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सहायता प्राप्त संस्कृत स्कूलों में शिक्षकों को पेंशन व ग्रेच्युटी का लाभ

सहायता प्राप्त संस्कृत स्कूलों में शिक्षकों को पेंशन व ग्रेच्युटी का लाभ375

👤01-11-2019-उत्तर प्रदेश में 20 साल की सेवा पूरी करने वाले सहायता प्राप्त संस्कृत स्कूलों के शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों (पेंशनरों) को पूरी पेंशन दी जाएगी। वहीं 60 वर्ष की अधिवर्षता पर ग्रेच्युटी भी मिलेगी। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने यह जानकारी दी है। इस फैसले से लगभग एक हजार शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को लाभ मिलेगा। इसका लाभ उन स्कूलों को मिलेगा जिन्हें 1 जनवरी, 2006 के बाद अनुदानसूची पर लिया गया है।  इससे पहले के स्कूलों पर यह व्यवस्था लागू है। डा शर्मा ने बताया कि अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों में कार्यरत शिक्षक एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की तरह ही अब संस्कृत विद्यालयों के शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को भी पेंशन एवं ग्रेच्युटी दी जाएगी। डा. शर्मा ने कहा कि वेतन समिति उत्तर प्रदेश 2008 की सिफारिशों को मंजूर किये जाने के बाद सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों के शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को यह लाभ दिया गया था लेकिन सहायता प्राप्त संस्कृत स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को यह लाभ अनुमन्य नहीं किया गया। 
🕔tanveer ahmad

01-11-2019-उत्तर प्रदेश में 20 साल की सेवा पूरी करने वाले सहायता प्राप्त संस्कृत स्कूलों के शिक्षकों व शिक्षणेत्तर कर्मचारियों (पेंशनरों) को पूरी पेंशन दी जाएगी। वहीं 60 वर्ष की अधिवर्षता...

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इसी माह से जिले में लागू होगी राशनकार्ड पोर्टेबिलिटी योजना

इसी माह से जिले में लागू होगी राशनकार्ड पोर्टेबिलिटी योजना313

👤01-11-2019-इसी नवम्बर माह से ही जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में भी राशनकार्ड पोर्टेबिलिटी योजना लागू कर दी गई है। अब ग्रामीण क्षेत्र के कार्डधारक ग्रामीण क्षेत्र की जिले की किसी भी दुकान से राशन प्राप्त कर सकेंगे। हालांकि योजना का लाभ लेने के लिए लाभार्थी के कार्ड में शामिल कम से कम एक सदस्य का आधार सीड होना अनिवार्य है। योजना के क्रियान्वयन के लिए डीएसओ ने क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी व पूर्ति निरीक्षकों को निर्देश जारी किए हैं।आयुक्त खाद्य एवं रसद द्वारा पूरे प्रदेश में राशनकार्ड पोर्टेबिलिटी योजना नवम्बर माह से लागू करने के आदेश के बाद डीएसओ संजय कुमार ने जिले में व्यवस्था लागू करने के लिए पूर्ति निरीक्षकों को निर्देश जारी किया है। जिसके तहत विकासखंडवार कोटेदारों को आवश्यक प्रशिक्षण दिया जाएगा।वहीं ग्रामीण क्षेत्र की कोटे की दुकान से संबद्व लाभार्थी जिले की ग्रामीण क्षेत्र की कोटे की दुकान से ही राशन प्राप्त कर सकेंगे। उन्हें नगरीय क्षेत्र की दुकान से राशन प्राप्त करने की सुविधा नहीं मिलेगी।वहीं जिस कार्ड में एक भी सदस्य का आधार सीड नहीं होगा उन्हें पोर्टेबिलिटी की सुविधा नहीं मिलेगी। नई व्यवस्था में पोर्टेबिलिटी सुविधा लेने वालों को प्राक्सी के माध्यम से राशन नहीं मिल सकेगा। सिर्फ आधार आथेन्टिकेशन से ही राशन दिया जाएगा। राशनकार्ड पोर्टेबिलिटी सुविधा सिर्फ खाद्यान्न पर ही लागू होगी। केरोसिन के लिए कार्डधारक को अपने गांव की दुकान पर ही जाना होगा। महीने की 15 तारीख तक पोर्टेबिलिटी के माध्यम से किए गए खाद्यान्न वितरण की समीक्षा के बाद कोटेदार के स्टाक समायोजन हेतु उन्हें मध्यवर्ती चालान जारी कर गोदाम से राशन उठवाया जाएगा। इस संबंध में डीएसओ संजय कुमार ने बताया कि शासन के निर्देशानुसार इसी माह से योजना जिले में लागू की जा रही है।
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01-11-2019-इसी नवम्बर माह से ही जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में भी राशनकार्ड पोर्टेबिलिटी योजना लागू कर दी गई है। अब ग्रामीण क्षेत्र के कार्डधारक ग्रामीण क्षेत्र की जिले की किसी भी...

