से इस पर विचार किया जा रहा है। इसके अलावा...

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फैसला आने से पहले एक और अग्नि परीक्षा से गुजरी अयोध्या

फैसला आने से पहले एक और अग्नि परीक्षा से गुजरी अयोध्या912

👤08-11-2019-राम मंदिर/बाबरी मस्जिद विवाद में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से पहले प्रभु राम की नगरी अयोध्या एक और अग्नि परीक्षा से गुजरी। मौका था चौदह कोसी के बाद पंचकोसी परिक्रमा का। गुरुवार की सुबह से ही लाखों की संख्या में स्थानीय और देश के विभिन्न हिस्सों से आए रामभक्तों की भीड़ परिक्रमा पथ पर चलायमान हो गयी। हर तरफ जयश्रीराम का उद्घोष गूंजने लगा।कार्तिक पूर्णिमा मेला का प्रथम चरण चौदह कोसी परिक्रमा के रूप में 15 से 20 लाख श्रद्धालुओं की मौजूदगी में सकुशल निपट गया। इसके बाद दूसरे चरण में गुरुवार की सुबह से पंचकोसी परिक्रमा का आगाज हो गया। इस परिक्रमा में वे श्रद्धालु भी शामिल हुए जो चौदह कोसी परिक्रमा कर चुके हैं। इसके अलावा बड़ी तादात ऐसे श्रद्धालुओं की रही जो विभिन्न प्रांतों से पंचकोसी परिक्रमा करने के लिए आए थे। इस परिक्रमा में स्थानीय नागरिकों की भी बड़ी संख्या में भागीदारी हो रही है। गुरुवार की सुबह से शुरू हुई पंचकोसी परिक्रमा में इसके समापन तक यानी शुक्रवार की दोपहर तक 20 से 25 लाख रामभक्तों के शामिल होने की संभावना है।विभिन्न चरणों में होने वाले धार्मिक आयोजन बेहद संवेदनशील
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के इंतजार के दौर में इस बार कार्तिक पूर्णिमा मेला के तहत विभिन्न चरणों में होने वाले धार्मिक आयोजन बेहद संवेदनशील हो गए हैं। इसीलिए प्रशासन और पुलिस की ओर से खास सतर्कता बरती जा रही है। चौदह कोसी परिक्रमा के बाद पंचकोसी परिक्रमा में भी परिक्रमा पथ पर हर तरफ सुरक्षा के विशेष प्रबंध किए गए थे। विशेष सुरक्षा घेरे में आस्था के पग पर हर आयु वर्ग के महिला, पुरुष, बुजुर्ग, युवा और बच्चों के कदम राम नाम का जप करते हुए आगे बढ़ते रहे। समूचा मेला क्षेत्र एटीएस और आरएएफ समेत अन्य केंद्रीय सुरक्षा बलों के साथ पुलिस और पीएसी की निगरानी में है। शासन ने एडीजी स्तर के अधिकारी को यहां कैम्प करने के लिए भेज दिया है। आईजी डॉ. संजीव गुप्त, कमिश्नर मनोज मिश्र, डीएम अनुज झा और एसएसपी आशीष तिवारी के निर्देशन में लाखों श्रद्धालुओं की मौजूदगी को व्यवस्थित किया जा रहा है।फैसले की घड़ी के लिए तैयार किए जा रहे नागरिक
इस बीच कार्तिक पूर्णिमा मेला के प्रारंभिक दो चरण चौदह कोसी व पंचकोसी परिक्रमा समाप्त होने के बाद प्रशासन और पुलिस की नजर अब 12 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा स्नान और फिर उसके बाद सुप्रीम कोर्ट के फैसले की तिथि पर केंद्रित हो गई है। कार्तिक पूर्णिमा स्नान तक मौजूदा सुरक्षा व्यवस्था प्रभावी रहेगी। इस बीच सुप्रीम फैसले के मद्देनजर सुरक्षा प्लान आने वाले दिनों के लिए नए सिरे से लागू किया जाएगा। पुलिस महकमा और प्रशासन के अफसर समूचे जनपदवासियों को फैसले की घड़ी के लिए तैयार कर रहे हैं। इसके लिए गांव-गांव जनचौपाल आयोजित हो रही है। अयोध्या जिले के शहरी और ग्रामीण इलाकों में सभी संवेदनशील स्थानों पर भारी फोर्स की तैनाती कर दी गयी है। प्रमुख मार्गों के साथ गलियों में भी फोर्स मुस्तैद हो रही है। अयोध्या में रामलला समेत अन्य मंदिरों के आसपास सुरक्षा घेरा अभी और सख्त किया जाएगा। इसकी तैयारी पूरी हो गयी है। 
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08-11-2019-राम मंदिर/बाबरी मस्जिद विवाद में सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने से पहले प्रभु राम की नगरी अयोध्या एक और अग्नि परीक्षा से गुजरी। मौका था चौदह कोसी के बाद पंचकोसी परिक्रमा का।...

