Back to homepage

Latest News

अखिलेश की सपा से गठबंधन पर शिवपाल यादव ने दिया ये बड़ा बयान

अखिलेश की सपा से गठबंधन पर शिवपाल यादव ने दिया ये बड़ा बयान619

👤11-11-2019-समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल यादव के बीच दूरियां कम होने के आसार नजर आ रहे हैं। रविवार को गाजीपुर के रास्ते कुशीनगर जा रहे प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह ने इस बात की तस्दीक भी की है कि चाचा और भतीजे करीब आए हैं। दोनों दलों के विलय की संभावनाएं शिवपाल यादव ने पूरी तरह खारिज करते हुए गठबंधन की संभावना जताई है। शिवपाल ने अपने बयानों से रिश्तों पर जमी बर्फ को पिघला दिया।प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने रविवार को गाजीपुर में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इसके बाद कासिमाबाद स्थित एक निजी महाविद्यालय में कार्यकर्ताओं से वार्ता किया। उन्होंने कहा कि देश की सबसे सर्वोच्च न्यायालय ने जो अयोध्या मामले को लेकर फैसला दिया है, वह स्वागत योग्य है। समाज का हर व्यक्ति आपसी भाईचारा बनाकर रखें। इस दौरान पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनका माल्यार्पण कर उनका स्वागत किया। शिवपाल यादव का सिधौना, औड़िहार, सैदपुर, देवकली, नंदगंज, महराजगंज, कठवा मोड़, बौरी, महेशपुर, कासिमाबाद, सिधागर घाट आदि जगहों पर स्वागत किया गया।इस मौके पर मुख्य रूप से पूर्व मंत्री प्रतिनिधि असलम हुसैन, पूर्व लोकसभा प्रत्याशी संतोष यादव, जिलाध्यक्ष विजाधार सिंह यादव, बृजभान सिंह बघेल, मन्नू यादव, देवेंद्र यादव, शशिकांत यादव, वीरेंद्र यादव, चंदन पाल, हिमांशु यादव, अभय श्रीवास्तव आदि शामिल रहे।
🕔tanveer ahmad

11-11-2019-समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव और चाचा शिवपाल यादव के बीच दूरियां कम होने के आसार नजर आ रहे हैं। रविवार को गाजीपुर के रास्ते कुशीनगर जा रहे प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष...

Read Full Article
'मूडीज' का हवाला देकर अखिलेश यादव ने केन्द्र सरकार पर साधा निशाना

'मूडीज' का हवाला देकर अखिलेश यादव ने केन्द्र सरकार पर साधा निशाना467

👤11-11-2019-\r\nभारत की अर्थव्यवस्था को लेकर वैश्विक एजेंसी \'मूडीज\' की रेटिंग का हवाला देते हुये समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केन्द्र सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश ने ट्वीट कर कहा है कि मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने भारत की वर्तमान ख़स्ताहाल अर्थव्यवस्था को देखते हुए भारत की रेटिंग नकारात्मक कर दी है क्योंकि उसका अनुमान है कि आगे भी आर्थिक वृद्धि बहुत कम रहेगी व जोखिम और बढ़ेगा। उन्होंने कहा “ दरअसल नाकाम भाजपा सरकार में कृषि व किसान भी मर रहा है और उत्पाद व सेवा क्षेत्र भी।” गौरतलब है कि मूडीज ने भारत की रेटिंग पर अपना परिदृश्य बदलते हुए इसे \'स्थिर\' से \'नकारात्मक\' कर दिया है। एजेंसी ने कहा कि पहले के मुकाबले आर्थिक वृद्धि के बहुत कम रहने की आशंका है। एजेंसी ने भारत के लिए बीएए2 विदेशी-मुद्रा एवं स्थानीय मुद्रा रेटिंग की पुष्टि की है।\r\nसपा से गठबंधन हो सकता पर उसमें विलय नहीं: शिवपाल यादव
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (प्रसपा) के अध्यक्ष शिवपाल यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) से गठबंधन तो हो सकता है, लेकिन विलय नहीं हो सकता है। शिवपाल ने एक स्वागत समारोह में न्यूज एजेंसी से कहा कि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव से तो पारिवारिक रिश्ते तो हैं, लेकिन उनकी पार्टी अब सपा में विलय नहीं करेगी। सपा से गठबंधन हो सकता है।\r\nउन्होंने कहा कि अब हमने अपनी पार्टी बना ली है और लोकसभा चुनाव से पूर्व हमने एक होने की कोशिश की थी लेकिन एक नहीं हो सके। मेरे भी लोग है, उनको साथ लेकर चलना है। उन्होंने दावा किया वर्ष 2022 में हमारी पार्टी सरकार का हिस्सा होगी। बसपा अध्यक्ष मायावती ने सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव पर जो मुकदमा दर्ज कराया था, वह करीब आठ पूर्व ही समाप्त हो गया था। अब यह मुकदमा खत्म होने की खबरे कहां से आ रही हैं, यह पता नहीं। यादव ने अयोध्या राम मंदिर पर उच्चतम न्यायालय के शनिवार को आये फैसले का सम्मान करते हुए कहा कि यह फैसला स्वागत योग्य है।
🕔tanveer ahmad

11-11-2019-\r\nभारत की अर्थव्यवस्था को लेकर वैश्विक एजेंसी \'मूडीज\' की रेटिंग का हवाला देते हुये समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केन्द्र सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश...