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राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले संघ ने बनाई अग्रिम रणनीति

राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से पहले संघ ने बनाई अग्रिम रणनीति989

👤01-11-2019-अयोध्या में राम मंदिर पर 17 नवंबर से पहले सुप्रीम कोर्ट के संभावित फैसले के मद्देनजर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) अग्रिम रणनीति बनाने में जुटा है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद संघ व उसके सहयोगी संगठनों को क्या कदम उठाना चाहिए, इसको लेकर शीर्ष पदाधिकारियों के बीच मंथन हुआ। यहां छतरपुर में शुरू हुई बैठक का शुक्रवार को समापन होगा।संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत की अध्यक्षता में बुधवार से शुरू हुई इस बैठक में संघ के सभी 36 अनुषांगिक संगठनों के शीर्ष पदाधिकारी भाग ले रहे हैं। संघ के प्रमुख नेताओं में सरकार्यवाह सुरेश भैय्याजी जोशी, सहसरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले की प्रमुख मौजूदगी है। सूत्रों ने बताया कि भाजपा की तरफ से समन्वय के लिए संगठन महामंत्री बी.एल. संतोष ने भी बैठक में भाग लिया। राम मंदिर पर आने वाले फैसले के बाद देश में शांति-व्यवस्था बरकरार रखने को लेकर एहतियातन किए जाने वाले उपायों पर भी इस बैठक में चचार् हुई।संघ ने दिल्ली में बुधवार से बैठक शुरू होने से पहले एक बयान जारी कर कहा था, “आगामी दिनों में श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर निमार्ण के केस पर सवोर्च्च न्यायालय का निर्णय आने की संभावना है। निर्णय जो भी आए उसे सभी को खुले मन से स्वीकार करना चाहिए। निर्णय के पश्चात देश भर में वातावरण सौहार्दपूर्ण रहे, यह सबका दायित्व है। इस विषय पर भी बैठक में विचार हो रहा है।”
🕔tanveer ahmad

01-11-2019-अयोध्या में राम मंदिर पर 17 नवंबर से पहले सुप्रीम कोर्ट के संभावित फैसले के मद्देनजर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) अग्रिम रणनीति बनाने में जुटा है। सुप्रीम कोर्ट के...

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... तो ये है महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना के बीच सियासी तकरार की असल वजह

... तो ये है महाराष्ट्र में बीजेपी और शिवसेना के बीच सियासी तकरार की असल वजह377

👤01-11-2019-महाराष्ट्र में सरकार के गठन को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच चल रही खींचतान चौंकाने वाली नहीं है। राज्य में शिवसेना शुरू से ही खुद को बड़े भाई की भूमिका में रखकर देखती है। मगर, मौजूदा परिस्थितियों में उसका यह दांव नहीं चल पा रहा है। दरअसल, शिवसेना सरकार में ताकतवर दिखना चाहती है, इसलिए वह भाजपा पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही है। 
 