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 बढ़ सकता है स्वामी का जेल से बाहर आने का इंतजार, जमानत पर सुनवाई आज

बढ़ सकता है स्वामी का जेल से बाहर आने का इंतजार, जमानत पर सुनवाई आज971

👤08-11-2019-चिन्मयानंद की जमानत पर आज इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है, लेकिन दिल्ली में चल रहे वकील और पुलिस विवाद का असर उनकी जमानत पर होने वाली बहस पर पड़ रहा है। अगर दिल्ली में कोई हल नहीं निकलता है तो पूर्व घोषित हड़ताल के कारण हाईकोर्ट में चिन्मयानंद की जमानत पर बहस आठ नवंबर को नहीं होगी। इस कारण जेल से बाहर आने का इंतजार और बढ़ सकता है।चिन्मयानंद केस में हर रोज कुछ न कुछ डेवलपमेंट सामने आता है। छह नवंबर को रंगदारी मांगने की आरोपी छात्रा की जमानत टल गई। अब 29 नवंबर को जमानत पर सुनवाई होगी। इसके बाद अब आठ नवंबर को चिन्मयानंद की जमानत पर सुनवाई होनी है, लेकिन दिल्ली कांड के कारण वकीलों की हड़ताल प्रस्तावित है, इस कारण जमानत पर सुनवाई न होने के चांस ज्यादा हैं। रातभर में दिल्ली मामले में कोर्ई हल निकल आया तो आठ नवंबर को चिन्मयानंद की जमानत पर सुनवाई संभव भी है। अगर आठ नवंबर को सुनवाई नहीं हुई तो चिन्मयानंद का जेल से बाहर आने का इंतजार थोड़ा और बढ़ सकता है।इधर, शाहजहांपुर में एसआईटी ने बुधवार को चिन्मयानंद से जुड़े दोनों केसों की चार्जशीट दाखिल कर दी थी। इसके बाद से सभी पक्षों के वकीलों ने कोर्ट में सवाल डाल कर चार्र्जशीट की कॉपी लेकर उसका अध्ययन शुरू कर दिया, ताकि उसमें से पेंच निकाल कर अपने अपने पक्ष के आरोपियों की जमानत की तैयारियां की जाएं, साथ ही आगे ट्रायल के लिए भी तैयारी की जाए। बता दें कि कोर्ट परिसर में गुरुवार को भी एसआईटी के अफसरों को देखा गया। माना जा रहा है कि कुछ औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए ही वह आएं होंगे।
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08-11-2019-चिन्मयानंद की जमानत पर आज इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है, लेकिन दिल्ली में चल रहे वकील और पुलिस विवाद का असर उनकी जमानत पर होने वाली बहस पर पड़ रहा है। अगर दिल्ली में...

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 बढ़ सकता है स्वामी का जेल से बाहर आने का इंतजार, जमानत पर सुनवाई आज

