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खनन घोटाला: आईएएस अभय व विवेक से दोबारा पूछताछ करेगा ईडी

खनन घोटाला: आईएएस अभय व विवेक से दोबारा पूछताछ करेगा ईडी468

👤28-02-2020-
खनन घोटाले में फंसे आईएएस अभय और विवेक से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) दोबारा पूछताछ करेगा। दोनों को जल्द ही बुलाया जाएगा। जांच में सामने आए कुछ तथ्यों पर दोनों से सवाल-जवाब किया जाएगा।सीबीआई दिल्ली की स्पेशल क्राइम ब्रांच की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर के आधार पर ईडी के लखनऊ जोन कार्यालय ने प्रिवेंशन आफ मनी लांड्रिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत दोनों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया हुआ है। इसमें हमीरपुर, फतेहपुर व देवरिया में हुए अवैध खनन के मामले को लेकर मामले दर्ज किए गए हैं। हमीरपुर की डीएम रहीं बी. चंद्रकला, फतेहपुर के जिलाधिकारी रहे अभय, देवरिया के जिलाधिकारी रहे विवेक के अलावा खनिज विभाग में विशेष सचिव रहे संतोष कुमार राय से ईडी पहले दौर की पूछताछ कर चुका है। ईडी ने अभय व विवेक से फतेहपुर व देवरिया में दिए गए खनन पट्टों के संबंध में लंबी पूछताछ की थी।एफआईआर दर्ज करने के बाद सीबीआई ने अभय और विवेक के घर पर छापा मारा था। छापे के समय अभय बुलंदशहर के डीएम थे। उनके सरकारी आवास से सीबीआई ने नकद 47 लाख रुपये की बरामद किए थे, जबकि इसमें विवेक के आवास से सपंत्तियों के दस्तावेज बरामद हुए थे। ईडी ने संपत्तियों के बारे में भी जानकारी मांगी थी। 

🕔tanveer ahmad

28-02-2020-
खनन घोटाले में फंसे आईएएस अभय और विवेक से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) दोबारा पूछताछ करेगा। दोनों को जल्द ही बुलाया जाएगा। जांच में सामने आए कुछ तथ्यों पर दोनों से सवाल-जवाब...

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जानकीपुरम विस्तार में थाने के पास अनियोजित विकास का दंश झेल रही जनता,

जानकीपुरम विस्तार में थाने के पास अनियोजित विकास का दंश झेल रही जनता,237

👤26-02-2020-
जानकीपुरम थाने से अर्जुन पार्क की तरफ जाने वाली सड़क को  *लखनऊ विकास प्राधिकरण जोन। 5  के द्वारा बनाए हुए लगभग 10 दिन ही हुआ है और सीवर की सफाई शुरू कर* *बीचों बीच सड़क पुनः खोद दी* गई जिससे एक बार फिर जल संस्थान जैसे विभागों का गैर जिम्मेदाराना कार्य दिखने लगा है और जिसका खामियाजा क्षेत्र की जनता को भुगतना पड़ेगा जिससे क्षेत्रीय जनता में घनघोर नाराजगी व्याप्त है।  विभागों द्वारा किये जाने वाले गैरजिम्मेदाराना कार्य का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ता है जैसे ही क्षेत्र का विकास होता है  वैसे ही  सीवर की सफाई के बारे में  विभाग को याद आने लगता है  *इसी तरह  जानकीपुरम विस्तार के सेक्टर  3 4 5 6 7 8 9 में भी पूरी पूरी सड़क को जल संस्थान अलीगंज के द्वारा खोद कर पाइप लाइन डाली गई है परंतु बरसात के पहले से जल संस्थान द्वारा खोदी गई सड़क को अभी तक बनाया नहीं गया है और लखनऊ विकास प्राधिकरण जोन 5 के द्वारा इस तरफ स्वयं भी कोई ध्यान नहीं दिया है * कि हमारी बनाई गई सड़क को जब जिसका मन हो काट सकता है* लखनऊ विकास प्राधिकरण जोन 5 से जब संपर्क किया गया  तो *मात्र एक पत्र अधिशाषी अभियंता जल संस्थान अलीगंज  को प्रेषित कर अपनी खानापूर्ति  पूरी करके फिर  अपनी आंख बंद करके बैठ गया है और  *जल संस्थान  अपना काम संपूर्ण करके काटी गई सड़क को बगैर बनाए हुए छोड़कर आम जनता को परेशान होने के लिए* मजबूर कर देता है  *लखनऊ जनविकास महासभा* *प्रमुख सचिव नगर विकास एवं आवास विकास एक ही  अधिकारी के पास  उक्त विभाग को मौजूद होने के कारण  बहुत ही अच्छा सामंजस* *है  ताकि  दोनों विभागों को एक साथ बुलाकर  उसकी प्राथमिकता तय कर दी जाए  जिसके* *साथ ही साथ इसके लिये माननीय  मुख्यमंत्री जी को पत्र लिखकर माँग करेगी* *कि ऐसे गैरजिम्मेदाराना कार्यो के* *प्रति विभागों की सार्वजनिक जवाबदेही तय करे.

🕔tanveer ahmad

26-02-2020-
जानकीपुरम थाने से अर्जुन पार्क की तरफ जाने वाली सड़क को  *लखनऊ विकास प्राधिकरण जोन। 5  के द्वारा बनाए हुए लगभग 10 दिन ही हुआ है और सीवर की सफाई शुरू कर* *बीचों बीच सड़क पुनः...