काफी पीछे जाएं तो महाराष्ट्र में शिवसेना की सीटें ज्यादा होने पर वह बड़े भाई की भूमिका में रहती थी। मगर, भाजपा के बड़े दल के रूप में उभरने के बाद सरकार में शिवसेना की भूमिका लगातार घट रही है, जो उसे मंजूर नहीं है। इसलिए यही माना जा रहा है कि भाजपा पर दबाव डालकर शिवसेना राज्य की सत्ता में ताकतवर दिखने के लिए संघर्ष कर रही है। इसमें कोई दो राय नहीं कि भाजपा और शिवसेना पुराने सहयोगी हैं और एकसाथ रहने में ही दोनों के हित हैं। शिवसेना के लिए भावी राजनीति के मद्देनजर किसी और दल की मदद लेकर सरकार बनाना घातक साबित हो सकता है। न ही भाजपा किसी और दल की मदद ले सकती है। दोनों दल इस बात को समझते हैं। शिवसेना के पास तीन फार्मूले हैं। एक, उसका मुख्यमंत्री बने जो संभव नहीं है और माना जा रहा है कि इस बात को भाजपा चुनाव से पहले ही अस्वीकार कर चुकी है। सत्ता में बराबर की हिस्सेदारी की जो बात गठबंधन से पूर्व प्रेस कांफ्रेस में की गई थी, उसके अलग-अलग मतलब निकाले जा रहे हैं। शिवसेना के अनुसार, इसका मतलब यह है कि ढाई-ढाई साल के लिए दोनों के मुख्यमंत्री हों। मगर, भाजपा साफ कर चुकी है कि सत्ता में बराबरी का मतलब मुख्यमंत्री पद में हिस्सेदारी नहीं है। बहरहाल, शिवसेना को उप मुख्यमंत्री के पद का प्रस्ताव देकर भाजपा ने इस फार्मूले को भी खारिज कर दिया है। मौजूदा परिस्थितियों में शिवसेना के पास एक ही विकल्प बचा है कि वह उप मुख्यमंत्री का पद लेने के साथ ही ज्यादा मंत्री पद और अहम मंत्रालय हासिल कर ले। इससे जहां वह सरकार में  मजबूत होगी, वहीं सूबे में उसका रुतबा भी बढ़ेगा। वित्त, राजस्व, गृह व शहरी विकास जैसे अहम मंत्रालय यदि शिवसेना को मिलते हैं और वह 15-18 मंत्री पद हासिल करती है तो उसका सरकार पर दबदबा रहेगा। यह माना जा रहा है कि भाजपा अपने सहयोगी शिवसेना को खोएगी नहीं, इसलिए कुछ मांगें स्वीकार कर बीच का रास्ता निकाला जा सकता है। 
🕔 एजेंसी

01-11-2019-महाराष्ट्र में सरकार के गठन को लेकर भाजपा और शिवसेना के बीच चल रही खींचतान चौंकाने वाली नहीं है। राज्य में शिवसेना शुरू से ही खुद को बड़े भाई की भूमिका में रखकर देखती है।...

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कानपुर के अफसर बेफिक्र और पूरा शहर प्रदूषण से बेहाल

कानपुर के अफसर बेफिक्र और पूरा शहर प्रदूषण से बेहाल15

👤01-11-2019-पूरा शहर वायु प्रदूषण से बेहाल है और अफसर बेफिक्र हैं। किसी ने इस तरफ ध्यान तक देना मुनासिब नहीं समझा। जगह-जगह खुदाई और खस्ताहाल सड़कों से उड़ती धूल हर दिन प्रदूषण बढ़ा रही है। नगर निगम के कर्मचारी कूड़ा घरों से कूड़ा उठाने की बजाय उसे जला दे रहे हैं। हालत यह है कि धुए के गुबार ने शहर को ढक रखा है। सुबह-शाम सांस लेना मुश्किल हो रहा है।  गुरुवार को वायु प्रदूषण के मानचित्र में शहर डार्क रेड जोन में चला गया। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि शहर में पीएम-2.5 का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ गया। अन्य गैसों ने भी इस प्रदूषण को खतरनाक बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। मौसम भी प्रतिकूल रहने से शहर को प्रदूषण से कोई राहत नहीं मिल सकी। सुबह 11 बजे तक के आंकड़ों के आधार पर शहर का एयर क्वॉलिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 435 रहा। 
दीपावली से ठीक एक दिन पहले वायु प्रदूषण बढ़ने का जो सिलसिला शुरू हुआ था वह छह दिन बाद भी जारी है। इसके कम होने की कोई संभावना भी नजर नहीं आ रही है। पिछले छह दिवसों के बाद पहली बार केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के आधार पर कानपुर का नाम एक्यूआई लिस्ट में जारी किया है। प्रदूषण अधिक है लेकिन सीपीसीबी के प्रदूषण मापने वाले सर्वर या तो फेल हैं या ऑनलाइन इसकी मॉनीटरिंग नहीं हो पा रही है। यह स्थिति दीपावली से पहले बनी हुई है। 
शहर का बुरा हाल : यूपीपीसीबी के शाम छह बजे के आंकड़े बताते हैं कि पीएम-2.5 की मात्रा पिछले 24 घंटों में अधिकतम 424 तक पहुंची। यह बेहद खतरनाक स्थिति है। इसी तरह ओजोन का स्तर अधिकतम 78.4 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रहा। सल्फर डाईऑक्साइड की अधिकतम मात्रा 40.2 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रही। नाइट्रोजन डाईऑक्साइड की अधिकतम मात्रा 86.45 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर रही। नाइट्रस ऑक्साइड की अधिकतम मात्रा भी 94.2 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर पर पहुंच गई। यह सभी अपने मानकों से कई गुना अधिक हैं। धूल-धुएं के कणों के साथ इंसान और जानवरों के अलावा वनस्पति के लिए भी बेहद खतरनाम मानी जाने वाली गैसों का स्तर भी सभी सीमाएं लांघ गया है। 
खुदाई है प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण : शहर में जल निगम और केस्को के स्तर से की जा रही बेतरतीब खुदाई प्रदूषण बढ़ा रही है। इन विभागों के अलावा स्थानीय प्रशासन ने भी खतरनाक स्तर पर पहुंच चुके इस प्रदूषण को रोकने की कोई कोशिश नहीं की है। दिन भर चल रही खुदाई के कारण धूल-धुएं के बारीक कण यानी पीएम-2.5 ही नहीं पीएम-10 स्तर के कण भी हवा में लगातार तैर रहे हैं। यह सांस के माध्यम से लोगों के फेफड़ों तक पहुंच रहे हैं। धीरे-धीरे यह शहरवासियों को बड़े खतरे में डाल सकते हैं। दीपावली के लिए पीएम 2.5 का स्तर 1166 पहुंचा था लेकिन तब आतिशबाजी एक वजह थी। पर अब खुदाई के कारण धूल के कण बड़ी भूमिका निभा रहे हैं। धुएं के कण भी अधिक हैं। 
🕔tanveer ahmad