बढ़ सकता है स्वामी का जेल से बाहर आने का इंतजार, जमानत पर सुनवाई आज827

👤08-11-2019-चिन्मयानंद की जमानत पर आज इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है, लेकिन दिल्ली में चल रहे वकील और पुलिस विवाद का असर उनकी जमानत पर होने वाली बहस पर पड़ रहा है। अगर दिल्ली में कोई हल नहीं निकलता है तो पूर्व घोषित हड़ताल के कारण हाईकोर्ट में चिन्मयानंद की जमानत पर बहस आठ नवंबर को नहीं होगी। इस कारण जेल से बाहर आने का इंतजार और बढ़ सकता है।चिन्मयानंद केस में हर रोज कुछ न कुछ डेवलपमेंट सामने आता है। छह नवंबर को रंगदारी मांगने की आरोपी छात्रा की जमानत टल गई। अब 29 नवंबर को जमानत पर सुनवाई होगी। इसके बाद अब आठ नवंबर को चिन्मयानंद की जमानत पर सुनवाई होनी है, लेकिन दिल्ली कांड के कारण वकीलों की हड़ताल प्रस्तावित है, इस कारण जमानत पर सुनवाई न होने के चांस ज्यादा हैं। रातभर में दिल्ली मामले में कोर्ई हल निकल आया तो आठ नवंबर को चिन्मयानंद की जमानत पर सुनवाई संभव भी है। अगर आठ नवंबर को सुनवाई नहीं हुई तो चिन्मयानंद का जेल से बाहर आने का इंतजार थोड़ा और बढ़ सकता है।इधर, शाहजहांपुर में एसआईटी ने बुधवार को चिन्मयानंद से जुड़े दोनों केसों की चार्जशीट दाखिल कर दी थी। इसके बाद से सभी पक्षों के वकीलों ने कोर्ट में सवाल डाल कर चार्र्जशीट की कॉपी लेकर उसका अध्ययन शुरू कर दिया, ताकि उसमें से पेंच निकाल कर अपने अपने पक्ष के आरोपियों की जमानत की तैयारियां की जाएं, साथ ही आगे ट्रायल के लिए भी तैयारी की जाए। बता दें कि कोर्ट परिसर में गुरुवार को भी एसआईटी के अफसरों को देखा गया। माना जा रहा है कि कुछ औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए ही वह आएं होंगे।
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08-11-2019-चिन्मयानंद की जमानत पर आज इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है, लेकिन दिल्ली में चल रहे वकील और पुलिस विवाद का असर उनकी जमानत पर होने वाली बहस पर पड़ रहा है। अगर दिल्ली में...

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 बढ़ सकता है स्वामी का जेल से बाहर आने का इंतजार, जमानत पर सुनवाई आज

बढ़ सकता है स्वामी का जेल से बाहर आने का इंतजार, जमानत पर सुनवाई आज768

👤08-11-2019-चिन्मयानंद की जमानत पर आज इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है, लेकिन दिल्ली में चल रहे वकील और पुलिस विवाद का असर उनकी जमानत पर होने वाली बहस पर पड़ रहा है। अगर दिल्ली में कोई हल नहीं निकलता है तो पूर्व घोषित हड़ताल के कारण हाईकोर्ट में चिन्मयानंद की जमानत पर बहस आठ नवंबर को नहीं होगी। इस कारण जेल से बाहर आने का इंतजार और बढ़ सकता है।चिन्मयानंद केस में हर रोज कुछ न कुछ डेवलपमेंट सामने आता है। छह नवंबर को रंगदारी मांगने की आरोपी छात्रा की जमानत टल गई। अब 29 नवंबर को जमानत पर सुनवाई होगी। इसके बाद अब आठ नवंबर को चिन्मयानंद की जमानत पर सुनवाई होनी है, लेकिन दिल्ली कांड के कारण वकीलों की हड़ताल प्रस्तावित है, इस कारण जमानत पर सुनवाई न होने के चांस ज्यादा हैं। रातभर में दिल्ली मामले में कोर्ई हल निकल आया तो आठ नवंबर को चिन्मयानंद की जमानत पर सुनवाई संभव भी है। अगर आठ नवंबर को सुनवाई नहीं हुई तो चिन्मयानंद का जेल से बाहर आने का इंतजार थोड़ा और बढ़ सकता है।इधर, शाहजहांपुर में एसआईटी ने बुधवार को चिन्मयानंद से जुड़े दोनों केसों की चार्जशीट दाखिल कर दी थी। इसके बाद से सभी पक्षों के वकीलों ने कोर्ट में सवाल डाल कर चार्र्जशीट की कॉपी लेकर उसका अध्ययन शुरू कर दिया, ताकि उसमें से पेंच निकाल कर अपने अपने पक्ष के आरोपियों की जमानत की तैयारियां की जाएं, साथ ही आगे ट्रायल के लिए भी तैयारी की जाए। बता दें कि कोर्ट परिसर में गुरुवार को भी एसआईटी के अफसरों को देखा गया। माना जा रहा है कि कुछ औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए ही वह आएं होंगे।
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08-11-2019-चिन्मयानंद की जमानत पर आज इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई होनी है, लेकिन दिल्ली में चल रहे वकील और पुलिस विवाद का असर उनकी जमानत पर होने वाली बहस पर पड़ रहा है। अगर दिल्ली में...