Read Full Article
फैसले के बाद मुस्लिमों ने नहीं निकाला जुलूस-ए-मोहम्मदी

फैसले के बाद मुस्लिमों ने नहीं निकाला जुलूस-ए-मोहम्मदी205

👤11-11-2019-अयोध्या विवाद का सुप्रीम कोर्ट से फैसला आने के बाद उत्पन्न हुई परिस्थितियों के मद्देनजर इस वर्ष अयोध्या शहर में जुलूस-ए-मोहम्मदी नहीं निकाला गया। यह ऐतिहासिक जुलूस मरकजी अंजुमन तबलीग अहले सुन्नत टाटशाह मस्जिद कोठापार्चा के तत्वावधान में  सैकड़ों वर्षों से निकाला जाता रहा है। जुलूस न निकाले जाने का फैसला शनिवार की देर रात टाटशाह मस्जिद में चली मैराथन बैठक में शहर की अंजुमनों ने सर्वसम्मति से लिया।सुप्रीम फैसले के बाद उत्पन्न परिस्थितियों को देखते हुए पैगम्बरे इस्लाम हजरत मोहम्मद साहब के जन्मदिन के उपलक्ष्य में आयोजित होने वाले जलसे व जुलूस-ए-मोहम्मदी पर पूरा प्रभाव दिखा। सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद शहर के मुसलमानों ने जुलूस-ए-मोहम्मदी नहीं निकाले जाने का फैसला किया। बताया गया कि जुलूस न निकाले जाने के पीछे जुलूस में उमड़ने वाली हजारों की भीड़ से शहर के अमन में कोई परेशानी न खड़ी हो, इसलिए पहले लंगरे रसूल का आयोजन स्थगित किया गया, उसके बाद शनिवार की देर रात जुलूस न निकालने का फैसला लिया गया।जामा मस्जिद टाटशाह में ही जलसे की अदा की गयी रस्म
मरकजी अंजुमन तबलीग अहलेसुन्नत जामा मस्जिद टाटशाह के सदर व मस्जिद इमाम मौलाना शमशुल कमर अलीमी की अध्यक्षता में टाटशाह मस्जिद में ही चौक के बजाये जश्ने ईद मीलादुन्नबी के जलसे की रस्म अदा की गयी। बताया गया कि इसी जलसे में यह निर्णय लिया गया कि रविवार को जुलूस-ए-मोहम्मदी नहीं निकलेगा। यह भी निर्णय लिया गया कि सभी मस्जिदों में नजर नियाज कराने का निर्णय लिया गया। जलसे में मौलाना फैसल, मास्टर सिराजुल हक, मो. अहमद बरकाती, अलीमुद्दीन, शहाब, हाजी खुर्शीद, मो. अकबर मौजूद रहे। वहीं, शनिवार की देर शाम शहर में जश्ने ईद मीलादुन्नबी के उपलक्ष्य में चौक, रिकाबगंज सहित अन्य मुस्लिम मोहल्लों में की गयी बिजली की सजावट भी उतार दी गयी। लाइट गेट हटा लिये गये और विभिन्न स्थानों पर होने वाले लंगरे रसूल भी स्थगित कर दिया गया।जुलूस निकलवाने के लिए प्रशासन का प्रयास रहा असफल
दूसरी ओर जिला प्रशासन देर शाम तक मुस्लिमों को जुलूस-ए-मोहम्मदी निकाले जाने के लिए प्रेरित करता रहा। जुलूस निकाले जाने को लेकर प्रशासन व पुलिस के अधिकारी लगातार अंजुमन के पदाधिकारियों से सम्पर्क बनाये रहे। लेकिन हालात का हवाला देते हुए जुलूस निकालने पर मुस्लिम तैयार नहीं हुए। रविवार को शहर में अधिकतर मुस्लिमों की दुकानें बंद रहीं। चौक सब्जी मण्डी में भी मुस्लिमों ने अपनी दुकाने नहीं लगायीं। 
🕔tanveer ahmad

11-11-2019-अयोध्या विवाद का सुप्रीम कोर्ट से फैसला आने के बाद उत्पन्न हुई परिस्थितियों के मद्देनजर इस वर्ष अयोध्या शहर में जुलूस-ए-मोहम्मदी नहीं निकाला गया। यह ऐतिहासिक जुलूस मरकजी...