01-11-2019-पूरा शहर वायु प्रदूषण से बेहाल है और अफसर बेफिक्र हैं। किसी ने इस तरफ ध्यान तक देना मुनासिब नहीं समझा। जगह-जगह खुदाई और खस्ताहाल सड़कों से उड़ती धूल हर दिन प्रदूषण बढ़ा रही...

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वायु प्रदूषण से 7 साल कम हुई उत्तर भारत में रहने वाले लोगों की उम्र, शोध में हैरान करने वाला खुलासा

वायु प्रदूषण से 7 साल कम हुई उत्तर भारत में रहने वाले लोगों की उम्र, शोध में हैरान करने वाला खुलासा691

👤01-11-2019-उत्तर भारत में वायु प्रदूषण का संकट लगातार गहराने का असर लोगों की औसत आयु पर पड़ रहा है। एक अध्ययन के मुताबिक गंगा के मैदानी इलाकों में वायु प्रदूषण के कारण लोगों की औसत आयु सीमा में सात साल कम होने की आशंका है। अमेरिका के शिकागो विश्वविद्यालय की शोध संस्था एनर्जी पॉलिसी इंस्टीट्यूट \'एपिक द्वारा तैयार \'वायु गुणवत्ता जीवन सूचकांक के बृहस्पतिवार को जारी विश्लेषण के मुताबिक उत्तर भारत में गंगा के मैदानी इलाकों में रह रहे लोगों की औसत आयु सीमा लगभग सात वर्ष तक कम होने की आशंका है। इसके पीछे इन इलाकों के वायुमंडल में दूषित सूक्ष्म तत्वों और धूलकणों से होने वाले वायु प्रदूषण में इजाफे को मुख्य कारण बताया गया है। विश्लेषण रिपोर्ट में उत्तर भारतीय इलाकों में वायु प्रदूषण फैलाने वाले पार्टिकुलेट तत्वों का स्तर विश्व स्वास्थ्य संगठन के तय मानकों से काफी दूर पाया गया है। इसमें 1998 से 2016 के दौरान गंगा के मैदानी इलाके में वायु प्रदूषण 72 प्रतिशत बढ़ने की बात सामने आयी है। उल्लेखनीय है कि गंगा के मैदानी इलाकों में भारत की लगभग 40 प्रतिशत आबादी रहती है।शिकागो विश्वविद्यालय में एपिक के निदेशक डॉ माइकल ग्रीनस्टोन ने वायु गुणवत्ता जीवन सूचकांक की विश्लेषण रिपोर्ट का हिंदी संस्करण जारी करते हुये कहा कि यह रिपोर्ट पार्टिकुलेट तत्वों से जनित वायु प्रदूषण से इंसानी जीवन पर पड़ने वाले प्रभावों को उजागर करती है। उन्होंने कहा कि इसकी मदद से ऐसी नीतियां बनाने में मदद मिल सकती है जो वायु प्रदूषण के कारण जीवन प्रत्याशा को प्रभावित करने वाले कारकों से निपटने में सक्षम हों। रिपोर्ट के अनुसार 2016 तक गंगा के मैदानी इलाकों में प्रदूषण का स्तर 72 प्रतिशत बढ़ा है और इसकी वजह से औसत आयु में 3.4 से 7.1 साल की कमी आयी है। रिपोर्ट में यह अनुमान भी व्यक्त किया गया है कि भारत में \'राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल रहते हुये वायु प्रदूषण के स्तर में करीब 25 प्रतिशत की कमी को बरकरार रखने पर औसत आयु सीमा में औसतन 1.3 वर्ष का इजाफा होगा। जबकि इस स्थिति में गंगा के मैदानी इलाकों के लोगों के औसत जीवनकाल में करीब दो वर्ष का इजाफा संभावित है। उल्लेखनीय है कि उत्तर भारत के मैदानी क्षेत्रों में दिल्ली एनसीआर के अलावा बिहार, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब वायु प्रदूषण की बढ़ती समस्या का सामना कर रहे हैं। 
🕔tanveer ahmad