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चिन्मयानंद केस : 4700 पन्नों में दर्ज है दो केसों की पूरी हकीकत

चिन्मयानंद केस : 4700 पन्नों में दर्ज है दो केसों की पूरी हकीकत764

👤06-11-2019-\r\nदो मुकदमे... एक रंगदारी मांगने का... दूसरा अपहरण और धमकी देने का। दोनों मुकदमों के दर्ज होने में दो दिन का अंतर रहा। रंगदारी किसने मांगी...पता नहीं था। पर अपहरण और धमकी चिन्मयानंद ने दी थी, यह आरोप जगजाहिर हो चुका था। स्थानीय पुलिस अपने हिसाब से काम कर रही थी। पर जब एसआईटी ने छह सितंबर से विवेचना शुरू की तो एक के बाद एक खुलासे होते गए। इस केस के दो मुख्य किरदार चिन्मयानंद और छात्रा थे। दोनों ही अपनी जगह पर पीड़ित भी हैं और आरोपी भी हैं। पहले तो दो अलग अलग मुकदमे दर्ज हुए, अलग विवेचना हुई, लेकिन धीरे-धीरे सभी को यह लगने लगा कि पूरा केस एक ही है। बस सिक्के दो पहलू हैं। कोई भी एक दूसरे से कम नहीं है। किसी की कमजोरी, किसी मजबूरी, किसी की मक्कारी की कहानी जैसा पूरा मामला सबके सामने आया। इस केस में सभी ने देखा कि कमजोर दिखने वाला आदमी ताकतवर व्यक्ति को कैसे मिट्टी में मिला देता है, भले ही उसे भी अपराध के दलदल में घुसना पड़ा। अपराध के कीचड़ में अच्छे अच्छे सफेदपोश लोग गंदे दिखाई दिए।
 \r\nविद्या के मंदिर से लेकर जेल की सलाखों की इस पूरी जीवंत कहानी को सिरे से सिरा मिलाकर एसआईटी ने तैयार किया। यह कोई गढ़ी गई कहानी नहीं है, इस कहानी में सबूत, गवाह, परिस्थितिजन्य साक्ष्य सबकुछ सत्यापित किए गए हैं। दो मुकदमों की चार्जशीट को 47 सौ पन्नों में लिखा गया है। पूरी विवेचना में एसआईटी की एक बड़ी टीम को करीब 15 सौ घंटे यानी 60 दिन का वक्त लगा। एक के बाद एक सिलसिलेवार 105 लोगों को बुलाया गया, सबके बयान लिये गए, सामने कैमरा था, उसमें सब रिकार्ड किया जाता रहा। रात दिन एक कर इस बहुचर्चित चिन्मयानंद केस को उजागर कर एसआईटी ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया। इस दौरान एसआईटी को भी राजनीतिक दलों, आरोपियों की आलोचना झेलनी पड़ी, पर एसआईटी अपनी गति से काम करती रही, लोगों के मुंह उस वक्त सिल गए, जब कोर्ट ने एसआईटी की पहली और दूसरी प्रोगेस रिपोर्ट पर संतुष्टि जाहिर की। \r\nवैज्ञानिक तरीके से की गई विवेचना
एसआईटी ने बेहद वैज्ञानिक तरीके से विवेचना की। सबूतों को हर कसौटी पर कसा, ताकि कोर्ट में कोई पेंच ढीला न रह जाए। इसीलिए प्राप्त आडियो और वीडियो की फोरेंसिक लैब से जांच कराई, ताकि आरोपी पक्ष को यह कहने का मौका न मिले कि एसआईटी ने यह गड़बड़ की। यह बात अलग है कि अब बुधवार का चार्जशीट दाखिल की जाएगी, कानून के जानकार उनमें कोई न कोई कमी पकड़ लें, लेकिन सीबीआई की तर्ज पर एसआईटी ने विवेचना करने का दावा किया है। इलेक्ट्रानिक और डिजीटल साक्ष्य इतने मजबूत बताए जा रहे हैं कि आरोपी और पीड़ित समझौता कर भी लें तो कोर्ट की सजा से वह बच नहीं पाएंगे। फोन की लोकेशन ने सभी आरोपियों को कानून के शिकंजे में कायदे से कस दिया। यह सीडीआर बेहद महत्वपूर्ण थी, जिससे एसआईटी ने सभी आरोपियों की मैपिंग की, उनकी एक जगह पर मौजूदगी पुख्ता की। ऑन लाइन होटल बुकिंग, एटीएम कार्ड से रुपये निकालना, ऑन लाइन पेमेंट करना भी आरोपियों के खिलाफ सबूत बन गए। एफएसएल ने सबूतों को पुख्ता होने पर मुहर लगा दी। सीसीटीवी फुटेज एफएसएल ने सत्यापित किए।