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69000 शिक्षक भर्ती: 69 हजार सहायक शिक्षकों की भर्ती पर सुनवाई आज

69000 शिक्षक भर्ती: 69 हजार सहायक शिक्षकों की भर्ती पर सुनवाई आज386

👤26-02-2020-
इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ में प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में 69000 सहायक शिक्षकों की भर्ती मामले में विशेष अपीलों पर बुधवार को सुनवाई होगी।
   
न्यायमूर्ति पंकज कुमार जायसवाल और न्यायमूर्ति करुणेश सिंह पवार की खंडपीठ के समक्ष सुनवाई जारी है। इनमें एकल न्यायाधीश के उस फैसले व आदेश को चुनौती दी गई है, जिसमें भर्ती परीक्षा में न्यूनतमअर्हता अंक सामान्य वर्ग के लिए 45%और आरक्षित वर्ग के लिए 40% रखे जाने के निर्देश सरकार को दिए थे। इसके बाद से दोनों पक्षकारों के अधिवक्ताओं की बहस जारी है। विदित हो कि बीते  साल की शुरुआत में हुई भर्ती परीक्षा के बाद राज्य सरकार ने इसमें अर्हता अंक समान्य वर्ग के लिए 65%और आरक्षित वर्ग के लिए 60% तय किए थे। इसके खिलाफ एकल पीठ में कई याचिकाएं दायर हुयी और इसमें निर्देश दिए गए थे। 

🕔 एजेंसी

26-02-2020-
इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ में प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में 69000 सहायक शिक्षकों की भर्ती मामले में विशेष अपीलों पर बुधवार को सुनवाई होगी।
   
न्यायमूर्ति...

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लखनऊ एयरपोर्ट पर 14 लाख रुपये का सोना पकड़ा

लखनऊ एयरपोर्ट पर 14 लाख रुपये का सोना पकड़ा972

👤26-02-2020-एयरपोर्ट कस्टम ने दुबई से आए यात्री के पास से बड़ी मात्रा में सोना पकड़ा है। यह सोना यात्री ने पेस्ट की शक्ल में अपने शरीर मे छिपा रखा था। लंबी पूछताछ के बाद यात्री ने सच उगल दिया।डिप्टी कमिश्नर निहारिका लाखा ने बताया कि पकड़े गए यात्री का नाम शरफुद्दीन है। वह मूल रूप से केरल के इडलम्परम्बाथ का रहने वाला है। उसके पास से 14 लाख 44 हजार 180 रुपए का सोना बरामद किया गया। यात्री इंडिगो की उड़ान संख्या 6ई 1412 से आया था। यह शारजाह से लखनऊ की सीधी उड़ान है। कस्टम अधीक्षक एपी सिंह, श्याम मनोहर, विमल यादव, निरीक्षक शिरीष श्रीवास्तव की टीम ने उसे पकड़ा।खाता पीता छकाता रहा 
यात्री ने कस्टम को खूब छकाया। एक तो वह हिंदी या अंग्रेजी नहीं बोल रहा था। ऊपर से सच बताने को तैयार न था। स्कैनर में उसके शरीर मे छिपा सोने का पेस्ट हल्की काली आभा में दिख गया। इस पर कस्टम अधिकारियों ने उससे पूछताछ शुरू की। सामान्य तौर पर इस तरह तस्करी करने वाले कुछ खाने पीने से परहेज करते हैं। इस यात्री ने जो भी खाने को दिया गया बड़े चाव से खाया। उसकी चालढाल से भी पता करना मुश्किल था। ऐसे में कस्टम ने उसके आगे सवालों की झड़ी लगा दी। एक सवाल पर फंस गया। यह भी न बता पाया कि उसने शारजाह से लखनऊ की उड़ान ही क्यों पकड़ी। फिर सख्ती से पूछा गया तो जुर्म कुबूल लिया।
🕔 एजेंसी

26-02-2020-एयरपोर्ट कस्टम ने दुबई से आए यात्री के पास से बड़ी मात्रा में सोना पकड़ा है। यह सोना यात्री ने पेस्ट की शक्ल में अपने शरीर मे छिपा रखा था। लंबी पूछताछ के बाद यात्री ने सच उगल...

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यूपी बोर्ड परीक्षा 2020: मोबाइल व्हाट्सएप चैटिंग में मिले मैथ्स प्रश्न पत्र के हल

यूपी बोर्ड परीक्षा 2020: मोबाइल व्हाट्सएप चैटिंग में मिले मैथ्स प्रश्न पत्र के हल740