01-11-2019-उत्तर भारत में वायु प्रदूषण का संकट लगातार गहराने का असर लोगों की औसत आयु पर पड़ रहा है। एक अध्ययन के मुताबिक गंगा के मैदानी इलाकों में वायु प्रदूषण के कारण लोगों की औसत...

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CCTV में कैद हुई दुस्साहसिक लूट, एक मिनट में समेट लिया एक करोड़ का माल

CCTV में कैद हुई दुस्साहसिक लूट, एक मिनट में समेट लिया एक करोड़ का माल61

👤01-11-2019-\r\nजौनपुर में गुरुवार की रात बदमाशों ने बेहद दुस्साहसिक अंदाज में लूटपाट की। शहर के अति सुरक्षित माने जाने वाले कलक्ट्रेट और एसपी कार्यालय के पास स्थित श्री महालक्ष्मी ज्वेलर्स के शोरूम पर धावा बोल दिया। रात करीब 9 बजे तीन बाइकों से पहुंचे आधा दर्जन लुटेरों ने शोरूम से करीब एक करोड़ की ज्वेलरी लूट ली। जाते जाते दिन भर की बिक्री का करीब ढाई से तीन लाख रुपया भी लूट ले गए। पूरी घटना सीसीटीवी में भी कैद हो गई है। फुटेज देखने से साफ लगता है कि बेहद दुस्साहसिक अंदाज में वारदात को अंजाम दिया गया है। बदमाश अपने साथ असलहे और बैग के साथ राड भी लेकर पहुंचे थे। \r\nशोरूम में घुसते ही एक बदमाश ने बाहर लगे कैमरे को राड से तोड़ने की कोशिश की। फिर अंदर घुसते ही सबसे पहले दुकान मालिक सुरेश को गोली मारने की धमकी दी और उनके सिर पर मुठिया से मारकर घायल कर दिया। इसके बाद तीन बदमाश काउंटरों में रखी ज्वेलरी समेटने लगे। दो बदमाशों ने तिजोरी खुलवाई और उसमें रखे गहने अपने बैग में भरने लगे। दहशत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि तिजोरी खोलने वाला कर्मचारी खुद एक एककर आभूषण के डिब्बे बदमाशों को देता रहा और बदमाश उसे अपने बैग में भरते रहे। करीब एक मिनट में ही बदमाशों ने एक करोड़ रुपये का माल समेट लिया। बैग भरने के बाद तीन बदमाश बाहर जाने लगे तो पीछे बिना बैग वाले बदमाश कुछ ज्वेलरी अपनी जेबों में भी भरते दिखाई दे रहे हैं। \r\nयह है पूरी घटना
बदलापुर पड़ाव निवासी सुरेश कुमार सेठ की ठीक कलेक्ट्रेट गेट के पास श्री महालक्ष्मी ज्वेलर्स के नाम से आभूषणों का शोरूम है। रोज की तरह लगभग नौ बजे दुकान समेटने की तैयारी चल रही थी। दुकान में सुरेश, उनका बेटा ऋतिक और अन्य कर्मचारी घर जाने की तैयारी कर रहे थे। इसी बीच एक-एक कर आठ बदमाश हाथ में असलहा और कुछ बैग लिये दुकान में घुस गए। घुसते ही सभी को असलहे से धमकाया और काउंटरों में रखा आभूषण बैग में रखने को कहा। सुरेश ने विरोध करने की कोशिश की तो पहले गोली मारने की धमकी दी फिर मुठिया से मारकर घायल कर दिया। \r\nबदमाशों का दुस्साहस देख सभी सहम गए। इससे कर्मचारियों की मदद से ही बदमाश आसानी से काउंटर के अंदर ट्रे में सजे आभूषण बैग में भरने लगे। कई काउंटर खाली करते ही सभी बदमाश बाहर निकले और हवाई फायरिंग करते हुए वाराणसी की तरफ भाग निकले। गोली की आवाज सुनकर जुटे लोगों को घटना की जानकारी हुई तो हड़कंप मच गया। कुछ देर में ही पुलिस अधीक्षक रविशंकर छबि समेत पूरा प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंच गया। सीसीटीवी कैमरे की फुटेज देख बदमाशों का सुराग लगाने की कोशिश शुरू कर दी। शोरूम मालिक के अनुसार बदमाशों के हाथ सोने और चांदी के जवरातों के साथ ही हीरे के कई जेवरात लगे हैं। इनकी कीमत करीब एक करोड़ रुपये बताई जा रही है। 
🕔 एजेंसी