Read Full Article
 राम मंदिर के लिए ट्रस्ट का गठन इसी महीने

राम मंदिर के लिए ट्रस्ट का गठन इसी महीने640

👤11-11-2019- अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनजर राम मंदिर के लिए ट्रस्ट का गठन इसी महीने हो सकता है। संस्कृति मंत्रालय के अधीन बनने वाले इस ट्रस्ट के लिए सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट का मॉडल अपनाए जाने की संभावना है ताकि, केंद्र और राज्य सरकार ट्रस्ट में सदस्यों को नामित कर सकें। सरकार तिरुपति देवस्थानम और श्री माता वैष्णोदेवी श्राइन बोर्ड सहित दूसरे ट्रस्ट का भी अध्ययन कर रही है।\r\nसोमनाथ मॉडल बेहतर
सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि राम मंदिर निर्माण और देखभाल के लिए सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट सबसे बेहतर उदाहरण है। यह ट्रस्ट सोमनाथ मंदिर के आसपास के कई मंदिरों की देखभाल भी करता है।\r\nमठों की जिम्मेदारी संभव
राम मंदिर ट्रस्ट को आसपास के मंदिर और मठों की जिम्मेदारी भी दी जा सकती है। इसमें केंद्र और राज्य सरकार के नुमाइंदे, राम मंदिर न्यास, मंदिर आंदोलन में सक्रिय रहे व्यक्ति शामिल किए जा सकते हैं।\r\nज्यादा हो सकती है संख्या
मंदिर आंदोलन के अगुवा शामिल हुए तो इसमें सदस्यों की संख्या सोमनाथ ट्रस्ट के सदस्यों के मुकाबले अधिक हो जाएंगे।\r\nसोमनाथ ट्रस्ट में मोदी भी
सोमनाथ ट्रस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी सहित सात सदस्य हैं। सूत्रों का कहना है कि यह तय नहीं है कि राम मंदिर ट्रस्ट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी होंगे या नहीं, पर सदस्य नामित करने में उनकी अहम भूमिका होगी।\r\nधर्मगुरुओं से मिले डोभाल
अयोध्या मसले पर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने आपसी भाईचारा बनाए रखने के लिए हिंदू और मुस्लिम धर्मगुरुओ संग बैठक की।\r\nआपत्तिजनक पोस्ट करने वाले 77 गिरफ्तार
अयोध्या मामले में सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले 77 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। पिछले 24 घंटे में 22 केस दर्ज हुए और 40 को दबोचा गया। आईजी कानून-व्यवस्था प्रवीण कुमार ने बताया चौबीस घंटे में प्रदेश में 4563 सोशल मीडिया पोस्ट के विरुद्ध कार्रवाई हुई।\r\nअयोध्या में कड़ी सुरक्षा
अयोध्या में रविवार को फैसले के दिन से ज्यादा कड़ी सुरक्षा रही। मंदिरों के रास्तों पर बिना आईडी के प्रवेश पर रोक रही। इस बीच, सुरक्षा एजेंसियों ने जैश हमले को लेकर सरकार को सावधान किया है।
🕔tanveer ahmad

11-11-2019- अयोध्या विवाद पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनजर राम मंदिर के लिए ट्रस्ट का गठन इसी महीने हो सकता है। संस्कृति मंत्रालय के अधीन बनने वाले इस ट्रस्ट के लिए सोमनाथ मंदिर...

Read Full Article
अबु बकर अल-बगदादी की पत्नी खोल रही ISIS के हैवानियत की पोल

अबु बकर अल-बगदादी की पत्नी खोल रही ISIS के हैवानियत की पोल629

👤10-11-2019-
\r\nइस्लामिक स्टेट (आईएस) का सरगना अबु बकर अल बगदादी की पत्नी ने गत वर्ष पकड़े जाने के बाद जेहादी समूह के आंतरिक कामकाज के बारे में काफी जानकारी दी है। यह जानकारी तुर्की के एक अधिकारी ने दी। अधिकारी ने कहा कि बगदादी की पत्नी ने अपनी पहचान रानिया महमूद के तौर पर बताई थी, लेकिन वह वास्तव में आस्मा फावजी मोहम्मद अल कुब्यासी थी। इसके बारे में कहा जाता है कि वह बगदादी की पहली पत्नी है। बगदादी पिछले महीने सीरिया में अमेरिका के विशेष बलों की छापेमारी में मारा गया था।\r\nमहिला को दो जून, 2018 को सीरियाई सीमा के पास हताय प्रांत में गिरफ्तार किया गया था। महिला को 10 अन्य व्यक्तियों के साथ गिरफ्तार किया गया था, जिसमें बगदादी की पुत्री भी शामिल थी। बगदादी की पुत्री ने अपना नाम लीला जबीर बताया था। अधिकारी ने कहा कि परिवार संबंध की पुष्टि इराकी अधिकारियों द्वारा मुहैया कराए गए डीएनए नमूने से हुई। हमने (पत्नी की) वास्तविक पहचान जल्द पता कर ली। उसके बाद वह बगदादी और आईएस के आंतरिक कामकाज के बारे में काफी सूचना मुहैया कराने को तैयार हो गई।\r\nतुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगन ने बुधवार को पहली बार खुलासा किया था कि उसे हिरासत में लिया गया है। उन्होंने कहा था कि हम उन चीजों की पुष्टि करने में सफल हुए जो हमें पहले से पता थीं। हमें नई सूचना भी प्राप्त हुई, जिससे अन्य जगह कई गिरफ्तारियां हुईं। एर्दोगन ने अंकारा में छात्रों से कहा कि हमने उसकी पत्नी को पकड़ा है। मैं यह आज पहली बार कह रहा हूं। यद्यपि हमने इसको लेकर जरूरत से अधिक उत्साह नहीं दिखाया। उन्होंने इसकी भी पुष्टि की कि तुर्की ने बगदादी की बहन और एक रिश्तेदार को भी पकड़ा है।\r\nअमेरिका पर साधा निशाना
एर्दोगन ने बगदादी के मारे जाने को बड़ी सफलता के तौर पर पेश करने के लिए अमेरिका पर निशाना साधा। और कहा कि उन्होंने एक बहुत बड़ा संचार अभियान शुरू किया था।
🕔 एजेंसी