👤26-02-2020-
यूपी बोर्ड परीक्षा में पेपर हाउट करने की कोशिश करने वाले नकल माफिया पर एसटीएफ ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। मंगलवार को एसटीएफ लखनऊ ने बलिया से छह लोगों को उठाया। इनमें एक शिक्षक भी शामिल है। आरोपी गणित का पेपर आउट करने की कोशिश में थे। एसटीएफ और पुलिस पकड़े गए लोगों से पूछताछ कर रही है। खबर लिखे जाने तक मुकदमा दर्ज नहीं हुआ था। बलिया में पिछले दो-तीन दिनों से एसटीएफ की टीम पेपर आउट करने वाले गिरोह को पकड़ने की कोशिश में लगी थी। सोमवार रात को सर्विलांस की मदद से एसटीएफ ने गड़वार थाना क्षेत्र के बहादुरपुरकारी व कुकुरभुक्का और रसड़ा व नगरा क्षेत्र से छह लोगों को उठाया। बताया जा रहा है कि रात में गड़वार थाना क्षेत्र के बहादुरपुर कारी गांव में छापेमारी कर टीम ने एक युवक को उठाया। वहीं टीम ने क्षेत्र के ही कुकुरभुक्का गांव से एक शिक्षक समेत दो लोगों को भी पकड़ लिया। \r\nसूत्रों के अनुसार पकड़े गए आरोपियों के मोबाइल से मंगलवार सुबह होने वाली 10वीं गणित की परीक्षा के हल प्रश्नपत्र बरामद हुआ है। पकड़े गए शिक्षक व युवकों के साथ पुलिस ने रसड़ा, नगरा आदि क्षेत्र में कई जगह छापेमारी की। छापेमारी के  दौरान एसटीएफ ने तीन लोगों को उठाया। इसमें कुछ कोचिंग सेंटर संचालक बताए जा रहा हैं। एसटीएफ इस मामले में पकड़े गए लोगों से पूछताछ कर रही है। उधर, एसटीएफ ने जिला विद्यालय निरीक्षक भाष्कर मिश्र के साथ डीएस मेमोरियल इंटर कालेज में जाकर सीसीटीवी फुटेज खंगाला। \r\nअलीगढ- औचक निरीक्षण में पकड़े दो नकलची
तनाव के चलते इंटरनेट पर प्रशासन की रोक मंगलवार को भी जारी रही। इस वजह से यूपी बोर्ड परीक्षा में जिले के कई परीक्षा केंद्र ऑनलाइन नहीं हो सके। अधिकारियों ने औचक निरीक्षण कर दो छात्राएं नकल करते हुए पकड़ी हैं, बाद में उन्हें निष्कासित कर दिया गया। सुबह की पारी में मंगलवार को हाईस्कूल में गणित का पेपर हुआ। इसमें सचल दल प्रभारी केसी यादव ने खैर के भगवती देवी इंटर कॉलेज मानपुर खुर्द में मनोरमा को अनुचित सामग्री का इस्तेमाल करते पकड़ा। वहीं बौहरे डोडी सिंह इंटर कॉलेज हुसैनपुर दादों में एडीआईओएस दीप्ति वार्ष्णेय ने छात्रा नीतू को नकल करते हुए पकड़ा। \r\nफतेहपुर - फतेहपुर में भाई की जगह पेपर देने आया युवक पहुंचा जेल
बोर्ड परीक्षा के दौरान मंगलवार को हाईस्कूल के मैथ पेपर में अपने भाई की जगह परीक्षा दे रहा युवक पकड़ लिया गया। केन्द्र व्यवस्थापक की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए आरोपित को जेल दिया। प्रथम पाली में हाईस्कूल की गणित की परीक्षा थी। शहर के राजकीय इंटर कालेज में परीक्षा शुरू होने के बाद कक्ष संख्या एक में कक्ष निरीक्षकों ने परीक्षार्थियों की आईडी और प्रवेश पत्र चेक किए। इस दौरान एक परीक्षार्थी पर शक हुआ तो उसकी बारीकी से जांच पड़ताल की गई। प्रवेश पत्र चेक किया गया तो उसका मिलान परीक्षार्थी से नहीं हुआ। सख्ती से पूछताछ पर उसने बताया कि वह राधारमण बद्री प्रसाद इंटर कालेज के परीक्षार्थी गुड्डू पाल पुत्र सीताराम पाल के स्थान पर परीक्षा दे रहा है। वह उसका भाई है। व्यवस्थापक ने कोतवाली पुलिस को बुलाकर आरोपित को उनके सुपुर्द कर दिया।
🕔 एजेंसी

26-02-2020-
यूपी बोर्ड परीक्षा में पेपर हाउट करने की कोशिश करने वाले नकल माफिया पर एसटीएफ ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। मंगलवार को एसटीएफ लखनऊ ने बलिया से छह लोगों को उठाया। इनमें...

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रामलला का स्थान बदलने के लिए रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने दी हरी झंड़ी

रामलला का स्थान बदलने के लिए रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने दी हरी झंड़ी796

👤26-02-2020-
रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के स्थान परिवर्तन की प्राथमिक तैयारी शुरू हो गई है। रामजन्मभूमि परिसर में रामलला के लिए नियत स्थान को लेकर शासन व परिसर के सुरक्षा अधिकारियों की संतुष्टि के बाद रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव व अन्य न्यासियों ने भी हरी झंडी दे दी है। ट्रस्ट की सहमति के बाद प्रस्तावित स्थल की साफ-सफाई का काम भी शुरू कर दिया गया है। इसकी पुष्टि करते हुए विराजमान रामलला के मुख्य अर्चक आचार्य सत्येन्द्र दास ने बताया कि परिसर में रामलला का नया स्थान गैंग-वे के निकट डी थ्री बैरियर के पूरब में निर्धारित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि पूर्व में तीन स्थानों को चिह्नित किया गया था। ट्रस्ट के न्यासियों से विचार-विमर्श के बाद प्रस्तावित स्थल पर अंतिम रूप से सहमति बन गई है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन के निर्देश पर वहां झाड़ियों की सफाई शुरू की गई है। इसके अलावा सुरक्षा बलों के बैठने के स्थान को भी जल्द ही हटाकर अस्थाई मंदिर की स्थापना की जाएगी।अस्थाई मंदिर की डिजाइन तय, विशेष एजेंसी कर रही निर्माण  
विराजमान रामलला के लिए अस्थाई मंदिर की डिजाइन को अंतिम रूप दिया जा चुका है। इसके निर्माण की जिम्मेदारी भी विशेष एजेन्सी को सौंपी गई है। रुड़की इंजीनियरिंग संस्थान के विशेषज्ञों की देखरेख में तैयार हो रहा यह मंदिर वाटर एवं फायर प्रूफ के साथ ही बुलेट प्रूफ भी होगा। फिलहाल इसकी पुष्टि अधिकारिक तौर से नहीं की गई है। वहीं ऐसा माना जा रहा है कि अस्थाई मंदिर नवसंवत्सर के अवसर पर स्थापित हो जाएगा। इसके साथ रामलला का स्थान परिवर्तन भी हो सकता है। विराजमान रामलला के पुजारी सत्येन्द्र दास बताते हैं कि इस सम्बन्ध में अभी कोई बातचीत नहीं हुई है।रामजन्मभूमि के इतिहास में प्राकट्योत्सव का होगा पहली बार प्रसारण
रामनवमी के अवसर पर रामलला के प्राकट्योत्सव का सजीव प्रसारण रामजन्भूमि के इतिहास में पहली बार होगा। रामजन्मभूमि विवाद के बीच छह दिसम्बर की घटना और फिर आतंकी गतिविधियों की शुरुआत ने पूरे परिसर को सुरक्षा बंदिशों से इस कदर जकड़ा कि सभी उत्सव महज औपचारिकता तक सीमित होकर रह गए। अब जब सुप्रीम कोर्ट ने विवाद का पटाक्षेप कर दिया है और रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अस्तित्व में आ गया है तो रामलला के जन्मोत्सव को पूरे देश में प्रसारित करने की योजना बनाई गई है। जिला प्रशासन फिलहाल दूरदर्शन व आकाशवाणी के माध्यम से ही प्रसारण की अनुमति देने पर मंथन कर रहा है। 
🕔 एजेंसी

26-02-2020-
रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला के स्थान परिवर्तन की प्राथमिक तैयारी शुरू हो गई है। रामजन्मभूमि परिसर में रामलला के लिए नियत स्थान को लेकर शासन व परिसर के सुरक्षा अधिकारियों...