01-11-2019-\r\nजौनपुर में गुरुवार की रात बदमाशों ने बेहद दुस्साहसिक अंदाज में लूटपाट की। शहर के अति सुरक्षित माने जाने वाले कलक्ट्रेट और एसपी कार्यालय के पास स्थित श्री महालक्ष्मी...

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पटाखा फोड़ने से मना किया तो दबंगों ने कर दी किसान की हत्या

पटाखा फोड़ने से मना किया तो दबंगों ने कर दी किसान की हत्या971

👤01-11-2019-दिवाली पर अपने दरवाजे पर पटाखा जलाने का विरोध करने पर कुछ लोगों ने पिता-पुत्र को लाठी डंडों से पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। जिसके बाद आगरा में इलाज के दौरान पिता की मौत हो गई जबकि पुत्र जिंदगी मौत से जूझ रहा है। पुलिस रिपोर्ट दर्ज करने के तीन दिन बाद भी आरोपितों को नहीं पकड़ सकी है। मरने वाला युवक किसान था।जसवंतनगर के गांव हरकूपुर में सोमवार की शाम को कुछ लोग किसान शिशुपाल सिंह के दरवाजे पर पटाखे फोड़ रहे थे। उन्होंने विरोध करके सबको भगा दिया। रात को 8:30 बजे आधा दर्जन फिर वहां पहुंचे और आतिशबाजी जलाने लगे। शिशुपाल ने विरोध किया तो लोगों ने पथराव कर दिया। पथराव को देखकर बेटा भानु प्रताप उर्फ गोलू उन्हें बचाने के लिए बाहर आया तो उस पर भी पथराव किया गया। इसके बाद घायल पिता पुत्र को हमलावरों ने लाठी डंडों से जमकर पीटा। गांव वाले जब तक उनकी मदद को पहुंचते तबतक हमलावर भाग निकले। आनन फानन में दोनों को सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी ले जाया गया। लेकिन हालत गंभीर होने पर दोनों को आगरा के अस्पताल में भर्ती कराया गया।इलाज के दौरान शिशुपाल सिंह की बुधवार को मौत हो गई, जबकि भानू जिंदगी मौत से जूझ रहा है। हमले के बाद शिशुपाल के भाई रविंद्र सिंह ने गांव के ही अजय उर्फ कन्हैया, अतुल, अर्पित, आदित्य, विपिन, गजाधर विनोद, ऋषभ, गिरेंद्र व अवनीश के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। पर अभी तक पुलिस आरोपितों तक नहीं पहुंच सकी। इस संबंध में कोतवाली प्रभारी अनिल कुमार ने बताया कि शिशुपाल की मौत की जानकारी हुई है, मुकदमे में धारा बढ़ाई जाएगी। साथ ही आरोपितों की गिरफ्तारी को भी छापेमारी की जा रही है। आरोपितों के घरों में ताले लगे हुए हैं।
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01-11-2019-दिवाली पर अपने दरवाजे पर पटाखा जलाने का विरोध करने पर कुछ लोगों ने पिता-पुत्र को लाठी डंडों से पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। जिसके बाद आगरा में इलाज के दौरान पिता की...