10-11-2019-
\r\nइस्लामिक स्टेट (आईएस) का सरगना अबु बकर अल बगदादी की पत्नी ने गत वर्ष पकड़े जाने के बाद जेहादी समूह के आंतरिक कामकाज के बारे में काफी जानकारी दी है। यह जानकारी तुर्की के...

Read Full Article
दुनिया भर में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत, पाकिस्तान नाखुश

दुनिया भर में सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत, पाकिस्तान नाखुश120

👤10-11-2019-
अयोध्या मामले पर शनिवार को आए फैसले का ज्यादातर देशों ने स्वागत किया है। वहीं पड़ोसी देश पाकिस्तान फैसले से  नाखुश दिखा। पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने फैसले के समय पर सवाल उठाया है।कुरैशी ने करतारपुर गलियारा खोले जाने के दिन अयोध्या मामले में आए फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या इसको थोड़े दिन टाला नहीं जा सकता था? यह खुशी के मौके पर दिखाए गई असंवेदनशीलता है। उन्होने फैसले आने के वक्त को सही नहीं बताया। उन्होंने कहा कि आपको (प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी) करतारपुर कॉरिडोर से ध्यान भटकाने की बजाय इस खुशी के मौके का हिस्सा बनना चाहिए था। यह विवाद संवेदनशील था और उसे इस शुभ दिन का हिस्सा नहीं बनाना चाहिए था।कुरैशी ने कहा कि मुस्लिम भारत में पहले ही काफी दबाव में है और भारतीय अदालत का यह फैसला उन पर और दबाव बढ़ाएगा। पाकिस्तान फैसले को विस्तार से पढ़ने के बाद इस पर अपनी प्रतिक्रिया देगा। वहीं पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने ट्वीट कर कहा कि पांच अगस्त को कश्मीर से विशेष दर्जा छीनने के बाद अब अयोध्या मामले के फैसले से सच सबके सामने आ गया है।सूचना और प्रसारण मामलों में प्रधानमंत्री की विशेष सहायक फिरदौस एवान ने फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एक ओर जहां करतारपुर गलियारा खोल पाकिस्तान अल्पसंख्यकों के अधिकार सुनिश्चित कर रहा है। वहीं दूसरी ओर भारत में अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
पाकिस्तानी पत्रकार ने फैसले का साथ दिया : -
फैसला आने के पहले से लेकर बहुत बाद तक पाकिस्तान में ट्विटर बाबरी मस्जिद हैशटैग टॉप ट्रेंड करता रहा। दूसरे नंबर पर हैशटैग अयोध्या वर्डिक्ट रहा और पांचवें नंबर पर हैशटैग राम मंदिर रहा। बशीर अहमद ग्वाख नाम के पत्रकार ने इन हैशटैग के साथ एक ट्वीट में पाकिस्तान से अयोध्या पर आ रही प्रतिक्रियाओं की निंदा की। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि दिलचस्प है कि पाकिस्तान अयोध्या मामले पर भारत की शीर्ष अदालत के फैसले से नाराज है, जबकि यहां अहमदिया मस्जिद पंजाब के हासिलपुर में तोड़ दी गई थी। उस पर कोई नाराजगी नहीं।  
🕔 एजेंसी

10-11-2019-
अयोध्या मामले पर शनिवार को आए फैसले का ज्यादातर देशों ने स्वागत किया है। वहीं पड़ोसी देश पाकिस्तान फैसले से  नाखुश दिखा। पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने...