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यादों के सफर में

यादों के सफर में327

👤25-02-2020-
आज जब मैने अपनी अलमारी से सारा सामान बाहर निकाला, उसी में रखी एक कपड़े की पोटली जिसमें मेरी अज़ीज, मेरे जिगर का  वह  टुकड़ा,  जिसे कभी भी मैने अपने आप से जुदा ना किया- मेरी डायरी आज भी उसका हर  एक सफ़ा महफ़ूज़़ उस पर लिखा  हर लफ्ज़ मोतियों की तरह बिने एक माला में सिमटे नजर आए। पहली बार अपनी यादों को समेटे अपनी डायरी पर उतारा गया हर  लम्हा आखों के सामने  आ खड़ा हुआ। आज भी मुझे याद है कि कैसे दिन भर के वाकियों को डायरी पर लिखने के लिए रात का इन्तज़़ार रहता था और फिर उसी डायरी को सबकी नज़रों से छुपा कर रखना। वह  भी क्या दिन हुआ करते थे। यह मेरी पहली डायरी है जिसमें मैने पहली बार पार्क कि सैर  का  ज़िक्र लिखा- मैं और मेरी दादी रात के आराम के बाद, नई ताज़गी  और उमंग से भरी सुबह - मुझे याद है जब घर से बाहर पार्क में सैर के लिए जा रही थी, हल्की-हल्की सर्द हवा चल रही थी मानो कुदरत अंगड़ाई ले रही हो। पार्क के दरवाज़े पर पहुँची ही थी कि मेरी नज़र कतारों में लगे पेड़-पौधों पर पड़ी, कलियाॅं खिलकर फूलों का  रूप धारण  कर  रही थी, घास पर ओस की बूंदें कुछ इस तरह दिखाई दी मानों खुदा ने खुद अपने हाथों से एक-एक मोती बिछा रखे  हांे,  तभी  चिड़ियों का चह-चहाना और वहाँ आए सभी लोगों का  इस्तकबाल करना, झूमते लहलहाते पेड़ पौधों को देखकर मन खुशी से झूमने लगा, फूलों पर मंडराती तित्लियां और ऊॅचंे दरखतों पर बैठी कोयलों ने मधुर तान छेड़ी तो वहाॅ आई छोटी बच्चियों के मुॅह से कूह कूह...........की आवाज़ सुनाई दी। चहे बच्चियाॅ हो, किशोरियाॅ हो या हो बुजुर्ग ख़वातीन सभी अपनी सेहत के फायदे के लिहाज़ से आए ज़नाना पार्क में एक साथ सैर का मज़ा उठाते नज़र आए। हर कोई अपनी तेज़ रफ्तार से चलता जा रहा था, मालूम हो कि वहाॅ आया हर कोई किसी दौड़ में हिस्सा ले  रहा  हो। बहर-हाल मैं भी उसी भीड़ का हिस्सा बनी।  हरी-भरी  मख़मली घास पर नंगे पाॅव चलना हर किसी ने उस लम्हें भर की खुषी  का एहसास पाया और फूलों की खुषबू से किसकी साँसों में ताज़गी ना आई होगी। थोड़ा चले, थोड़ा दौड़ लगाई, कुछ ने खुली जगह पर हल्की कसरत कर ली, तो बच्चियां हाथों में लिए गंेद व रस्सी कूद करती दिखाई दीं, और बुजुर्ग ख़वातीन लाठी के सहारे पग-पग बढ़ा  रही थीं कदम, तो कुछ मोटे लोग अपना मोटापा घटाने में लगे और गृहणियाॅ यह सोचती कि दिन भर घर में ही रहना है तो चलो कुछ देर मैं भी सैर कर लेती। इन सभी बातों ने एक बार फिर मेरी यादों के खूबसूरत लम्हों को याद दिला दिया। मेरी डायरी के अगले सफे पर मैने जनाना पार्क की ख़ासियत के बारे  में लिखा। जिसने मुझे अपनी ओर खींचनें और लिखने  को  मजबूर किया। दादी कहती है ंिक यह एक ऐसा पार्क है जहाॅ मर्दों की मनाही है। यही वजह है कि यहाॅ आई छोटी बच्चियाँ और किशोरियाँ हो या ख़्वातीन हर कोई खुलकर साॅस ले सकती है जैसे चाहे बैठे, दौड़ लगाए, किसी का डर  नहीं। यही इस पार्क  को और पार्कों से अलग भी  रखता है और यहां आने वाली हर बच्ची और ख्वातीन अपने आपको  महफूज़ समझती है। यह बात मैं इस लिए बता रही हूँ, कि आज भी हमारी बहुत सी ख़वातीन इस पार्क के बारे में नही जानती। अपनी बात को आगे कहते हुए यह कहना ग़लत ना होगा कि - ’’कशिश-ए-लखनऊ अरे तौबा फिर वही हम, वही अमीनाबाद‘‘ यगान चंगेजी के इस शेर से आप सभी वाकिफ़ होंगे  और अमीनाबाद की इससे खूबसूरत तारीफ़ क्या होगी। जी हाॅ दुनियाॅ में कुछ ही ऐसे शहर होगें जिनकी पहचान एक नहीं कई रूपों में की जाती  है और उन शहरों में शुमार है अपना शहर-ए-लखनऊ। हमारा लखनऊ शहर अपनी तहजी़ब, नज़ाकत और नफ़ासत के लिए जाना  जाता है, वही दूसरी ओर इसे बागों का शहर और मौजूदा दौर  में  इसे स्मारकों का शहर भी कहा जाता है। आज जब मै इस पार्क कि ओर देखती हूॅं तो मुझे-अवध की सभ्यता खासकर लखनऊ का  सांस्कृतिक  परिवेश जो पूरी, दुनियाॅ के लिए कौतुहल का विषय रहा, और अमीनाबाद जिसे हमेशा से ही लखनऊ शहर का दिल काह गया, आज उसी नवाबों के शहर लखनऊ के अमीनाबाद में स्थित ज़नाना पार्क जो अपने आप में एकलौता पार्क जिसने उस दौर को भी देखा जब यहाॅ ब्रिटिश हुकूमत के खिलाफ आज़ादी की लड़ाई में हिस्सा लेने इकट्ठा हुई यहाॅ की ख़्वातीन। दादी ने यह भी बताया कि यही वह पार्क है जो  जंग-ए-आज़ादी  के दौरान लखनऊ की खवातीनों के जज़्बे की कहानी बखूबी बयां करती है। वह भी क्या दौर था साल 1920  में जब महात्मा गाॅधी लखनऊ  आए  थे,  कहते  है  गाॅधी जी  की ख्वाहिश  थी कि यहाॅ  की  ख़वातील घरों से बाहर निकले और आज़ादी के आंदोलन में अपना योगदान दें। साथ ही उनके लिए एक जगह ऐसी हो जहाॅ-यहाॅ की ख़वातीन इकट्ठा होकर आगे आए, उनकी यह मंशा पूरी की उस वक़्त के कुलीन समाजसेवी बाबू  गंगा प्रसाद वर्मा  जी ने, उन्होने अपने  पैसों से  जनाना पार्क के लिए जमीन खरीदी और यह उनकी दरियादिली थी कि यह जम़ीन उन्होने बज़्म-ए-ख़वातीन को दान कर दी। और साल 1934 ई0 में यह जनाना पार्क बनकर तैयार हुआ। आपको यकीन नहीं होगी लखनऊ की हर खास-ओ-आम घरों की महिलाएं यहाॅ आती है। आज़ादी के आंदोलन का ही नही, भारत-चीन युद्ध में भी इस पार्क से देश के सैनिकों का मनोबल बढ़ाया गया और साल 1962  ई0 में  महिलाओं  ने ज़नाना पार्क से लेकर मोती महल लाॅन तक मार्च किया। ऐसा पहली बार हुआ कि महिलाएं सड़क पर उतरी, वे हजारों की तादाद  में  थी और  नारे लगा रही थी- ’‘हमें भी लड़ने दो‘‘‘। संजोग से उस वक्त पं0 जवाहर लाल नेहरू लखनऊ में ही थे। जनाना पार्क से गई महिलाओं ने ज्ञापन सौंप कर युद्ध में जाने की इजाज़त भी माॅगी। आज यह पार्क अपने पुराने वजूद को पाने कि एक और लड़ाई लड़ रही है।ज़नाना पार्क में हर महीने की 15 तारीख को दिन में दो बजे से शाम पाॅच बजे तक महिलाओं कि महफ़िल जमती, इस  महफ़िल में तरह-तरह  के कैंप के अलावा महिलाओं कीे काउंसलिंग होती जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता, कानूनी अधिकार जैसे विषयों पर  उनको जागरूक किया  जाता है, आज यह पार्क अपनी हालत पर बहुत शर्मिन्दा  होता है और  मै भी क्योंकि जिस खुशनुमा माहौल का मैंने शुरू में जिक्र किया वह खूबसूरती उस से रूठ गई। मैं वही हूं पर मेरे कपड़े और जे़वर मुझसे ही मेरे अपनों ने छीन लिया है क्यांेकि अब मुझमें वह पहले जैसी  खूबसूरती नहीं रही  इसलिए लोगों ने मेरे अस्तित्व को मिटाना चाहा फिर भी  कुछ  लोग  आज भी मेरा वज़ूद बचाने में लगे है यहाॅ की ख़वातीन जो हर  महीने की 15 तारीख को इकट्ठा होती, अपना कीमती वक्त मेरे साथ बिताती, हंसी ठिठोली करती, कुछ काम की बाते करती और यहाॅ आए सभी को जागरूक भी करती पर कुछ वक्त बिताने के बाद मुझे  मेरे  हाल  पर  छोड़ कर चली जाती। नगर निगम और बाकी जनता मेरा फिर से मजाक बनाती। आज मै खुद भी अपने अस्तित्व के लिए लड़ रही हूॅं आईए आगे बढ़िए और एक बार फिर से मुझे मेरी पहचान दिलाने में मेरी मदद करिए।
🕔tanveer ahmad