 \r\nसबसे महत्वपूर्ण सबूत\r\n\r\nएसआईटी के सामने सबसे महत्वपूर्ण सबूत उस मैसेज और स्क्रीनशॉट को रिकवर करना था, जो संजय द्वारा चिन्मयानंद को भेजा गया था, चिन्मयानंद ने उसे डिलीट कर दिया था। गांधी नगर एफएसएल से वह डाटा रिकवर कर एसआईटी ने 67-ए आईटी एक्ट की धारा को पुख्ता कर लिया।\r\nजिस कैमरे वाले चश्मे से छात्रा ने चिन्मयानंद के वीडियो बनाए, उसे एसआईटी बरामद नहीं कर सकी। एसआईटी ने बताया कि जब दस अगस्त को छात्रा हास्टल से अपना सब सामान ले गई, तभी वह चश्मा भी ले गई। चश्मे को छात्रा और संजय ने ही गायब किया है, महत्वपूर्ण सबूत चश्मे को हास्टल में कोई नहीं छोड़ सकता।\r\n\r\n
छात्रा का बयान पूरी तरह से झूठा
एसआईजी के आईजी नवीन अरोरा ने कहा कि छात्रा के कमरे जब चश्मा नहीं मिला तो उसने यह आरोप लगाया कि उसका कमरा खोल कर सबूत गायब कर दिया गया। उन्होंने कहा कि जिस दिन से हास्टल अलाट होता है, उस दिन से कमरे में ताला संबंधित अलाटी का ही पड़ता है। कमरे में ताला तो छात्रा का ही पड़ा था, इसलिए उसे कोई दूसरा कैसे खोल सकता है। छात्रा का बयान पूरी से गलत से है, उसका कमरा खोला गया। फिर पूरे मामले में सबसे महत्वपूर्ण सबूत कोई कैसे छोड़ कर जा सकता है, यह बात हजम होने लायक नहीं है।
 \r\nचश्मा नहीं मिला तो भी धाराएं पुख्ता है
आईजी नवीन अरोरा ने बताया कि भले ही चश्मा नहीं मिल सका, लेकिन जो वीडियो मालिश करते हुए के हैं, उसमें जो कुछ दिख रहा है, उसकी मैचिंग कराई गई है। दिव्यधाम के कमरे से बर्तन, तौलिया और पर्दे से भौतिक सत्यापन होता है कि वीडियो वहीं बनाया गया है।
 \r\nगलतफहमी में थे अजीत और डीपीएस
आईजी नवीन अरोरा ने कहा कि दौंसा में छात्रा से अजीत और डीपीएस ने यह कह कर पेन ड्राइव ले ली थी, कि वह पुलिस छीन लेगी। इसके बाद डीपीएस और अजीत को यह लगने कि छात्रा और संजय के बाद इसके बाद और कोई सबूत नहीं है। तभी उन्होंने उस पेन ड्राइव में मौजूद वीडियो की कापी बना लीं। उसके बाद वह चिन्मयानंद से सौदा करने में शामिल हो गए और सवा करोड़ रुपये की डिमांड की।
 \r\nकेवल सात नहीं है और भी हो सकते हैं आरोपी
प्रत्यक्ष तौर पर दोनों में कुल पांच आरोपी हैं, जिन्हें जेल भेजा जा चुका है। दो और आरोपी डीपीएस व अजीत हैं, जिनके नाम उजागर हुए। पर ऐसा नहीं है कि यही सात आरोपी हैं। एसआईटी की चार्जशीट में और भी लोग कहीं न कहीं फंसे हुए हो सकते हैं। यह अलग बात है कि वह बहुत बड़े आरोपी न हों, लेकिन जिन लोगों को चैन की नींद आने वाली है, उन लोगों को चार्जशीट बेचैन कर सकती है। 
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06-11-2019-\r\nदो मुकदमे... एक रंगदारी मांगने का... दूसरा अपहरण और धमकी देने का। दोनों मुकदमों के दर्ज होने में दो दिन का अंतर रहा। रंगदारी किसने मांगी...पता नहीं था। पर अपहरण और धमकी चिन्मयानंद...