Read Full Article
अभिनेत्री ने लगाया फिल्मकार पोलेंस्की पर बलात्कार करने का आरोप

अभिनेत्री ने लगाया फिल्मकार पोलेंस्की पर बलात्कार करने का आरोप852

👤10-11-2019-एक फ्रांसीसी अभिनेत्री ने फिल्मकार रोमन पोलेंस्की पर उनके साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है, जब वह महज 18 साल की थीं। ईऑनलाइन डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, अभिनेत्री ने शुक्रवार को एक फ्रांसीसी समाचार पत्र में प्रकाशित साक्षात्कार में इस कथित दुष्कर्म का जिक्र किया है। उन्होंने दावा किया है, “साल 1975 में, रोमन पोलेंस्की ने मेरे साथ दुष्कर्म किया।” अभिनेत्री ने कहा, “व्यक्तिगत या पेशेवर तौर पर मेरा उनके साथ कोई संबंध नहीं था। मैं उन्हें मुश्किल से ही जानती थी। यह एक चरम हिंसात्मक आचरण था, जब हम जीस्टाड (स्विटजरलैंड में एक शहर) में स्थित उनके शैलेट में स्कीइंग करने गए थे। उन्होंने मेरे कपड़े फाड़े और तब तक मुझ पर वार करते रहे जब तब मैं हार नहीं गई और इस तरह से उन्होंने मेरे साथ दुष्कर्म किया। मैं तब महज 18 साल की थी।” हालांकि पोलेंस्की ने उन पर लगाए गए सभी आरोपों का खंडन किया है। इस घटना को हुए लगभग 45 साल बीत चुके हैं, लेकिन अब जब अगले हफ्ते फ्रांस के सिनेमाघरों में निदेर्शक की अगली फिल्म \'जे एक्यूज\' रिलीज हो रही है, तो अभिनेत्री को लगा कि उन्हें उनकी आपबीती बयां करनी चाहिए। 
🕔 एजेंसी

10-11-2019-एक फ्रांसीसी अभिनेत्री ने फिल्मकार रोमन पोलेंस्की पर उनके साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है, जब वह महज 18 साल की थीं। ईऑनलाइन डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, अभिनेत्री ने...

Read Full Article
स्कूल में लड़कों की पिटाई करती थीं रकुल प्रीत

स्कूल में लड़कों की पिटाई करती थीं रकुल प्रीत895

👤10-11-2019-शनिवार को कपिल शर्मा के शो में फिल्म मरजावां की स्टार कास्ट सिद्धार्थ मल्होत्रा, तारा सुतारिया, रितेश देशमुख और रकुल प्रीत पहुंचे। इस दौरान सभी ने खूब मस्ती की। वहीं रकुल ने शो में स्कूल से जुड़ी कुछ इंट्रेस्टिंग बातें बताईं। बात करते हुए रकुल ने बताया कि उन्होंने स्कूल के दिनों में लड़कों की खूब पिटाई की थी।दरअसल, शो मे कपिल ने रकुल से पूछा कि आप इतनी सुंदर हैं तो क्या आपके लिए लड़कों के बीच कभी लड़ाई नहीं होती थी। तो रकुल ने कहा, ऐसा मेरे साथ कभी नहीं हुआ। वैसे जो लड़के स्कूल में लड़कियों के साथ बदतमीजी करते थे तो मैं उनकी पिटाई करती थी। रकुल ने ये भी बताया कि जब उनकी पहली फिल्म यारियां रिलीज हुई थी तब उसके बाद उनके पास 50 से ज्यादा प्रपोजल्स आए थे।कपिल ने इस दौरान तारा से भी सवाल किए और उनसे पूछा कि उनके फिटनेस का क्या राज है, तो तारा ने कहा कि ना तो वे डाइटिंग करती हैं नाहीं वे जिम जाती हैं। बस जब भी उन्हें समय मिलता है तो वो अपनी बहन के साथ डांस करती हैं। इसी वजह से दोनों काफी फिट रहती हैं।
🕔 एजेंसी

10-11-2019-शनिवार को कपिल शर्मा के शो में फिल्म मरजावां की स्टार कास्ट सिद्धार्थ मल्होत्रा, तारा सुतारिया, रितेश देशमुख और रकुल प्रीत पहुंचे। इस दौरान सभी ने खूब मस्ती की। वहीं रकुल...