25-02-2020-
आज जब मैने अपनी अलमारी से सारा सामान बाहर निकाला, उसी में रखी एक कपड़े की पोटली जिसमें मेरी अज़ीज, मेरे जिगर का  वह  टुकड़ा,  जिसे कभी भी मैने अपने आप से जुदा ना किया- मेरी...

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24 कैरेट सोने का दाम 953 रुपये चढ़कर 44,472 प्रति 10 ग्राम पर पहुंचा

24 कैरेट सोने का दाम 953 रुपये चढ़कर 44,472 प्रति 10 ग्राम पर पहुंचा930

👤25-02-2020-
दिल्ली के सर्राफा बाजार में आज यानी सोमवार को सोने के दाम में रिकॉर्ड तेजी देखने को मिली। आज सोना 620 रुपये चमककर 44,640 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। वहीं वायदा बाजार में भी सोने की कीमतों में आग लगी हुई है। पिछले 10 दिनों में सोने की कीमतों में करीब 2000 रुपये प्रति 10 ग्राम  से ज्यादा की उछाल देखी जा चुकी है।\r\n24 कैरेट सोने का भाव 953 रुपये चढ़ा\r\nवैश्विक बाजारों में दाम चढ़ने और कमजोर रुपये के चलते सोमवार को सोने का दाम 953 रुपये चढ़कर 44,472 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गया। एचडीएफसी सिक्युरिटीज ने यह जानकारी दी है। पीली धातु का भाव पिछले कारोबारी सत्र में 43,519 रुपये प्रति दस ग्राम पर बंद हुआ था।   इस दौरान चांदी का दाम भी 586 रुपये बढ़कर 49,990 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गया। एक दिन पहले इसका बंद भाव 49,404 रुपये प्रति किलो पर बंद हुआ था। एचडीएफसी सिक्युरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, \'\'अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के दाम में मजबूती से सोमवार को घरेलू बाजार में भी मजबूती का रुख रहा। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 1,680 डालर प्रति औंस पर पहुंच गया। वहीं दिल्ली बाजार में 24 कैरेट सोने का भाव 953 रुपये बढ़ गया।\r\nआज दोनों कीमती धातुओं के भाव इस प्रकार रहे :-\r\n\r\n\r\n\r\nधातु\r\n कीमत\r\n\r\n\r\nसोना स्टैंडर्ड प्रति 10 ग्राम\r\n44,640  रुपये\r\n\r\n\r\nसोना बिटुर प्रति 10 ग्राम\r\n 44,470  रुपये\r\n\r\n\r\nचांदी हाजिर प्रति किलोग्राम\r\n50,150 रुपये\r\n\r\n\r\nचांदी वायदा प्रति किलोग्राम\r\n48,777  रुपये\r\n\r\n\r\nसिक्का लिवाली प्रति इकाई\r\n980 रुपये\r\n\r\n\r\nसिक्का बिकवाली प्रति इकाई\r\n990  रुपये\r\n\r\n\r\nगिन्नी प्रति आठ ग्राम\r\n31,300 रुपये\r\n\r\n\r\n\r\nचांदी हाजिर 300 रुपये की तेजी के साथ 50,150 रुपये प्रति किलोग्राम पर रही। चांदी वायदा 473 रुपये की छलांग लगाकर 48,777 रुपये प्रति किलोग्राम बोली गयी। हालांकि सिक्का लिवाली और बिकवाली क्रमश: 980 रुपये और 990 रुपये प्रति इकाई पर स्थिर रहे।\r\nतेजी की सबसे बड़ी वजह कोरोना वायरस \'कोविड-19\'\r\nकोरोना वायरस \'कोविड-19\' के बढ़ते संक्रमण के कारण विदेशों में सोमवार को पीली धातु में ढाई प्रतिशत से अधिक का उछाल रहा जिससे घरेलू बाजार में भी सोना 620 रुपये चमककर 44,640 रुपये प्रति दस ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया।  स्थानीय बाजार में यह लगातार दूसरा दिन है जब सोने में बड़ा उछाल देखा गया है। दो दिन में इसकी कीमत 1,795 रुपये बढ़ चुकी है। चांदी भी 300 रुपये की मजबूती के साथ 50,150 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई, जो साढ़े पांच महीने का उच्चतम स्तर है। \r\nएचडीएफसी सिक्युरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा कि दिन के दौरान हाजिर में रुपया 22 पैसे कमजोर पड़ गया। दिन के शुरुआती कारोबार में इससे पहले यह 30 पैसे घटकर 71.94 रुपये प्रति डालर तक गिर गया था। वहीं अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना और चांदी दोनों के भाव क्रमश: 1,682 डालर और 18.80 डालर प्रति औंस पर बोले गए। \r\nपटेल ने कहा, \'\'कोरोना वायरस का असर चीन से बाहर निकलकर दूसरे देशों तक फैलने के बारे में रिपोर्ट आने पर सोने के दाम में तेजी दर्ज की गई। दक्षिण कोरिया, पश्चिम एशिया और इटली में कोरोना वायरस का प्रभाव दिखने और कुछ लोगों की मौत होने के बाद सोने के दाम में तजी आई है।\r\nबुलियन मार्केट में 24 फरवरी को इस रेट पर बिका सोना\r\nवहीं अगर इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन की वेबसाइट (ibjarates.com) की बात करें तो इसके मुताबिक बुलियन मार्केट में सोमवार को 10 ग्राम सोना  20 फरवरी के मुकाबले 1848 रुपये की तेजी के साथ 43590 रुपये पर बंद हुआ। गुरुवार को यह 41742 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। गौरतलब है कि बुलियन सोना और चांदी है जिसे आधिकारिक तौर पर कम से कम 99.5 प्रतिशत शुद्ध माना जाता है और यह सिल्लियों या बार के रूप में होता है।\r\n\r\n\r\n\r\nधातु\r\nशुद्धता\r\n20 फरवरी का रेट (रुपये/10 ग्राम)\r\n24 फरवरी का रेट (रुपये/10 ग्राम)\r\nरेट में बदलाव (रुपये/10 ग्राम)\r\n\r\n\r\nGold\r\n999\r\n41742\r\n43590\r\n1848\r\n\r\n\r\nGold\r\n995\r\n41575\r\n43415\r\n 1840\r\n\r\n\r\nGold\r\n916\r\n38236\r\n39928\r\n1692\r\n\r\n\r\nGold\r\n750\r\n31307\r\n32693\r\n1386\r\n\r\n\r\nGold\r\n585\r\n24419\r\n25500\r\n1081\r\n\r\n\r\nSilver\r\n999\r\n47605 रुपये/किलो\r\n490335 रुपये/किलो\r\n1430 रुपये/किलो\r\n\r\n\r\n\r\n \r\nक्या है बुलियन मार्केट\r\nसोने-चांदी जैसी कीमती धातुओं का व्यापार बुलियन मार्केट के जरिए ही होता है। सोने की खरीद दो तरह से की जाती है। आम लोग सर्राफा बाजार से सोने की खरीददारी करते हैं। वहीं कारोबारी लोग वायदा बाजार के जरिए सोने की खरीददारी करते हैं। बुलियन मार्केट वह जगह होती है जहां सोने-चांदी का व्यापार वायदा बाजार (फ्यूचर मार्केट) के जरिए होता है।
🕔 एजेंसी

25-02-2020-
दिल्ली के सर्राफा बाजार में आज यानी सोमवार को सोने के दाम में रिकॉर्ड तेजी देखने को मिली। आज सोना 620 रुपये चमककर 44,640 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। वहीं...