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लखनऊ एयरपोर्ट के रनवे पर विमान के पहिए जाम, चला बड़ा हादसा

लखनऊ एयरपोर्ट के रनवे पर विमान के पहिए जाम, चला बड़ा हादसा72

👤06-11-2019-अमौसी एयरपोर्ट पर मंगलवार को बड़ा हादसा टल गया। ओमान एयर का विमान रनवे पर जैसे ही पहुंचा उसके पहियों के ब्रेक जाम हो गए। विमान की मरम्मत शाम तक जारी रही। यात्रियों को एक निजी होटल में ठहराया गया है। एयरपोर्ट अधिकारियों का कहना है कि यात्रियों को गंतव्य भेजने के लिए व्यवस्था की जा रही है। एयरपोर्ट सूत्रों के अनुसार ओमान एयर का विमान (डब्ल्यू वाई -262) मंगलवार को करीब 15 मिनट की देरी से चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से अपराह्न लगभग 2:45 बजे मस्कट के लिए उड़ान भरने जा रहा था। विमान उड़ान भरने के लिए तैयार था। इसी बीच उसके बाएं पहिए में खराबी आ गई। पायलट ने तुरंत इसकी सूचना एयर ट्रैफिक कंट्रोल को दी। जब इसकी जानकारी विमान में सवार यात्रियों को हुई तो सभी दहशत में आ गए। बाद में इंजीनियरों की टीम मौके पर बुलाई गई।देरी होने पर यात्रियों ने हंगामा किया 
सरोजनीनगर से हिन्दुस्तान संवाद के मुताबिक रनवे पर ही इंजीनियर काफी देर तक विमान की खराबी दूर करने में जुटे रहे। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद भी उन्हें कामयाबी नहीं मिली। इसके बाद विमान को वापस टैक्सी वे पर लाया गया। टैक्सी वे पर भी इंजीनियरों की टीम कई घंटे तक खराबी दूर करने में जुटी रही, लेकिन उसकी खराबी दूर नहीं की जा सकी। इससे परेशान यात्रियों ने वहीं पर हंगामा करना शुरू कर दिया। बाद में एयरलाइंस अधिकारियों द्वारा उन्हें किसी तरह समझा-बुझाकर शांत कराया गया। विमान में क्रू मेंबर सहित करीब 180 यात्री सवार थे। एयरपोर्ट अधिकारियों का कहना है कि विमान में आई तकनीकी खराबी दूर करने के लिए इंजीनियरों की टीम लगी हुई है।पायलट की सूझबूझ से हादसा टला
अमौसी एयरपोर्ट के रनवे पर टेक आफ के लिए रन करने के दौरान ही ओमान एयर के पायलट को खराबी की जानकारी नहीं हो पाती, तो शायद बाद में बहुत बड़ा हादसा हो सकता था। लेकिन पायलट ने भनक लगते ही अपनी सूझबूझ से यह हादसा होने से बचा लिया। सूत्रों की माने तो मस्कट के लिए उड़ान भरने जा रहे ओमान एयर विमान के बाएं पहिए का ब्रेक अचानक जाम होने से उसका टायर भी फट गया था। अगर यह जानकारी विमान के पायलट को समय से ना होती तो विमान मस्कट में लैंडिंग के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो सकता था।
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06-11-2019-अमौसी एयरपोर्ट पर मंगलवार को बड़ा हादसा टल गया। ओमान एयर का विमान रनवे पर जैसे ही पहुंचा उसके पहियों के ब्रेक जाम हो गए। विमान की मरम्मत शाम तक जारी रही। यात्रियों को एक...