Read Full Article
भाजपा को संजीवनी, सपा-कांग्रेस रणनीति बनाने में जुटीं

भाजपा को संजीवनी, सपा-कांग्रेस रणनीति बनाने में जुटीं248

👤10-11-2019-अयोध्या विवाद में फैसला आने के बाद सियासी निहितार्थ निकाले जाने लगे हैं। सियासी जानकार इसे जहां भाजपा के लिए एक बार फिर फायदे का सौदा करार दे रहे हैं, वहीं सपा और कांग्रेस के लिए संघर्ष की राजनीति के दिन अभी खत्म होते नहीं दिख रहे।   कुछ ऐसी ही हालत मुस्लिम मतों के लिए हाथ-पैर मारने की कवायद में जुटी बहुजन समाज पार्टी की भी है। वैसे पूरे अयोध्या प्रकरण को राजनीतिक नफा- नुकसान के नजरिए से देखा जाए तो भाजपा के लिए यह मुद्दा एक बार फिर संजीवनी बन सकता है। इसका फायदा उसे आने वाले दिनों में मिल सकता है। वहीं समाजवादी पार्टी ने भी इस मुद्दे से मुस्लिम मतों को अपने पक्ष में करने में सफलता पाई लेकिन कांग्रेस लगातार इससे नुकसान में ही रही।\r\nभाजपा को फिर फायदे की उम्मीद
जानकारों की मानें तो भाजपा के लिए एक बार फिर नफे की जमीन तैयार होती नज़र आ रही है। भाजपा इसी मुद्दे के भरोसे शून्य से शिखर तक पहुंची और केंद्र व उत्तर प्रदेश में प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता पर काबिज हुई। यह बात दीगर है कि वक्त के साथ उसके एजेंडे में राममंदिर मुद्दा मुखर रूप से शामिल नहीं रहा लेकिन संघ व उसके आनुषंगिक संगठन इसे जरूर मुद्दा बनाए रहे और पार्टी इसे पर सधी रणनीति अपनाए रही। अब इस मुद्दे के जरिए एक बार फिर वर्ष 2022 में सत्ता तक पहुंचने की कोशिश करे तो हैरत नहीं।\r\nसपा फैसले के बाद ऊहापोह में
भाजपा के बाद समाजवादी पार्टी ही ऐसा दल रहा जिसे अयोध्या मुद्दे ने संजीवनी दी। भाजपा के आयोध्या आंदोलन के मुखर विरोध के चलते समाजवादी पार्टी के सर्वेसर्वा मुलायम सिंह की पार्टी को चार बार सत्ता पर काबिज होने का मौका मिला। फैसले के बाद अब कयास लगाया जाने लगा है कि सपा को एक बार नए सिरे से रणनीति बनानी पड़ेगी। मौजूदा वक्त में सपा पहले वर्ष 2017 में कांग्रेस और वर्ष 2019 में बसपा से गठबंधन के बाद खुद को अकेले लड़ने के लिए तैयार कर रही थी। फैसले से उसके इस प्रयास को झटका लग सकता है।\r\nअब तक नुकसान में रही कांग्रेस को दिखी नई उम्मीद\r\nसंयोग देखिए। ठीक 30 साल पहले आज ही के दिन 9 नवंबर 1989 को कांग्रेस ने अयोध्या में शिलान्यास कराया था और केंद्र की तत्कालीन राजीव गांधी सरकार का यह फैसला यूपी में कांग्रेस की विदाई का सबब बना। पूरे 30 साल से पार्टी देश के सबसे बड़े राज्य में हाशिए पर है और मौजूदा समय में भी चौथे नंबर की पार्टी  है। इस प्रकरण में लगातार घाटे में रही कांग्रेस को फैसले से उम्मीद नज़र आ रही है कि अनुच्छेद - 370 के बाद अब राममंदिर मुद्दा भी भाजपा की झोली से दूर हो जाएगा। भावनाओं के ज्वार में सियासी लाभ उठाने की पहले जैसी कोशिशें परवान नहीं चढ़ पाएंगी और स्थानीय मुद्दों के साथ रोजगार जैसे मुद्दे प्रभावी होंगे।  
🕔tanveer ahmad

10-11-2019-अयोध्या विवाद में फैसला आने के बाद सियासी निहितार्थ निकाले जाने लगे हैं। सियासी जानकार इसे जहां भाजपा के लिए एक बार फिर फायदे का सौदा करार दे रहे हैं, वहीं सपा और कांग्रेस...