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भीड़ की चुनौती से निपटने के लिए राम जन्मभूमि की हाईटेक होगी सुरक्षा

भीड़ की चुनौती से निपटने के लिए राम जन्मभूमि की हाईटेक होगी सुरक्षा736

👤25-02-2020-
राम जन्मभूमि में विराजमान रामलला की सुरक्षा व्यवस्था पर नए सिरे से मंथन चल रहा है। ऐतिहासिक विवाद के समाधान के बाद राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से भव्य व दिव्य मंदिर निर्माण की प्रक्रिया शुरू होने में अभी समय है। इस बीच देश भर से उमड़ने वाली श्रद्धालुओं की भारी भीड़ से निपटने की बड़ी चुनौती सुरक्षा महकमे के लिए है। इसके लिए सुरक्षा व्यवस्था को हाईटेक करने के सम्बन्ध में सुरक्षा विशेषज्ञ प्रस्ताव तैयार कर रहे हैं।एडीजी सुरक्षा की अगुवाई में रामजन्मभूमि की स्थाई सुरक्षा समिति प्रत्येक तीन माह पर रामजन्मभूमि परिसर की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करती है। वहीं जिला प्रशासन के पुलिस व प्रशासनिक अफसर प्रत्येक माह स्थाई समिति के निर्देशों के क्रियान्वयन व अनुपालन की समीक्षा करती है। पूर्व में रामलला के सुरक्षा को लेकर मेक शिफ्ट स्ट्रक्चर को बुलेट प्रूफ बनाने का सुझाव दिया था। स्थाई सुरक्षा समिति के इस प्रस्ताव को मुस्लिम पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट के यथास्थिति के आदेश के विरुद्ध मानते हुए याचिका दायर कर दी थी। इसके चलते यह मुद्दा ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।इसके बाद पुन: वाच टावर को बुलेट प्रूफ बनाने का सुझाव दिया गया लेकिन लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं ने तकनीकी कारणों से इस प्रस्ताव को अमल में ला पाने में असमर्थता जताई। फिलहाल अब विवाद का निपटारा हो चुका है तो एक बार पुन: पुरानी फाइलों की धूल हटाकर उपयोगी प्रस्तावों को शासन को प्रेषित कर सुरक्षा व्यवस्था को फूलप्रूफ बनाने की योजना है। इसके साथ ही सुरक्षा व्यवस्था में रिमोट सेंसिंग प्रणाली के इस्तेमाल पर भी विचार किया जा रहा है। रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय कहते हैं कि सुरक्षा व्यवस्था का पहलू तो पुलिस प्रशासन का है। इस बारे में उनसे स्पष्ट कर दिया गया है। सुरक्षा के सम्बन्ध में जो भी उचित हो वह व्यवस्था लागू की जाए और किसी प्रकार की कोताही न हो।बदला जा सकता है रामजन्मभूमि का दर्शन मार्ग
रामजन्मभूमि में विराजमान रामलला की अनेक नई व्यवस्थाओं के बीच दर्शन मार्ग भी बदला जा सकता है। अभी रामजन्मभूमि जाने के लिए हनुमानगढ़ी से होकर बड़ा स्थान होते हुए दर्शन मार्ग निर्धारित है। इस मार्ग को अयोध्या-फैजाबाद के मुख्य मार्ग पर क्षीरेश्वरनाथ महादेव मंदिर के निकट से किया जा सकता है। इसके साथ ही निकास का द्वार हनुमानगढ़ी से होकर हो सकता है। सूत्रों के अनुसार पुलिस प्रशासन इस बारे में भी मंथन कर रहा है। 
🕔 एजेंसी

25-02-2020-
राम जन्मभूमि में विराजमान रामलला की सुरक्षा व्यवस्था पर नए सिरे से मंथन चल रहा है। ऐतिहासिक विवाद के समाधान के बाद राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से भव्य व दिव्य...

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सोने के भंडार वाली सोन पहाड़ी पर कभी सोने की गुल्लियां निकलती थीं, इसकी गोद में छिपे हैं कई रहस्य

सोने के भंडार वाली सोन पहाड़ी पर कभी सोने की गुल्लियां निकलती थीं, इसकी गोद में छिपे हैं कई रहस्य200