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यूपी के एक्सप्रेस-वे के नजदीक बनेंगे औद्योगिक कॉरीडोर

यूपी के एक्सप्रेस-वे के नजदीक बनेंगे औद्योगिक कॉरीडोर649

👤06-11-2019-उत्तर प्रदेश सरकार सभी मौजूदा व निर्माणाधीन एक्सप्रेस वे के निकट औद्योगिक कॉरीडोर विकसित करेगी। इसमें 50 प्रतिशत भूखंड सूक्ष्म, लघु व मध्यम (एमसएमई) उद्योगों के लिए आरक्षित होंगे। इससे ओडीओपी उत्पादों व उससे जुड़े कारीगरों को बढ़ावा मिलेगा।एमएसएमई विभाग के प्रमुख सचिव नवनीत सहगल ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जमीन चिन्हित करने की जिम्मेदारी मंडलायुक्तों व जिलाधिकारियों को दी गई है। प्रमुख सचिव ने बताया कि लखनऊ आगरा एक्सप्रेस वे, बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे और राज्य के अन्य क्षेत्र में विकसित हो रहे कॉरीडोर के निकट पांच किमी के दायरे में उद्योग लगेंगे। ग्राम सभा की पांच एकड़ से अधिक जमीन एक जगह उपलब्ध होने पर इसको मिनी औद्योगिक काम्प्लेक्स के रूप में विकसित किया जाएगा। यह जमीन नि:शुल्क उद्योग निदेशालय को उपलब्ध कराई जाएगी।नवनीत सहगल ने बताया कि औद्योगिक काम्प्लेक्स और मिनी औद्योगिक काम्प्लेक्स विकसित करने के लिए जमीन पुनर्ग्रहण के बारे में संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। उद्योग विभाग द्वारा विकसित हो रहे एक्सप्रेस वे के पांच किमी के दायरे में पांच एकड़ से अधिक की ग्राम समाज की अनारक्षित जमीन उपलब्ध होने पर प्रस्ताव जिलाधिकारियों को भेजा जाएगा।
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06-11-2019-उत्तर प्रदेश सरकार सभी मौजूदा व निर्माणाधीन एक्सप्रेस वे के निकट औद्योगिक कॉरीडोर विकसित करेगी। इसमें 50 प्रतिशत भूखंड सूक्ष्म, लघु व मध्यम (एमसएमई) उद्योगों के लिए आरक्षित...

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सोशल मीडिया

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  • विश्व प्रसिद्ध देवा मेला एवं प्रदर्शनी का हुआ भव्य उदघाटन

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    डीएम की धर्मपत्नी ने फीता काटकर किया उदघाटन। 

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  • पोखरे में मिली युवती की नग्‍न लाश, दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका

    30-04-2021-गोरखपुर। खजनी क्षेत्र के ग्राम पंचायत मऊधरमंगल के सिगरा पोखरे में शुक्रवार को एक युवती की नग्न लाश दिखने...

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  • रितिक रोशन और दीपिका पादुकोण की फाइटर होगी बॉलिवुड की सबसे महंगी फिल्म?

    20-01-2021-रितिक रोशन के बर्थडे (10 जनवरी) पर उनकी अपकमिंग फिल्म च्फाइटरज् का 30 सेकंड का टीजर रिलीज किया गया। इस फिल्म को लेकर...

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    03-01-2021-नई दिल्लीl फिल्म एक्ट्रेस नोरा फतेही ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया हैl यह उनके हालिया फोटोशूट का वीडियो...

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