Read Full Article
यूपी विधानसभा कई बार तीखी बहस की गवाह बनी

यूपी विधानसभा कई बार तीखी बहस की गवाह बनी 327

👤10-11-2019-
\r\nसुप्रीम कोर्ट का अयोध्या मसले पर बहुप्रतीक्षित फैसला आखिर आ ही गया। इसके साथ ही पूरे विवाद और संघर्ष का अध्याय समाप्त हुआ। पिछले तीस सालों में इस विवाद से जुड़ी दो बड़ी घटनाएं देश में सियासी बदलाव की वजह बनीं। सामाजिक ताने-बाने पर भी असर डाला। इस विवाद के दो बड़े किरदार कल्याण सिंह व मुलायम सिंह रहे। एक के राज में छह दिसंबर की घटना हुई तो दूसरे के राज में कारसेवकों पर गोलीकांड। इस मुद्दे पर उत्तर प्रदेश विधानसभा भी बड़ी चर्चा की गवाह बनी।  अयोध्या में कारसेवकों पर गोलीकांड के बाद देश भर में माहौल गरमा गया था। सियासी घटनाक्रम तेजी से बदलने लगा। यूपी के तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की सरकार पर खतरे के बादल मंडराने लगे। ऐसे में नवंबर 1990 के तीसरे हफ्ते में विधानसभा का सत्र बुलाया गया और उसमें मुलायम ने अपनी सरकार के प्रति विश्वास मत हासिल किया। उसी विश्वास मत प्रस्ताव पर चली बहस में मुलायम ने गोलीकांड पर अपना पक्ष रखा और भाजपा को निशाने पर लिया तो भाजपा नेता कल्याण सिंह ने मुलायम सिंह यादव सरकार को अत्याचारी बताया।  पेश है रिपोर्ट:-\r\n
स्थान : उत्तर प्रदेश विधानसभा  
तारीख    20 नवंबर 1990 
मौका    सदन में मुलायम सिंह द्वारा पेश विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा\r\nमुलायम सिंह यादव\r\nअध्यक्ष महोदय, जनता को बताना चाहता हूं कि राम जन्मभूमि और बाबरी मस्जिद के विवाद का सहारा लेकर किस तरह एक लोकप्रिय सरकार को नीचा दिखाने और देश की करोड़ों जनता के साथ छल करने की कोशिश की गई। ऐसी  स्थिति पैदा की गई कि एक राजनीतिक समस्या का राजनीतिक समाधान करने के बजाय प्रशासनिक समाधान करने की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश सरकार पर आ गई। ...अयोध्या का विवाद एक धार्मिक मुद्दा है जिसे भाजपा व  विश्व हिंदू परिषद ने राजनीतिक मसला बना दिया। ...बड़े अफसोस की बात है कि देश की सम्मानित कुर्सी पर बैठे व्यक्ति ने साम्प्रदायिक ताकतों को साथ दिया। विश्व हिन्दू परिषद व भाजपा ने सारी जिम्मेदारी और विश्वास पूर्व प्रधानमंत्री  को सौंप रखे थे। तीनों में से किसी ने उत्तर प्रदेश की सरकार को विश्वास में लेने की जरूरत नहीं समझी। .... तो मान्यवर, विश्व हिंदू परिषद ने प्रस्ताव पास कर चार महीने का मौका दिया, पूर्व प्रधानमंत्री को। 23-24 जून को प्रस्ताव  पास होता है कि मंदिर बनाओ, मुलायम हटाओ....। मुझे कोई मौका नहीं दिया...... इसके दोषी पूर्व प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह हैं। मैं उन्हें 1980 से पहचानता था। सदन में इस पर शोरशराबा शुरू हो गया। \r\nकल्याण सिंह \r\nमान्यवर, अयोध्या के अंदर उस बाबरी मस्जिद के अलावा पांच मस्जिदें और हैं। अगर मस्जिद तोड़ने का किसी का इरादा होता तो वह मस्जिद तोड़ने की बात सोचता लेकिन कारसेवकों ने किसी मस्जिद को छुआ तक नहीं। अगर वहां कारसेवकों को जाने दिया होता और उन्हें बीच में रोका गया न होता, तो निश्चित तौर पर 30 तारीख को जो हादसे हुए हैं, वे टाले जा सकते थे लेकिन 30 तारीख को अपनी पराजय के बाद उस दिन मुख्यमंत्री जी ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया। इसी वजह से संबंधित अधिकारियों को खूब डांटा और आदेश दे दिया कि इन सब कारसेवकों को मौत के घाट उतार दो और लाशें भी मत गिनो। इस तरह जितनी गोलियां चाहीं चलवाईं। (आरोप प्रत्यारोप से व्यवधान)\r\nफिर मान्यवर, इस बीच जो भी हुआ और फिर दो नवंबर को अयोध्या में जो कुछ हुआ और  प्रदेश में नरसंहार हुआ, उस पर मानवता सदियों तक रोएगी जबकि सभी कारसेवक शांत थे। निहत्थे थे। वे जय सिया राम, जय-जय राम के नारे लगा रहे थे। उन पर गोलियां चलाई गईं। (आरोप प्रत्यारोप के कारण घोर व्यवधान)यही कहना चाहता था कि दो नवंबर को अयोध्या में नरसंहार  बड़ी क्रूरता व निर्ममता से हुआ। बेतहाशा गोलियां चलाई गईं। मुलायम सिंह ने सरकारी प्रचार माध्यमों से झूठ बुलवाया। शहीदों की संख्या सैकड़ों में है। आपको मरने वालों से कोई मोह नहीं है। सत्तापक्ष में बैठे लोगों में संवेदना नाम की कोई चीज ही नहीं है। मैं कहता हूं डायर ने भी इतना जघन्य हत्याकांड नहीं करवाया जितना इन्होंने करवाया है। अगर सरकार में हिम्मत है तो 30 अक्तूबर व 2 नवंबर को अयोध्या में जो नरसंहार हुआ है, उसकी जांच उच्च न्यायालय के वर्तमान न्यायाधीश से कराई जाए। \r\nतारीख
22 दिसंबर 1993   
मौका , राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा \r\nछह दिसंबर की घटना के बाद कल्याण सिंह सरकार बर्खास्त हो गई। राष्ट्रपति शासन लगा। फिर 1993 में विधानसभा चुनाव हुए। सपा-बसपा गठबंधन के  नेता के तौर पर मुलायम सिंह यादव मुख्यमंत्री बने। भाजपा को सबसे बड़ा दल होने के बावजूद विपक्ष में बैठना पड़ा। विधानसभा में कल्याण सिंह नेता विपक्ष थे। राज्यपाल के अभिभाषण पर चली चर्चा में कल्याण व मुलायम सिंह दोनों ने अपनी अपनी बात रखी। \r\nकल्याण सिंह  (नेता प्रतिपक्ष): ....6 दिसंबर को ढांचा टूट गया। क्या गजब हो गया। इसके लिए कौन जिम्मेदार है। क्या प्रधानमंत्री जिम्मेदार नहीं हैं, जो 4 महीने तक लगातार मामले को उलझाते रहे। मेरे बिना मांगे 185 कंपनी केंद्रीय सुरक्षा बल भेजकर अयोध्या को छावनी बना दिया गया? क्या रामो-वामो के नेता उसके लिए जिम्मेदार नहीं हैं जिन्होंने उत्तेजक भाषण दिया कि कारसेवा किसी भी कीमत पर नहीं होने दी जाएगी। अगर छह दिसंबर से पहले फैसला आ जाता तो स्थिति कुछ भिन्न होती। जहां तक ढांचे की सुरक्षा का संबंध है तो हमने ढांचे की सुरक्षा का पक्का इंतजाम किया। \r\nएक सदस्य- विवादित ढांचा नहीं मस्जिद कहें 
कल्याण सिंह- यही तो प्रधानमंत्री ने गजब किया था, मस्जिद कहा और दंगे हो गए और यह न्यायपालिका का भी अपमान है क्योंकि न्यायपालिका ने भी विवादित ढांचा कहा है। अगर उन्होंने यह न कहा होता तो देश के अंदर जो स्थिति पैदा हुई है वह नहीं पैदा हुई होती। ....हमने पहले भी कहा था आज भी कहता हूं, स्थानीय प्रशासन का भी कहना था कि लाखों की भीड़ है। गोली चलाएंगे तो उसका रिएक्शन प्रदेश व देश में भी हो सकता है। \r\nमेरे पास स्थानीय प्रशासन के आकलन से असहमत होने का कोई कारण नहीं था। हमने कह दिया कि गोली न चलाइए। लिखित आदेश दिया। .....मेरे ऊपर राजनीतिक कारणों से केस चलाया जा रहा है। हम लोगों से कोई गलती नहीं हुई है। न कभी हमने न्यायालय का अपमान किया है और न कभी माननीय न्यायालय की अवमानना की है। \r\nमुलायम सिंह यादव (नेता सदन) : मान्यवर, 27 नवंबर 1992 को सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दिया।  23 नवंबर को राष्ट्रीय एकता परिषद को आश्वस्त किया कि हर हालत में मस्जिद की रक्षा होगी। इसकी आपने कसम खाई थी। किन्तु आपने छह दिसंबर 1992 को मस्जिद गिरवा दिया। हमने तो 30 अक्तूबर 1992 को हमने कह दिया था कि देश में संविधान,  न्यायपालिका व देश की  एकता से बढ़कर कुछ नहीं है। हमारे सामने संविधान का सवाल था। देश की एकता के लिए 16 जानें गईं। इसका मुझे अफसोस है। आपने मस्जिद गिरवा दिया। इससे दुनिया में हमारा सर शर्म से झुक गया। यह लड़ाई हिंदू मुसलमान की नहीं बल्कि वोट के खातिर कट्टर हिंदूवाद की लड़ाई है।  
🕔tanveer ahmad