👤25-02-2020-
सोनभद्र के पनारी ग्राम पंचायत के जुड़वानी में स्थित सोन पहाड़ी का इतिहास वर्षों पुराना है। यहां कभी सोने की गुल्लियां निकलती थी, इसी कारण यह पहाड़ी सोन पहाड़ी कहीं जाने लगी। हाल ही में इसी स्थान पर सोने का भंडार मिलने की बात सामने आई है। इस पहाड़ी के आसपास बड़ी संख्या में आदिवासी रहते हैं। उनकी बातों को मानें तो इस पहाड़ी की गोद में कई रहस्य छिपे हुए हैं। सोन पहाड़ी से सटे जुड़वानी गांव के रहने वाले क्षेत्र पंचायत सदस्य बाल गोविंद व गुरमुरा के रहने वाले राजबली गोंड की मानें तो बुजुर्ग ऐसा बताते थे कि सोन पहाड़ी के पास लगभग 200 वर्षों पूर्व सोने की गुल्ली मिली थी। सोने की गुल्ली मिलने के चर्चा के बाद यहां रहने वाले लोगों ने उसकी खुदाई शुरू की। हालांकि उन्हें कुछ हाथ नहीं लगा लेकिन लोगों का यह मानना रहा कि जैसे-जैसे खुदाई की जाती वैसे वैसे सोना सरकता जा रहा था। बस तभी से यह पहाड़ी सोन पहाड़ी के नाम से चर्चित हो गई। राजबली बताते है कि भूगर्भ विभाग की टीम 2005 से यहां आ रही है। टीम ने पहाड़ी पर दर्जन भर स्थानों पर होल भी किया है। हालांकि टीम को यहां क्या मिला इसकी जानकारी उन्हें नही है। अखबारों के माध्यम से पता चला कि यहां सोने का भंडार है।सोना खिसकता गया और बन गया कमल का फूल
सोन पहाड़ी पर सोने का भंडार मिलते ही पुरानी कहावतें भी लोगी को याद आने लगी है। कहावत है कि यहा वर्षों पूर्व भी खुदाई हुई लेकिन सोना खिसकता गया और सोन नदी में जाकर कमल का फूल बन गया। जुड़वानी के राजबली गोड़ बताते हैं कि यहां खुदाई तो वर्षों से हो रही है। उनका कहना है कि सोन पहाड़ी पर सोने की खुदाई को लेकर बुजुगों से सुना था। बुजुर्ग सोन पहाड़ी को लेकर बताते थे कि यहां वर्षों पूर्व भी सोने को लेकर खुदाई हुई थी लेकिन सोना नहीं मिला। कहावत है कि लोग बहुत खुदाई किए लेकिन जैसे जैसे खुदाई करते सोना खिसकता जाता। खुदाई से सोना खिसकता चला गया और सोन नदी में जाकर कमल का फूल बन गया। अब इसमें कितनी सच्चाई है वे ही जाने लेकिन सोन पहाड़ी को लेकर क्षेत्र में यही कहानी प्रचलित है।सोन पहाड़ी पर स्थित है सोनईत डीह बाबा का मंदिर
सोनभद्र के पनारी ग्राम पंचायत के जुड़वानी में स्थित सोन पहाड़ी पर रोहित जी बाबा की वर्षों से आदिवासी पूजा करते आ रहे हैं। मन्नतें पूरी होने पर यहां बलि चढ़ाने की भी प्रथा है। सोन पहाड़ी पर स्थित बाबा की आसपास के आदिवासी वर्षों से पूजा करते आ रहे हैं। आदिवासी सुरेश व बाल गोविंद का कहना है कि उनके पुरखों के समय से यहां पूजा पाठ हो रहा है। बताया कि मन्नतें पूरी होने पर लोग यहां आकर पूजा पाठ करते हैं और जानवरों की बलि भी चढ़ाते हैं। लगभग 500 फीट ऊंची इन पहाड़ियों पर अक्सर चरवाहों का गुजरना होता है। पहाड़ियों पर पियार और तेंदू के पेड़ की संख्या अधिक है। उन्होंने बताया कि लगभग 20 वर्ष पहले ग्राम प्रधान सुखसागर खरवार ने सोन पहाड़ी पर मंदिर भी बनवाया है। जहां अक्सर आदिवासी आकर पूजा पाठ करते हैं। उनकी मान्यता है कि यहां मांगी गई हर मन्नत पूरी होती है।चारों तरफ जंगलों से घिरी है पहाड़ी 
सोन पहाड़ी के चारों तरफ घने जंगल हैं। पूरी पहाड़ी हरे भरे पेड़ों से गिरी हुई है। जंगली रास्तों से चलकर ही आदिवासी इस पहाड़ी पर पहुंचते हैं। सैकड़ों एकड़ में फैली इस पहाड़ी में ज्यादातर पीयार व तेंदू के पौधे पाए जाते हैं। इसके साथ ही जंगली बेर अन्य छोटे छोटे पेड़ों की संख्या भी कम नहीं है। सोन पहाड़ी के आसपास बसे जुड़वानी, गुरमुरा आदि गांव के लोगों को यहां सोने का भंडार होने की जानकारी तो नहीं है लेकिन यह मालूम है कि यहां कभी सोना मिलता था। इसके कारण इस पहाड़ी को सोन पहाड़ी कहते हैं। सोन पहाड़ी पर सोने का भंडार मिलने की उम्मीद के बाद यहां लोगों के आने-जाने का जो क्रम शुरू हुआ इसे देखकर आदिवासी खुद अचंभित हैं। इस इलाके में जहां कभी कोई नजर नहीं आता था पिछले कुछ दिनों में सैकड़ों लोग और दर्जनों वाहन आ रहे हैं। खनिज सम्पदाओं के बीच है शून्य है आदिवासियों का जीवन 
खनिज सम्पदाओं से परिपूर्ण सोन पहाड़ी के पास स्थित जुड़वानी गांव के लोग सुविधाओं से वंचित हैं। यहां आदिवासियों में ज्यादातर गोंड व खरवार बिरादरी के लोग निवास करते है। आजादी के दशकों बाद भी ज्यादातर सरकारी सुविधाओं से वंचित हैं। यहां बिजली की कोई व्यवस्था नहीं है। आदिवासी आज भी ढिबरी की रोशनी में रहने को विवश हैं। सड़क के नाम ज्यादातर पगडंडी ही है। गुरमुरा से जुड़वानी जाने वाली सड़क कुछ दूर तक तो पक्की है लेकिन उसके बाद कच्ची ही है। लगभग 200 की आबादी वाले इस टोले को रोशन करने के लिए  सौर ऊर्जा भी नही पहुच पाया है।
🕔tanveer ahmad

25-02-2020-
सोनभद्र के पनारी ग्राम पंचायत के जुड़वानी में स्थित सोन पहाड़ी का इतिहास वर्षों पुराना है। यहां कभी सोने की गुल्लियां निकलती थी, इसी कारण यह पहाड़ी सोन पहाड़ी कहीं जाने...

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