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यूपी में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, योगी सरकार ने 9 DM समेत करीब 2 दर्जन IPS अधिकारियों का किया ट्रांसफर

यूपी में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, योगी सरकार ने 9 DM समेत करीब 2 दर्जन IPS अधिकारियों का किया ट्रांसफर354

👤01-11-2019-उत्तर प्रदेश में बड़ा प्रशासिनक फेरबदल देखने को मिला है। यूपी  की योगी सरकार ने गुरुवार की देर रात प्रशासनिक महकमे में बड़ा फेरबदल करते हुए करीब 9 जिलों के डीएम का तबादला कर दिया है। इतना ही नहीं, करीब दो दर्जन से अधिक आईपीएस और पीसीएस अधिकारियों का भी तबादला किया गया है। बता दें कि लखनऊ डीएम कौशल राज को अच्छी तैनाती मिली है। अब कौशल वाराणसी के डीएम होंगे। वहीं, वाराणसी के डीएम भी मुख्यमंत्री सचिवालय में विशेष सचिव बनाए गए हैं। दरअसल, जिन जिलों में नए डीएम की तैनाती हुई है उसमें लखनऊ, बनारस, ललितपुर, रायबरेली, बलिया, मिर्जापुर, फरुखाबाद,  बरेली, हमीरपुर का नाम शामिल है।नये DM की लिस्टलखनऊ- अभिषेक प्रकाशबनारस- कौशल राज शर्माललितपुर-योगेश कुमार शुक्लारायबरेली -शुभ्रा सक्सेनाबलिया- हरि प्रताप शाहीमिर्जापुर- सुशील कुमार पटेलफरुखाबाद-मानवेन्द्र सिंहबरेली- नीतीश कुमारहमीरपुर-ज्ञानेश्वर त्रिपाठीइसके अलावा यूपी की योगी सरकार ने राज्य के 22 आईपीएस अधिकारियों का तबादला कर दिया है। ताबादले की सूची में वाराणसी के एसएसपी आनंद कुलकर्णी का नाम भी शामिल है। जबकि श्रावस्ती के एसपी आशीष श्रीवास्तव का भी तबादला कर दिया गया है।इसके अलावा हापुड़ के एसपी यशवीर सिंह का भी तबादला कर दिया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक प्रदेश में वाराणसी, सोनभद्र, श्रावस्ती, अलीगढ़ (ग्रामीण) व मुरादाबाद (नगर) व हापुड़, महोबा, कौशाम्बी, फतेहपुर, चित्रकूट के पुलिस अधीक्षक बदले गए हैं।तबादलों में चित्रकूट के एसपी मनोज कुमार झा का नाम भी शामिल है। उनका तबादला कर अब प्रयागराज भेज दिया गया है जहां पर वो रेलवे के पुलिस अधिक्षक की जिम्मेदारी संभालेंगे। उनकी जगह पर अब अंकित मित्तल को भेजा गया है जिनकी मुरादाबाद में तैनाती थी। इसके अलावा सोनभद्र के पुलिस अधिक्षक प्रभाकर चौधरी को हटाकर वाराणसी का वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बना दिया गया है।
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01-11-2019-उत्तर प्रदेश में बड़ा प्रशासिनक फेरबदल देखने को मिला है। यूपी  की योगी सरकार ने गुरुवार की देर रात प्रशासनिक महकमे में बड़ा फेरबदल करते हुए करीब 9 जिलों के डीएम का तबादला...