10-11-2019-
\r\nसुप्रीम कोर्ट का अयोध्या मसले पर बहुप्रतीक्षित फैसला आखिर आ ही गया। इसके साथ ही पूरे विवाद और संघर्ष का अध्याय समाप्त हुआ। पिछले तीस सालों में इस विवाद से जुड़ी दो बड़ी...

Read Full Article

सोशल मीडिया

खबरें ज़रा हट के...

  • विश्व प्रसिद्ध देवा मेला एवं प्रदर्शनी का हुआ भव्य उदघाटन

    18-10-2024-


    डीएम की धर्मपत्नी ने फीता काटकर किया उदघाटन। 

    बाराबंकी। सूफी संत हाजी वारिस अली शाह के...

    View Article
  • अभिनव ने लगाया श्वेता पर बेटे को होटल में अकेला छोड़कर केप टाउन जाने का आरोप

    08-05-2021-
    पॉपुलर रियलिटी शो खतरों के खिलाड़ी के 11वें सीजन में श्वेता तिवारी भी हिस्सा लेने वाली हैं जिसके लिए एक्ट्रेस...

    View Article
  • पोखरे में मिली युवती की नग्‍न लाश, दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका

    30-04-2021-गोरखपुर। खजनी क्षेत्र के ग्राम पंचायत मऊधरमंगल के सिगरा पोखरे में शुक्रवार को एक युवती की नग्न लाश दिखने...

    View Article
  • रितिक रोशन और दीपिका पादुकोण की फाइटर होगी बॉलिवुड की सबसे महंगी फिल्म?

    20-01-2021-रितिक रोशन के बर्थडे (10 जनवरी) पर उनकी अपकमिंग फिल्म च्फाइटरज् का 30 सेकंड का टीजर रिलीज किया गया। इस फिल्म को लेकर...

    View Article
  • नोरा फतेही ने शेयर किया ग्लैमरस फोटोशूट का वीडियो, हुआ वायरल

    03-01-2021-नई दिल्लीl फिल्म एक्ट्रेस नोरा फतेही ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया हैl यह उनके हालिया फोटोशूट का वीडियो...

    View Article