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यूपी : राम मंदिर फैसले से पहले सद्भाव बनाए रखने को अलर्ट

यूपी : राम मंदिर फैसले से पहले सद्भाव बनाए रखने को अलर्ट990

👤01-11-2019-बहुप्रतीक्षित राम मंदिर मामले में फैसले की उल्टी गिनती के बीच सुप्रीम कोर्ट पर हर नजर पर लगी है। शासन चौकन्ना है, प्रशासन-पुलिस को अलर्ट जारी कर दिया गया है। सद्भाव बनाए रखने के लिए दस बिंदुओं की एडवायजरी जारी की गई है। आगरा मंडल के सभी जनपदों में 500-500 लोगों की सूची बना ली गई है। इनको पाबंद किए जाने की तैयारी है। पुलिस ने इलाकावार रणनीति बनाकर पैदल मार्च शुरू कर दिया है।दिवाली बाद राम मंदिर मामले में किसी भी दिन फैसला आने की उम्मीद के बीच सूबे में सतर्कता एकाएक बढ़ गई है। गुरुवार को देर रात प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारियों ने सभी पहलुओं पर मंथन किया। सामाजिक सद्भाव बनाए रखने के लिए शुक्रवार से शांति कमेटियों की थानावार बैठकें आयोजित होंगी। सद्भाव को बढ़ावा देने और अमन चैन बनाए रखने के लिए धर्मगुरुओं को आगे लाया जाएगा, लोगों के लिए अपील कराई जाएगी। असामाजिक तत्वों को चिन्हित कर उन्हें पाबंद करने की जिम्मेदारी पुलिस को दी गई है। साथ ही क्षेत्रवार बबालियों पर नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।छुटिट्यां निरस्त, ड्यूटियां चार्ट तैयार
एसएसपी बबलू कुमार के मुताबिक, थाना क्षेत्र में मोहल्ला सभा का आयोजन कल से किया जाएगा। 11 नवंबर तक सभी पुलिसकर्मियों की छुट्टी पर रोक लगा दी गई है। रिजर्व फोर्स को अलर्ट मोड पर रखा गया है। सख्त रणनीतिशांति कमेटियों की पुलिस के साथ बैठकेंधर्मगुरुओं के साथ सद्भभाव के लिए बैठकेंआमजन के बीच जाकर सद्भाव के प्रयासचिन्हितों के खिलाफ निरोधात्मक कार्रवाईइंटेलीजेंस विंग भी पूरी तरह से चौकन्नातीखी नजर500 से ज्यादा व्हाट्सएप ग्रुपों पर नजरफेसबुक यूजर एकाउंट पर भी निगरानीपुलिस की साइबर सेल करेगी निगरानीसिपाही सोशल नेटवर्किंग पर नजर रखेंगेपीआरओ सेल को भी कर दिया सक्रिय
🕔tanveer ahmad

01-11-2019-बहुप्रतीक्षित राम मंदिर मामले में फैसले की उल्टी गिनती के बीच सुप्रीम कोर्ट पर हर नजर पर लगी है। शासन चौकन्ना है, प्रशासन-पुलिस को अलर्ट जारी कर दिया गया है। सद्भाव बनाए...

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सोशल मीडिया

खबरें ज़रा हट के...

  • विश्व प्रसिद्ध देवा मेला एवं प्रदर्शनी का हुआ भव्य उदघाटन

    18-10-2024-


    डीएम की धर्मपत्नी ने फीता काटकर किया उदघाटन। 

    बाराबंकी। सूफी संत हाजी वारिस अली शाह के...

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  • अभिनव ने लगाया श्वेता पर बेटे को होटल में अकेला छोड़कर केप टाउन जाने का आरोप

    08-05-2021-
    पॉपुलर रियलिटी शो खतरों के खिलाड़ी के 11वें सीजन में श्वेता तिवारी भी हिस्सा लेने वाली हैं जिसके लिए एक्ट्रेस...

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  • पोखरे में मिली युवती की नग्‍न लाश, दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका

    30-04-2021-गोरखपुर। खजनी क्षेत्र के ग्राम पंचायत मऊधरमंगल के सिगरा पोखरे में शुक्रवार को एक युवती की नग्न लाश दिखने...

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  • रितिक रोशन और दीपिका पादुकोण की फाइटर होगी बॉलिवुड की सबसे महंगी फिल्म?

    20-01-2021-रितिक रोशन के बर्थडे (10 जनवरी) पर उनकी अपकमिंग फिल्म च्फाइटरज् का 30 सेकंड का टीजर रिलीज किया गया। इस फिल्म को लेकर...

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  • नोरा फतेही ने शेयर किया ग्लैमरस फोटोशूट का वीडियो, हुआ वायरल

    03-01-2021-नई दिल्लीl फिल्म एक्ट्रेस नोरा फतेही ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया हैl यह उनके हालिया फोटोशूट का वीडियो...

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